RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
मैं कपड़े बदल कर बरमूडा और बनियान में लेट गया आंखें बंद करके। और सोचने लगा कि अभी अभी शालिनी को देखकर मुझे कोई सेक्सुअल ख्याल नहीं आया जबकि इस दौरान भी उसके उन्नत उरोजों की झलकियां कई बार दिखीं । मुझे लगा कि ये सब नेचुरल है और मुझे अपनी बहन के साथ प्यार से रहना है । मैं अपने आप को फिर से सही ग़लत के दोराहे पर ले आया । जाने कितनी उधेड़ बुन के बाद आखिर मैंने ये सोच लिया कि
"मेरी बहन यदि सुंदर है या साफ़ लफ़्ज़ों में सेक्सी है तो सब उसे देखेंगे ही और मैं भी उसके रूप को थोड़ा निहार लूं तो इससे किसी का क्या बिगड़ जायेगा, और मैं इससे बच भी नहीं सकता क्योंकि मुझे उसके साथ ही रहना है ।।"
मैंने सोच लिया कि अब से शालिनी को देखने की कोशिश मैं नहीं करूंगा पर जो दिखाई दे रहा होगा उसको देख कर उसके युवा बदन का दीदार करने से अपने आप को रोकूंगा भी नहीं । और कौन सा हम लोग फिजिकल होने जा रहे हैं, थोड़ा सा आंखें ही तो सेंक रहा हूं। यही सब सोचते हुए मेरी नाक में एक महक सी आई और साथ में शालिनी कमरे में आ गई तो मैंने आंखें खोली और मैं उसे देखता ही रह गया ।
निक्कर शालिनी की सुडौल जांघों में चिपका हुआ था जो उसके घुटनों से काफी ऊपर तक ही था, एकदम टाइट लग रहा था, और उपर स्लीवलेस बनयान टाइप ढीली टी-शर्ट में वह बहुत ही गजब लग रही थी । उसके पूरे खुले हुए कंधे और सुंदर हाथ बड़े ही आकर्षक लग रहे थे। उसके पैर की नंगी पिंडलियों पर पानी की कुछ बूंदें उपर से नीचे लुढ़क रहीं थी । शालिनी अलमारी के आईने में अपने बाल ठीक करने लगी ।।
काफी टाइम से मैं पोर्न देखता आया हु, और कभी कभी नोवेल्स भी पढ़ता था, फैन्टेसी सेक्सी कहानियों वाली। मैं शुरु से ही कम बोलने वाले टाइप का रहा हूं। अपने ही धुन में रहता हूं। कोई मुझे देख कर नही कह सकता था कि मैं सेक्स का इतना भूखा हूं ।
मैं जब भी किसी सेक्सी लड़की को देखता था तो उसको इमैजिन करता था की उसकी बाडी अंदर से कैसी दिखती होगी, उसका फिगर क्या होगा। सब कुछ मेरे दिमाग मे चलता रहता था आम लड़कों की तरह।
और यहां कमसिन जवानी की दहलीज पर खड़ी मेरी सगी बहन ऐसे सेक्सी कपड़ों में मेरे आस पास घूम रही है, मैं उसे कैसे ना देखूं , और क्यों न देखूं ।।
शालिनी ने बाल बनाकर पोनीटेल बना ली और चाय बनाई , हम दोनों ने नाश्ता किया, इस बीच मैंने गौर किया कि शालिनी के कंधों और बगल के हिस्से में उसकी सफ़ेद समीज दिखाई दे रही है क्योंकि शायद उसकी समीज बड़ी थी, असल में ऐसी टी-शर्ट के अन्दर लड़कियां ब्रा पहनती हैं ना कि समीज ।
मैंने अपनी नजरों को वहां से हटाया और फिर मैंने शालिनी से अपनी आंखें बंद करने को कहा , और मैंने बैग से निकालकर सैमसंग का एंड्रॉयड मोबाइल उसके हाथों पर रख दिया, और उसने आंखें खोली ।।
शालिनी- वाव..... फोन मेरे लिए भाईजी, और ये कहकर वो मेरे गले लग गई.....
