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RE: Bollywood Sex बॉलीवुड की मस्त सेक्सी कहानियाँ
रवीना टंडन की गांड मारी
बात उन दिनों की है, जब मैं मुम्बई काम की तलाश में गया। वहाँ पर मेरा एक दोस्त था, मैं उसी के रूम पर रहता था। मुम्बई में दिन भर काम की तलाश करता.. लेकिन अब तक मुझे कोई काम नहीं मिला था।
आखिर में मैं हार मानकर वापस घर जाने का सोच रहा था लेकिन सोचा आज आखिरी दिन और काम ढूंढ लूँ।
सुबह खाना खाकर काम ढूंढने के लिए निकल पड़ा। शाम तक कोई काम नहीं मिला। फिर थककर वापस रूम पर जा ही रहा था, तभी मैंने देखा कि एक लड़की सामने पड़ी कराह रही है। मैं भागकर वहाँ पहुंचा तो देखा वो कोई और नहीं मशहूर अभिनेत्री रवीना टंडन थी। उनकी गाड़ी एक पेड़ से टकरा गई थी, इसलिए वो गाड़ी से बाहर गिर गईं और उनके पैर में मोच आ गई थी।
रवीना ने मुझसे कहा- तुम अपने फ़ोन से एक नंबर पर कॉल करो.. मेरा फ़ोन यहीं कहीं झाड़ियों में गिर गया है।
मैंने कहा- पहले आप खड़ी तो हो जाइए।
मैंने उनको सहारा देकर खड़ा किया और कार में बिठाया।
फिर मैंने कहा- मेरा फ़ोन चार्ज नहीं है, आप कहो तो मैं आपको आपके घर तक पहुँचा सकता हूँ, मुझे ड्राइविंग आती है।
रवीना ने कुछ सोचने के बाद कहा- ठीक है।
अब हम रवाना हो चुके थे। फिर उन्होंने मुझसे मेरा नाम पूछा, तो मैंने कहा- जी मेरा नाम आनन्द है।
‘हम्म..’
मैंने कहा- रवीना जी मैं आपका बहुत बड़ा फैन हूँ। प्लीज एक ओटोग्राफ तो दे ही देना।
उन्होंने कहा- तुमने मेरी मदद की है, ऑटोग्राफ तो मैं तुम्हें दे ही दूँगी, इसके अलावा भी तुम्हें कोई जरूरत हो तो बता देना।
मैं काम की तलाश में था और मैडम मुझसे कह रही थीं कि कोई जरूरत हो तो बता देना, मैं उनकी तरफ चूतियों की तरह से पलकें झपकाने लगा।
फिर रवीना ने पूछा- क्या काम करते हो?
मैंने कहा- काम की ही तलाश कर रहा हूँ.. लेकिन अब तक नहीं मिला इसलिए कल वापस गांव जा रहा हूँ।
तो रवीना कहा- मेरे घर पर काम करोगे?
मैंने कहा- मैं आपके क्या काम का?
तो रवीना ने कहा- मेरे ड्राईवर का काम कर लोगे.. वैसे भी गाड़ी काफी अच्छी चलाते हो। मेरे घर में एक नीचे वाला कमरा भी खाली है।
मैं बहुत खुश हुआ।
अब तक हम उनके घर पर पहुँच गए। बाहर तैनात कुछ गार्ड्स ने उनको उनके कमरे में पहुँचाया, मैं भी साथ ही था। कुछ देर बाद सभी गार्ड भी चले गए।
रवीना बिस्तर पर लेट गई और उसने मुझसे कहा- चोट ज्यादा नहीं है.. तुम वो सामने जो दवा पड़ी है.. बस वो लगा दो।
मैं वो उठा कर लाया और खड़ा हो गया।
फिर रवीना ने कहा- लगाओ!
रवीना ने उस वक्त ब्लैक कलर की शार्ट ड्रेस पहनी हुई थी। उसने अपनी छोटी स्कर्ट को ऊपर उठाया तो रवीना की गोरी-गोरी टांगों और जांघों को देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया।
रवीना ने कहा- लगाओ.. देख क्या रहे हो?
मैंने कहा- रवीना जी, आपके पैर काफी अच्छे हैं।
रवीना ने ‘थैंक्स..’ कहते हुए बोला- अब देखते ही रहोगे क्या.. लगाओ भी!
मैंने उसके पैरों को अपनी जाँघों पर रखा और हल्के हाथ से दवा मलते हुए पैरों की मालिश करने लगा।
अय हय.. क्या मुलायम और चिकने पैर थे.. मेरा लंड कड़क तो था ही, साला छूने भर से तड़प उठा।
मैंने रवीना के नाम की कई बार मुठ मारी थी। आज उसे अपने सामने देख कर मेरी हालत ख़राब हो रही थी। मैंने जैसे-तैसे दवाई लगा दी।
रवीना को मेरा खड़ा लंड अपने पैरों पर महसूस होने लगा था, जिससे उनको पता चल गया था।
रवीना ने कुछ मजाक भरे स्वर में कहा- कैसा लग रहा है?
मैंने शर्माते हुए कहा- बहुत मजा आ रहा है।
फिर वो खुल कर बोली- तुम्हारा लंड मुझे चुभ रहा है।
मैं उनकी इस बिंदास बात से एकदम से अवाक रह गया। मैंने कहा- सॉरी मेम..
रवीना बोली- कोई बात नहीं.. चल आज तू आज अपनी ख्वाहिश पूरी कर ले।
वो उठी और उसने आगे बढ़ कर मेरा लंड बाहर निकाल लिया और बोली- वाह.. क्या बड़ा लंड है तुम्हारा..!
उसने नीचे बैठते हुए मेरा खड़ा और रस छोड़ता हुआ लंड अपने मुँह में ले लिया। रवीना के मुँह में लंड क्या गया, मैं तो सातवें आसमान पर उड़ने लगा था।
रवीना टंडन के मुँह में मेरा लंड… मुझे यह सोच कर ही उत्तेजना हो रही थी।
उसके चूसने से मैं जल्द ही झड़ गया.. और वो मेरा पूरा रस पी गई।
फिर मैंने रवीना को बिस्तर पर लिटाया और अपने सारे कपड़े उतार डाले। फिर आगे बढ़ कर मैंने रवीना के कपड़े भी उतारे और उसको सिर्फ ब्रा और पेंटी में ला दिया।
अब रवीना के होंठों को मैं चूसने लगा और साथ-साथ उसके तने हुए बोबे भी दबाने लगा।
हय.. क्या मुलायम चूचे थे!
फिर मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी और उसके रसीले मम्मों को दबाते हुए पीने लगा.. आह्ह.. क्या बॉडी थी रवीना की, समझो पूरी चाटने के लिए ही बनी थी।
रवीना भी चुदासी हो उठी थी और कामुक सीत्कारें ‘आह आह..’ कर रही थी।
अब मैंने रवीना को उल्टा किया और उसकी गांड को दबाने लगा। मैं रवीना की गांड का बहुत बड़ा फैन हूँ। मैंने अब उसकी छोटी सी पेंटी भी उतार दी।
रवीना की गोरी चिकनी और बड़ी-बड़ी गांड मेरे सामने नंगी हो गई थी। मैं पागलों की तरह उसकी गांड को चाट और दबा रहा था। मैं अति उत्तेजना में उसकी गांड के छेद पर अपनी जीभ घुमाते हुए गांड चाटने लगा।
रवीना कराह उठी और बोली- और जोर से.. चाट ले पूरी..!
मैं और जोर से जीभ को नुकीली करता हुआ उसकी गांड में अन्दर-बाहर करने लगा।
फिर मैंने उसे सीधी करके देखा तो रवीना की चिकनी गुलाबी और पाव की तरह उठी हुई चूत मेरे सामने थी, मैं पागल हो रहा था। मैंने उसकी चूत पर एक चूमा किया और टांगों को फैला दिया।
अब मैं अपना पूरा मुँह चूत के ऊपर लगा कर चूत को चाटने लगा।
वाह.. क्या स्वाद था उसकी रसीली चूत का!
अब तक रवीना तड़प उठी थी, वो बोली- प्लीज़ अब और इंतज़ार मत करवाओ।
लेकिन मैं तो चूत ही चाटता रहा.. वो ‘आह आह.. आ आ.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… उई माँ मर गई..’ जैसी कामुक आवाजें निकालने लगी।
फिर रवीना बोली- अब देर मत करो.. तुम फाड़ ही दो मेरी चूत को!
