RE: Hawas ki Kahani हवस की रंगीन दुनियाँ
अब मेने सोच लिया था की मुझे रचना और मॉम दोनों को एक साथ चोदना है पर कैसे ये प्लानिंग मेरे दिमाग में नही आ रही थी, मुझे पता था की ये काम मुस्किल तो है लेकिन असंभव नही है। हमारे शहर में बारिश की शुर आत हो चुकी थी और मौसम काफी सुहाना हो चला था। मेने मॉम और रचना से कहा की आज तो कंही घूमने चलते है ,हमारे शहर से थोड़ा दूर एक पहाड़ी इलाका था जन्हा काफी पहाड़िया और पानी था।
हम तीनो वंहा घूमने चले गए,मेने मॉम से कहा की में रचना से अलग होकर उनके पास आने की कोशिश करूँगा और सेक्स करूँगा ,माँ ने कहा पागल हो गया है क्या तू ऐसे खुले में कैसे , कहा ये आप मेरे पर छोड़ दीजिये,यही बात मेने रचना से कही तो वो राजी हो गयी की हमे जन्हा भी मौका मिलेगा हम सेक्स कर लेंगे।
हम सुबह सुबह ही उस जगह चले गए,मॉम ने कहा की पहाड़ी के दूसरी और एक मंदिर है वो वंहा जाकर दर्शन करती है में और रचना आराम से वंहा आये,मॉम के जाते ही एक पहाड़ी की ओट में रचना मुझसे चिपक गयी।
हम दोनो के बदन में आग लगी हुई थी, और हम बेचैन थे कि, कब हम एक-दुसरे की बांहो में खो जाये।वासना की आग ने, हमारी सोचने-समझने की शक्ति शायद खतम कर दी थी। मैने जोर से अपनी प्यारी बहन को अपनी बांहो में कस लिया, और उसके पुरे चेहरे पर चुंबनो की बरसात कर दी। उसने भी मुझे अपनी बांहो में कस कर जकड लिया था, और उसकी कठोर चुचियां मेरी छाती में दब रही थी। उसकी चुचियों के खडे निप्पल की चुभन को, मैं अपने छाती पर महसूस कर रहा था। उसकी कमर और जांघे मेरी जांघो से सटी हुई थी, और मेरा खडा लंड मेरे पेन्ट के अंदर से ही उसकी स्कर्ट पर, ठीक उसकी बुर के उपर ठोकर मार रहा था। मेरी प्यारी रचना अपनी चूत को मेरे खडे लंड पर, पेन्ट के उपर से रगड रही थी।
हम दोनो के होंठ एक-दुसरे से जुडे हुए थे और मैं अपनी प्यारी बहन के पतले, रसीले होंठो को चुसते हुए, चुम रहा था। उसके होंठो को चुसते और काटते हुए, मैने अपनी जीभ को उसके मुंह में ठेल दिया था। उसके मुंह के अंदर जीभ को चारो तरफ घुमते हुए, उसकी जीभ से अपनी जीभ को लडाते हुए, दोनो भाई-बहन एक-दुसरे के बदन से खेल रहै थे। उसके हाथ मेरी पीठ पर से फिरते हुए, मेरे चुतडों और कमर को दबाते हुए, अपनी तरफ खींच रहै थे। मैं भी उसके चुतडों को दबाते हुए, उसकी गांड की दरार में स्कर्ट के उपर से ही अपनी उन्गली चला रहा था। कुछ देर तक इसी अवस्था में रहने के बाद मैने उसे छोड दिया, और वोएक ऊँची जगह पर चली गई।
|