10-05-2019, 01:34 PM,
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sexstories
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RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
पर मुझे पता था कि आउट पास अब मिलेगा ही नही क्योंकि टर्म बिजी चल रही थी एक दिन घर से फोन आया कि दादी चल बसी है मुझे बहुत दुख हुआ पापा बोले कोशिश करना कि छुट्टी मिल जाए पर आर्मी हॅज़ देयर ओन रूल्स मैं उनके अंतिम दर्शन भी नही कर पाया मेरा मन बहुत ही उदास था कई बार मेरे मन मे आया कि यहाँ से भाग जाउ पर ऐसा भी नही कर पाया गुज़रते हुए वक़्त के साथ मैं भी नॉर्मल होने लगा ऋतु मॅम का थोड़ा सहारा था कभी कभी उनके साथ थोड़ा टाइम स्पेंड हो जाया करता था मिता के फाइनल एअर चल रहा था तो वो बहुत ही बिजी रहा करती थी एक दिन शाम को मैं बाहर गया हुआ था मुझे निशा की बहुत ही याद आ रही थी लास्ट टाइम उस से जब बात हुई थी जब उसने बताया था कि उसकी जॉब लग गयी है उन बातो को भी दो-ढाई महीने हो गये थे पर अब उसका फोन हमेशा स्विच ऑफ ही रहता था मैं एक रेस्टोरेंट मे बैठा था तो वहाँ एक गाना बज रहा था जो यूँ था कि “ तेरे खामोश होंठो पे मोहब्बत गुनगुनाती है ”बहुत ही अच्छा लगा वो सॉंग मुझे पर दिल मे कहीं पर थोड़ा सा दर्द बढ़ गया था जितनी फिकर मैं निशा की करता था उतनी तो मैं मिता के बारे मे सोचता भी नही था आख़िर कैसा बंधन था मेरा उसके साथ वो कौन सी डोर थी जो अनचाहे ही उस से जुड़ गयी थी मेरा मन घबराने लगा था मुझे इस बेचैनी का कुछ ना कुछ इलाज तो करना ही था अगले दिन मैं ऋतु मॅम से मिला मैने उनको कहा कि मॅम अक्सर ही मेरा मन बहुत ही घबरा जाता है उन्होने बीपी चेक किया
सब कुछ नॉर्मल ही था तो उन्होने पूछा कि कोई घर की परेशानी है तो मैने कहा नही तो उहोने पूछा कि गर्लफ्रेंड से झगड़ा हुआ है क्या तो मैने फिर से मना किया तो उन्होने फिर पूछा कि किस टाइप की टेन्षन रहती है तो मैने उनको निशा के बारे मे बताया तो वो बोली ऐसा अक्सर होताः है जब आदमी दो नावो की सवारी करता है मैं बोला मॅम मैं कुछ समझा नही तो वो बोली निशा से प्यार करते हो मैने कहा नही मॅम बिल्कुल नही तो वो बोली फिर उसकी इतनी फिकर क्यो
क्यो बस उसका ही ख़याल होता है तुम्हे जबकि तुम्हारा दिल तो मिथ्लेश के लिए धड़कता है क्यो हर बार मिता की जगह निशा होती है तुम्हारे जहन मे उनके किसी भी सवाल का जवाब नही था मेरे पास . मॅम बोली ये पानी पियो और रिलॅक्स फील करो देखो हम सब की एक इंडिविजुयल लाइफ है हम रिश्ते-नाते भी निभाते है पर हमारे जीवन की सबसे बड़ी सच्चाई है ये आर्मी लाइफ जब तुम्हे तुम्हारी पहली पोस्टिंग मिलेगी तो तुमको सब समझ मे आ जाए गा प्यार, मोहब्बत सब झूठ लगने लगे गा बस रह जाएँगी तो मुट्ठी मे कुछ यादें , वो यादे जिनके सहारे तुम्हारा आगे का जीवन कटेगा तो मेरी बात मानो तो मानसिक रूप से थोड़ा मजबूत बनो क्या हुआ अगर तुम अपनी दोस्त से बात नही कर पाए, क्या हुआ अगर तुम्हे छुट्टी नही मिली यू अरे आ डॅम सोल्जर अपकमिंग ऑफीसर ऑफ दिस बॅच यू विल मेक प्राउड अस वन डे सो जस्ट बी काम आंड फर्गेट ऑल अनेक्सेसॅरी थॉट्स आंड मस्ट फोकस ऑन दट पथ विच यू हॅव चोज़न
कुछ पल खामोशियों में खुद से रूबरू हो लेने दो यारों, ज़िन्दगी के शोर में खुद को सुना नहीं मुद्दतों से मैंने..