मैं फिर से उसकी चुची को मसलने लगा और मैंने ऊपर को होते हुए अपने लंड को रवीना के मुँह में डाल दिया, वो आइसक्रीम की तरह लंड को चाटने और चूसने लगी।
अब मैंने कहा- रवीना मैं आपकी गांड मारना चाहता हूँ।
वो चुदासी सी बोली- सब कुछ मार डाल मेरे राजा.. सब तो खुला पड़ा है।
यह सुनते ही मैंने रवीना को उल्टा किया और कुतिया की पोजीशन में होने को कहा, वो लपक कर कुतिया बन गई।
अब रवीना की मोटी रसीली चिकनी गांड मेरे सामने थी.. मैंने दोबारा गांड पूरा चाटा और गांड के छेद पर थूक लगाकर उंगली अन्दर डाल कर लंड के लिए जगह बनाई।
रवीना ने कामुक सिसकारी भरते हुए कहा- जल्दी से फाड़ दे मेरी गांड..
मुझ में जोश आ गया, अब लंड का सुपारा उसकी गांड के छेद पर टिकाया और एक ही झटके में पूरा लंड गांड में पेला तो वो सरसराता हुआ अन्दर घुसता चला गया।
रवीना जोर से चिल्लाई- आअईई.. धीरे चोद..
मैंने उसकी चीख को अनसुना किया और धक्के देना शुरू कर दिया।
अह.. क्या मस्त मजा आ रहा था.. ऐसा लग रहा था कि मेरा लंड को किसी गर्म भट्टी में घुसा हो।
अब रवीना भी उछल-उछल कर गांड मरवा रही थी.. मैं चुदाई के साथ-साथ उसकी गोरी गांड पर जोर-जोर से थप्पड़ भी मार रहा था। गांड पर चमाट की आवाज मुझे और जोश दिला रही थी।
मैं कुछ मिनट तक रवीना की गांड मारता रहा.. फिर मैंने सारा माल उसकी गांड में ही छोड़ दिया।
अब रवीना ने लंड को रूमाल से पोंछ कर उसे चूसा और फिर से खड़ा कर दिया।
फिर मैंने रवीना की चूत को भी बहुत देर तक चोदा और रवीना को चुदाई के लिए ‘थैंक्यू..’ बोला।
रवीना ने कहा- आज चुदाई का असली मजा आया, मेरे पति तो बाहर ही रहते हैं और उनका लंड भी छोटा सा है। आज से तुम ही मेरी मेरी प्यास बुझाओगे।
मैंने कहा- ठीक है मेम!
अगले दिन से मैं रवीना की कार में उसकी गांड मारता और घर पर चूत चोदता।
मित्रो, अंत में मुझे बस एक ही बात लिखनी है कि काश यह मेरी सेक्स स्टोरी सच हो जाए। आपको कैसी लगी मेरी फ़ैंटेसी यानि कल्पना? जरूर बताइएगा।
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RE: Bollywood Sex बॉलीवुड की मस्त सेक्सी कहानियाँ
करीना कपूर की चिकनी चूत की चुदाई
बात कुछ समय पहले की है।
चूंकि मेरे प्रदेश में ज्यादा रोजगार तो है नहीं.. तो मैंने तय किया कि मैं बम्बई जाकर कुछ रोज़गार ढूंढ लूँगा।
मैं कद-काठी में अच्छा हूँ क्योंकि भैंस का दूध पीकर ही बड़ा हुआ हूँ.. तो बलिष्ठ हूँ। बहुत नौकरी ढूँढने के बाद मेरी नौकरी रसोइए के तौर पर करीना कपूर के घर लग गई।
शुरुआत में तो इन बड़े लोगों को देखता ही रह गया, बाद में आदत पड़ गई।
करीना मैडम तो घर पर केवल टी-शर्ट ही पहनती थीं.. नीचे कुछ भी नहीं।
उनकी मांसल जांघें देखते ही मेरा लण्ड कड़क हो जाता था।
वो अक्सर किचन में आकर कुछ न कुछ खाती रहती थीं।
एक दिन वो मुझसे कहने लगीं- तुम्हारा शरीर इतना हट्टा-कट्टा है.. क्या खाते हो?
मैं शरमा गया, कुछ बोल भी नहीं पाया।
वो हल्का सा मुस्कुराकर चली गईं।
उस दिन मैंने उसके नाम की मुठ मार ली क्योंकि चोद तो सकता ही नहीं था।
दिन बीतते गए।
एक दिन घर के सभी लोग लन्दन गए थे, करीना मैडम शूटिंग करके रात को 9 बजे आईं।
किचन में आकर वे मुझसे बोलीं- मैं थक गई हूँ.. तुम मेरे कमरे में आओ।
मैं उनके कमरे में गया.. तो दंग रह गया कि करीना बिस्तर पर चादर लपेटे हुए लेटी थीं।
वो मुझसे बोलीं- दरवाज़ा बंद कर दो और मेरी मालिश करो।
इतना बोलते ही उन्होंने अपनी चादर भी अलग कर दी करीना कपूर पूरी नंगी होकर बिस्तर पर लेटी थी।
मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया।
जैसे ही मैं उनके पास गया उन्होंने कहा- तुम सिर्फ अंडरवियर में रहो।
मैंने कहा- जी मैडम।
अब मैं उनकी मालिश करने लगा।
पहले पीठ की मालिश की.. फिर घुटनों.. फिर जांघों तक हाथ पहुँच गए।
फिर आई बारी उनके नितंबों पर हाथ फेरने की… माँ कसम क्या बदन है उनका.. मानो पूरा बदन केवल चाटने के लिए ही बना हो।
काफी देर तक मालिश के बाद वो सीधे पलट गई।
मेरी तो गांड ही फट गई।
दूध क्या मस्त थे एकदम गोल.. उन पर छोटे-छोटे से कड़क निप्पल चिपके थे।
क्या गजब का सीन लग रहा था।
मैंने उसके दूधों की खूब मालिश की।
उसके बाद में उनके पेट पर आया। संगमरमर सा एकदम चिकना पेट…
अब बारी थी चूत की.. क्या गजब की खुशबू आ रही थी।
मैंने बातों-बातों में अपनी उंगली उनकी चूत में डाल दी।
वो चिहुँक उठीं, बोलीं- क्या कर रहे हो.. धीरे..
इतने मैं उनकी नज़र मेरे लंड पर गई.. तो तपाक से बोलीं- अच्छा तेरा इतना बड़ा हथियार है.. तभी तूने उंगली डाल दी। इधर आ.. मैं भी तो देखूँ कितना बड़ा है ये।
जैसे ही उन्होंने मेरे लंड पर हाथ रखा, मेरा लंड एकदम लौकी सा लंबा हो गया।
वो उसे बड़े प्यार से सहलाने लगीं और अपने होंठों के करीब लेकर मुँह में लेने लगीं।
मेरे तन-बदन में आग सी लग गई।
मैंने तुरंत उनको अपनी बांहों में ले लिया, उनको चुम्बन करने लगा।
उनके होंठ इतने रसीले थे कि क्या बताऊँ।
मैं उसका रस पीने लगा।
उसके बाद वो ‘आह.. आह..’ करने लगीं।
फिर मैंने उनके दूध को खूब दबाया और जी भर के पिया।
दूध इतने कड़े हो गए कि उन पर मेरे दांतों के निशान दिखने लगे।
जब मैं उनके दूध पी रहा था.. तो वो मस्ती में मेरे सर को हाथों से सहलाने लगीं, कहने लगीं- पियो.. जितना पीना है।
मैं कभी दांया.. कभी बांया चूचा पीता.. दोनों दूध खूब चूसे।
अब करीना मैम अपने हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगीं, कहने लगीं- दूध ही पियोगे या जूस भी पीना है?
मैं समझ गया कि वो अपनी चूत चटवाने की कह रही हैं।
मैंने उनकी दोनों टांगों को ऊपर किया और खुद नीचे बैठकर उनकी चूत पर हल्का सा चुम्बन लेकर चूत को रगड़ दिया।
दोस्तो करीना कपूर की चूत पर एक भी बाल नहीं था..
वो सिहर उठीं और कहने लगीं- आह्ह.. क्या कर रहे हो.. खा जाओगे क्या… आराम से चाटो ना!
