Sex Porn Story पंजाबी मालकिन और नौकर
12-14-2017, 12:49 AM,
#11
RE: Sex Porn Story पंजाबी मालकिन और नौकर
रात को डिनर के बाद सारा काम ख़तम करने के बाद मैंने बीजी से कहा..
मैं: बीजी..........दप्पहर नू तुस्सी मैंनु पप्पी पूरी नही करने दी.....ओ..फ़ोन आ गया सी ना..
बीजी: हुन नही......मैंनु नींद आ रही ए.......कल देखांगे.
अगले दिन मैं बीजी को बेड टी देने गया......
बीजी ने वही अपना पतला वाला सूट पहना हुआ था..
मैं: बीजी...चा रखी ए
बीजी: रख दे...
मैं वही खड़ा रहा..
बीजी: तेनू रोज़ सुबह सुबह पप्पी चाहिदि ए..
मैं: बीजी...कल तुस्सी पप्पी नू अधूरा छोड़ दित्ता सी..
बीजी: ऑफ..ओ.....ले करले हुन अधूरा काम पूरा.
मैं बीजी के पलंग पर चढ़ गया......अपना मूह उनके अन्डर आर्म्स के पास ले गया..
मैं: पर बीजी.....तुस्सी ओ सूट नही पहन रखा जो कल पहन रखा सी.......
बीजी: ते तू दस....हुन की करा...ओ सूट ते मैं नहा के पावान्गी
मैं: ते हुन और कित्थे दी पप्पी लेन दो..
बीजी: कित्थे दी ?...
मैं: उत्थो (वहाँ) दी..
बीजी: उत्थो कित्तों दी (वहाँ कहाँ की) ?
मैं: ओ...चुन्नी वाली जगह दी...
बीजी: चुन्नी वाली जगह....नही नही....उत्थो दी पप्पी नही लेने दूँगी...
मैं: क्यो बीजी....
बीजी: उस दिन ते तू कह रहा सी कि चुन्नी वाली
जगह मरदा नू अच्छी क्यो लगदी ए...इस इच अच्छे लगने वाली की चीज़ ए..............ते आज
उसी जगह दी पप्पी मान्ग्दा ए..
मैं: लेन दो ना बीजी..........बस इक वारी.....प्लीज़.....प्लीज़ बीजी.....चाहे फिर
अपने अन्डर आर्म्स दी पप्पी ना लेन देना.......प्लीज़ा बीजी....ना मत करो..
बीजी: बस इक वारी.........सिर्फ़ इक वारी..
बीजी के ये कहते ही मैं अपना मूह बीजी की छाती पे ले आया......
पहले बीजी के स्तनो के साईड मे होठ चलाता रहा....... बीजी ने पतले कपड़े की कमीज़ पहनी
थी....ब्रा भी पहनी थी..

मैंने उनके निप्पल पे कस के पप्पी ली....
बीजी: आह.......पुत्तर...आराम नाल कर....मैं की भागी जा रही आं..
मैं: बीजी.....कुछ मज़ा नही आ रहा......तुस्सी बहुत मोटे कपड़े पहन रखे
है..
बीजी: नही ते.......मेरी कमीज़ ते बहुत पतली ए..............मैं ओ ज़रूर पाया ए जो
औरते कमीज़ दे अंदर पान्दी है
मैं: बीजी ए गल ग़लत है....
बीजी: तू की चाहन्दा ए कि मैं ओ चीज़ निकाल दाँ........नही
मैं: बीजी......रात नू ते आपने पहाडा (माऊन्टैन्स) नू आज़ादी दित्ता करो..
बीजी: पहाडा नू.......तेनू की ये पहाड दिख दे है?
मैं: दिख दे कित्थे है.....पहाडो के ऊपर ते बादल है.......तुस्सी इक बादल भी हटा दो ते
पप्पी दा मज़ा आ जाए. मैं उनके पहाडो पे हाथ रख कर दबाने लगा..
बीजी: आह...हह....की करदा पेया ए..?..
मैं: पहाडा नू दबा के देख रहा हूँ......शायाद बादल उड़ जाए..
बीजी थोड़ा सा मुस्कुराई
बीजी: पगले.......दबान नाल बादल नही उडान्गे...आअहह.....तू मेरे नहाने के बाद मेरी
अन्डर आर्म्स दी ही पप्पी ले लियो..
मैंने उनके पहाड बहुत कस के दबाए...
बीजी: आहह....आअहह
मैं: ठीक है बीजी....मैं त्वाड्डे अन्डर आर्म्स दी पप्पी ही ले लेवांगा.
ये कह मैं पलंग से उठ गया..
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12-14-2017, 12:49 AM,
#12
RE: Sex Porn Story पंजाबी मालकिन और नौकर
दोपहर को मैं जब रसोई मे था.....बीजी कल वाला स्लीवलेस सूट पहन कर रसोई मे आई....
बीजी: धर्मा.......तेरे चक्कर विच मेरी सुबह दी चा सारी ठन्डी हो गयी सी..
मैं: ओ....सॉरी बीजी...............चलो हुन दीवार नालो (दीवार के साथ) खड़े हो जाओ..
बीजी: क्यो..?
मैं: क्यो!....मैं त्वाड्डी पप्पी लेनी ए.....तुस्सी प्रोमिस कित्ता ए
बीजी दीवार से लग कर खडी हो गयी..........उन्होने दोनो बाहे ऊपर कर
ली..........अपनी एक उंगली से अपने अन्डर आर्म्स से कमीज़ नीचे की.. 
बीजी: ले..
मैं: बीजी दूसरी अन्डर आर्म्स भी तैयार रखो..
मैं बीजी के अन्डर आर्म्स मे घुस गया......उनके अन्डर आर्म्स के बाल चाटने लगा....
मैं अपने दोनो हाथ उनकी छाती पे ले गया और उनके मम्मो को हल्का हल्का दबाने लगा....
मैंने उनके अन्डर आर्म्स पे दातों से हल्का सा काटा..
बीजी: उउईइ.......काटदा क्यो ए...ऐसे ना कर.....दर्द होन्दी ए..
मैं: अगर तुस्सी सुबह बादला नू उड़ा देन दे...तो त्वानु ये दर्द ना होन्दा...
