04-13-2019, 12:44 PM,
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RE: Hindi Porn Story जवान रात की मदहोशियाँ
‘’गाड़ी को वहीं सड़क पर ही छोड़ दें?’’ संजय ने पूछा
‘’नहीं, गाड़ी को वहां छोड़ना ठीक नहीं होगा । किसी तरह धकेल कर यहां से आइए ।‘’ महिला बोली ।
‘’ठीक है, अभी हमलोग आते हैं। ‘’ चहक कर संजय वहां से चल पड़ा
थोड़ी देर में चारों दोस्तों ने मारूती को धकेलते हुए मारूती को पक्की सड़क से नीचे कच्ची सड़क पर उतारा और झोपड़ी की ओर बढ़ चलें अन्धेरा छाता जा रहा था ।
झोपड़ी के नजदीक पहुंचे तो वह महिला झोपड़ी के दरवाजे पर ही खड़ी थी। चारों दोस्तों को देखते ही वह बोली ‘’आइए, आइए इस झोपड़ी में आप सबों का स्वागत है। ‘’
गाड़ी को वहीं स्थिर छोड़ चारों दोस्त झोपड़ी के अंदर प्रवेश कर गए । झोपड़ी बाहर से देखने में भले ही बदसूरत थी लेकिन अंदर में उतनी ही खूबसूरत थी। दीवार तो मिट्टी की ही थी लेकिन उस पर बड़े ही कलात्मक ढंग से चित्रकारी की गई थी जो बहुत सुंदर नजर आ रही थी।
अन्दर में एक लकड़ी की चौकी बिछी हुई थी जिस पर साधारण सा विस्तर लगा हुआ था। उसी विस्तर पर चारों दोस्त बैठ गए ।
‘’ क्या आपलोग कुछ नास्ता करना पसंद करेंगे ?’’ वह महीला नजदीक आकर पूछी ।
‘’नहीं-नहीं, अभी हमलोगों को भूख नहीं है । थोड़ी देर पहले ही तो हमलोग बाजार में नाश्ता करके चले हैं ‘’ मुकेश बोला ।
‘’तो क्या चाय चलेगी ?’’ महिला ने दुबारा पूछा
‘’हां, चाय चल सकती है,’’ मुकेश बोला ।
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04-13-2019, 12:45 PM,
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RE: Hindi Porn Story जवान रात की मदहोशियाँ
यह सुनकर सब एक दूसरे का मुंह देखने लगे। उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था । | इस औरत की बात पर |
'' क्या सचमुच आप अकेले एक साथ हम चारों को, सम्भाल लेगी ? ''मुकेश ने आश्चर्य से पूछा ।
'' इसमें आपलोगों को आश्चर्य क्यों हो रहा है ? अरे मैं औरत हूँ दमदार औरत और औरत में बहुत ताकत होती है । बहुत दमखम होता है । मर्द तो एक बार खलास हुआ कि औंधे मुंह लेट जाता है। '' वह महिला बोली।
'' गजब की हिम्मत है आप में '' मुकेश बोला ।
'' आपको आश्चर्य हो रहा हैं न, लेकिन जब एक साथ में आप सबों को संतुष्ट कर दूँगी, तभी आपलोगों को यकीन आएगा ।'' वह औरत बोली ।
''लेकिन क्या आपके अगल-बगल के लोग कुछ नहीं बोलेंगे ?'' संजय ने पूछा ।
'' कौन साला बोलेगा। यहां यौन सम्बन्धों को कोई अपराध नहीं मानता। जिसकी मर्ज़ी जिसके साथ ही सम्बन्ध बना सकता है, लेकिन हां, इस मामले में यहां जबरदस्ती नहीं चलती । औरत और मर्द का होना बहुत जरूरी है, नहीं तो मार काट मच जाएगी ।'' वह औरत मौली ।।
'' वाह! तब तो बहुत उदार है आपका समाज इस मामले में । अजय ने हंसते हुए कहा । ।
''तो कर शुरू हो जाए हमलोग?'' संजय ने मुस्कुराते हुए कहा।
'' हां तो अब देर किस बात की मैं भी तो जरा देखूं कि आप शहरी बाबूओं का शरीर कितना दमदार है ।'' हंसते हुए वह औरत बोली ।
यह सुनते ही मुकेश ने लपक कर उस औरत को अपनी बाहों में ले लिया और चुमते हुए पुछा, '' आपका नाम तो अभी तक हमलोगों ने जाना ही नहीं।''
''मेरा नाम गुलाबी है । ''तब औरत बोली ।
''आप सचमुच बहुत गुलाबी है'' कहते हुए संजय उसकी चुचियों को अपने हाथ में ले लिया और हौले-हौले सहलाने लगा ।
'' पहले झोपड़ी का दरवाजा तो बंद करने दीजिए । पुरी रात है अपने पास इतना हड़बड़ी क्यों दिखाते हैं। '' गुलाबी बोली ।
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