मैं अहिस्ता-अहिस्ता उनकी चूत को चाटता गया।
जैसे-जैसे उनकी चूत चाटता.. वो अपने हाथ मेरे सर पर घुमाती रहीं, कहती रहीं- आज मेरी चूत को पूरा पी जाओ।
मैंने अपनी पूरी जीभ उनकी चूत के अन्दर डाल दी।
वो बड़े प्यार से अपनी पूरी नंगी चूत को मेरे मुँह के अन्दर डालती रहीं।
‘आह.. आह..’ कहते हुए वो अपनी चूत मेरे होंठों से चिपका कर मेरे सर को सहलाती रहीं।
वो बार-बार कह रही थीं- पूरा रस आज तुम पी जाना।
मैंने भी ‘हाँ’ करते हुए अपनी मुंडी हिला दी।
उनकी चूत का रस जैसे-जैसे मेरे मुँह में जा रहा था.. मुझको नशा छाने लगा।
अब मैंने और जोर-जोर से उनकी चूत को चाटना और चूसना शुरू किया।
अचानक करीना ने अपनी चूत मेरे सर पर बुरी तरह चिपका ली और कहने लगीं- प्लीज पूरा रस जोर से पियो.. कुछ भी नहीं छोड़ना।
‘आह.. आह..’ करते हुए करीना अपनी दोनों जांघें आगे-पीछे करते हुए मेरे सर को हाथों से सहलाते हुए अपना रस मेरे मुँह में छोड़ बैठीं।
मैंने भी उनके रस की एक-एक बूँद को पी लिया।
पूरा रस पीने के बाद करीना मुझे कहने लगीं- कैसा लगा मेरा रस।
मैंने ध्यान ही नहीं दिया.. क्योंकि मैं तो अब भी उसकी चूत को चूसने-चाटने में लगा हुआ था।
मैं दिल ओ जान से करीना की चूत में मस्त था। अपने दोनों हाथों से उनकी जांघों को मसल रहा था और रस को चूत में से निकाल-निकाल कर पी रहा था।
अब करीना बोलीं- रस ही पियोगे कि कुछ और भी करोगे.. ऐसे तो मैं प्यासी ही रह जाऊँगी। प्लीज अब मुझे चोदो भी तो।
मैंने कहा- पहले आप सोफे पर बैठो।
वो सोफे पर जा बैठीं.. तो मैंने उनके दूध को पीना शुरू किया। उन्होंने बड़े प्यार से मेरे मुँह में अपने दूध लगा दिए और बोलीं- लो पी लो जितना पीना है।
मैं दबा-दबा कर उनकी मुसम्मियाँ पीने लगा।
‘अहह.. क्या कर रहे हो.. काटो मत प्लीज.. धीरे-धीरे पियो.. मैं पागल हो रही हूँ.. आह.. आह..’
करीना के मुँह से ‘आह..’ की आवाज़ सुनकर मैं और जोश में आ गया, मैंने तुरंत अपना लंड करीना के मुँह में दे दिया।
वो बड़े मज़े से लौड़े को चूसने लगीं.. और कहने लगीं- वाओ.. क्या मस्त है तुम्हारा।
इतने में मैंने अपना लंड वापस उनके मुँह से निकाल कर उनकी चूत में डाल दिया। वो एकदम से पागल हो गईं.. अपनी जांघों को मेरे कमर में लपेट लिया और मुझे किस करने लगीं।
उनके किस से मैं जोश में आ गया, मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी।
करीना पूरी नंगी मेरे जिस्म से बेल की तरह लिपटी हुई थीं।
यही सोच-सोच कर मेरे लंड में कसावट बनी हुई थी।
करीना ने अपनी जांघों को मेरे बदन में इतने जोर से लिपटा लिया कि मुझे दर्द होने लगा।
चुदाई करते काफी देर हो गई थी करीना शायद दो बार झड़ चुकी थीं। करीना आखिर में मुझे कहने लगीं- आह्ह.. तेज करो प्लीज प्लीज.. नहीं तो मैं मर जाऊँगी।
ये कहते हुए वो एक बार फिर स झड़ गईं।
अब करीना की चूत में मेरे लंड ने भी पिचकारी छोड़ दी।
माल झड़ने के बाद करीना पूरी मेरी कमर से लिपटी रहीं। उनके दूध बुरी तरह से लाल हो गए थे। उनकी चूत का रस मेरे लंड से चिपका हुआ था।
करीना मुझसे चिपकी ही रहीं।
जब जोश ठंडा हुआ तो करीना ने अपनी चूत को मेरे होंठ से साफ़ करवाया।
मुझे अपनी टांगों के बीच में फंसा लिया और मैं बैठा ही रहा, वो खड़े-खड़े अपनी चूत को मुझसे साफ़ करवाती रहीं।
फिर वो मस्त चुदाई के बाद सुबह शूटिंग पर चली गईं।
यह थी करीना को चुदने की काल्पनिक कहानी।
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RE: Bollywood Sex बॉलीवुड की मस्त सेक्सी कहानियाँ
श्रद्धा कपूर के साथ रंगरेलियाँ-1
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम केविन है। वैसे तो मैं मुंबई में रहता हूं, पर काम के वजह से गोआ में रहता हूं। मैं एक बार टेंडर हु मेरा काम बार मे आए लोगो को उनके पसंद की दारू देना था। और बहुत बड़े लोग आते थे वह दारू पीने।
अब में कुछ अपने बारे में बता देता हूं। मेरी कद 6'2 है, शरीर भी रोज़ाना कसरत करने की वजह से फिट है। ज्यादा बोर ना करते हुए में सीधा कहानी पर आता हूं।
एक दिन बार मे श्रद्धा कपूर आई हुई थी। वो अकेली की आई थी। किस्मत से श्रद्धा मेरे पास ही आई और उसने अपने ड्रिंक का आर्डर दिया।
"सौनो क्या तुम मुझे अपनी कंपनी दोगे" उसने अपना ड्रिंक लेते हुए कहा।
कभी-2 हम लोग को भी कस्टमर के साथ डर्क करना पड़ता था उनको कंपनी देने के लिए। और उसका हम पैसे चार्ज भी करते थे।
तो उसने मुझ से पूछा और मैं तो उसका बहुत बड़ा फैन था तो मैने हाँ करदी।
उस समय श्रद्धा ने जीन्स और सेंडो टाइप टॉप पहना था, और उसके ऊपर जैकिट। वो बहुत क्यूट लग रही थी, एकदम गोरी चिट्टी दूध सी सफेद। ना कोई दाग था चेहरे पर, बस आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स थे, शायद ज्यादा काम करने की वजह से।
हैम लोग दारू पिरहे थे और साथ मे बात भी कर रहे थे।
"तुम तो काफी यंग लगते हो, फिर भी ये काम, क्यों ?" श्रद्धा ने मुझ से पूछा।
"फैमिली प्रॉब्लम है, घर मे कमाने वाला कोई नही है" मेने उसे बताया।
"एक और ड्रिंक" श्रद्धा ने मुझसे एक और ड्रिंक मंगा।
वो कुछ ज्यादा ही पिराही थी। और उसकी आंखें गुलाबी हो गई थी नशे के कारण। शायद काम का स्ट्रेस था।
"मेम आप से एक बात कहु" मेने उनसे पूछा।
"हाँ बोलो ना, यु कैन तेल्ल में एनी थिंग" उसने मुझे अपने नशीली आंखों से देखते हुए कहा।
उनकी ज़बान बोलते वक्त लड़खड़ा रही थी।
"आप बहुत सुंदर हो" आखिर मेने अपने दिल की बात बोल ही दी। मैं कब से ये बात उनको बोलना चाहता था।
"फ्लर्ट कर रहे हो" श्रद्धा ने मुझ से मुस्कुराते हुए पूछा।
"नही मेम मैं तो बस ऐसे ही बोल रहा था" मेे झेप गया था।
"वैसे तुम भी बड़े हैंडसम हो" उसने मुझ से आंख मार कर बोला।
और में भी मुस्कुराने लगा था उनकी बात सुन कर।
"एक और" श्रद्धा ने मेरे सामने खाली गिलास रखते हुए कहा।
"मेम अपने कुछ ज्यादा ही पीली है, आपको अब और नही पीना चाहिए" मैं उनसे बोला।
क्योंकि अब उनका नशा बहुत भारी पैड रहा था और वो अकेले भी आई थी। ऐसे में घर जाना मुश्किल हो सकता है।
"हाँ तुम ठीक कह रहे हो" श्रद्धा ने बोला।
"चलो मैं चलती हु, तुम से बात करके अछा लगा" उसने आगे कहा।
"सेम हियर मैम" मेने मुस्कुराते हुए कहा।
वो लड़खड़ाते कदमो के साथ चली गई। और मैं उसकी मटकती गांड देख रहा था। जो बहाए को निकली हुई थी। क्या मस्त गांड थी उनकी। एक दम गोल-2।
