02-05-2021, 02:53 PM,
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RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
जेठालाल नहा धो कर....डाइनिंग टेबल पे बैठा होता है...दया किचेन में उसके लिए चाइ बना रही होती है..
तभी वो मेहता साहब को फोन लगाता है...
तारक :- हाँ जेठालाल बोलो....आज सुबह सुबह कैसे याद कर लिया...
जेठालाल :- बॅस मेहता साहब .... अच्छा तो आपने आइडिया सोच लिया आज रात के जाने के बारे में....
तारक :- अरे कहाँ यार..कुछ सूझ ही नही रहा..
जेठालाल :- ले आप लेखक होके नही सोच पा रहे हैं..
तारक :- सही कहा तुमने जेठालाल..इस बार तो कोई आइडिया नही आ रहा है..
जेठालाल :- चलो कोई बात नही....
तारक :- जेठालाल तुम बोल रहे हो ये...ह्म...इसका मतलब तुमने कुछ ज़रूर सोच लिया है...
जेठालाल :- अरे आप तो अंतर्यामी हो गये हैं...सही पहचाना आपने बिल्कुल...
और वो सारा आइडिया... बता देता है...
तारक :- अरे वाहह...जेठालाल तुमने तो कमाल ही कर दिया है..
जेठालाल :- अच्छा मेहता साहब में क्या कहता हूँ...कि हम सब सोसाइटी के नाके पे मिल जाते हैं...तो उससे क्या होगा कि सबको सॉफ सॉफ समझ आ जाएगा...
तारक :- हाँ ये सही रहेगा..में सबको फोन कर देता हूँ..और 15 मिनट बाद हम वहीं मिलेंगे...
और फोन कट हो जाता है...
जेठालाल :- अब स्टार्ट होगा..मिशन पार्टी.....!!!!!!
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दोस्तो मिशन पार्टी मे क्या क्या हंगामे होंगे जानने के लिए पढ़ते रहिए तारक मेहता का नंगा चश्मा .
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RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
जेठालाल सब को फोन पे सोसाइटी के नाके पे आने को मिलता है....अब आगे...!!
कुछ 15 मिनट बाद सभी के सभी....सोसाइटी के नाके पे इकट्ठा हो जाते हैं...
पोपटलाल :- भाई जेठालाल... इतनी जल्दी में क्यूँ बुलाया है....बताओ...
जेठालाल :- हाँ बताता हूँ भाई...वो बात ये है..
बॅस इतना ही बोल पाता है...कि अईयर भाई साहब अपनी आदत से मजबूर...
अईयर :- हाँ जेठालाल बोलो...क्यूँ बुलाया है....हमको कितने काम है ...ऑफीस जाने के लिए लेट हो रहा है..
जेठालाल गुस्से में :- अईयरर्र भाई....आप निकलो यहाँ से...मेहता साहब इस यहाँ से भागाओ...बुलाना ही नही चाहिए था...तुम जाओ भाई...तुम पार्टी में मत आना तुम जाओ...चपली कहीं के...
तारक :- जेठालाल गुस्सा मत करो...और अईयर तुम...तुम कुछ देर शांति नही रख सकते...कुछ ज़रूरी काम होगा तभी तो जेठालाल ने हमे यहाँ बुलाया है....
अईयर :- सॉरी मेहता साहब...और सॉरी जेठालाल...
अब जेठालाल बोलने लगता है..लेकिन फिर से उसे कोई टोक देता है...इस बार हमारे भिड़े भाई साब होते हैं...
भिड़े :- बताओ जेठालाल...
जेठालाल :- तू थोड़ी शांति रखेगा तभी तो बताउन्गा...सब के सब चपली है यहाँ पे...
पोपटलाल :- भाई जेठालाल केंसिल करो...में चपली नही हूँ..
जेठालाल :- ये एक और आया....तू शांत रहेगा..पोपट...मेहता शाब इसे क्यूँ बुलाया है आपने...इसकी तो शादी भी नही हुई है...
पोपटलाल :- जेठालाल इसमे मेरी शादी कहाँ से आ गई...
तारक :- तुम लोग शांति रखोगे...जेठालाल को बोलने तो दो..
सोढी :- अब कोई भी बोला...जेठा प्रा के अलावा...तो पटक दूँगा उसे...
जेठालाल :- थॅंक यू सोढी...
