RE: Incest Porn Kahani चुदाई घर बार की
जल्दी कर लो क्यों के सारी रात वाला प्रोग्राम फिर कभी का बना लेना आज नहीं क्यों के यहाँ फरीदा भी सोई होई है अगर इस की आँख खुल गई और इस ने हमनें इस हालत मैं देख लिया तो क़यामत ही आ जानी है इस ने तो पहले भी कोई कसर नहीं चोरी थी हमनें मरवाने की वो तो बस हुमारी किस्मत ही अच्छी थी
हाँन बाजी बात तो आप की ठीक है चलो फिर उतरो कपड़े आज का काम जल्दी जल्दी कर लेते हैं क्यों क अगर ये उठ गई तो ये हुमारे प्यार को ना समझते हो शोर श्राबा करे गी
मैं अब बाजी के ऊपर से हट के बिस्तेर से उतार आया और जान बुझ के फरीदा की तरफ मुह कर के अपने कपड़े उतरने लगा जिससे की मैं चाहता था की फरीदा अच्छी तरह मेरा लूँद देख ले जो की वो आध खली आँखों से अब देख भी रही थी हमारी तरफ बाजी ने भी मेरे पास खड़े हो के ही अपने कपड़े उतार दिए और नंगी हो गई
तो मेरे पीछे आ के खड़ी हो गई और मुझे पीछे से लीपेट गई और अपना एक हाथ थोडा नीचे कर के मेरे लूँद पे रख दिए और सहलाने लगी
थोड़ी देर तक बाजी अपने नंगे बूबस को मेरी कमर पे रगड़ती रही और मेरे लूँद को हाथ मैं पकड़े सहलाती रही तो फिर मैने बाजी का हाथ पकड़ा और उसे आगे की तरफ खींच लिया तो बाजी मेरे पेचए से निकल के सामने आ गई तो मैने बाजी को एक किस कियोर किस करने के बाद बाजी को अपने लूँद की तरफ इशारा किया तो बाजी मुस्कराते हो मेरे लूँद की तरफ झुक गई और अपना मुह खोल के मेरे लूँद की कॅप को अपने मुह मैं भर लिया
अब बाजी मेरे लूँद पे झुकी होई बड़े मज़े से लोली पोप की तरह मेरे लूँद को चूसे जा रही थी लेकिन अब मेरा ध्यान बाजी से हट के फरीदा बाजी की तरफ चला गया जिन का फेस टमाटर की तरह लाल हो रहा था और माथे पे पसीना भी चमक रहा था और उन की आखेँ भी आधी खुली नज़र आ रही थी
मैं समझ गया के फरीदा बाजी भी हुमारी मस्ती को पूरी तरह एंजाय कर रही हैं तो मैने बाजी को बलों से पकड़ के झतका दिया और खड़ा कर के उन के लीपस को चूसने लगा जिस मैं बाजी भी मेरा किसी जनोनी की तरह साथ दे रही थी
किस करने के बाद बाजी ने मुझे नीचे लिटा दिया और फिर से मेरे लूँद को पूरी तरह अपनी ज़ुबान निकल के चाटने लगी
बाजी थोड़ी देर तक मेरा लूँद ऐसे ही चाटती रही फिर सर उठा के मेरी तरफ देखते हो बोली क्यों भाई मज़ा भी आ रहा है या नहीं तो मैं हंस दिया और बोला बाजी जिस की आप जैसी गश्ती बेहन हो उसे के मज़े का क्या ही पुछना बस यूँ लग रहा है के मैं हवाओं मैं उड़ा जा रहा हूँ
मेरी बात सुन के बाजी उठ खड़ी होई और मेरे मुह के पास आ के खड़ी हो गई और अपनी टाँगों के खोल के मेरे सर के दोनो तरफ रख लिया और थोडा सा झुकते हो बोली
भाई ज़रा अपनी बेहन की चुत का पानी तो चख के देखो मज़े का है या नहीं तो मैने भी नीचे से अपना सर थोडा उठा दिया और अपनी ज़ुबान बाहर निकल के बाजी की चुत से टीका दी और चाटने लगा
मेरी ज़ुबान जैसे ही बाजी की चुत से टच होई बाजी सीधी खड़ी गई तॉज़ मैने हेरान होते हो कहा क्यों बाजी खड़ी क्यों हो गई
अभी तो आप की चुत की स्मेल भी अच्छी तरह नहीं मिली के आप खड़ी भी हो गई बाजी मेरे ऊपर से हट गई और बोली यार भाई ऐसा करो की मुझे बिस्तेर पे लेटने दो फिर तुम मेरी चुत को मज़े चाटना
ऐसा मुझ से खड़ा नहीं हुआ जाएगा तो मैने बाजी को बिस्तेर पे लिटा दिया और उन की टाँगों को पूरा खोल के दरमियाँ मैं लेट गया और अपनी ज़ुबान निकल के बाजी की चुत पे रख दी और ऊपर से नीचे तक बाजी की चुत मैं घूमने लगा
मेरे इस तरह बाजी की चुत चाटने से बाजी सिसकियाँ भरने लगी जिस से रूम मैं आअहह भाईईईईईई उनम्म्मह हान्ंणणन् खा जाओ मेरी चुत को ऊऊहह हन ईईईईई ऐसे ही बड़े प्यार से घूमाओ अपनी जीभ को आअहह की आवाज़ गूंजने लगी
बाजी क्यों की अब काफ़ी गरम हो रही थी तो मैने अब ज़्यादा देर ना करते हो उठा और बाजी की टाँगों के दरमियाँ बैठ गया उठ के और अपना लूँद अपनी बड़ी बेहन की चुत पे टीका दिया और अंदर घुसने लगा
जैसे जैसे मेरा लूँद बाजी की चुत मैं घुसता जा रहा था बाजी के मुह से सस्सीईए आअहह भाईईईईईईईईईईईई पूरा घुसा डालो
एक ही झटके मैं क्यों तरसा रहे हो मेरिइईईईई मैने बाजी की बात को एक कान से सुना और दोसरे कान से निकल दिया और ऐसे ही आहिस्ता बाजी की चुत मैं अपना लूँद इन आउट करता रहा तो बाजी थोडा सा ऊपर को उठी और मुझे बलों से पकड़ के अपने ऊपर गिरा लिया और साथ ही अपनी टाँगों का आँकड़ा मेरी कमर पे बना के मुझे बलों से झींझोड़ते हो बोली साले हरामी मेरी चुत अग मैं जल रही है और
तुझे मस्ती सूझ रही हाईईईईईईईईई तेज़ तेज़ झटके मररर्र्र्र्ररर कुटिया के पीले बहनचोद तेरी मा की चुत को भी तुझसे से चुड़वाओं हरमिीईईईईई ज़ोर से छोड़ अपनी बेहन की चुत कूऊओ की आवाज़ के साथ ही अपने पैरों से मुझे अपनी चुत की तरफ डबती और साथ ही अपनी गांद को भी मेरे लूँद की तरफ ज़ोर से दबा देती जिस से रूम मैं ताप्प्प्प्प्प्प्प थाआप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प की तेज़ आवाज़ गूंजने लगी बाजी थोड़ी देर तक ऐसे ही चुड़वति रही लेकिन फिर अचानक बाजी ने मुझे छोड़ दिया और थोडा पीछे की तरफ खिसक गई जिस से मेरा लूँद बाजी की चुत से निकल आया तो
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