खेर, आज का काम खत्म कर के मैं रोड पर घर जाने के लिए रिक्शा ढूंढ रहा था और अचानक से एक गाड़ी यह वहा घूमते हुए मेरे सामने आकर रुकी। वो श्रद्धा थी।
"कैन आई ड्राप यु सम वेर" उसने मुझ से अपनी नशीली आंखों से देखते हुए पूछा।
अब इतनी सुंदर और हॉट लड़की मुझे ड्राप करने के लिए पूछे तो में कैसे मना कर पाता। वैसे तो मैं बड़ा सख्त लोंडा हु, पर यहा पर में पिघल गया।
मैं उस के साथ मे फ्रंट सीट पर बैठ गया। और अपने फ्लैट का पता बताया और हैम चलपडे मेरे घर की तरफ।
श्रद्धा को गाड़ी चलाने में तकलीफ हो रही थी। शायद वो बहुत ज्यादा नशे में थी पर क्या हॉट लग रही थी वो। मैं उसे गाड़ी के फ्रंट मिरर से देख रहा था। उसका जैकिट थोड़ा पीछे होगया था और क्लीवेज बराबर दिख रहा था। मेरी नजर तो उसके बूब्स के बीच से जाती हुई लाइन में थी, बहुत गहरी नजर आरही थी।
गाड़ी का AC चालू होने के बावजूद उसके क्लीवेज पर पसीना था इस वजह से उसका सीना चमक रहा था। क्या मस्त लग रहा था, एक दम गोरा-2 चमकीला।
अचानक से गाड़ी की ब्रेक लगी और मैं होश में आया।
"केविन आई कैन नॉट ड्राइव नाउ" और उसने अपना चेहरा स्टेरिंग पर रख दिया।
नशे की वजह से वो अब और गाड़ी नही चला सकती थी। मैं गाड़ी से बाहर निकला और श्रद्धा का हाथ पकड़ कर उसे कार से बाहर निकाला। वो लड़खड़ा रही थी इसलिए मैंने उसकी कमर पकड़ली और उसका हाथ पकड़ कर अपने कंधे पर रख दिया।
उसके बदन से पसीने और परफ्यूम की मिली झूली कषबू आरही थी। मेने उसकी कमर पर अपने हाथ का दबाव डाला और उससे सहारा दे कर गाड़ी में बिठा दिया। मस्त नरम-2 कमर थी उसकी। उनका बदन भी एक दम गर्म था।
अब में ड्राइव कर रहा था और सोच रहा था कि अब क्या करूँ, श्रद्धा को अपने घर ले जाउ या उसके होटल छोड़ दु।
फिर मेने सोचा कि होटल में छोड़ना ही ठीक रहेगा। श्रद्धा तो सो चुकी थी मेरे कंधे पर अपना सिर टिक के। उसके बदन से मदहोश कर देने वाली कषबू आरही थी। मेने अपने आप पर कंट्रोल किया और कुछ सोच कर श्रद्धा के पर्स में देखने लगा।
और मुझे काम की चीज मिल ही गई उनके होटल की चाबी जिस पर उनके होटल का नाम लिखा था। मै उसके होटल की तरफ गाड़ी बड़ा दिया। बहुत रात हो चुकी थी, रोड भी खाकी था तो जल्द ही हम पहुच गए।
गाड़ी पार्क करने के बाद में उनको सहारा दे कर उनके रूम में ले आया। और बेड पर लेटा दिया। फिर उनकी सेंडल निकाल कर उनकी तरफ दखने लगा वो सोते हुए बड़ी क्यूट लग रही थी। उनके सरीर के सारे कटाव दिख रहे थे। उनकी ब्रा का स्ट्रिप भी दिख रहा था।
मेने रूम का AC चालू किया और उनको चादर उड़ाने लगा कि श्रद्धा ने मेरा हाथ पकड़ लिया। और में धड़ाम से बेड पर गिर गया बिल्कुल उसके बाजुमें। फिर उन्होंने मुझे कसके पकड़ लिया और अपना गाल मेरे गाल से चिपका दिया।
उनके मस्त फुले हुए गाल बहुत सॉफ्ट थे, मुलायम और कोमल। मेने उनसे छूटने की कोशिश की तो।
"प्लीज केविन डोंट लीव मि अलोन" वो मुझे और कस कर पकड़ने लगी।
"मेम में कही नही जारहा हु, बस आपके लिए निम्बी पानी मंगा रहा हु" वो कुछ ज्यादा ही नशे में थी इस लिए मेने सोचा कि निम्बो पानी मंगा लेता हूं उनके लिए।
"ठीक है पर मुझे छोड़ कर मत जाना" अब उन्होंने अपनी पकड़ ढीली करदी।
दोस्तो आप सोच रहे होंगे कि इतनी हॉट लड़की मुझे बेड पर खिंच रही है और में उससे दूर भाग रहा हु। तो बात ये है कि ये बॉलीवुड की टॉप मोस्ट हेरोइन में से एक है और अगर मेने उड़के साथ कुछ कर दिया वो भी उसके नशे का फायदा उठा कर तो मुझे ही भारी पड़ता था जब वो होश में आती तो।
मेने रूम सर्विसेज को कॉल कर के निम्बो पानी मंगाया और कुछ ही देर में वेटर लेकर आगया।
पहले मेने श्रद्धा को उठाया और उसे बेड पर पीठ टिका कर बैठा दिया और उसे अपने हाथों से निम्बो पानी पिलाने लगा। वो गट-2 कर के सारा निम्बो पानी पी गई।
फिर उसे थोड़ा-2 होश आने लगा। वो सीधा वाश रूम की तरफ भागी और सारि दारू की उल्टी करने लगी और उसका सारा नशा उतर गया। वो हाथ मुँह धो कर बाहर आई।
"में यहा पर कैसे आई" श्रद्धा ने अपना मुंह टॉवेल से पोचते हुए बोला।
फिर मेने उसे सारि बात बता दी।
"थैंक यू सो मुच् तुम्हारी जगह कोई और होता तो पता नही मेरे साथ क्या करता" ये बोल कर उसने मुझे बड़े प्यार से गले लगा लिया।
आह, क्या सॉफ्ट बूब्स थे श्रद्धा के जो मेरे सीने पर में फील कर सकता था।
"अब मुझे जाना चाहिए" मैं उनसे अलग होते हुए बोला।
"नो, इतनी रात को कैसे जाओगे" उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिए।
"आज यही पर रुक जाओ मेरे साथ प्लीज" श्रद्धा ने मुझे बड़े प्यार से बोला।
उन्होंने मुझे इतने प्यार से बोला तो में मना नही कर पाया और मैने हाँ कर दी। वो फ्रेश होने का बोल कर वाश रूम में चली गई। फिर थोड़ी देर बाद श्रद्धा आई तो मैं फ्रेश होने चला गया।
फिर हम एक ही बेड पर लेट गए हालांकि में उनसे कह रहा था कि में सोफे पर सो जाता हूं पर उन्होंने मुझे जबरदस्ती अपने साथ बेड पर सोने को कहा। हम दोनों को नींद तो आ नही रही थी इसलिए हम बाते कर रहे थे।
मैं:- आज अपने कुछ ज्यादा ही पी लिया था।
श्रद्धा:- हाँ, वो आज एक सीन मुझ से नही हो पारहा था और 12 टेक के बाद डायरेक्टर ने गुस्से में पैकअप कर दिया, इसी बात से परेश हो कर कुछ ज्यादा ही पी लिया।
मैं:- वैसे ऐसा कोनसा सिन है जो आप नही कर पारहि थी।
श्रद्धा:- छोड़ो ना वो बात को।
"अरे बताओ ना प्लीज" मेने उनसे रिकवेस्ट की।
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RE: Bollywood Sex बॉलीवुड की मस्त सेक्सी कहानियाँ
श्रद्धा कपूर के साथ रंगरेलियाँ-2
श्रद्धा:- किसिंग सीन था ना, मुझ से बराबर नही हो रहा था।
मैं:- इस मे क्या है, वो तो कोई भी कर सकता है।
श्रद्धा:- तुमने कभी किसी को किस्स किया है।
अब मेरे पास उसके सवाल का कोई जवाब नागी था, क्योंकि मेने कभी किसी को किस्स नही किया था। इसलिए मैंने बिना कुछ बोले 'ना' में गर्दन हिला दी।
श्रद्धा:- किस्स करना इतना आसान भी नही होता, बहुत ही सेंशुल तरीके से करना पड़ता है।
मैं:- मुझे कैसे पता होगा मेने तो कभी किया ही नही।
"पहले तो बड़े बोल रहे थे कि कोई भी कर सकता है, अब बोलो" वो मिरी तांग खीचते हुए बोली।
मैं अब चुप था....
श्रद्धा:- मेरे पास एक आईडिया है, जिससे तुम भी किस्स कर पाओगे और मेरी भी प्रैक्टिस हो जाएगी।
मैं बस श्रद्धा को देखता रह गया... और बोला "क्या ?"