देखो मेने पार्टी में जाने का और अपनी अपनी बीवियो को झूठ बोल के जाने का आइडिया सोच लिया है..कोई शक़ भी नही करेगा....
भिड़े :- अच्छा वो कैसे..
जेठालाल :- हाँ भाभी वही बता रहा हूँ..ज़रा शांति रखो..
और बताना शुरू करता है.... और अपना सारा आइडिया बता देता है...
भिड़े :- अपरतिम आइडिया है जेठालाल..
सोढी :- बहुत वाडिया जेठा प्रा...
जेठालाल :- थॅंक यू सोढी....
उन में से एक शख्स को ये आइडिया पसंद नही आता ...और वो बोल पड़ता है...
एक दम बकवास आइडिया है ये जेठालाल....जी हाँ हर बार जेठालाल से चिडने वाले...एक ही हैं...अईयर भाई...
जेठालाल :- अईयर भाई..आप..
तारक:- बीच में रोकते हुए...जेठालाल तुम शांत रहो..में बात करता हूँ...
तुम्हारे पास इससे बेहतर आइडिया है अईयर...तो बताओ..
अईयर सोच में पड़ जाता है..और कुछ मिनट बाद बोलता है..
अईयर :- सॉरी मेहता साहब...ठीक है...ये आइडिया ही सही है..
जेठालाल :- हमेशा बिना सोचे कुछ भी बोल देते हो...
अईयर भाई कोई गड़बड़ मत करना..
अईयर:- चिंता मत करो जेठालाल..कोई गड़बड़ नही होगी...
जेठालाल :- ठीक है....तो फिर अभी चलते हैं अपने अपने काम पे...और ठीक सब बताए हुए टाइम से सब सोसाइटी में आना शुरू कर देना...बहाना तो पता है ना..कि क्या मारना है..कि जल्दी क्यूँ आ गये हो.....
सभी एक साथ हाँ...
जेठालाल :- तो ठीक है...ऑल दा बेस्ट .... आज तो हम पार्टी में जा के रहेंगे.....
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RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
टाइम..शाम के 4:45 मिनट...सारी लॅडीस कॉंपाउंड में आ चुकी थी...वो सभी बहुत ज़्यादा खुश दिखाई दे रही थी...हँसी खुशी वो बात कर रही होती है..जिससे सभी जेंट्स को उनके आने का पता चल जाता है...
सब एक दूसरे को बाइ बोल कर अपने अपने घर के लिए निकल जाती है.....
सबसे पहले सोढी के घर...
रोशन घर पहुँचती है...और वो ताला खोलने लगती है..लेकिन जैसे ही टला खोलने लगती है..गेट खुल जाता है..
रोशन :- अरे गेट अपने आप खुल गया..लगता है रोशन घर आ चुका है बावा..देखती हूँ...रोशन..रोशन....
और वो कमरे में पहुँच जाती है....जैसे ही कमरे में पहुँचती है...उसका मुँह खुला का खुला रह जाता है...
वो देखती है..सामने बेड पर..बहुत सारे गुलाब के फूल पड़े थे...हर तरफ सजावट दिखाई दे रही थी..वो काफ़ी खुश हो गई..
तभी पीछे से उससे सोढी आ के पकड़ लेता है...
सोढी :- रोशन मेरी जान कैसा लगा...
रोशन :- बहुत सडू...लेकिन तूने ये सब क्यूँ किया..आज कुछ स्पेशल है क्या...
सोढी :- क्यूँ स्पेशल होना ज़रूरी है सोनिये...आज में तुझे खुश करना चाहता हूँ....
और उसके हाथ से समान खीच के साइड में रख देता है...
और रोशन को उठा के...पलंग पे अपने साथ ले जाता है..और उसे वहाँ रख देता है..और खुद उसके साइड में लेट जाता है..
रोशन :- ये क्या कर रहा है..
बॅस इतना ही बोल पाती है..और सोढी उसके मुँह पे हाथ रख देता है...
सोढी :- तू कुछ नही बोलेगी आज तो में करूँगा ...तो बस मज़े लेगी...
और अपने होंठ..उसके होंठ से मिला देता है..और एक बेहतरीन चुंबन चालू हो जाता है..दोनो एक दूसरे के लिप्स को बेपनाह चूस रहे थे...और सोढी भी...रोशन की स्कर्ट के उपर से ही उसकी चूत को सहला रहा था..