मैं उनके स्तनो को और दबाने लगा
बीजी: अयाया......हह...सस्स....
अब मैं उनके दूसरे अन्डर आर्म्स पे आ गया और उसे चूसने और चूमने लगा......
तभी फ़ोन की बेल बज पडी..
मैं: ये फ़ोन मेरी पप्पी दे टाईम ते ही क्यो बजदा ए..
बीजी हँसते हुए बोली..
बीजी: शायद ओ तेरी पप्पीया नाल चिड्दा ए......................छोड़ मैंनु...फ़ोन देखन दे..
बीजी फोन उठाने चली गयी.................उनकी मम्मी का फ़ोन था........वे काफ़ी देर बाते करती
रही.......मैंने रात तक कुछ ना कहा.....रात को सोने से पहले..
मैं: बीजी......तुस्सी आज भी मैंनु धोखा दित्ता ए..
बीजी: नही.....फ़ोन आ गया...इस इच मैं की करा...
मैं: ते हुन..
बीजी: हुन नही.....मैंनु नींद आई ए.........कल देखांगे............और
हां........कल से तू मेरी चाय थर्मस इच लाया कर..........
अगले दिन मैं बीजी की थार्मस मे चाय ले गया..
मैं: बीजी....चाय
बीजी: रख दे...
बीजी आज स्लीवलेस सूट पहन कर सोई थी....
मैं बीजी के पास पलंग पे चढ गया..
बीजी: मैंनु पता सी........तू पहला काम ए ही करेगा.......
मैं: अच्छा बीजी.............तो इस इच मेरी की ग़लती ए.....तुस्सी हो ही इतने स्वाद....मैंनु
त्वाड्डी पप्पीया लें दा नशा चढ गया ए..
बीजी: अच्छा अच्छा....ज़्यादा बोल ना......अपना काम कर
मैं बीजी के अन्डर आर्म्स मे घुस गया और चूमना शुरू किया......
मेरी नज़र उनकी छाती पर पडी तो ऐसा लगा कि आज उन्होने ब्रा नही पहनी..
मैंने उनके अन्डर आर्म्स के बाल को चूसते वक्त एक हाथ उनके पहाड पे रखा.......
बड़ा मुलायम सा लगा....और मैं श्योर हो गया कि आज बीजी ने ब्रा नही पहनी...
मैं उनके पहाड को हल्के हल्के दबाने लगा...
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12-14-2017, 12:49 AM,
#13
RE: Sex Porn Story पंजाबी मालकिन और नौकर
मैं: बीजी.......आज अन्डर आर्म्स दा दिल नही कर रहा..
बीजी: ते फिर..?
मैं: पहाडा दी पप्पी ही लेन दो..
बीजी: उम्म्म......चल..ले..ले
मैंने पहले उनके स्तन दबाए....काफ़ी बड़े बड़े और मुलायम थे..
मैं: बीजी.....आज ते बादल कुछ कम लग रहे हैं..
बीजी: ओ.....सच्ची.....मैं ओ पहनना भूल गयी रात नू...
मैं:की....की पहनना भूल गये ?
बीजी: ओ ही...जो औरते कमीज़ दे अंदर पान्दी है..
मैं: ते ए कहो ना तुस्सी ब्रा पहनना भूल गये..
बीजी: हां...ओ ही....मैं ब्रा पहनना भूल गयी
मैं: अच्छा है...जो होन्दा ए अच्छे के लिए होन्दा ए..
ये कह कर मैंने उनके लेफ्ट पहाड को अपने मूह मे ले लिया और राईट पहाड अपने हाथ से दबाने
लगा..
बीजी:अह्ह्ह्ह....ओई....पुत्तर.......ए..पप्पीया....तेरी पप्पीया.....मुझसे ग़लत काम करवा देंगी...
मैं बीजी के निप्पल को कमीज़ के ऊपर से ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा....बीजी के निप्पल काफ़ी
पोइन्टेड थे..
मैं: बीजी....त्वाड्डे ए पोइन्टेड लग्दे हैं..आइसक्रीम दी कोण वाले..
बीजी: आआईए.....य्यी.....
मेरे मूह मे लेने से उनके निप्पल से उनकी कमीज़ गीली हो गयी थी.........
उनकी कमीज़ उनके निप्पल से चिपक गयी थी और उनका निप्पल कमीज़ मे से सॉफ दिख रहा था...
मैं दूसरे निप्पल पे आया और पहले वाला उभार हाथ से दबाने लगा..
मैं: बीजी.....त्वाड्डे उभार किन्ने बड्डे हैं..
बीजी: आहाहह......पुत्तर.....तेरी पप्पी पप्पी मे मैं बदनाम ना हो जावां....
मैं: बीजी........मैं इक नये स्टाईल इच पप्पी लेना चाहन्दा..
बीजी: कैसे ?...
मैं: तुस्सी मेरे ऊपर आ जाओ.....अपने पहाड़ मेरे मूह ते रख दो....ते मैं उनकी पप्पी लूँगा

बीजी ने ऐसा ही किया....मैं लेट गया...वो मेरे ऊपर आ गयी......अपने उभार मेरे मूह पे रख दिए....
मैं निप्पल चूसने लगा......साथ ही साथ मैंने अपने हाथ उनके चूतडो पे रख दिए और उनके चूतड दबाने लगा..
मैं: त्वाड्डे उभार दा काफ़ी भार है...
बीजी: आहह...अच्छा
मैं: मैंनु लगदा ए त्वाड्डे उभार पूरे भरे हुए है.. मेरे हाथ उनके चूतडो को दबा रहे थे.....
बीजी अपनी पतली सलवार कमीज़ मैं मेरे ऊपर लेट गयी थी...उनके बड़ी चूची मेरे मूह पर थी..
उनका निप्पल मेरे मूह मे था..
बीजी: आहह..ओह्ह.........पुत्तर........इक चीज़ ते बता...सच्ची सच्ची..
मैं: पूछो..बीजी... (मैं निप्पल चूसने लगा)
बीजी: आह....कुछ दिन पहले....जब तू मेरी चाय लाया सी....ते मैं पेट ते बल सो रही सी....मेरी कमीज़ थोड़ी उत-ते (ऊपर) चढी हुई सी............ते तू घूर घूर के की देख रेया सी....सच्ची दस..