उहोने जो भी कहा था वो सोलह आने सच ही था मैं अपनी उस लाइफ को तो पहले ही छोड़ आया था फिर इतने दिन हो गये थे क्या निशा को मेरा ख्याल नही आया था वापसी मे मैं कॅंटीन गया और एक बियर ली और अपने यादो को भूलने की कोशिश करने लगा पर क्या ये सब इतना आसान था,नही मेरे दोस्त बिल्कुल नही फोज भी अजीब होती है अपने अंदर एक अलग ही दुनिया को समेटे हुए रहती है मैं सीप ले ही रहा था कि एक जवान मोबाइल पर दिल तो खोया है कही पे गाना बजाए जा रहा था ना जाने कब मेरे होंठो पे एक मुस्कान आ गयी तो मैने ऋतु मॅम को फोन किया और कहा कि मॅम क्या हम सनडे को मिल सकते है तो उहोने कहा हम क्यो नही तुम टाइम से ही आ जाना थोड़ा एंजाय भी कर लेंगे…
तो मुझ अब इंतज़ार था सनडे का जो कि दो दिन बाद आने वाला था दो दिन भी कट ही गये अब वक़्त पे किसका ज़ोर चलता है वो तो अपनी मर्ज़ी से ही चलेगा ना , तो सनडे को मैं एक दम रेडी होकर सबसे पहले शॉपिंग सेंटर गया और कुछ रंग और पेपर्स खरीदे उनको एक फोल्डर मे पॅक किया और मॅम के घर पहुच गया मैने घंटी बजाई तो उहोने गेट खोला आज तो बड़ी ही टिप-टॉप लग रही थी वो जीन्स और टॉप मे एक दम गजब पीस , मैं अंदर गया तो उन्होने पूछा कॉफी पियो गे तो मैने मना कर दिया मैने कहा मॅम यहाँ का सफ़र तो अब पूरा ही हो गया समझो अब कुछ दिनो मे देहरादून जाना है बाकी बची ट्रैनिंग के लिए पर जाने से पहले आपको एक गिफ्ट देना चाहता हू तो मैने कहा मैं आपकी एक पैंटिंग बनाना चाहता हू और उनको बाहर झूले पर बिठा दिया
मैं काफ़ी देर तक रंगो से खेलता रहा पर चेहरे पे एक चमक भी थी कोई एक डेढ़ घंटे के अथक प्रयास के बाद मेरा काम ख़तम हुआ तो मॅम उठ कर मेरे पास आई और उस तस्वीर को देखने लगी वो बोली अरे वाह!!!! तुम तो बड़े छुपे रुस्तम हो क्या मस्त तस्वीर बनाई है मॅम बोली इसको मैं फ्रेम करवा कर दीवार पर लगाउन्गि फिर मैं अपने हाथ धोने बाथरूम चला गया जब मैं वापिस आया तो मॅम अपने टॉप को निकाल रही थी उहोने ब्रा नही पहनी तो टॉप उतरते ही उनके उभार आज़ाद हो गये और नीचे की ओर लटक गये उनकी नंगी पीठ पर जब मैने अपने होंठ रखे तो वो कसमसा गयी और बोली फक मी टिल माइ लास्ट ब्रेत तो मैने कहा जी और अपनी उग्लिया उनकी जीन्स के अंदर घुसा दी और उनकी योनि को उपर से ही मसल्ने लगा
दूसरी तरफ मैं उनकी पीठ को चूमे जा रहा था ऐसा लगा जैसे मलाई घुल रही हो मेरे मूह मे फिर मैने उनकी जीन्स के बटन को ढीला किया और जीप खोल दी मॅम ने अपने चूतड़ मच्काये और जीन्स उनके घुटनो तक सरक गयी रेड कलर की जैल दार पेंटी ने उनके सौदर्य को और भी बढ़ा दिया था मैने कहा आपकी ये पैंटी तो बहुत ही अच्छी है इसमे तो आप एक दम जबरदस्त लग रही है तो वो बोली तुम्हे ये पसंद आई मैने कहा बहुत फिर वो मुझसे दूर हटी और अपनी जीन्स को निकाल दिया तो मैने उनको गोदी मे लिया और बेडरूम मे ले आया वास्तव मे आज वो कुछ ज़्यादा ही सुंदर लग रही थी
मैने उनके बालो मे लगी हुई पिन को निकाल दिया तो उनके बाल फिसलते हुए उनके कुल्हो तक आ गिरे ऋतु कहने लगी कि यार तुम्हारा अंदाज बिल्कुल हट कर है जो भी तुम्हारी वाइफ बनेगी वो बहुत ही लकी होगी तो मैने कहा मॅम ऐसी कोई बात नही है बस जो मुझे अच्छा लगता है वो ही करता हू वो बोली मैं तो तुम्हारी फॅंटेसी की कायल हो गयी हू काश मेरे पति तुम्हारे जैसे होते तो मेरी लाइफ सेट थी
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