RE: xxx indian stories आखिरी शिकार
फिर जान फ्रेडरिक के संकेत पर वे अपनी कुर्सियों से उठ खड़े हुए।
"हम अभी हाजिर होते हैं ।" - जान फ्रेडरिक बोला।
तीनों कमरे से बाहर निकल गये ।
राज अकेला कमरे में बैठा रहा ।
थोड़ी देर बाद वे वापिस लौट । इस बार मिलर भी उनके साथ आया था ।
“मिस्टर राज ।" - जान फ्रेडरिक उसकी ओर एक कागज बढाता हुआ बोला - "इस कागज पर इस इमारत का पता लिखा हुआ है । अपने कहे अनुसार कल रात आप यहां तशरीफ ले आइयेगा । मिलर आपको हमारे पास पहुंचा देगा।"
"आप लोग यहां नहीं होंगे?"
"नहीं । हम यहां नहीं रहते । यह निवास स्थान मिलर का है ।"
“और आप लोग कहां रहते हैं ?"
"फिलहाल यह प्रश्न महत्वपूर्ण नहीं है । कल रात हम आपके आगमन की प्रतीक्षा करेंगे । मिलर आपको वापिस अपने होटल तक छोड़
आयेगा ।"
"जरूरत नहीं।" - राज जल्दी से बोला - "मुझे बाहर का रास्ता दिखाइये ।
होटल तक मैं खुद पहुंच जाऊंगा।"
"ओके । मिलर आपको बाहर तक छोड़ आयेगा |
गुड नाइट ।"
"गुड नाइट ।" - राज बोला।
"दिस वे, मिस्टर राज ।" - मिलर बोला ।
राज मिलर के साथ हो लिया । मिलर उसे गली से पार मुख्य सड़क पर छोड़ गया।
एक टैक्सी पर सवार होकर राज अपने होटल पहुंचा।
रिसैप्शन से उसने अपने कमरे की चाबी ली और लिफ्ट के रास्ते अपने फ्लोर पर पहुंच गया ।
वह अपने कमरे के सामने पहुंचा ।
उसने दरवाजे का ताला खोला और दरवाजे को भीतर धकेला।
उसने कमरे में कदम रखा और एकदम ठिठक गया ।
कमरे में से जलते हुये सिगार की गन्ध आ रही थी।
इससे पहले कि वह कमरे से बाहर निकलने के बारे में सोच भी पाता, कमरे की बत्ती जल उठी ।
कमरे में उससे केवल दो कदम दूर एक लाल चेहरे वाला लम्बा तडंगा अंग्रेज खड़ा था । उसके चेहरे पर चेचक के दाग थे, माथे पर एक चोट का लम्बा निशान था और नाक जरूरत से ज्यादा बड़ी थी । उसके मुंह में एक जलता हुआ सिगार दबा हुआ था । उसके हाथ में एक रिवाल्वर थी, जिसकी नाल राज की ओर तनी हुई थी । वह पुलिस इन्स्पेक्टर की यूनीफार्म पहने हुये था
"प्लीज कम इन ।" - इन्स्पेक्टर मधुर स्वर से बोला।
राज अनिश्चित-सा कमरे में प्रविष्ट हो गया ।
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