मैं: बीजी...तुस्सी बुरा ते नही मानोगे..?
बीजी: ऊई...नही..बोल..
मैं: बीजी.....त्वाड्डी कमीज़ थोड़ी उत-ते चढी हुई सी.......ते त्वाड्डी सलवार..त्वाड्डे
चूतडो दे बीच मे घुसी हुई सी
बीजी: आअहह....ते इस्स इच...आहहय्ी.....घूरने वाली कौन सी गल ए..?
मैं: बीजी...मुझे त्वाड्डे चूतडो दे बीच मे घुसी हुई सलवार बहुत अच्छी लगी सी...
बीजी: हा..एयेए.....मतलब..?
मैं: मैंनु बहुत आकर्षक लगी...........मेरे दिमाग़ इच ख़याल आया...कि त्वाड्डे चूतड कैसे
होंगे..और त्वाड्डे चूतड दे बीच दी जगह कैसी होगी....
बीजी: अपनी मालकिन वास्ते इतने गंदे ख़याल रखदा ए..?
मैं: बीजी इस बिच मेरा की कसूर ए......
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12-14-2017, 12:50 AM,
#14
RE: Sex Porn Story पंजाबी मालकिन और नौकर
बीजी: आअहह....होली पर तूने मेरे चूतडो पे रंग लगाया सी.....ते बहुत दबाया सी मेरे
चूतडा नू....ते जिस वक्त तू रसोई विच मेरे अन्डर आर्म्स दी पप्पी ले रेया सी उस वक्त वी तू
इनको दबा रेया सी...आअहह

मैंने बीजी का उभार दातों मे दबाया
बीजी: आह....पप्पी लेन्दा पेया ए....कि काटदा पेया ए...?..बेरहम...
मैं: बीजी....सच दस्सा ते होली ते मैं त्वाड्डे चूतडो दे नाल इक कोशिश किति सी...
बीजी: मैंनु पता है बेशरम....आहह.....तू अपनी उंगली मेरे चूतडो दे विच घुसानी चाही सी....हैना ..?
मैं: हां बीजी......त्वाड्डी कमीनी सलवार टाईट सी...
बीजी: आआहह.........अच्छा हुआ सलवार टाईट सी...आहह...वरना तू ते पता नही की करदा..
अब मैं अपनी उंगली बीजी के चूतडो के बीच ऊपर नीचे करने लगा...
बीजी ने हल्का सा मुस्कुराते हुए कहा..
बीजी: आआहह......सौ शैतान मरे सी जद्दो (जब) तू पैदा हुआ सी.....आआआहह....बेशरम..
अब मैंने अपनी उंगली उनके चूतडो के बीच घुसानी शुरू की...
बीजी: अहह...........पुत्तर............तेरी होली हुने (अभी) ख़तम नही होई की..?.....
मैं: नही बीजी....
बीजी: बस.....बस कर........मैंनु पिशाब आया ए.....छोड़ मैंनु..
मैं: नही बीजी..........हुन ते मैं त्वाड्डी चूतडो दी वी पप्पी लेवान्गा..दोगे ना..?
बीजी: की..!.......चूतडो दी वी भला कोई पप्पी लेन्दा ए..?...
मैं: हां बीजी....त्वाड्डे जैसे चूतड हो...तो पप्पी ते लेनी ही पड्ती है.....
बीजी: आहहह...........आई....नही....छोड़
मैंनु.........मैंनु पिशाब आया ए...ते तू वी अपना काम कर...
मैं: नही बीजी....पहले....चूतड दी पप्पी..
बीजी: ओफफ्फ़...ओ...आअहह...........हुने नही....बाद विच देखांगे...हुन छोड़ मैंनु
मैंने बीजी को छोड़ दिया...बीजी सीधे बाथरूम मे गयी....
मैं भी उठा और घर के काम मे लग गया..

कुछ देर बाद बीजी की मम्मी आ गयी.... बीजी काफ़ी देर तक उनके पास बैठी रही.....

मैं रसोई मैं खाना बना रहा था..........बीजी रसोई मैं आई....
बीजी ने आज नॉर्मल सूट (विड स्लीवस) पहन रखा था..
बीजी: धरम पुतर....खाने विच की बनाया ए..?..
मैं: मैं त्वाड्डी मम्मी नू ही पूछा ए......उन्होने कया कि गोभी बना ले.......
बीजी: अच्छा...ठीक ए....मैं कोई हेल्प करां.?
मैं बीजी को हाथ से पकड़ के रसोई की साईड मे ले गया..
मैं: हाँ.........इक पप्पी लेन दो..
बीजी: पागल है........मेरी मम्मी बाहर बैठी है...और तू मुझसे पप्पी मान्गदा ए..?...
मैं: प्लीज़ बीजी......लेन दो ना....बस इक...
ये कह के मैं बीजी की गर्दन को चूमने लगा...
बीजी ने मुझे नही रोका और दीवार से लग गयी....
बीजी: ऊओह...तू ते पागल हो गया ए....
मैं उनकी गर्दन चूम रहा था....मैंने दोनो हाथ उनके चूतड पे रखे और दबाने लगा...
बीजी: आहह...स.....जल्दी कर पुत्तर.....मम्मी बाहर बैठी है........कित्थे मम्मी नू पता
चल गया कि मैं तेनू पप्पीया देन्दी हां........ते ग़ज़ब हो जाएगा...
मैं: सस्स....तुसी आज स्लीवलेस सूट क्यो नही पहना...?..
बीजी: पागल है.....सस्स...आह....मम्मी दे सामने..मैं ओ सूट नही पा सकदि....मम्मी
समझेंगी...कि अपने नौकर ते डोरे डाल रही हां..
मैं: बीजी...अपनी बावां उँची करो...
बीजी ने अपनी बाहे ऊँची करी तो मैं उनके अन्डर आर्म्स को चूमने लगा......उनके चूतड दबा रहा था..
बीजी: ऊओह......बस कर पुत्तर.....कही मम्मी रसोई विच ना आ जाए..
