RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
शालिनी- तुम और तुम्हारा ये ,,, क्या कहते हैं ,,,, लंड ,, हा हा हा हा
मैं- ज्यादा हंसों मत ,,, मैं तो अभी फ़िर से हिला लूंगा ,,, अपनी देखो ,,, गीली गीली हो कर रात भर रहोगी ,,, हा हा हा
शालिनी- नहीं,,, ऐसा कुछ नहीं है,, मेरा कुछ भी गीला नहीं है ,,,
मैं- ही ही ही,, चल झूठी,, मुझे क्या पता,,,दिखाओ तो पता चले ,,,
शालिनी- तुम बहुत गन्दे हो रहे हो,, अपनी ही बहन को नंगी देखोगे,,, छी,,,,,गंदे भैय्या ,,,
मैंने अब उसके थोड़ा सा पास होकर धीरे-धीरे से कहा ,,
मैं- गंदे भैय्या नहीं,, अच्छे भैय्या,, जो अपनी बहना से कुछ नहीं छुपाता,,, और मैं अपने लौड़े को सहलाते रहा बरमूडे के उपर से ही ,,,
शालिनी- छुपाया तो है ,, अभी भी,,
और उसने मेरे हाथ में पकड़े हुए लंड की ओर इशारा किया ,,,
मैं- ये तो ,,, अरे तुम्हें देखना है क्या ,, दिखाऊं,,,
और मैंने दूसरे हाथ से बरमूडे की इलास्टिक को हल्का सा नीचे खींच दिया,,,
शालिनी ने तुरंत अपनी आंखें बंद कर ली और
शालिनी- भाईईईईईई ,,, उसको बंद ही रखो,,, पिंजड़े में,,, प्लीज़ ,, यार,, ये मत करो ,,,
मुझे लगा कि ये सही मौका है शालिनी को अपने लौड़े को पहली बार दिखाने का ,,, और मैंने बरमूडे को नीचे कर दिया और मेरा फनफनाता हुआ लंड सीधा छत की ओर सलामी देने लगा,,, आह,,, मेरे सपनों की रानी, मेरी स्वीट बहना मेरे बगल में सिर्फ समीज और निक्कर में लेटी हुई थी और मैं उसे अपना लौड़ा दिखाने की कोशिश कर रहा था,,, शालिनी ने अब तक अपनी आंखें खोली नहीं थी,,,
मैं- तो मोहतरमा,,, पेश है आपकी खिदमत में ,,,, मेरा छोटा सा लंडडडड
इतना सुनते ही शालिनी की ना चाहते हुए भी थोड़ा सा आंखें खुल गईं और उसने कनखियों से मेरे खड़े लन्ड के प्रथम दर्शन कर लिए ,,, मगर उसने अपने हाथों को अपनी आंखों से हटाया नहीं,,,
मैंने बेशर्म हो कर अपने लौड़े को सहलाते हुए कहा
मैं- बेबी देख लो जीभर कर,,, फिर मत कहना कि मैं कुछ भी छुपाता हूं अपनी स्वीट बहना से ,,,
शालिनी ने आंखें बंद कर के ही बोला
शालिनी- तुम उसे बंद करो,, झूठे,,, ये छोटा है तो बड़ा कितना होता है ,,, हा हा हा हा हा ही ही हंसते हुए
मैं- ठीक है मैडम को नहीं देखना है तो शो क्लोज ,,,
और शालिनी ने समझा कि मैंने बरमूडे को उपर कर लिया है मगर मैंने ऐसा किया नहीं और उसने अपनी आंखें खोल दी ,,,,
शालिनी- ओह माई गॉड ,,, सो बिग,, झूठे जल्दी बंद करो इसे ,,
मैं - अरे यार थोड़ी सी हवा लग जाने दो इसको भी बेचारा चौबीस घंटे बंद ही रहता है ,, और मैंने सहलाते हुए लंड की चमड़ी को हल्का सा पीछे किया तो मेरा लाल सुपाड़ा दूधिया रोशनी में चमक उठा ,,, शालिनी ने इसे बड़े गौर से देखा और
शालिनी- प्लीज़ भैया,, इसे अंदर करो,,
मैं- ओह,,, कहां अंदर करूं मेरी बहना,,
शालिनी शायद मेरे इशारे को समझ गई और उसने अपने हाथ से अचानक मेरे बरमूडे को नीचे मेरे घुटनों के पास से पकड़ कर ऊपर खींचने लगी और इस दरमियान उसके मुलायम हाथों से मेरा गर्म लंड छू गया उसने उसे पूरा उपर खींच दिया और अपना हाथ हटाकर बोली ,,,
शालिनी- इस तरह अंदर करने को कह रही थी ,,, पागल,, इतना बड़ा ,,,
मैं- कहां बड़ा है मेरा,,, कुल जमा सात इंच का ही तो है मेरा छुन्नू,,,
शालिनी ने अपनी हंसी रोकते हुए कहा,,,,,,,
शालिनी- अरे और कित्ता बड़ा चाहिए तुम्हें भाई ,,, सेवेन इंच ,,, मैंने तो जो वीडियो देखें हैं सबसे बड़ा ही है तुम्हारा,,, हा हा हा हा
मेरा हाथ अब भी बरमूडे के उपर से लंड को मसल रहा था और अब हम दोनों काफी खुलकर बातें करते रहे ,,,
मैं- यार मेरा तो मन कर रहा है कि .... मैं एक बार कर लूं, नहीं तो नींद नहीं आयेगी,,, तुम क्या ऐसे सो पाओगी ?
शालिनी- पता नहीं,,
और उसने अपनी दोनों टांगों को मोबाइल देखते हुए आपस में लेटे लेटे ही रगड़ दिया ,,,
मैं- बेबी एक काम करो तुम ना,, ये मेरा मोबाइल लो और इस फोल्डर में कई अच्छी वीडियो क्लिप है,, इसे देखते हुए क्रीम के साथ उंगली करके रिलैक्स हो जाओ,,, नहीं तो तुम्हारी उलझन ऐसे ही रहेगी,,, रात भर गीली गीली,,,,
शालिनी- नहीं भैय्या,,, मुझसे नहीं होगा,,,,
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