"हम दोनों किस्स करे क्या ?" उसने मुझसे पूछा और साथ मे आईडिया भी बता दिया।
अब भी मैं कुछ नही बोल पाया मुझे कुछ नही समझ आरहा था कि क्या बोलना चाहिए। पहली बार कोई लड़की वो भी बॉलीवुस की हेरोइन मुझे किस्स करने का ऑफर दे रही थी। मैं बस अपने सोच मैं डूबा था कि मुझे क्या करना चाहिए।
"ओह्ह कम ऑन केविन, डोंट थिंक सो मुच्" बोल कर उसने मेरा हाथ पकड़ कर बेड पर घुटने के बल बैठा दिया।
और अपने लिप्स मेरे लिप्स के एक दम करीब ला कर मुझसे पूछा "कान आई"
श्रद्धा की गर्म साँसे मैं अपने लिप्स पर महसूस कर पारहा था। उसकी बात का जवाब में दें नही पाया और अपनी आंखें बंद कर दी। उसने भी मेरी चुपी को हाँ समझी और अपने नरम होठ मेरे होठो से चिपका दिया।
वो मेरे होठो को बड़े प्यार से चूस रही थी और मैं भी उसी के तरह अपने होठ हिलाने लगा। श्रद्धा के होठो का स्वाद बड़ा ही मीठा था। धीरे-धीरे श्रद्धा ने अपनी जीब मेरे मुंह मे दाल कर गोल-गोल घुमाना शुरू किया।
मैं भी उसके जीब को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू किया, उसके मुँह की सारी लार मेरे मुँह में आने लगी और मैं सब गटक गया। फिर उसने मेरी जीभ को अपने मुह में खींच लिया, में भी अपनी जीब को उसके पूरे मुँह में घुमाने लसग। हम दोनों बहुत देर तक किस्स करते रहे। जब सास लेने में तकली होने लगी हो मेने किस्स थोड़ दिया।
और हमारे होतो के बीच थूक का एक धागा सा बन गया। मैं बेड पे गिर के लंबी-लंबी सांस भरने लगा। जब मैने आंखे खोल कर देखा तो श्रद्धा भी मेरे बाजू में लेट कर गहरी सांस ले रही थी। उसका उभरा हुआ सीन ऊपर नीचे हो रहा था। मेरी नजर उसके बूब्स पर टिकी हुई थी। उसके निप्पल्स भी कड़क हो गए थे, जो टॉप के ऊपर से आसानी से दिख रहे थे।
श्रद्धा ने मेरी नजर पहचान ली थी और वो झट से मेरे ऊपर चढ़ कर फिर से किस्स करने लगी, में भी उसका साथ देने लगा। उंसने किस्स करते हुए मेरी शर्ट के बटन खोना शुरू किया और जल्द ही मेरा शर्ट बदन से अलग हो गया। मेरा शर्ट उतारने के बाद उसने अपनी जैकेट के साथ टॉप भी उतार दी।
काले रंग की ब्रा में उसके कसे हुए मामे बहुत ही कड़क और बड़े लग रहे थे।
ये सिन देख कर मेरा लंड पूरा कड़क हो कर उसकी चूत पर लग रहा था। श्रद्धा ने मेरे लंड की कड़क पन अपने चूत पर महसूस कर ली थी। उंसने मेरी ब्लेट खोलना शुरू किया तो मैने उसका हाथ पकड़ लिया।
"क्या ये ठीक रहेगा" मेने श्रद्धा का हाथ पकड़ते हुए उसे कहा।
"आई डोंट नो, जो हो रहा है होने दो" श्रद्धा ने मेरा पैंट उतार दिया।
उंसने मेरे अंडर वेयर के ऊपर से ही मेरे लंड को पकड़ लिया और दबा-दबा में उसकी लंबाई नापने लगी। उसके हाथ लगते ही मेरा लंड अंडर वेयर के अंदर की झटके मारने लगा। उसके नरम-नरम हाथो का स्पर्श पा कर मेरे शरीर मे झुरझुरी सी उठने लगी।
लंबाई नापने के बाद श्रद्धा ने मेरी अंडर वेयर भी निकाल दी और मुझे पूरी तरह से नंगा कर दिया। उंसने मेरे झटके खाते हुए लंड को अपने हाथ मे लेलिया और बड़े प्यार से उसे इधर-उधर कर के देखने लगी जैसे कि वो पहली बार किसी के लंड को देख रही है।
"पहली बार देख रागी हो" मैं उसकी हरकते देख कर उसे पूछा।
"हाँ, पर ये चमड़ी पूरी तरह से नीचे क्यों नही होरही है" ये बोल कर उसने एक ही झटके में मेरे लंड की खाल को नीचे कर दिया और लंड का टोपा पूरी तरीके से उसके आँखों के सामने आगया।
मैं ज्यादा मुठ भी नागी मरता था और कभी खुद से लंड की खाल नीचे करने की हिम्मत नही हुई थी इसलिए वो टोपे से चिपका हुआ था। श्रद्धा के द्वारा झटके से खाल को नीचे करने की वजह से मुझे बहुत तेज दर्द उठा और मेरी ज़ोर से चीख नई निकल गई।
"आआआआआहहहहहहहहहहहहह" मेरी चीख सुन कर श्रद्धा ने अपने हाथ मेरे लंड से हटा लिए।
"क्या हुआ" मेरी चीख सुन कर वो भी घबरा गई थी।
"चमड़ी... चिपकी... हुए... थी..." लंड में बहुत तेज दर्द होरहा था और लंड का सूपड़ा भी एक दम लाल होगया था, जैसे मेरे बदन का सारा खून लंड के टोपे में आगया है।
"सॉरी मुझे पता नही था कि वो चिपका हुआ है" उंसने मेरे लंड के टोपे को सहला कर बोला।
"आआहहहहहह प्लीज हाथ मत लगाओ दर्द हो रहा है" उसके सहलाने की वजह से मुझे फिर से दर्द होने लगा था और लंड भी सिकुड़ कर छोटा होगया था।
"अरे दर्द हो रहा है मेरे बेबी को" बोल कर श्रद्धा ने मेरे लंड को नीचे से पकड़ कर अपने मुँह में लेलिया और बड़े प्यार से चूसने लगी।
तब जाकर मुझे राहत मिली, अब दर्द थोड़ा कम होगया था और लंड की अकड़न भी वापिस आरही थी। ऐसा लग रहा था कि लंड किसी गर्म और गीले जगह में घुस गया है। श्रद्धा के मुँह की गर्माहट से मेरा लंड फिरसे खड़ा होगया और वो मेरे सुपडे को अपने जीभ से सहलाने लगी। मेरा लंड उसके मुंह मे ही झटके मार रहा था।
और मैं भी उसके मुँह की गर्मी ज्यादा देर तक झेल नही पाया, जब मेरा निकलने वाला था तब मेरे उसे बताया।
"श्रद्धा मेरा निकलने वाला है" बोल कर में उसे अलग करने लगा पर उंसने अपना मुंह नही हटाया और तेज-तेज मेरे लंड को चूसने लगी। मैं समाज गया कि वो सारा माल पीना चाहती है, ये सोच के ही मेरे लंड ने एक के बाद एक पिचकारी उसके मुंह मे मारना सुरु की।
मेरा सारा वीर्या श्रद्धा ने अपने मुँह में जमा कर लिया पर अब भी उंसने अपना मुंह मेरे लंड से नही हटाया था। मेरे पूरी तरह से झड़ने के बाद उसने अपना मुँह 'ओ' शेप बनाते हुए अपना मुँह मेरे लंड से अलग किया और सारा वीर्या पी गई। थोड़ा वीर्या उसके ठुड्डी पर भी लग गया था जो उंसने अपनी उँगलियीं में लेकर चाट लिया।
मेरे लंड पर अब भी थोड़ा वीर्या था उसके नजर में आते ही उसने मेरे लंड को अपने हाथ मे लेकर अपनी जीब बाहर निकाल कर टोपे पर लगी हुई मलाई चाट गई।
श्रद्धा ने फर से मेरे अदखडे लंड को मुँह में ले लिया और चूसने लगी। वो मेरे लंड को जितना हो सके उतना अपने मुँह में लेने की कोशिश कर रही थी और मेरा लंड फिर से उसके मुँह में खड़ा होने लगा। वो मेरे लंड को अपने मुँह में फूलता हुआ महसूस कर रही थी।
क्या मस्त नजारा था दोस्तों श्रद्धा मेरे पैरों के बीच मे पेट के बल लेट कर मेरे लंड को अपने मुँह में तेजी से अंदर बाहर कर रही थी और अपने मुँह की लार से मेरे लंड को नहला रही थी।
अब वो मेरे ऊपर आकर मेरी आंखों में देखने लगी।
श्रद्धा:- केविन आज जो हम दोनों के बीच मे होगा वो किसी को नही पता चलना चाहिए, प्रॉमिस मि की ये बात तुम किसी को नही बताओगे प्लीज।
मैं:- मैं आपकी बात समझ सकता हु, आई प्रॉमिस यु की ये बात मैं किसी को नही बताऊंगा।
"देट्स लाइक माई गुड बॉय" बोल कर उंसने मेरे होठ चुम लिए।
"नाउ उन्ड्रेस मि" बोल कर वो मेरे साइड में लेट गई।
"ओके मय बेबी" बोल कर मेरे उसके गाल पर किस्स कर दिया।
अब गाल पर किस्स करते-करते में नीचे की तरफ आने लगा और गर्दन पर किस्स करने लगा और अपने जिब से गर्दन को चाटने लगा। मेरे इस हरकत से वो सिहर गसी और उड़ने अपना सीना ऊपर उठा दिया। मेरे अपने हाथ नीचे लेजाकर उसकी ब्रा का हक खोल दिया।
अब तो उसके बूब्स और भी उभरे हुए और बड़े लग तहे थे। मेने थोड़ा नीचे जाकर उसकी ब्रा को बदन से अलग कर दिया। मस्त गोल मटोल मामे अब मेरी आँखों के सामने थे, जो उसकी साँसों के साथ ऊपर नीचे हो रहे थे। एक दम पहाड़ जैसे चुचे के ऊपर लाल रंग के निप्पल्स कयामत धा रहे थे।
ऐसा लग रहा था कि दो बड़े वेनिला आइस क्रीम के स्कूप्स के ऊपर लाल चेरी रख दी हो जो एक रिदम के साथ ऊपर नीचे होरहा था। मेने जल्दी से उन आइस क्रीम के पहाड़ों को अपने हाथो में भर लिया ताकि उसके पिगलने से पहले मैं खलु।
पर वो आइस क्रीम के पहाड़ इतने बड़े थे कि मेरे हाथों में समा नही पारहे थे। इस लिए आइस क्रीम खाने के लिए मेने अपना मुह सीधा चेरी पर लगा दिया और चेरी को खाने की कोशिश करने लगा।
"आह काटो मत दर्द होता है" दर्द के मारे उसकी सिसकी निकल गई।
फिर मैं अपने जिब और होठो का इस्तेमाल कर के उसके बॉब्स चूसने लगा और वो मुझे अपने बूब्स चूसते हुए देखने लगी। श्रद्धा के मामे मेरी लार के परत से ढक चुके थे।
"ओह यस बेबी सक्क मय बूब्स" वो मजे से अपने बूब्स चुस्वते हुए कहने लगी।
उसके बूब्स अछि तरह से चूसने के बाद मैं फिर से किस्स करने लगा।
"अब नीचे से भी चुसो" श्रद्धा ने किस्स तोड़ कर बोला।
"नीचे कहा पर, यहा पर" मेरे उसके गहरी नाभि में अपनी उंगली डालते हुए बोला।
"गंदे बच्चे मेरे मुँह से गंदे शब्द सुनन्ना चाहते हो" वो मधक आवाज में बोली।
मैं:- हाँ, प्लीज बोलो ना।
श्रद्धा:- केविन... मय... बेबी... प्लीज... सक्क मय... पुसी.... यु मेक में.... सो... वेट... डाउन.... देअर...