मैं: नही.....हुन तुसी मैंनु अपने चूतडा दी पप्पी लेन दो..
बीजी: नही नही....हुने नही.....तू ए दस....गोभी ते अच्छी ली ए...
मैं: आ हो...ए गोभी त्वाड्डे चूतडा जैसी है...
बीजी: आआहहह...ओ कैसे.?..
मैं: काफ़ी बड़ी बड़ी और सफेद ....बिल्कुल त्वाड्डे चूतड जैसी.......अपनी गोभियाँ दी पप्पी लेन दो ना...
बीजी: आह...हुने नही....बाद विच लियो...मेरी गोभियाँ दी पप्पी...........................हुन मैंनु छोड़...
ये कह कर बीजी मुझसे अलग हुई...अपने कपड़े ठीक करके बाहर चली गयी...
उनकी मम्मी रात का खाना खा के गयी....
अगली सुबह मैं चाय लेकर बीजी के कमरे मे गया..
बीजी पेट के बल सो रही थी.........पहले जैसे उनकी कमीज़ उनकी कमर तक चढी हुई
थी....और..और...और..उनकी सलवार उनके चूतडो मे फसि हुई थी......
मैंने चाय रखी..
मैं: बीजी....चा रखी ए..
बीजी: अच्छा...रख दे..
मैं बीजी के पास गया और उनके चूतडो पे हाथ फेरने लगा...
बीजी: की कर रहा है पुत्तर...?.. (बीजी ने पेट के बल लेटे लेटे ही बोला)
मैं: बीजी.....अपना प्रोमिस पूरा करो..
बीजी: पप्पी दा प्रोमिस......ले ले पप्पी..

बीजी के ये कहते ही मैं बीजी के चूतडो को चूमने लगा...
बीजी ने कच्छी नही पहनी थी....उनकी सलवार का कपडा भी बहुत पतला था...इसलिए हल्के हल्के उनके चूतड दिख रहे थे....
मैं एक चूतड को चूम रहा था और दूसरे चूतड को हाथ से दबा रहा था..
मैं: ओह..बीजी.....त्वाड्डी गोबी खाने वास्ते मैं तरस गया सी..
बीजी: पुत्तर....मेरी सलवार मेरी इन गोबियाँ दे विच फसि हुई ए..........तू निकालेगा..के मैं निकालूं..?..
मैं: बीजी.....निकालने दा कोई फ़ायदा
नही....मैं फिर घुसा देवांगा...
बीजी: कैसे..?..
मैं अपनी उंगली बीजी के चूतडो के बीच मे घुसाने लगा....साथ साथ चूम भी रहा था...
बीजी: ऊहह.....पुत्तर....गोबियाँ विच....अपनी उंगली मत डाल......
मैं: ठीक है बीजी...उंगली नही डाल दा..
ये कह कर मैंने उनके चूतडो के बीच अपना
मूह डाल दिया.....और वहाँ चूमने लगा...
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12-14-2017, 12:50 AM,
#15
RE: Sex Porn Story पंजाबी मालकिन और नौकर
बीजी: ओह्ह......किथे मूह मारदा पेया है....ए जगह मूह मारान दी नही है....तू ते जानवर हो गया है..आअहह
मैंने बीजी की कमीज़ और ऊपर चढा दी.....बीजी ने अंदर कुछ ना पहना था....उनकी पीठ नंगी हो गयी....
मैं अब उनके चूतडो मे जीभ मार रहा था..और उनकी नंगी पीठ पर हाथ फेर रहा था...
मैंने बीजी को सीधा किया.....उनका पेट नंगा था........मैं उनके नंगे पेट पे टूट पड़ा...पेट को चूमने लगा
बीजी: ऊओ.........
मैंने हाथ उनकी कमीज़ मे डाल दिए....उनकी चूचियो तक पहुँच गया...और हल्के हल्के दबाने लगा..

फिर मैं अपना मूह उनकी गर्दन पे ले आया...मेरे हाथ उनके नंगे उभारों पर
थे....उनके उभार बहुत बड़े पर सोफ्ट थे........मैं उनकी गर्दन को चूम रहा था
मैं: ऊहह...बीजी....आज चेरी ते खिलाओ...
बीजी: मैंनु नही पता चेरी की होन्दी ए.....तू खुद ही ख़ाले..
मैं बीजी के होठो पे आके उनके होठ चूमने लगा....वो भी मेरे होठ चूम रही थी.....
मैं: बीजी.....चेरी ते त्वाड्डे होठा दे अंदर ए..
मैं अपनी जीभ बीजी के होठो पे मारने लगा......बीजी ने भी अपने होठ खोल दिए..
मैंने फॉरेन अपनी जीभ उनके मूह मे घुसा दी.........हम दोनो इक दूसरे दी जीभ चाट दे रहे..
मैं: ऊहह...बीजी......आज ते बादल उडने दो अपनी छाती से...
बीजी: आहः....पुत्तर.......तेरे हाथ ते बादला दे नीचे ही है.....पहाडो पे..
मैं: बीजी....हाथ नही.....मेरे होठ बादला ने नीचे होने चाही दे एँ..
बीजी: ते...आजा बादला दे नीचे...
मैंने बीजी की कमीज़ उनके मम्मो से ऊपर चढा दी...उन्होने ब्रा नही पहनी थी....
बीजी दे निप्पल्स थोड़े डार्क कलर के थे....
मैं ठोडी देर हाथ मे लेके उनके उभारों को देखता रहा..
बीजी: की देख दा पेया ए..?....मेरे निप्प्ला (निप्पल्स) दा रंग तेरी तरह थोड़ा डार्क है..
मैं: बीजी...त्वाड्डे उभार किन्ने सोने हैं.........कितने बड़े है.....और दबान इच उन्तने ही सोफ्ट.........
मैं बीजी के निप्पल्स चूसने लगा..
बीजी: आह....पुत्तर.....चूस ले......हुन पप्पी नाल तेरा काम नही बनदा.......आहह..स..स...........
बीजी मेरे सिर पे अपने हाथ रख के मेरे बालो को हल्का हल्का खींचने लगी..