जिसकी वजह से रोशन बहुत ज़्यादा गरम हो चुकी थी...
अब दोनो की साँसें फूलने लगी थी..इसलिए रोशन ने सोढी को पीछे धकेल दिया...
रोशन :- बॅस कर बावा...आहह...आज तो तू कुछ ज़्यादा रोमॅंटिक है...
सोढी :- मेरी जान तू कुछ मत बोल ना...
और सोढी रोशन का टॉप निकाल फेंकता है...और उसकी ब्रा को भी फाड़ देता है...अब उससे सब्र नही हो रहा था..और वो रोशन के चुचों पे टूट पड़ता है...और उन्हे पूरी तरह से चूस्ता है...
रोशन ज़ोर ज़ोर से अह्ह्ह्ह..सोढी...आहह..मज़ा आ गया....
सोढी अब चुचो को छोड़ के रोशन की स्कर्ट और पेंटी उतार के पेंक देता है...और अपना मुँह उसकी चूत पे रख देता है..जो पहले से बहुत ज़्यादा गीली होती है...
सोढी रोशन की चूत चाटना चालू कर देता है...वो बहुत तेज़ी से उसे चांट रहा था..जैसे उसे उसकी फेव आइस क्रीम मिल गई हू..
रोशन:- अहह...मरीइ गियूऊ....रोशान्णन्न्.तुनी.....बहुत्त मज़ाअ आ रहा हाईईइ..ओह...उई...अह्ह्ह्ह...
सोढी अपना मुँह हटा लेता है..और अपने कपड़े फटाफट उतार फेंकता है...
और अपना बड़ा सा लंड हाथ मे लेके..हिलाना चालू कर देता है..और रोशन की चूत के पास ले जाता है..
रोशन की चूत के पास ले जा कर...उसकी तरफ झुकता है...और एक ही बार में पूरा लंड उतार देता है..
रोशन :- अहह..रोशहनन्न....ओह्ह्ह
आराम्म से बावााअ..आहह..
अब सोढी फटाफट धक्के लगा रहा होता है....और रोशन भो अपनी गान्ड उठा उठा के उससे चुदवा रही होती है..औरे कमरे में पच पच की आवाज़ें आ रही थी....
सोढी :- रोशन मेरी जान में आने वाला हूँ..
रोशन :- में भी गयी बावा....
और झड जाती है....और सारा रस छोड़ देती है...
सोढी भी रोशन के रस को सह नही पाता है...और अपना सारा रस अंदर ही उसकी चूत में डाल देता है..
और हांफता हुआ...रोशन के उपर गिर जाता है....
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RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
उधर तारक के घर..
अंजलि डोर बेल बजाने लगती है....लेकिन जैसे ही गेट पे हाथ रखती है..गेट खुल जाता है...
और वो गेट खोल के अंदर चली जाती है...जैसे ही वो अंदर देखती है...वो चौंक जाती है...और अंदर का नज़ारा देख के उसके दिल में एक ख़ुसी की लहर दौड़ जाती है...
अंदर कमरे में...अंधेरा कर रखा होता है...वैसे तो दिन की रोशनी थी....पर फिर भी काफ़ी अंधेरा था...लाइट सारी बंद थी...
बस छोटी छोटी सुंदर सुंदर कंडेल्स जल रही थी...जिससे घर जगमगा रहा था...
वो देख के अंजलि के मुँह से निकल गया...
अंजलि :- वाहह.....वऊओ...ये सब क्या है...
बॅस इतना ही बोलती है कि तभी वहाँ से तारक एक रोमॅंटिक गाना गाते हुए आता है......उसके हाथ में रोज़ होते हैं...और वो उन्हे हवा में उछालते हुए आता है...और अंजलि के पास आकर...अपना गाना जारी रखता है...और सारे फूल उसके उपर डाल देता है......और अपना एक हाथ अंजलि के कमर पर...और दूसरा हाथ उसके हाथ में पकड़ कर...गाना गाते हुए डॅन्स करने लगता है...
बहुत ही रोमॅंटिक सीन था वो...अंजलि बहुत ही ज़्यादा खुश थी....और उसकी वो खुशी उसकी आँखों में सॉफ झलक रही थी...उसका दिल ...उसके काबू से बाहर हो गया था....
तभी तारक गाना ख़तम करता है..और घुटनो पे बैठ के अंजलि का हाथ पकड़ता है...और उसपे एक प्यारी से किस कर देता है...