मैं:- ऐसे नही हिंदी में बोलो ना प्लीज।
श्रद्धा:- क्यों परेशान कर रहे हो।
मैं:- पहले बोलो नही तो नही चुसुंग।
श्रद्धा:- अच्छा बोलती हु, प्लीज मेरी चूत चुसो.... अपने जीब से चाटो.... मेरी चुत रो रही है....
उसकी उतेजना अपने चरम सीमा पर थी। तो मेरे उसे और परेशान करना ठीक नही समझा और उसकी जीन्स का बटन खोल कर उसके बदन से अलग कर दिया।
उसकी फूली हुए चुत वाइट पैंटी में मेरे आंखों के सामने आगई जो पानी छोड़ने की वजह से पूरी तरह से भीग चुकी थी।
मेने पैंटी के ऊपरसे ही उसकी चुत को चूम लिया और उसके चुत का रस मेरे होठो पर लग गया। मेरे उसके आंखों में दखते हुए अपने होठो पर लगा हुआ उसका चुत रास अपने जिब से चाट लिया।
"यम्मी, आप बहुत टेस्टी हो" मेने जिब अपने होठो पर फेरते हुए कहा।
"तो अछे से चुसो ना" बोल कर श्रद्धा ने अपनी गांड उठा कर खुद ही पैंटी को नकाल दिया। क्या मस्त फूली हुई चुत थी उसकी और उसकी चुत पूरी उसके चुत रस से सनी हुई थी इसलिए चुत चमक भी रही थी।
उसकी फूली हुई चुत देख कर मेरे मुह से लार टपकने लगी और मेने अपने मुँह को सीधा उसकी चुत में घुसा दिया। उसकी चुत का दाना फूल कर अंगूर के दाने के जितना मोटा हो गया था। उसके चुत के दाने को मैं अपने मुह में भर के चूसने लगा और वो मचलने लगी।
जब वो अपने चरम सीमा पर थी तो चीखते चिल्लाते हुए कहने लगी।
"सक्क... मि हार्डर... आई एम.... कम्मिनग..... ओह... यस बेबी सक्क मि.... आई एम फीलिंग सो गुड.... आई एम कम्मिनग..... यस.... यस....यस..." बोलते हुए वो झाड़ गई।
और उसके चुत से निकलता हुआ मीठा रस चपर-चपर करके मैं पी गया। उसके चुत का गर्म-गर्म रस पीकर मजा आगया।
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RE: Bollywood Sex बॉलीवुड की मस्त सेक्सी कहानियाँ
श्रद्धा कपूर के साथ रंगरेलियाँ-4
अब आगे....
मैं तो सपने में भी सोच नही सकता था कि मेरे लाइफ का सबसे पहला सेक्स किसी सेलेब्रिटी के साथ होगा। मैं नींद में भी श्रद्धा को चोदने के सपने देख रहा था। उसकी बदन की गर्माहट मैं अपने बदन पर फील कर सकता था।
जब सुबह को मेरी आँख खुली तो श्रद्धा बेड पर नही थी। बाथरूम से पानी गिरने की आवाज आरही थी। मेने कमरे की हालत देखी तो हमारे कपड़े यहा-वहा बिखरे हुए थे और बेड पर भी हल्का खून और हमारे प्रेम रस के दाग थे।
मैं बाथरूम गया तब श्रद्धा बाथटब में लेटी थी उसका बदन साबुन से बने झाग के नीचे छुपा हुआ था।
जब उसकी नजर मुझ पर पड़ी तो उसने अपने एक उंगली से इशारा करते हुए अपने पास बुलाया।
उंसने मुझे अपने पीछे जगह दिया तो मैं भी बाथटब में उसके साथ लेट गया।
ठंडे-२ पानी मे श्रद्धा का गर्म बदन का एहसास ही मदहोश करदेने वाला था। मेने उसके कमर से होते हुए उसके पेट पर हाथ लेजाते हुए उसको अपने गोद मे बिठा दिया।
मेरा लंड उसकी गांड की दरार के बीच मे फस कर झटके मारने लगा। श्रद्धा की हालत भी कुछ इस तरह ही थी। उंसने अपनी गांड की दरार में मेरा लंड महसूस करके अपनी गांड को मेरे लंड पर दबा दी। उंसने मेरे सीने पर लुढ़क कर लंबी-२ सासे भरने शुरू कर दिए।
मैं अपना हाथ नीचे लेजाकर उसकी चुत को सहलाने लगा तो श्रद्धा के मुह से दर्द और मस्ती की मिली-झूली "आह" निकल गई।
मैं:- क्या हुआ।
श्रद्धा:- दर्द हो रहा है, आह धीरे।
मैं:- कहा पर दर्द हो रहा है।
उंसने मेरा हाथ अपनी चुत के ऊपर दबा दिया।
श्रद्धा:- यहा पर, धीरे-२ करो ना अच्छा लग रहा है।
मेने उसके एक कंधे से उसके बाल हटा कर उसके नंगे कंधे को चूमते हुए गर्दन तक आया और चूमने लगा। उंसने अपना पूरा बदन ढीला छोड़ किया। मैं अब एक हाथ से उसकी चुत को और दूसरे हाथ से उसके नरम मामे को सहलाने लगा।
"आह... आह... ओह्ह... अंदर मत करो दर्द हो रहा है"
जब मैने अपने उंगली उसके चुत में डालने की कोशिश की तो उंसने मेरा हाथ पकड़ लिया।
उंसने घूम कर मेरा चेहरा अपने हाथों में थमा और मेरी आंखों में देखते हुए मेरे होठ अपने होठो में भर कर चूसने लगी।
इस बार उसके किस्स करने का अंदाज बिल्कुल अलग था, एक दम सॉफ्ट और प्यार भरा। मैं भी उसका बराबर साथ दे रहा यह।
कुछ देर किस्स करने के बाद हम दोनों शावर के नीचे आगए और एक दूसरे के बदन को रगड़ कर साबुन को निकालने लगे।
नहाने के बाद एक दूसरे के बदन को टॉवेल से पोच दिया। जब मैं बाथरूम से बाहर आने को हुआ तो श्रद्धा ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मेरे सामने अपने घुटने के बल बेठ कर मेरे लंड को पकड़ कर ऊपर कर दिया और मेरे टट्टो को अपने मुह में भर कर चूसने लगी।
उंसने पूरे गोटे एक ही बार में अपने मुह में लेलिये जिस वजह से उसके गाल पूरे फूल गए।
"पुटुक" की आवाज के साथ मेरे गोटो को उंसने अपने मुह से बाहर निकल दिया और मेरे लंड के टोपे के ऊपर अपनी जीभ फेरने लगी।
देखते ही देखते वो मेरा लंड पूरा अपने मुह में भर कर चूसने लगी। उसकी मुह की गर्मी और गीले पैन को मैं ज्यादा देर तक झेल नही पाया।
मैं:- आह.... श्रद्धा.... मेरा निकल ने.... वाला है....
