RE: Hawas ki Kahani हवस की रंगीन दुनियाँ
मैं भी अब झड़ने के करीब पहुँच गया...मैंने कहा...........रचना मैं आया..............वो जल्दी से पलटी और मेरे लंड पर अपना मुंह लगा दिया....मेरे लिए ये काफी था, मैंने उसका मुंह उसकी मनपसंद मिठाई से भर दिया...
वो सारी रसमलाई खा गयी.
फिर वो उठी और आई लव यू कहकर मेरे सीने से लग गयी मैं भी उसके कोमल से शरीर को सहलाते हुए आई लव यू टू ..आई लव यू टू ...कहने लगा.
हाँफते हुए रचना ने अपनी नजर मुझसे मिलायी और मुस्कुराकर बोली.."मुझे तुम्हारा लंड पसंद आया, ये अन्दर जाकर तो बहुत ही मजे देता है, ये कितना मुलायम, गर्म, और मजेदार है."
मैंने कहा "तुम्हारी चूत भी बहुत मजेदार है, मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा है, कितना आनंद आ रहा था, तुम्हारी रेशम जैसी चूत में अपना लंड डालने में, इस आनंद की तो मैंने कल्पना भी नहीं की थी."
रचना : "अब तुम कल मुझे सुबह उठाने के लिए आ जाना मेरे रूम में" उसने उठते हुए कहा.
मैं :"उठाने के लिए ? पर किसलिए ??"
रचना : "क्योंकि मुझे और मजे चाहिए इसलिए..कल से रोज सुबह तुम मेरी चूत चाटोगे और फिर अपने इस खुबसूरत लंड से मेरी चूत मारोगे..
मैं : "हाँ हाँ बिलकुल हैं." मैंने खुश होते हुए कहा.
ऋतू : "ठीक है फिर..good night " और उसने झुक कर मेरे लंड को चूम लिया
मैं : " good night " मैंने कहा.
अगले दिन सुबह मेरी नींद जल्दी ही खुल गयी और मैंने जब छेद से रचना के रूम में देखा तो वहां अँधेरा था, मैं दबे पांव उसके रूम में गया और उसके बेड के किनारे जाकर खड़ा हो गया, थोड़ी देर बाद अँधेरे में अपनी आँखें adjust करने के बाद मैंने देखा की रचना अपनी चादर से बाहर निकल कर सो रही है, वो एकदम नंगी थी, उसकी दोनों टांगें फैली हुई थी जिसकी वजह से उसकी चूत अलग ही चमक रही थी. मेरा लंड ये नजारा देखकर फुफकारने लगा, मैंने रिकॉर्ड टाइम में अपने कपडे उतारे और उसकी खुली हुई टांगो के बीच कूद गया, मैंने अपना मुंह जैसे ही उसकी चूत पर टिकाया उसके शरीर में एक सिहरन सी हुई और उसकी नींद खुल गयी, जब उसने मुझे अपनी चूत चाटते हुए देखा तो वो सब समझ गयी और उसके मुंह से सिस्कारियां निकलने लगी..
म्म्म्मम्म्म्मम्म आआआआआआआआ भैया ......गुड मोर्निंग.
मैंने उसकी रसीली चूत से अपना मुंह ऊपर उठाया और बोला "गुड मोर्निंग"
हमेशा की तरह उसकी चूत में से ढेर सारा रस बहने लगा और मैं सड़प-२ करके उसे पीने लगा.रचना ने मेरे बाल पकड़ लिए और मुझे ऊपर की तरफ खीचने लगी..मैं ऊपर खिसकते हुए उसकी नाभि, पेट और फिर मोटे-मोटे मुम्मो पर किस्स करता चला गया और अंत में उसके अधीर होठों ने मुझे ऐसे जकड़ा की मेरे मुंह से भी आह निकल गयी,
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