अंजलि के बदन एक प्यार भरी लहर दौड़ जाती है....वो आज इतनी खुश थी..कि वो बस अपने मूँह से बयान नही कर पा रही थी...फिर भी वो मदहोश आवाज़ में बोलती है...
अंजलि :- तरक्कक...ये सब क्या...
तारक :- क्यूँ मेरी जान...अच्छा नही लगा क्या...
अंजलि :- अच्छा..नही लगा...
बहुत ही ज़्यादा अच्छा लगा...मुझे तो आज से पहले इतनी खुशी नही हुई...अपने मेरे लिए इतना सब कुछ किया...
और फिर वो तारक को उपर उठा लेती है...और कस कर ..अपने सीने से चिपका लेती है...
सीने से चिपकने की वजह से ...अंजलि के चुचे तारक की छाती में धँस जाते हैं...और तारक भी अपने हाथ अंजलि के पीछे कस लेता है...
कुछ देर ऐसे रहने के बाद....तारक बेकाबू हो जाता है....वो अंजलि के ...शोल्डर पे किस करने लगता है...और फिर अपने आप को थोड़ा पीछे करते हुए...उसकी गर्दन...फिर उसके शोल्डर पर..अपने चुंबनों की बोछार कर देता है...
अंजलि बॅस आहह ओह्ह तारक..आ..कर रही थी...
तभी तारक अंजलि की गर्दन को छोड़ कर उसके मुँह की तरफ बढ़ता है..और पहले उसके गाल..माथे...और आखरी में...उसके होंठ...चूसने लगता है..
अब वो दोनो एक दुरसे को चूमने लगे थे..एक दूसरे के होंठो को...शायद पूरी सोसाइटी में इनसे बढ़िया लिप किस कोई नही कर सकता था....
अब वो दोनो पागलों की तरह एक दूसरे के लिप्स्स को चूस रहे थे...और अपनी जीभ एक दूसरी की जीभ से खेल रहे थे......करीब 10 मिनट तक चलता रहा इनका चुंबन...फिर तारक ने खुद छोड़ा...क्यूँ कि उसकी सांस फूलने लगती थी...
बट जब तारक ने अंजलि को छोड़ा...तो अंजलि उसको अजीब सी निगाहों से देख रही थी..मानो बोल रही हो..छोड़ क्यूँ दिया...
इस वक़्त उसके दिल में जो प्यार उमड़ रहा था...उसको बुझाना बहुत मुश्किल था....
जब एक औरत प्यार करने पर आ जाए..तो कोई भी मर्द उसकी हवस को नही बुझा पाता है..वही हाल इस वक़्त अंजलि का था...
तारक ने बिना देरी करे...अपने पहले कपड़े उतार दिए..और सिर्फ़ एक अंडरवेर में खड़ा हो गया...उसका लंड अंदर से खड़ा हुआ था और बाहर से ही सॉफ सॉफ दिख रहा था...
अपने कपड़े उतारने के बाद.... उसने अंजलि की उपर की कमीज़ उतार दी...और ब्रा भी उतार दी....लेकिन जैसे ही वो उसके चुचों पे हाथ रखने के लिए बढ़ा....अंजलि ने उसका हाथ पकड़ लिया...
तारक:- क्या हुआ अंजलि तुम नही चाहती क्या..
अंजलि :- आप पहले से ही बहुत कुछ कर चुके हो....इस वक़्त में पहले आपको खुश करना चाहती हूँ...
और नीचे बैठ जाती है..और तारक का अंडरवेर नीचे कर देती है..और उसके लंड को अपने हाथ से उपर नीचे करने लगती है...
तारक को स्वर्ग जैसा एहसास होना शुरू हो जाता है...
अब अंजलि तारक के लंड को मूह में लेके चूसना चालू कर देती है..
वो तारक का लंड आधा मुँह में लेती है..और फिर बाहर निकाल देती है...
तारक को बहुत मज़ा आ रहा था...उसके मूँह से हल्की सेी आह निकल रही थी....
फिर अंजलि ने स्पीड बढ़ा दी....और अपना लंड मुँह में अंदर बाहर करना चालू कर दिया...लंड गले तक जाता और फिर बाहर आ जाता....इतनी ज़ोर से चूसने की वजह से अंजलि के बूब्स बुरी तरह आगे पीछे हो रहे थे...