बीजी: चूस ले........मेरे आम सोफ्ट है........रस वाले है......चूसने वाले है..........आआई....मैं तेनू उस दिन ए ही ते दस
दी पयी सी पागल.......मेरा इशारा आम दी तरफ नही...इनकी तरफ था..........
मैंने कुछ और चूसा तो निप्पल मे से दूध निकलने लगा..
मैं: बीजी.....तुसी हुकम दो तो त्वाड्डा दूध पी लाँ ?
बीजी: पी ले...
मैं उनका दूध पीने लगा
बीजी: आअहह...ऊओ......पी ले पुत्तर......ए दूध तेरे वास्ते ही ते रखया
ए....आआआ.....दबा दबा के चूस...पी...दोनो कटोरे खाली कर दे....
मैं उठा और मैंने अपनी टी-शर्ट निकाल दी....अब मैं सिर्फ़ निक्कर मे था....
मैंने बीजी को अपने ऊपर ले लिया........उन्होने अपने उभार मेरे होठो पे रख दिए.....और मैं
फिर दूध पीने लगा.....बीजी मेरे ऊपर थी मैं उनके नीचे....
मैं हाथ उनकी नंगी पीठ पे चला रहा था..

बीजी की कमीज़ चूची के ऊपर थी....मैंने पकड़ कर उनकी कमीज़ पूरी निकाल दी......अब बीजी ऊपर से बिल्कुल नंगी थी..बीजी और मेरा नंगा पेट हल्का सा टच कर रहा था...

बीजी: आआहहह....स.स........पु...पुतर......तू ते सारे बादल ही उड़ा दित्ते........बड़ा शैतान है तू........
मैं बीजी के नंगे बदन पे हाथ चला रहा था......
मैं: बीजी......त्वाड्डे और मेरे नंगे बदन दे मिलने से गर्मी कितनी बढ़ गयी ए..
बीजी: आहाः......सच.......मैं ते नंगे बदाना दा मिलना भूल ही गयी सी...मेरे पति जो टूर ते रेन्दे एन..........आहह...
मैं बीजी के चूतडो को दबाने लगा.............फिर उनके चूतडो के बीच अपनी उंगली घुसानी शुरू कर दी....
बीजी: आअहह.....देख....ऐसा मत कर......कुछ ते....ससस्स...आ... शरम रख अपनी मालकिन
से...
मैं उंगली उनके चूतडो के बीच घुसाता रहा और दूध पीता रहा...
मैं: मेरी मालकिन ते बड़ी अच्छी है.......बहुत हसीन है.....उसदा शरीर कितना मक्खन ए.......
बीजी: ऊऊओ...ह....स......मेरा नौकर वी अच्छा ए......बस.....स.स.....थोड़ा ज़्यादा
शरारती ए.........मेरी पप्पीया लेन्दा ए.......मेरा दूध पीन्दा ए..........मेरे अन्डर
आर्म्स नू चूम्दा ए....अन्डर आर्म्स दे बालो नू चाट-दा ए.......मेरे चूतडो दे विच मूह
मारदा ए................................................. . .........पुत्तर.....दूसरा कटोरा वी ते ए........

मैं दूसरे उभार ते आ गया.......अपने मूह मे निप्पल लेकर बीजी का दूध पीने लगा...
मैं अब भी अपनी उंगली उनके चूतडो के बीच घुसा रहा था...
मैं: बीजी मैं त्वाड्डी धुन्नी (नेवेल) ते टैस्ट कीत्ती नही आज तक...
बीजी मेरे ऊपर ही रही....और अपना पेट मेरे मूह पर ले आई......मैं उनके नंगे पेट को
चूमने लगा.......लेकिन बीजी की धुन्नी के ऊपर उनकी सलवार चढी हुई थी..
मैं: बीजी...तुस्सी अपनी धुन्नी ते वी बादल कर रखे है......
बीजी ने अपनी सलवार हल्की सी नीचे कर दी.....
बीजी: ले.....चाट ले अपनी बीजी दी धुन्नी वी......वरना कहेगा कि धुन्नी की पप्पी नही
दी..
बीजी दा पेट मेरे मूह ते था....ते मैं उनकी धुन्नी विच जीभ मार रहा था....
कुछ देर बाद बीजी घोडी बन गयी और अपने उभार मेरे होठ पे रख दिए और मैं दूध पीने
लगा... अब मैंने बीजी की सलवार का नाडा खोलना शुरू किया...
बीजी: आअहह....ना पुत्तर ना.......ए मत
कर...आअहह......
मैं: प्लीज़ बीजी......पहाडा ते बादल हटा दित्ते है ते.....फुट्बाल से वी कवर हटा दो..
बीजी: फुट्बाल!.....मेरे चूतड कोई खेलन दी चीज़ ए की..?
मैं: तुस्सी मैंनु खेलन दो तद् ना (तब ना)........खोलन दो नाडा....कर दो अपने चूतडा नू आज़ाद....
मैंने हल्के हल्के नाडा खोल दिया....और हाथ सलवार मे डाल दिए.... उनके नंगे चूतडो को मैंने पहली बार छुआ
था....... काफ़ी बड़े चूतड थे उनके.....लेकिन उतने ही सोफ्ट....
बीजी: आहह........ते तू नही मानेगा......
मैं: बीजी....मैं कितनी वार सलवार दे ऊपरों ही त्वाड्डे चूतड दबाए है......आज पहली
वार मैं त्वाड्डे नंगे चूतडा नू दबा रहा हां...
बीजी घोडी बनी हुई थी.....मेरे मूह मे उनके निप्पल थे...
मैं धीरे धीरे उंगली उनके चूतडो के बीच मे ले गया.....
उनके चूतडो के बीच मे काफ़ी बाल थे........
मैं उंगली उनके चूतडो के बीच की स्किन पे मलने लगा..
बीजी: आहह...........ससस्स....तू ते ऐसे उंगली चलांदा पेया है...जैसे किसी दी माँग भर रहा हो...
मैं: हां बीजी.......तुसी सिंदूर ले आओ.....ते मैं त्वाड्डे चूतडो दे विच दी माँग भर दान्गा..
