RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
सुबह हम दोनों ने उठते ही एक-दूसरे को गुड मार्निंग किस्सी करी और जल्दी से तैयार होने लगे,,, शालिनी तो जैसे उड़ कर घर पहुंच जाना चाहती थी,,,
उसने जल्दी-जल्दी मेरे लिए चाय बनायी और वो नहाने के लिए बाथरूम में चली गई,,
मैं बैठा न्यूज पेपर पढ़ रहा था कि वो मेरे सामने से ही तौलिया लपेट कर निकली,,,,,,,, और सुबह सुबह मेरे सारे शरीर के रोएं खड़े हो गए,,,
उसकी टावेल हल्की सी नीचे बंधी हुई थी जिसमें से उसकी गोरी गोरी चूचियां बाहर झांक रही थी। लड़कियों के शरीर को अधनंगा देखने पर एक अलग ही रोमांच पैदा हो जाता है,,,,
कुछ एक मिनट उसके रूप के नशे में चूर मैं बैठा ही रहा,,, फिर मैं भी उठकर नहाने के लिए बाथरूम में गया और जल्द ही नहाकर टावेल लपेट कर अपनी फ्रेन्ची अंडरवियर को ढूंढते हुए बाहर बरामदे से लेकर कमरे में देखते हुए मैं पीछे कमरे में दरवाजा धकेलता हुआ घुस गया और सामने एक और हसीन नजारा मेरा इंतजार कर रहा था,,, शालिनी टी-शर्ट पहन रही थी और मुझे पीछे से उसकी नंगी पीठ का अच्छा सा नजारा मिल गया,,,
शालिनी अपनी टी-शर्ट ठीक करते हुए मुझसे बोली
शालिनी- क्या भाई, तुम तैयार नहीं हो रहे,,, जल्दी करो यार,,
मैं- वो मेरी चड्डी नहीं मिल रही है,,,
और शालिनी ने बेड पर पड़े हुए कपड़ों में से मेरी अंडरवियर देते हुए बोली जल्दी करो,,, वी आर गेटिंग लेट ,, और वो अपने बालों को संवारने लगी,,
मैंने फ्रेन्ची को पहनते हुए बिना उसे उपर खींचे पहले ही टावेल हटा दिया और मेरे हल्के से खड़े लन्ड की झलक शालिनी को मिल गई,,,, मैंने भी आराम से फ्रेन्ची में दबाकर लंड को एडजस्ट किया और जींस पहनने लगा,,,
और जैसी मुझे उम्मीद थी शालिनी ने मेरे लंड को देखकर हंसते हुए कहा...
शालिनी- हा हा हा,, जंगली ... जानवर
मैं उसका मतलब समझ गया कि वो मेरी बढ़ी हुई झांटों को देखकर ऐसा बोल रही है,,,, मैं भी मुस्कुराते हुए
मैं- कहां है जंगल और उसमें रहने वाला जंगली जानवर
शालिनी- वही जानवर जिसे तुम चढ्ढी में दबा रहे हो और कौन, हा हा हा हा
मैं- अरे यार , वो काफी दिनों से जंगल में सफाई नहीं करी है ना तभी झांटे थोड़ा बढ़ गई हैं,,, वापस आ कर जंगल को सफाचट मैदान बना दूंगा,,
शालिनी- (हंसते हुए) वो क्या बोला तुमने अभी,,,,, झांटे,,
मैं- हां,, तो,,, यहां के बालों को झांटे ही कहते हैं बेबो ,,,
शालिनी- जी गुरु जी,, हा हा हा हा,, झांटे,,,,
मैं- हां हां हंस लो,,, तुम्हारी भी तो बड़ी हो गई हैं,,,
शालिनी- मेरी अभी नहीं बढ़ी हैं,,, पीरियड में तो क्लीन करी थी मैंने,,,,, और तुमने कब देख ली मेरी,,,, झाअअ
मैं- हां, ज्यादा बड़ी नहीं है तुम्हारी झांटे अभी,,, वापस आ कर तुम भी क्लीन कर लेना,,,, वो शाम को जब तुम सो रही थी सिर्फ पैंटी में,,, तो थोड़े से दिख रहे थे भूरे भूरे से बाल,,,
|