तभी तारक अपना हाथ पकड़ के ... अंजलि के मुँह को पीछे धकेल देता है...
अंजलि :- क्या हुआ तारक...मज़ा नही आया क्या...
तारक :- अंजलि मज़ा..पूछो मत...निकलने वाला था....इसलिए पीछे हटाया है...
अंजलि :- अहहः....
तारक :- अंजलि अब मुझसे रुका नही जा रहा है..
अंजलि :- शरमाते हुई...तो कौन बोल रहा है रुकने का...
बॅस इतना ही बोलती है....कि तारक अंजलि को उपर उठाता है..और उसकी सलवार को उसकी पैंटी के साथ ही नीचे कर देता है...
अब दोनो पूरी तरह नंगे हो चुके थे...अंजलि की चूत में से तो रस बहना शुरू हो चुका था...
तारक से रहा नही जा रहा था..तो वो अंजलि की चूत को चूसना नही चाहता था...बस अपने हाथ को चूत पे रख के उसे मसल दिया...
अंजलि के मुँह से बस....उईईईईईईई माँ...ही निकल के रह गया...
तारक अंजलि को दीवार का सहारा लेकर खड़ा हो गया...
अंजलि :- चलो ना बैठ के करते हैं...
तारक :- बैठ के और लेट के तो रोज़ करते हैं...आज ऐसे ही करेंगे...
अंजलि :- ऐसे ...पर कैसे करेंगे...
तारक :- अभी दिखाता हूँ...
और तारक अंजलि के एक पैर को हवा में उठा लेता है...और अपने लंड को ऊट पे सेट कर के...अंजलि की तरफ़ देखता है...जिसकी आँखों में आज बेपनाह प्यार होता है...
और अपने लंड को चूत में धकेल देता है....आधा लंड चूत में उतर जाता है..
अंजलि :- अहह...ओह....
बस इतना ही निकलता है..क्यूँ कि अब की बार तारक के धक्के से...पूरा का पूरा लंड अंदर चला जाता है....
और बिना रुके जबरदस्त धक्के लगाना शुरू कर देता है...और लंड अंदर बाहर करने लगता है....धक्के इतने ताबड तोड़ थे...कि अंजलि बुरी तरह हिल रही थी...
अंजलि :- अजहह अतरक्कक......अह्ह्ह्ह..ऊहह..माँ
मॅर गैिईईईईईईईई.....और तेज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़...अहह...हन्णन्न्..और तेज़्ज़....
तारक का लंड पूरा चूत में जाता ...और फिर बाहर आ जाता....
पूछ क्पुच...पच अपच..जैसी ही आवाज़ें आ रही थी.....
दोनो पसीने पसीने हो चुके थे....
तारक के धक्के अब और रफ़्तार पकड़ चुके थे.....
अंजलि :- तारक बॅस में गई......में नही झेल सकतिईइ और्र्र्र्र्ररर....
तारक :- अंजलि में भी आना वाला हूँ....मुझसे तो रहा नही जा रहा...
और अपना सारा रस अंजलि की चूत के अंदर छोड़ देता है...4 या 5 झटके लगते रहते हैं....अंजलि तारक के गरम रस को सहन नही कर पाती...और अपना ढेर सारा पानी छोड़ देती है....
दोनो काफ़ी थक गये थे...तारक अंजलि के पैरों को नीचे रख देता है...और उससे लिपट जाता है...कुछ मिनट बाद...दोनो फिर से होंठों का रस पान करने लगते हैं...
तारक :- अंजलि मज़ा आया ना..
अंजलि :- तारक ऐसा मज़ा..आज तक नही आया...
और दोनो फिर से एक दूसरी की बाहों में सिमट जाते हैं.....
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RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
बबीता भी मदहोशी में पागल हुई जा रही थी...वो सोच रही थी..आज तो मुझे जन्नत का एहसास होने वाला है..
इतने में अईयर बबीता के लेग्गी...और उसके पैंटी को खीच के उतार देता है...
बबीता की चूत पूरी तरह गीली हुई होती है...वो तो बस चुदने की तैयारी में होती है...
अईयर अपना मुँह उसकी चूत के पास ले जाता है.....और...!!!!,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
दोस्तो क्या आईयर बबीता की प्यास बुझा पाया या बबीता को उसने प्यासा ही छोड़ दिया . अब बबिता किससे चुदवायेगी ये जानने के पढ़े रहें और मेरा साथ देते रहें
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