बीजी के पलंग के साथ एक ड्राअर था...बीजी ने हाथ लंबा करके उस मे से एक छोटी सी
डिब्बी निकाली.......और खोल के मेरे सामने करदी...
बीजी: ए ले....
मैं: की बीजी..
बीजी: ए...सिंदूर ए....भर दे मेरी पिच्छे दी माँग...
मैं उनके चूतड से हाथ हटाया.....डिब्बी से चुटकी मे सिंदूर भरा.....और उनके चूतडो के
बीच सिंदूर भरने लगा...
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12-14-2017, 12:50 AM,
#16
RE: Sex Porn Story पंजाबी मालकिन और नौकर
बीजी: ऊऊओह......मेरे पुत्तर.....तू किन्हा अच्छा है..............किन्हा रोमान्टिक ए तू..................मेरी गान्ड मे सिंदूर लगान्दा ए........................
मैं: बीजी...सच दस्सा ते मेरा इरादा होली ते त्वाड्डी गान्ड विच रंग लगाने दा वी सी......
बीजी: ऊऊहह....रंग ते रंग ए..........तू मेरी गान्ड विच सिंदूर लगाया ए..........तू मेरे
चूतड दा पति है...
मैं: सिर्फ़ चूतड दा....की त्वाड्डी गान्ड दा वी...?...
बीजी: आहह.....चूतड और गान्ड विच की फरक ए...इक्को गल ते है....
मैं: नही बीजी.......चूतड ते ए है.. मैंने बीजी के चूतड दबाए..
बीजी: आहह....अच्छा....और गान्ड की है.?
मैंने बीजी की गान्ड (आसहोल) मे थोड़ी सी उंगली घुसा दी....
मैं: बीजी...ए गान्ड ए..
बीजी: आहाहह.......ओईए......हां...हां..तेरी उंगली इस वक्त जिस विच है....अहः...तू उस दा वी
पति ए...........मेरे चूतड दे छेद दा पति................
बीजी की सलवार अभी कमर तक थी....पर इतनी खुली थी के मेरे हाथ उसमे थे....
मैं एक उंगली उनकी गान्ड के अंदर बाहर करने लगा.....बस थोड़ी सी अंदर बाहर....ज़्यादा
अंदर नही घुसाई मैं दूसरा हाथ बीजी की चूत पे ले आया.......और उनकी चूत को अपने हाथ से
रगडने लगा...

उंगली थोड़ी सी गान्ड मे थी और हाथ उनकी चूत को रगड रहा था..
बीजी मेरे ऊपर घोडी बनी हुई थी....... वो मेरी निक्कर के ऊपर से ही मेरे लौडे पे हाथ
फेरने लगी....जो इस वक्त तक बिल्कुल कडक हो चुका था..
बीजी: आअहह..........म्म्म्म मममममेरे पुत्तर........अगर तू मेरी गान्ड दा पति
ए......ह.ह......सस्शह....ते मैं वी ते तेरी किसी चीज़ दी पत्नी हाँ...
मैं उनकी चूत को रगड रहा था...............
मैं: बिल्कुल हो............त्वानु मेरी जिस वी चीज़ दी पत्नी बनना ए....चुन लो..
बीजी ने मेरी निक्कर नीचे कर दी.......मेरा लौडा बाहर आ गया......
बीजी ने मेरे लौडे को अपने हाथ मे ले लिया..
बीजी: अहह....मैं इस्स दी पत्नी हां.....तेनू कोई ऐतराज़ ते नही..?..
मैं: नही बीजी.......त्वानु अपना पति कैसा लगा..
बीजी: मेरा पति ते कम उमर इच वी काफ़ी लंबा ते मोटा ए....
मैंने अपनी उंगली बीजी की चूत मे डाल दी..
बीजी: आहहह...
मैं: बीजी.....इस दा पति कौन ए.....?
बीजी: आअहह..........ए तेरी साली ए.....तेरी दो सालियाँ एँ.....समझ गया ना पुत्तर...
मैंने उंगली उनकी गान्ड से निकाल ली..और उनकी फुददी को रगड्ने लगा..
मैं: बीजी.....मेरी दूसरी साली ए है....है ना...
बीजी: हां पुत्तर..........मेरी गान्ड दी दो बहने है......मेरी चूत....और मेरी.....!!!1
मैं: फुद्दी...
बीजी: हां.....तू मेरी गान्ड दा पति है.....ते मेरी चूत ते मेरी फुद्दी तेरी सालियाँ
है........लेकिन तू अपनी सालिया नू वी घरवालियाँ समझ.......बीजी मेरे लौडे को हाथ मे लेकर माल रही थी....
मैं: बीजी...तुसी अपने पति दी पप्पी नही लोगे..?......ते मैंनु अपनी पत्नी ते अपनी सालियाँ दी पप्पी लेन दो.....
बीजी ने अपनी सलवार निकाल दी और मैंने अपनी निक्कर..
बीजी ने अपने चूतड, चूत और फुददी मेरे मूह की तरफ कर दिए......यानी हम 69 मे हो गये...
बीजी मेरे लौडे की टिप पर जीभ मार रही थी.....मेरे बदन मे से कर्रेन्ट सा दौड रहा था...
मैं उनकी गान्ड चाट रहा था....फिर उनकी चूत चाटने लगा....
कुछ देर बाद...
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12-14-2017, 12:50 AM,
#17
RE: Sex Porn Story पंजाबी मालकिन और नौकर
बीजी: आअहह....पुत्तर.....मेरा पति ऐसे ही रहेगा...कि तेरी पत्नी और सालियों से भी मिलेगा..
मैं: ते देर कैसी बीजी............
बीजी पलंग पर लेट गयी....मैं बीजी के ऊपर आ गया.....
मेरा 6 इंच लंबा और 2 इंच मोटा लॉडा..बीजी के चूत द्वार ते खड़ा सी..
मैं अपने लौडे के टिप से बीजी की चूत को बाहर से ही मलने लगा...
बीजी: अया...पुत्तर...की कर रेया ए....जल्दी कर......तेरी साली और इंतेज़ार नही कर सकदि..
मैं: त्वाड्डा पति मेरी साली दी पप्पी ले रेया ए...
बीजी: मेरे पति नू जितनी पप्पीया चाही दी है...अंदर जा के ले लेगा......डाल दे पुत्तर....अंदर डाल दे...
