RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
मैंने बेड से उतर कर पास में रखी निविया क्रीम की डिब्बी उसके हाथ में पकड़ा दी और आंखों ही आंखों में उसे उठने का इशारा किया,,, और वो धीरे से बेड से उठी और क्रीम हाथ में पकड़ कर बाहर निकल गई,,,, मैंने जल्दी से अपने मोबाइल पर एक अच्छा सा देशी लड़की का चूत में उंगली करने वाला वीडियो प्ले करके उसके पीछे-पीछे बाथरूम के दरवाजे पर आकर बाहर ही उससे बोला ..
मैं- बेबो,,, ये ले लो,, तुम्हें आसानी होगी करने में,,, और मैंने मोबाइल उसके दूसरे हाथ में पकड़ा दिया,,
शालिनी शर्मा रही थी,लेकिन फिर कुछ सोच कर बाथरूम का दरवाजा बंद कर लिया ।।
अब मैं दरवाजे के बाहर अपने लौड़े को हाथ से सहलाते हुए सोच रहा था कि अंदर जाकर शालिनी ने शायद निक्कर उतारकर कमोड पर टाँगे फैला कर चूत को मसला हो और शालिनी को हल्का हल्का सुरूर चढ़ा हो, वीडियो देखकर,,, शालिनी हौले हौले चूत को रगड़ती है,चूत से लगातार पानी रिस रहा होगा , शालिनी अपनी एक ऊँगली आराम से चूत में घुसेड़ती है क्रीम के साथ ,,उसे ऐसा लगा होगा जैसे पेनिस घुसेड़ दिया हो, शालिनी घुसेड़ती है फिर निकालती है ऐसा कई बार करने से उसे मजा आने लगा होगा और शालिनी जोर जोर से ऊँगली अंदर बाहर करने लगती है, शालिनी तेज तेज सिसकियाँ ले रही थी,,कभी हलके से चिल्लाती है, दरवाजे के बाहर खड़ा मैं सब सुन रहा था। मैं बाथरूम के दरबाजे के बाहर से ही बोला ....*
मैं -" बेबो कैसा लग रहा है तुमको,*
शालिनी मेरी बात सुनकर बोली--
अच्छा सा स सा,,, शालिनी की सिसकियाँ बड़ी तेजी से चलने लगी थी,,कभी कभी उत्तेजना के मारे कमोड पर गांड़ भी उछाल दे रही थी शायद,,,
शालिनी -"ह ह हाँ सच कहा भाईईईईई बहुत मममजा अ अ आ रहा ह ह है,मुझे कुछ हो रहा ह है सा .. गर"*भैय्या,,,
और शालिनी जीवन में पहली बार झड़ जाती है, बुर से पानी की पिचकारी छुट्ती है, बहुत सारा पानी निकलता है शायद,,ऐसा लग रहा था जैसे अब शालिनी मूत रही हो। शालिनी का जिस्म ठंडा पड़ने लगता है, वो पानी से साफ़ करती है अपनी बुर और टाँगे,*और फिर पांच मिनट बाद वो दरवाजा खोल कर बाहर निकल आयी,,, वो बहुत रिलैक्स लग रही थी,, हाथ मुंह धोकर एक दम रिलैक्स ,,,उसकी नजरें नीचे ही थी,,
मेरी और शालिनी की नजरें मिलते ही शालिनी शरमा गई,,,
मैं- मजा आया न बेबी , अब जब भी तुम्हारा मन करे तब कर लिया करो"
शालिनी- मुझे लगता था की दर्द होता होगा ज्यादा,पर क्रीम से वाकई में बहुत अच्छा लगा, वास्तव में तुम एक अच्छे गुरु हो ..
मैं- मान गई ना, अब तुम कमरे में जाओ, मुझे भी बाथरूम जाने दो,मेरा भी मन कर रहा है बहुत ....
मैं हँसते हुए बोला और शालिनी मेरे खड़े लंड की तरफ देखती है जो पूरा खड़ा हुआ था,*
शालिनी -"ओह्ह्हो जाओ जल्दी से कर लो ,,, हा हा*
मैं- क्या कर लू मेरी प्यारी बहना "*
मैंने मजाक करते हुए बोला और हँसने लगा....
शालिनी- अपने इस छोटे से छुन्नू को हिला कर शांत कर लो...
