RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
हम दोनों घर पहुंचे और माम हम लोगों को देखकर आश्चर्यचकित हो गई और गले लगाकर बोली,,
सरोजिनी- मेरे बच्चों तुम लोगों ने ऐसे अचानक आकर मुझे सरप्राइज दिया है,,, बहुत याद आती है तुम लोगों की,,,
शालिनी- माम हम लोग भी आपको बहुत मिस करते हैं,,,, काश हम सब साथ में ही रहें,,,,
मैं- हां,, माम कुछ करो और अपना ट्रांसफर शहर में ही करवा लो,,,, फिर हम सब साथ में रहेंगे,,
शालिनी- हां,,, माम कितना अच्छा होगा,,हम सब साथ रहेंगे,,
सरोजिनी- अच्छा मेरे बच्चों,,, कुछ समय बाद देखते हैं,,, अभी तो मुश्किल है मेरा ट्रांसफर,,, अच्छा अब मुझे छोड़ो,,, कुछ खाना पीना है,,, थक भी गये होंगे तुम लोग,,,
और हम दोनों ने अपनी बाहों के घेरे से माम को आजाद किया और माम किचन में चली गई,,, उनके पीछे पीछे शालिनी भी किचन में पहुंच गई,,,,
मैं भी अपने कमरे में जाकर कपड़े बदल कर किचन के बाहर खड़े हो कर माम से बात करने लगा और शालिनी किचन से निकल कर अपने कमरे में बैग लेकर चली गई,,,,
वो कुछ मिनट बाद बाहर आई कपड़े बदल कर और उसने टी-शर्ट कैप्री पहनी हुई थी,,, हम तीनों साथ में बैठ गए और चाय नाश्ता करने लगे,,,,
सरोजिनी माम- थैंक्स बेटा,,, तुमने शालिनी के लिए अच्छे कपड़े सेलेक्ट किए हैं,,, अब मेरी बेटी और भी सुंदर लग रही है,,,
माम शालिनी की ओर देखते हुए बोली
मैं- ओहो माम,,, तो आप का मतलब है मेरी बहना पहले सुंदर नहीं थी,,,,
शालिनी- हूं,,, अब आप दोनों लोग मिलकर मेरी टांग खिंचाई करने लगे,,, वैसे माम ये वाले कपड़े मेरी ही पसंद के हैं,,,
सरोजिनी माम - अरे मेरे बच्चों,,, कोई किसी की खिंचाई नहीं कर रहा है,,, बस काफी दिनों बाद देखा है ना तुम दोनों को,,, तो अच्छा लग रहा है,,, बस तुम दोनों ऐसे ही प्यार से रहो,,,
मैं- माम ,,, आप बिल्कुल भी परेशान ना हुआ करें हम दोनों के लिए,,, हम अच्छे दोस्त बन गए हैं और साथ में खूब मस्ती करते हैं,,, कोई लड़ाई झगड़ा नाराजगी नहीं होती,,,, और अब तो शालिनी मुझे खिला खिला कर मोटा कर दे रही है,,,
मैं अपने डोले माम और शालिनी को दिखाते हुए बोला
शालिनी- (हंसते हुए) हां हां हां,,, अब मैं खाना बना लेती हूं,,, और भाई को बाहर का नहीं खाना पड़ता,,, वैसे माम,,, भैय्या अभी मोटे बिल्कुल नहीं है,,, बिल्कुल जान अब्राहम जैसे फिट और स्मार्ट,,,, हीर है मेरा भाई,,,
मैं- हां माम ,, मुझे तो वैसे भी बाहर की कोई चीज पसंद नहीं,,, घर में अगर सब कुछ मिल जाए तो वो ठीक रहता है और सेफ भी ,,,
मेरे चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान शालिनी को देखते हुए फैल गई
सरोजिनी माम - हां हां,, मेरे दोनों बच्चों में कोई भी मोटा नहीं है,,, तुम दोनों फिट हो,,, हां मैं जरूर मोटी हो रही हूं आज कल,,,
हम दोनों की चाय खत्म हो गई थी और हम दोनों एक साथ उठकर माम के पीछे से आकर कुर्सी के दोनों तरफ से उनके गले लग गये और एक साथ बोले - आप बिल्कुल भी मोटी नहीं हैं और उल्टे अकेले रहकर आप शायद आज कल अपने खाने का ध्यान नहीं रखतीं हैं,,,
और ऐसे ही हम सब बातें करते रहे और कुछ देर बाद शालिनी से मिलने पड़ोसी सहेली आ गई और वो उसके साथ बातें करने लगी,,,,, मैं भी घर के आसपास के लोगों से मिला और रात के नौ बजे तक घर वापस आ गया,,,,
मैं घर में घुसा तो सामने माम बैठी टीवी देख रही थी और मुझे देख कर शालिनी उनके पास से उठते हुए बोली,,,