हम दोनों खड़े थे और इस बार माल की तरह किसी के देखने का डर भी नहीं था, तो मैंने भी शालिनी को कस कर अपने सीने से चिपका लिया और उसकी पीठ पर मेरा हाथ खुद ब खुद सरकने लगा ।
मैं उसकी पीठ सहलाते सहलाते हुए उसके बालों में भी उंगली घुमाने लगा,और शालिनी ने भी मुझसे अलग होने की कोशिश नहीं की । कुछ देर में ही मुझे लगा जैसे मेरे लिंग में तनाव आने लगा है और मैं ये सोचने लगा कहीं शालिनी इसे महसूस ना कर ले, मैं हल्का सा पीछे होकर उसके गुदाज स्तनों की गर्मी महसूस कर रहा था।
शालिनी के बदन की खुशबू से मैं मदहोश होने लगा । मैंने मादा खुशबू के बारे में सुना था और आज मैं उसे महसूस भी कर रहा था, जाने कितनी देर बाद शालिनी ने अपना चेहरा थोड़ा अलग करते हुए कहा, भाईजी हमारी पहली सेल्फी हो जाए और हल्का सा सीधे होकर वो कैमरा आन करके सेल्फी लेने लगी,,,
शालिनी की दाहिनी चूंची अब भी मेरे सीने से बायी ओर से दबी थी। उसने बहुत सारे फोटो खींच डाले फिर अलग होकर वो फोटो देखने लगी ।
फोटो देख कर उसने कहा भाईजी फोन बहुत ही अच्छा है और फोटो क्वालिटी भी अच्छी है, उसने कहा भाई मम्मी को वीडियो काल करते हैं । और वो मम्मी का फोन नं मिलाने लगी, मुझे लगा कि मां के साथ वीडियो काल के लिए शालिनी के कपड़े कुछ ज्यादा ही खुले हैं कहीं मां ने देख लिया कि बगलों के साइड से शालिनी की समीज और उसके कांख के बाल साफ़ न होने से दिखाई दे रहे थे ।
मैंने शालिनी से कहा- वो ... वो शालिनी मम्मी को अभी वीडियो काल मत करो, नार्मल काल कर लो बेटा ।
शालिनी- क्यों भाईजी, क्या हुआ ?
मैं- (कुछ सोच कर) - वो... वो ... बेटा..
शालिनी- क्या भाई जी ....
मैं- (हिम्मत करके) वो तुम्हारी समीज दिखाई दे रही है ना... शायद मम्मी को ठीक ना लगे!
शालिनी - (अपने उपरी शरीर को देखते हुए) ओह... स्वारी भाई, मैंने ध्यान नहीं दिया... और वो नीचे देखने लगी ।
मैं- कोई बात नहीं बेटा.... यहां अपने घर के अंदर तो चाहे जैसे रहो बट बाहर निकलते हुए थोड़ा ध्यान रखना बस ।
शालिनी मोबाइल में फीचर्स देखने लगी और हम बातें करते रहे ।
मैं- शालिनी, एक बात पूछूं??
शालिनी-जी...
मैं- तुम ब्रा क्यों नहीं पहनती ?
शालिनी (मोबाइल में देखते हुए) - वो भाईजी, मुझे स्किन पर रैशेज हो जाते हैं ब्रा पहनने से, हाईस्कूल के बाद मां लायी थी.... ...बट रैशेज हो गये और मम्मी ने कहा कि समीज ही पहनो ।
(शालिनी के इतने आराम से बोलने से मुझको अच्छा लगा कि वो मेरे साथ खुलकर अपने अंत: वस्त्रों के बारे में बात कर रही है)
मैं- वो अच्छी क्वालिटी के नहीं होंगे, इसीलिए रैशेज हो गए होंगे,प्योर काटन कपड़े से रैशेज नही होंगे।
शालिनी- जी भाईजी, ब्रा ना पहनने से कभी कभी अजीब लगता है।
मैं- हां, और सलवार सूट में समीज चल जाती है बट इन सब स्टाइलिश कपड़ों के लिए ब्रा ही ठीक रहती है ।
मैंने घड़ी की ओर देखा और कहा- शालिनी चलो, ऐसा करते हैं मार्केट चलते हैं और तुम्हारे लिए काटन मेटेरियल की ब्रा ले लेते हैं, वापसी में तुमसे तुम्हारे नये मोबाइल की ट्रीट भी ले लूंगा ।
शालिनी-( हंसते हुए) - जी भाईजी, ये ठीक रहेगा यहां तो अच्छी क्वालिटी की मिल ही जायेगी, मैं चेंज कर लेती हूं आप भी रेडी हो जाईए ।
शालिनी पीछे कमरे में जाकर चेंज करने लगी मगर उसने दरवाजा सिर्फ ढलका दिया, लाक नहीं किया । मैं भी शालिनी के निकलने के बाद कमरे में जाकर चेंज करने लगा ।
शालिनी ने जींस और टॉप पहना था, कपड़े पहनते पहनते मैं अभी अभी हम दोनों के बीच हुई बातचीत के बारे में सोच रहा था और मेरे बदन में सिहरन सी दौड़ गई । तभी मुझे अचानक सेक्सी कहानियों में अपनी बहन को ब्रा खरीदवाने के सेक्सी वाकये मेरे दिमाग में फ्लैश करने लगे ।
|