मैने लौडा बीजी की चूत मे घुसा दिया.....और आगे पीछे करने लगा..
मैं बीजी के ऊपर झुक गया और उनके निप्पल्स को चूसने लगा..
बीजी: आआहहहहह...ससस्स....ए हुई ना गाल...पुतर......तेरी साली बहुत खुश है मेरे
पति नाल मिलकर.....बस...इस तरह ही मिलदा रे.....
बीजी ने हाथ मेरे चूतडो पे रख लिए और दबाने लगी..
मैं: बीजी...आआ.....मेरा भे (लन्ड) कैसा ए....
बीजी: आआहहह.....पुत्तर...तेरा भे ते बड़ा टैस्टी ए....बड़ा मोटा है.......पुत्तर........मैं वी कैसी मालकिन
हां....अपने नौकर से की की काम करान्दि पयी आं......
मैं: बीजी...ए काम ते बड़ा अच्छा है.........मैंनु पगार दी जगह तुस्सी मैंनु मेरी
पत्नी ते सालियाँ नाल मिलने दिया करो........कुछ गप्पे मारने दिया करो इनके साथ...
बीजी: आअहह......मार ते रहा है गप्पा अपनी साली नाल...हँस हँस के मारदा पेया है...
कुछ देर बाद..
मैं: बीजी.....हुन मेरी दूसरी साली दा नंबर.....
बीजी घोडी बन गयी.........मैंने उनकी फुददीमे लौडा डाल दिया और धक्के शुरू कर दिए...
हम डोगी स्टाईल मे कर रहे थे..........मैं बीजी के चूतडो पर ज़ोर ज़ोर से थप्पड मारने लगा..
बीजी: आअहह.......बेरहंम....आआहह.....क्यो मारदा ए अपनी पत्नी नू...हह........
मैं: मारने से कंट्रोल विच राएगी...
बीजी: मारदा रे.........मज़ा आ रेया ए.......अपनी पत्नी दी रोज़ इसी तरह पिटायी कित्ता कर.
फिर मैंने लौडा फुद्दि से निकाला और उनकी गान्ड मे डालना शुरू किया...
बीजी: आहः....पुत्तर....ज़रा...आराम नाल.....मैं सुना ते सी कि औरता इस इच वी
डन्डा डाल दी एं....पर मैं कदि नही पाया..........
मैं: बीजी.....मैं वी ते पहली वार डाल रहा हां.................त्वाड्डा सहारा चाहिदा
ए.............कहो ते तेल लगा लाँ
बीजी ने पास मे पड़ा तैल दिया...
बीजी: ए पुत्तर.........पहले मेरे पति ते कोकोनट ओयल लगा ले....थोड़ा अपनी पत्नी ते वी लगा ले....
मैंने अपने लौडे को तेल से भर लिया..........फिर बीजी की चूतडो के बीच की स्किन पे लगाने लगा..
Reply
12-14-2017, 12:50 AM,
#18
RE: Sex Porn Story पंजाबी मालकिन और नौकर
बीजी: आहह.............मेरे चूतड दे विच दे वाल वी अच्छे हो जाएँगे......मैं पहली वार इथे तेल लगाया
सी............आआआआआहह......किन्हा अच्छा......चिकना चिकना लगदा ए..........
मैंने लौडा बीजी की गान्ड मे डालना शुरू...
बीजी: आाआहस्स्ताअ....पुत्तर.....धीरे...धीरे....... . होल्ल्लेह....होल्लेह............तू मेरी गान्ड दा
मालिक ए.......
मैं: हां..बीजी......पूरा त्वाड्डी गान्ड विच डाल दूँगा..
मैंने थोड़ा और अंदर किया तो लौडा आराम से गान्ड मे पूरा घुस गया...
बीजी: आआआहहहह.......प्प्प्पुत्तर्ररर.............बहो त दर्द हो रेया है.........पर निकाली
ना...........तेनू मेरी कस्स्सम...
मैं: आहह....बीजी....इक वार घुस्स गया है ते....काम कर के ही बाहर निकलेगा.....
बीजी: आआआहह..........आगे...पीछे......आगे...पे एछे.........करदा जा......रास्ता अपने आप ही
खुलदा जाएगा.......
मैंने दो उंगलिया बीजी की चूत में डाल दी...
बीजी: अओूूओ....सस्स...................वाहेगुरु.....कितना अच्छा लग दा पेया
ए....सस्स......ह....ह.ह........पत्नी और साली नू इक साथ प्यार करदा पेया
ए..................आअहह.....लगा रे पुतर.....जुग जुग जी............तेनू मेरी उमर वी
लग जाए..........मार ले अपनी मालकिन दी........................तेरी मालकिन तेरे वास्ते
ही बनी ए....उूुुउउ.....गान्ड मरवाने विच इन्हा मज़ा आन्दा ए...मैं-नू...आअहह....आज पता
चलया ए....मार ले मेरे पुतर्र्र.......मेरी जान.....................मेरे कमीने.................हरामी..........चूतिया .
.........मेरे डार्लिंग.............बड़ा मोटा ए तेरा लिंग..................
मैं: बीजी....त्वाड्डी गान्ड बिल्कुल मक्खन ए...........ते मेरा लौडा त्वाड्डी गान्ड विच रेल
गाड़ी वक्कन आराम नाल चल दा पेया ए...
बीजी: आआहहहह....चलांदा रे रेल गाड़ी..........पप्पीया ले ले के तू मेरा बुरा..हह..ह.हाल कर दित्ता सी..........हुन
तेरा लौडा मेरी गान्ड दी पप्पी ले रहा ए............................किन्हा शरारती ए तू...........आआहह............आअहह........श आ
आबाअश पुत्तर.....................मेरे धर्मा.........साली मे उंगली और तेज़ कर दे...........आआहह........मुझे लग दा ए मेरा
रस निकलने वाला ए......
मैं: आहह.....बीजी....मेरा वी निकलने वाला ए...आहह..