शालिनी- मैं नहाने जा रही हूं माम फिर खाना खाते हैं,,
वो कमरे में कपड़े लेने के लिए गई और पीछे पीछे मै भी पहुंच गया और वो अपने कपड़े निकाल रही थी बैग से,,,, उसने एक बार मेरी तरफ देखा और हाथ में कपड़े लेकर बाहर जाने लगी,, तभी मैं बोला,,,
मैं- मैं भी चलू क्या"
शालिनी- चुप करो तुम अब,,
मैं - क्यों,,, हम दोनों ने तो वैसे भी एक दूसरे को नहाते हुए देखा है,,
शालिनी- नहीं यार,, हम हैं कहां,,, तुम्हें कुछ होश है,,,
मैं -"क्यों "
शालिनी- पागल,,, हम घर में हैं,,, माम के साथ,,
और वो रूम से चली गयी मैं सोचने लगा की शालिनी मेरे साथ थोड़ा थोड़ा खुलने तो लग गयी है लेकिन उसे शर्म आ रही है,,, या फिर माम की मौजूदगी से उसने मना किया है,,,, ओह तेरी तो,,,, मतलब अगर हम दोनों अकेले होते तो शालिनी को मेरे साथ घर के बाथरूम में नहाने में शायद कोई इंकार नहीं था,,,,, चलो कोई नहीं,,, दो दिनों के बाद हम दोनों फिर से अपने शहर के मकान में अकेले हो ही जायेंगे,,,,,,,
मैं वहीँ बैठ गया और सोचने लगा की आगे क्या किया जाए थोड़ी देर बाद शालिनी नहा के आई ,, माम अब किचन में जा चुकी थीं,,, उसको देखते ही मैं पागल हो गया नहा के उसने वी नेक का टॉप और कैप्री पहनी थी वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी गीले गीले ढीले से बाल जिन्हें उसने क्लिप से बांध रखा था गले में पतली सी चेन कान में छोटे छोटे टोप्स उसका टॉप जो उसके बदन से चिपका हुआ था उसके चिपके हुए टॉप में से उसके मोटे मोटे नरम स्तन बाहर की तरफ निकलते हुए बहुत सेक्सी शेप बना रहे थे उसके गोरे चिकने चमकते हाथ उसके नीचे उसकी कैप्री,,, वो मेरे सामने घूम रही थी तो उसे देख देख के मैं पागल हुए जा रहा था फिर वो बॉडी लोशन की बोतल लेके मेरे सामने बैठ गयी और अपने हाथ में लोशन लेके अपने हाथों पे लगाने लगी मैं उसे लोशन लगाते हुए देख रहा था और उसकी खूबसूरती को निहार रहा था और वो भी बीच बीच में मुझे मुस्कुराते हुए देख रही थी*
हाथों पे लोशन लगाने के बाद वो पैरों पे लोशन लगाने के लिए झुकी और उसके टॉप के गले में से मुझे अंदर की एक झलक दिखी शालिनी ने टॉप के अंदर वाइट कलर की शमीज और उसके अंदर वाइट कलर की ब्रा पहन रखी थी पूरे रूम में उसके बदन की डियो की और लोशन की खुशबू महक रही थी फिर लोशन लगा के उन्ने बोतल साइड में रखी और मुस्कुराते हुए अपनी आईब्रो ऊपर करके मुझे इशारा किया,,, जैसे कह रही हो क्या देख रहे हो मेरे चुदासे भैय्या,,,
मैं शालिनी के शरीर के हर कोने और कटाव को ना जाने कितने एंगल से देख चुका था और छू भी चुका था मगर आज दिन भर के सेक्सी वाकये से भरपूर सफर के दौरान मेरी भूख और बढ़ गई थी और मुझे थोड़ा सा ज्यादा मज़ा इसलिए भी आ रहा था कि यहां माम की मौजूदगी में शालिनी से छेड़छाड़ का दुगुना मजा आ रहा था,,, शालिनी ने आज रात के समय सोने के लिए भी ब्रा और समीज पहनी हुई है,,, माम के साथ होने से,,,, और मैंने मौका देखते हुए तीर चलाया...
मैं- बहुत सेक्सी लग रही हो यार,,,
शालिनी (हंसते हुए)- अच्छा मुझे तो पता ही नहीं था ,,,
और हंसने लगी हम दोनों मुस्कुराते हुए एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे तभी मम्मी आई और
सरोजिनी माम- नहा लिया शालिनी,,
शालिनी- हाँ मम्मी
सरोजिनी माम- चलो तुम दोनों खाना खा लो,,,,,
मैं- माम दो मिनट,,, मैं भी नहा लूं,,,
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