मोबाइल चाहिए क्या??
शालिनी मेरे खड़े लंड की ओर इशारा करती है, जो फ्रेन्ची में तम्बू बना हुआ था,
मैं- नहीं अभी जरूरत नहीं,, फुल चार्ज है मेरा छुन्नू ,,
मैं जैसे ही बाथरूम में पहला कदम रखा तो फिसल गया और फर्श पर पड़े पानी को हाँथ से छु कर देखा , थोड़ा गाढ़ा और चिपचिपा पानी पड़ा हुआ था, मैं समझ गया कि यह शालिनी की बुर से निकलने बाला कामरस है, बाथरूम का दरबाजा खुला हुआ ही था अब तक,,,
शालिनी ने मेरे फिसलने की आवाज सुनी और मुड़कर मेरी तरफ फिर से आ गई
मैं- यह तुम्हारी बु .... सॉरी वजाईना से निकला हुआ पानी है,बहुत चिपचिपा और गाढ़ा है इसलिए फिसल गया,,,,,,,,
मैं हाथ पर लगे बुर के कामरस को दिखाते हुए बोला। शालिनी मेरे द्वारा बुर बोलने पर शर्मा जाती है, मैंने भी बुर शब्द पूरा ना बोलकर वजाइना बोल दिया था ,जो वो बार बार कहती थी।।
शालिनी- ओह्ह सॉरी यार, साफ़ करना भूल गई, तुम हाथ धो लो ये गन्दा है*
मैं- नो यार, यह गन्दा नहीं होता है,इसमें भी मेरे लिक्विड जैसे मदहोश करने वाली खुशबू है, मुझको तो यह पानी बहुत पसंद आ रहा है, इसी पानी से में अपने पेनिस की मसाज करूँगा, मुझे झड़ने में आसानी होगी" शालिनी ये सुनकर हैरान हो जाती है।
शालिनी- ओह्हो भाई , ऐसा मत कर तुम्हें इंफेक्सन हो सकता है" ।
और मैं आज बरमूडे को उतार कर फर्श पर बैठ कर शालिनी के बुर से निकलने वाले पानी को हाथ में फर्श से लेकर अपने लौड़े को जबरदस्त तरीके से आगे पीछे करने लगा,,, कुछ देर पहले ही मैंने हस्तमैथुन किया था तो इस बार थोड़ा ज्यादा टाइम लगना ही था,,, मैं ये सोच कर और अधिक उत्तेजित हो गया कि आज शालिनी ने पहली बार अपनी बुर में उंगली डाल कर अपना पानी निकाला है और उसी पानी को मैं अपने लौड़े पर लगाकर हस्तमैथुन कर रहा हूं,,,, और कुछ मिनट की मेहनत के बाद मैंने भी अपने वीर्य की पिचकारी मारी और नहाकर बरमूडा पहनकर शालिनी के पास आकर लेट गया,,,
अब हम दोनों ने आपसी सहमति से सेक्स का एक अहम पड़ाव तय कर लिया था,,, एक दूसरे को बताकर हस्तमैथुन करने की शुरुआत,,, कब एक दूसरे की सहमति से एक दूसरे का हस्तमैथुन करेंगे,,,, मतलब मेरे लौड़े पर शालिनी का हाथ या होंठ.... और शालिनी की मस्त चूत में मेरी ऊंगली,,,,,,,,,, जाने कब वो दिन आयेगा,,
हम दोनों ही अब पूरी तरह से शांत और संतुष्ट हो गये थे और दोनों ही एक-दूसरे से फिलहाल नजरें नहीं मिला पा रहे थे,,,,, मगर मैं इस हसीन मौके को जाया नहीं जाने देना चाहता था,,, और मैंने हल्के से करवट होकर
मैं- गुड नाईट बेबी....
और इतना कहकर मैंने उसे अपने साथ चिपका लिया और उसके बालों में उंगलियां फिराने लगा ,,, वो भी मुझसे अच्छे से चिपक गई और
इसी बीच मैंने उसके रसभरे गुलाबी होंठों पर चुम्बन करने की कोशिश की तो आज मुझे पहली बार लगा कि शालिनी ने मेरे होंठों को हल्के से चूसा और फिर कुछ सेकंड में ही अलग हटा लिया अपना चेहरा,,,
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