मेरे इतना बोलते ही श्रद्धा ने मेरा लंड अपने मुह से बाहर निकल दिया और मेरे खड़े लंड पे धोका हो गया।
मैं:- क्या हुआ ? रुक क्यों गई ? फिर से चुसो ना मेरा निकलने ही वाला है।
मेने अपना लंड वापिस उसके मुह में डालने की कोशिश की तो वो उठा गई।
श्रद्धा:- इतनी भी क्या जल्दी है...
श्रद्धा मेरा हाथ पकड़ कर वॉश बेसिन के पास ले गई और वहा से क्रीम उठा कर मेरे लंड पर लगाने लगी।
"आह" उसके नरम हाथ का स्पर्श और क्रीम के ठंडे एहसास से मेरे मुह से आह निकल गई।
"क्या हुआ" वो मेरे लंड के ऊपर अछे से क्रीम लगा रही थी।
"आप का हाथ बहुत ठंडा है" मेरी आँखें अब बंद हो गई थी और श्रद्धा मेरे सीने को चूमते हुआ मेरे लंड पर क्रीम लगा रही तंगी।
क्रीम लगाने के बाद वो मेरी तरफ अपनी गांड करके थोड़ी झुकी और अपनी गांड हाथो से फैला कर बोली "प्लीज केविन... फ़क मय एस्स..." उंसने एक दम सेक्सी अंदाज में बोला।
उसके गांड का टाइट होल देख कर मेरी आँखों मे चमक आगई। मेने अपने लंड को उसकी गांड के छेद पर टिका के थोड़ा दबाव डाला तो मेरा लंड का टॉप थोड़ा अंदर गया।
धीरे-२ मैं और दबाव डालता गया और मेरा लंड और अंदर फिसलता गया। अब तक मेरा आधा लंड अंदर चला गया था और श्रद्धा की हालत खराब होगई थी।
मैं थोड़ी देर रुक गया और श्रद्धा के बूब्स को दबाने लगा और उसकी चिकनी गर्दन पर किस्स करने लगा।
श्रद्धा का दर्द धीरे-२ काम होने लगा तो उसने अपना हाथ पीछे लेजाकर मेरे लंड को पकड़ कर देखा कि कितना बाकी है। जैसे ही उंसने अपना चेहरा पीछे कर के देखा तो मैने उसके गाल पर किस्स कर दिया और उसे सामने लगे आईने की तरफ इशारा किया।
इस वक्त वो आगे की तरफ झुकी थी अपनी गांड को बाहर निकले हुए और जब उसने हम दोनों को इस पोजीशन में देखा तो वो शर्मा गई और अपनी आंखें झुका ली।
मेने उसके निप्पल्स को पिंच किया तो उसके मुह से "आह" निकल गई। मेरा लंड अब भी उसकी टाइट गांड में फसा हुआ झटके मार रहा था और उसके गांड की गर्मी पल-२ बढ़ते ही जा रही थी।
अब उंसने भी अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया और मैं भी आधे लंड से उसकी गांड मारने लगा।
उसका चेहरा पूरा लाल होगया था। धीरे-२ उसकी गांड मेरा पूरा लंड खा गई और श्रद्धा भी मज़े से अपनी गांड मरवाने लगी। अब मेने तेज़ धक्के लगाना शुरू कर दिए थे और श्रद्धा के मोटे बूब्स ज़ोर-२ से उछल रहे थे तो मैने उन्हें पकड़ लिया और दबाने लगा।
श्रद्धा:- यस यस यस... बेबी... फ़क... फ़क मय एस्स.... फ़क मय एस्स होल... हार्डर... डीपर.... ओह्ह यह... आई एम कम्मिनग... कम्मिनग.... अहह... ओह्ह.... आहहह....
उसके टाइट गांड की गर्मी मैं ज्यादा देर तक झेल नही पाया और कुछ ही धक्कों के बाद उसकी गांड में ही झड़ने लगा और उसकी सूजी हुई चुत ने भी पानी छोड़ दिया।
कुछ देर युही खड़े रह कर हम लंबी-२ सासे भरने लगे और जब मैने अपना लंड उसकी गांड से निकाला तो पॉप की आवाज के साथ मेरा लंड बाहर आगया और उसके मुह से आह निकल गई।
श्रद्धा घूम कर मेरे बहो में गिर गई उसके गांड से मेरा वीर्या बहता हुआ झांगो तक आगया। मेरे उसको पकड़ कर शॉवर के नीचे लाया और उसकी चुत और गांड को साफ करने लगा और वो भी मेरे लंड को साफ करने लगी।
एक दूसरे को साफ करने के बाद हम दोनों बाथरूम से बाहर आगए श्रद्धा को चलने में तकलीफ होरीही थी तो मैने उसे अपनी गोद मे उठा कर बेड पर लिटा दिया।
"अब आप आराम करो, मैं कुछ खाने को आर्डर करता हु।" मेरे श्रद्धा के ऊपर चादर डालते हुए कहा।
वो पूरा दिन मैं श्रद्धा से साथ रह और उसका धियान भी रखा। उसकी चुत और गांड दोनों सूज गई थी। में उसके लिए दवाई लाया और उसकी चुत और गांड पर लगाया, जिस वजह से अगले दिन उसका सूजन और दर्द दोनों चला गया। दवाई लगते वक्त कई बार मेरा लंड भी खड़ा होजाता था, पर श्रद्धा उसे मुह में लेकर ठंडा कर दिया करती थी।
इस ही तरफ अगले दिन वो ठीक से चल पारहि थी तो मैने उससे विदा लिया। उंसने मेरा नंबर भी लिया और कहा की जब उसे समय मिलेगा या वो फिर कभी गोआ आई तो मुझे कॉल करेगी और हम अपना चुदाई प्रोग्राम बनाएगे।
श्रद्धा कपूर के जाने के बाद मेरे लाइफ मैं और कोई लड़की नही आई जिसके साथ मे चुदाई कर सकू। पर जल्द ही कोई मिल जाएगी।
तो दोस्तो आप को मेरी ये कहानी केसी लगी मुझे रिप्लाई कर के जरूर बताइयेगा।
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09-11-2019, 01:23 PM,
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अनुष्का शर्मा की चूत की सर्विस
नमस्कार दोस्तो, बॉलीवुड की हिरोइन के लाखों दीवाने लंड उनकी चूचियों की दरार, उनकी गोल-गोल गांड और उनकी मखमली चूत के बारे में सोचकर मुट्ठ मारते रहते होंगे.
आप में से भी बहुत से लोगों ने हिन्दी फिल्मों की हिरोइन के किस सीन को देखकर ही मुट्ठ मार ली होगी. उनके सीन होते ही इतने जबरदस्त हैं कि लंड जब तक हाथ में रगड़ा न जाए उसको चैन नहीं आता. मगर क्या आपने सोचा कि यदि कोई आपकी पसंदीदा हिरोइऩ किसी दिन आपके सामने ऐसे लिबास में आ जाए, जिसमें से उसका मलाई बदन करीब से निहारा जा सके तो आप पर क्या गुजरेगी. जाहिर सी बात है कि आप खुद पर कंट्रोल नहीं रख पाएंगे. इसलिए आपकी इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए मैं आपको आज एक ऐसी ही हिन्दी फिल्मों की हिरोइन की कहानी बताने जा रहा हूँ.
आपने एम.एम.एस. तो बहुत देखे होंगे मगर आज मैं आपको पूरी पिक्चर दिखाने की कोशिश करूंगा. जिस हिरोइन की मैं बात करने जा रहा हूँ वह क्रिकेट प्लेयर की गर्लफ्रेंड भी है. उसने तो पता नहीं उसके कितने मजे लिए होंगे मगर हम और आप तो कहानी के जरिए उसके पूरे मजे ले सकते हैं. इसलिए आपका ज्यादा समय न लेते हुए मैं आज की कहानी शुरू करता हूँ. आप भी अपने लंड को पकड़ कर रखिए, कहीं कहानी के बीच में ही आपका लंड आपका साथ न छोड़ दे.
हिन्दी फिल्मों की हिरोइनों की बात ही कुछ अलग होती है. उनको चोदने के लिए लंड हमेशा तैयार मालूम पड़ता है. मैं भी आज आपको अनुष्का शर्मा की चुदाई की कहानी सुनाना चाहता हूँ.