बीजी: आआआ.......उ.उ.....सस्स.....ह..ह.........एम्म.... . .........आआओर्र तेज़्ज़्ज़्ज़्ज़.........औरर्र
तीज़्ज़्ज़्ज़्ज़........तू अपने गन्ने दा रस्स्स्स्स्सस्स...मेरी गाअन्ड इचह ही डालियो....................आआआआआअ

मैं: आआहह.........मैं आआ रहाा हूँ....
बीजी: आआआआआआअ.............आाजाअ.........आआआअ आ एयेए............
हम दोनो साथ झडे....
मैंने उनकी गान्ड मे ही झाड दिया.....
मेरी उंगलियाँ उनकी चूत रस से पूरी गीली हो गयी....
फिर हम दोनो एक दूसरे को लिपट के लेट गये.....
मैं घर का सारा काम कर के रसोई मे गया.....तो बीजी वहाँ पहले से थी.......
Reply
12-14-2017, 12:51 AM,
#19
RE: Sex Porn Story पंजाबी मालकिन और नौकर
बीजी: धरम....आज खाना मैं बनावान्गि............
मैं: अच्छा बीजी.....की बना रहे हो...
बीजी: दम आलू.............पुत्तर........अस्सी जो आज कित्ता ए.....तू किसी नू ना दस्सि..
मैं: की गल कर दे ओ बीजी..........तुस्सी ना दस्स्ना...
बीजी: कदि नही......
मैंने बीजी को देखा....बीजी ने मुझे देखा.......हम दोनो एक दूसरे से लिपट गये....
बीजी: मैं तेनू प्यार करने लगी हां...सच
मैं: मैं त्वानु अपनी जान से ज़्यादा प्यार करदा हां..
बीजी: हुन मैं तेरे बिना नही रह सकदी......
हम दोनो फ्रैंच किस करने लगे.........उन्होने मेरे मूह मे अपनी जीभ डाल दी....
मैं उनकी कमीज़ उठा के अपना हाथ उनकी टाँगों के बीच मे ले गया....और उनकी चूत मलने लगा...
बीजी: आहह..
मैंने सलवार का नाडा खोल दिया....और सलवार नीचे करदी..... उन्होने कच्छी नही पहनी थी.. मैं उनकी नंगी चूत को रगड्ने लगा....
मैं नीचे झुक गया और उनकी चूत को चाटने लगा......उन्होने अपनी टांगे पूरी खोल ली.....
बीजी: आआहह........पुत्तर...इक मिनट....मैं पहले पिशाब कर आवाँ..
मैं: पिशाब....ते कर लो ना...
बीजी: रसोई विच थोड़ी करान्गि.........बस इक मिनट विच करके इत्थे ही आवान्गि........मैं
सब्जी बनावान्गि ते तू अपनी सब्जी मेरे नीचे से खालियो.........
मैं बीजी की चूत मे जीभ मारने लगा..
बीजी: ऊवू......पुतर......जान दे ना....बहोत तेज़ आया ए...
मैं: बीजी.....मैं त्वानु बहोत प्यार कर दा हां......मैं त्वाडा पिशाब पीवान्गा....
बीजी: की!...................ए पिशाब ए....कोई शरबत नही है....छोड़ ना...मैंनु बहोत तेज़ आया.सी.
मैं: बीजी रोको मत.....कर दो...........
बीजी: आअहह.....हुन मैंनु कंट्रोल नही हो रेया......मैं कर रही हाआँ...
मैं बीजी की चूत चाट रहा था.....बीजी पिशाब करने लगी.......उनका पिशाब सीधे मेरे मूह मे आया...
मैं उनका सारा पिशाब पी गया........ पिशाब पीने के बाद मैं उनकी चूत फिर चाटने
लगा..
बीजी: आअहह.......तू मैंनु इतना प्यार कर दा ए.....की तू मेरा पिशाब वी पीलेगा..
मैं: हां बीजी...
बीजी: मैं वी तेनू दिखावान्गि कि मैं वी तेनू किन्हा प्यार करदी हां...........तेनू पिशाब
नही आया...
मैं: थोड़ा सा...बीजी
Reply
12-14-2017, 12:51 AM,
#20
RE: Sex Porn Story पंजाबी मालकिन और नौकर
बीजी ने मुझे अपनी चूत से हटाया......... मेरी निक्कर उतार दी.....
मेरे लौडे को चूसने लगी....
बीजी मेरी बाल्स के नीचे की स्किन को अपने अन्गूठे से दबाने लगी...
मैं: आहह..बीजी.....मेरी कोई चूत नही है.....
बीजी: इस तरह पिशाब जल्दी आएगा.. बीजी ने अपनी कमीज़ भी उतार दी...पूरी नंगी हो गयी
मेरा लौडा उनके मूह में था...... मुझे पिशाब आया......बीजी मेरा सारा पिशाब पी गयी...
बीजी: धर्मा बड़ा स्वाद था तेरा पिशाब..........मैं तेनू और दस्सा मैं तेनू
किन्हा प्यार करदी हां.............चल घोडा बन जा...
मैं: पर क्यो बीजी...
बीजी: हो ते सही..
मैं घोडा बन गया
बीजी ने मेरे पीछे आ कर अपना मूह मेरे हिप्स मे डाल दिया.......
घोडा बने होने की वजह से मेरे हिप्स खुले हुए थे...... बीजी मेरा आस हॉल चाटने लगी......
पहली बार किसी ने ऐसा किया था........मुझे मज़ा आ रहा था.....बीजी ने अपनी जीभ
मेरी गान्ड मे घुसाई..
मैं: आअहह.....बीजी.....
कुछ देर बाद मैं अपनी पोज़ीशन से उठा.....बीजी लेट गयी....
मैं बीजी के पास आ गया.......
बीजी की आँखो में आँसू थे...
बीजी: पुत्तर....मैं तेनू बहोत प्यार करदी हां...
उनको देख कर मेरी भी आँखो मे आँसू आ गये...
मैं: बीजी.......
ये कह कर मैं उनसे लिपट गया........
हम दोनो थोड़ा थोड़ा रोने लगे....पता नही
क्यो.....शायद एक दूसरे के अकेलेपन पे....
हमने रसोई मे ही सेक्स किया.......लेकिन इस बार
सेक्स मे इमोशंश भी थे.....

समाप्त
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