मैं उम्मीद करता हूँ कि आपको यह कपोल कल्पित गर्म कहानी पसंद आएगी. मेरा नाम कवि पाठक है और मैं अभिनेत्री अनुष्का शर्मा की वेनिटी वैन का ड्राइवर हूँ. मुझे ज्वाइन किए हुए अभी दो महीने ही हुए थे. अनुष्का की स्माइल को देखकर तो अच्छे अच्छों के लंड मचल जाते हैं मैं तो फिर भी एक ड्राइवर था.
यह बात तब की है जब वह एन.एच-10 नामक फिल्म की शूटिंग कर रही थी. वह दिल की बहुत अच्छी है. उनका व्यवहार मेरे साथ भी काफी बढ़िया था. मुझे उनसे एक मोटी तनख्वाह मिलती थी. मुझे उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में काफी कुछ पता था.
मुझे ये भी पता था कि वह वैनिटी वैन में हीरो के साथ अपनी चूत भी चुदवाती थी. मैं अक्सर उनकी आवाज सुनकर मुट्ठ भी मारा करता था. वैन पर मेरे साथ एक गार्ड भी रहता था. गार्ड का काम यह देखना था कि कोई अंदर न आ पाए. अंदर क्या हो रहा है किसी को कुछ नहीं पता चलता था. एन.एच-10 की शूटिंग में एक दिन उनका बिकनी सीन शूट किया जाना था. उस दिन अनुष्का ने बिकनी पहनी हुई थी.
जब वह शूटिंग करके वैन में आई तो मैं अंदर का सामान ठीक कर रहा था. मुझे देखकर अनुष्का ने एक स्टॉल अपने ऊपर डाल लिया. मगर वह इतना छोटा था कि उसके चूचों की क्लीवेज साफ-साफ दिखाई दे रही थी. नीचे उसकी बिकनी में उसकी गोरी टांगें देखकर मेरे मुंह से लार टपकने लगी.
अनुष्का ने पूछा- क्या देख रहे हो? मैं अच्छी नहीं लग रही क्या?
मैंने कहा- आज तो आप कमाल लग रही हो मैडम.
उसकी चूत का फूलापन देखकर मेरे लंड ने मेरी पैंट में तंबू बना दिया था. मेरा तंबू मेरी पैंट में अब साफ-साफ देखा जा सकता था.
उसने पूछा- इससे पहले तुमने कभी किसी को बिकनी में देखा है क्या?
मैंने कहा- बस फिल्मों में ही देखा है मैडम.
अनुष्का बोली- तभी तो तुम्हारे लंड की हालत खराब हो रही है.
मैंने नीचे की तरफ देखा तो मेरा लंड मेरी पैंट में उछल रहा था.
मैंने कहा- सॉरी मैडम, मुझसे गलती हो गई. आप मुझे माफ कर दीजिए. आप मुझे मेरी इस हरकत पर नौकरी से मत निकालना. मैं आपसे रिक्वेस्ट कर रहा हूँ.
वह बोली- कोई बात नहीं, मैं ऐसा कुछ नहीं करूंगी. मगर उसके लिए तुम्हें मेरी एक बात माननी पड़ेगी.
मैंने कहा- मैं आपके लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हूँ मैडम मगर आप मुझे नौकरी से मत निकालना. नहीं तो मेरे बच्चे भूखे मर जाएंगे.
वह बोली- ठीक है, मगर अभी तुम गार्ड से कह दो कि कोई भी अंदर न आने पाए.
मैं गार्ड को बोलकर आ गया कि अंदर किसी को न आने दे. उसके बाद मैं अनुष्का के पास दोबारा आकर खड़ा हो गया. अब तक मेरा लंड वापस बैठने लगा था. मगर पूरी तरह से नहीं बैठा था. जब मैं अनुष्का के पास जाकर खड़ा हुआ तो मेरा लंड फिर से तन गया. मेरी पैंट में उछलने लगा.
मैंने अपनी शर्ट से उसको छिपाने की कोशिश की. मगर वह फिर भी तनकर दिखाई दे रहा था. उसके बाद अनुष्का उठ कर खड़ी हो गई. मैंने सोचा कि अब मैडम सच में गुस्सा हो गई है.
मैंने अपनी नजरें नीचे झुका लीं.
अगले ही पल अनुष्का मेरे पास आई और मेरी पैंट के ऊपर से मेरे खड़े लंड को छूकर हाथ फिराते हुए बोली- बहुत उछल रहा है ये. क्या बात है?
मैंने डर के मारे कुछ नहीं बोला और उसके बाद अनुष्का ने मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ लिया. वह मेरी पैंट के ऊपर से ही मेरे लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी. मेरा लंड पूरी तरह से तन कर अनुष्का के हाथ में भर गया.
मगर मैं डर के मारे कुछ नहीं बोल रहा था.
अनुष्का बोली- तुम्हारा यह औजार तो बहुत ही मस्त है. मैंने तो कभी ध्यान ही नहीं दिया कि मेरी वैनिटी वैन के ड्राइवर पास इतना लंबा, मोटा और तगड़ा औजार है.
उसके बाद अनुष्का ने मेरी पैंट की चेन खोल दी और मेरी पैंट की चेन के अंदर से हाथ डालकर मेरे कच्छे के ऊपर से मेरे लंड को सहलाने लगी. अब मेरी आंखें बंद होने लगी थीं. अनुष्का मैडम के हाथों की छुअन से मेरे लंड में बिजली सी दौड़ पड़ी और वह एकदम टाइट होकर किसी रॉड की तरह हो गया बिल्कुल सख्त.
उसके बाद अनुष्का ने मेरी पैंट को खोल दिया और मेरी पैंट नीचे गिर गई. मैं अब शर्ट और कच्छे में खड़ा था और मेरा लम्बा, मोटा लंड मेरे कच्छे में तना हुआ था.
उसके बाद अनुष्का ने मेरे कच्छे को भी उतार दिया और मुझे नीचे से पूरा नंगा कर दिया. मैंने अनुष्का की आंखों में देखा तो उसने मुझे आंख मार दी. मेरी नजर अनुष्का की छाती पर गई तो उसकी क्लीवेज देखकर मेरे लंड ने एक जोर का झटका दे दिया. उसके बाद अनुष्का ने मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ लिया और मेरे लंड के टोपे को पीछे खींचकर उसको सहलाने लगी.
मैं तो पागल सा हो गया. उसने मेरे टट्टों को छेड़ दिया और मैंने अनुष्का की कमर पर हाथ रख दिये. उसके मलाई जैसे मखमली कोमल बदन को छूकर तो ऐसा लगा कि यह स्वर्ग की कोई अप्सरा है.
अचानक से अनुष्का ने मेरे हाथ हटा दिए और मैंने सोचा कि जोश में आकर मैंने गलती कर दी. इतनी बड़ी हिरोइन को छू लेना बहुत ही गुस्ताखी भरा काम है. इसलिए मैडम गुस्सा हो गई है.
अगले ही पल अनुष्का अपने घुटनों पर बैठ गई और मेरे लंड को हाथ में लेकर अपने मुंह के सामने कर लिया और फिर एकदम से अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी. मैं तो उसके होंठों की चुम्मी से सांतवें आसमान पर पहुंच गया. मुझे लगा कि मैं तो 2 मिनट में ही झड़ जाऊंगा.
वह मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी और मैंने उसके सिर को पकड़ लिया और उसको लंड अच्छे तरीके से चुसवाने लगा. मेरा तो जैसे बहुत बड़ा सपना पूरा हो गया था. मैंने कई बार अनुष्का की कामुक आवाजें वैन में सुनी थी मगर आज तो मैं खुद अपने मुंह से कामुक आवाजें निकालने पर मजबूर हो गया. आह्ह्ह … वह मेरे लंड को जोर से चूस रही थी.
कुछ देर तक लंड चूसने के बाद वह बोली- तुम कुछ नहीं करोगे क्या?
उनका इतना कहने की देर थी कि मैंने उसको अपनी बांहों में उठा लिया और सोफे पर ले जाकर आराम से प्यार से लेटा दिया. उसके चूचे उसकी बिकनी से बाहर आने वाले थे. मैंने उसकी बिकनी के ऊपर से उसके चूचों को किस किया. फिर उसने मेरी शर्ट उतरवा दी और मैं पूरा का पूरा नंगा हो गया.
उसके बाद अनुष्का ने खुद ही अपनी बिकनी खोल दी और उसके दूध जैसे चूचे मेरे सामने खुलकर आ गये. उसके चूचे बिल्कुल तनकर खड़े हो गए लग रहे थे. उसके गुलाबी रंग के निप्पल उसके गोरे चूचों के बीच में बहुत ही सुंदर दिखाई दे रहे थे.
क्रमशः ,,,,,,,,,,,,,,,,,,
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