RE: Incest Porn Kahani चुदाई घर बार की
नॉक की आवाज़ सुनते ही फरीदा बाजी ने जल्दी से एक चादर साइड से उठाई और हम दोनो के ऊपर कर ली
तभी फरी बाजी परदा उठा के मुस्कुराती होई रूम मैं इन होई और हम दोनो की तरफ देख के बोली अब बाहर भी निकल आऊ न्यू कौपेल के तुम लोगों के लिए यहाँ ही हनीमून का इंतज़ाम करना पड़ेगा
मैने बाजी की बात सुन के कहा आप चलो बाजी हम आ रहे हैं अभी तो बाजी मुस्कुराती होई आँखों से हुमारी तरफ देखती होई रूम से निकल गई तो मैं जल्दी से उठा और अपनी सलवार पहन के फरीदा बाजी की तरफ देखते हो बोला चलो बाजी आप भी अब कपड़े पहन के बाहर आ जाओ और नहा लो फिर बैठ के बताईं करते हैं आपिस मैं और रूम से निकल गया
फरीदा बाजी के रूम से निकला तो सामने सहन मैं बैठी फरजाना और फरी बाजी मेरी तरफ ही देख के मुस्कुरा रही
लेकिन मैने उन दोनो की तरफ ज़रा भी ध्यान नहीं दिया और बात रूम मैं जा घुसा और नहाने लगा जुब मैं नहा के बाहर आया तो फरजाना और फरी बाजी के फरीदा भी बैठी होई थी
लेकिन उस का सर झुका हुआ था और वो हल्का सा मुस्कुरा भी रही थी मुझे बात रूम से निकलता देखते ही फरीदा उठी और बाथरूम की तरफ भागी तो मैं अपने रूम मैं जा के कपड़े तब्दील किए और आराम करने लगा
बाकी का दिन ऐसे ही बिना किसी ख़ास बात के गुज़र गया और रात को जुब अम्मी अबू घर आ गये तो हम सब ने मिल के खाना खाया और खाना खा के मैं उठा और अपने रूम की तरफ जाने लगा तो
अबू ने मुझे रोक लिया और बोले विक्की अभी 30 मिनट के बाद तुम सब लोग मेरे रूम मैं आ जाओ मैं चाहता हूँ के आज हम सब बैठ कुछ बताईं जो ज़रूरी हैं कर लें
मैने हाँ मैं सर हिलाया और अपने रूम मैं आ गया और 30 मिनट के बाद
अबू के रूम की तरफ चल दिया जहाँ सब लोग जमा हो चुके थे मेरे रूम मैं इन होते ही अबू ने मुझे भी बैठने का इशारा किया और मेरे बैठते ही बोले के जैसा के अब हम सब लोग जानते हैं की हुमारे बीच एक रिश्ता तो वो है की जो दुनिया के नज़र मैं है
लेकिन एक रिश्ता जो की पिछले कुछ अरसे मैं हुमारे दरमियाँ तेज़ी से परवान चढ़ा है
वो ये है की अब यहाँ इस घर मैं जो औरतें हैं वो मेरे और व्क्कि की बीवियाँ बन चुकी हैं और हम दोनो तुम सब के शोहार बन चुके हैं
लेकिन इस के बावजूद एक बात ये है यहाँ सब लोग हमनें जानते हैं और अगर किसी को भी शक हो गया तो सिर्फ़ तबाही के इलावा कुछ हाथ नहीं आएगा
क्यों की ये जो हुमारा राज़ है इस मैं बिल्लो भी शरीक है और उस ने मेरे सामने एक मुतालबा रखा है उसे भी हम अपनी फॅमिली मैं शामिल कर लेंगे ( मीन वो विक्की के साथ शादी करना चाहती है)
ये जो मुतालबा है वो इतना बड़ा या कोई अजीब भी नहीं है लेकिन मैं समझ रहा हूँ वो इस मोका का फाइयदा उठना चाह रही है और आज वो हुमारा साथ भी दे रही है
लेकिन बात ये है की वो हम मैं से नहीं बाहर की है और कब हुमारा भंडा फोड़ देगी कुछ नहीं बोल सकते
इस लिए मैने उसे इनकार तो नहीं किया लेकिन ये कहा है की हम लोग यहाँ से ज़मीन बेच रहे हैं और शहर जा रहे हैं वहाँ अपना घर बार सेट कर के यहाँ आ के तुम्हारी शादी विक्की से करवा दूँगे
जिस पे वो बड़ी मुश्किल से मानी है
अब मसाला ये है की हमनें किसी दूरके सिटी मैं जाना होगा जहाँ हमनें ना तो कोई जनता हो और ना ही किसी का ख्याल वहाँ तक आ सके बाकी ज़मीन की बात फाइनल हो चुकी है 2 3 दिन मैं हमनें पैसे मिल जायेंगे ज़मीन के
तब तक तुम सब लोग सोच लो की हमनें यहाँ से किस तरफ निकलना है और कल तुम विक्की यहाँ से निकल जाओगे मकान की तलाश मैं जहाँ हम लोग कुछ दिन रुक सकैं. वहाँ पे तुम्हारी पदाई भी हो सके और तुम किसी अच्छी से नौकरी पे लग जाओ.....
मैने हाँ मैं सर हिला दिया और बोला अबू अप ने ये अच्छा फ़ैसला किया है यहाँ से जाने का अब जुब हम लोग जिस शहर मैं जायेंगे वहाँ ना तो कोई हुमारा जानने वाला होगा और वहाँ हुमारे न्यू रिश्ते भी बन जायंगे जिस पर कोई उंगली भी नहीं उठा सकेगा.
लेकिन मेरी एक ख्वाइश.. और दिली तमना भी की वहाँ जाके ,,मै पढाई कर के जब अच्छी से नोकरी पे लग जाऊँगा ..तो आपको मेरा निकाह फरी बाजी से करना होगा ..मै उनसे बहुत प्यार करता हूँ...
और जिंदगी भर उनके साथ ही रहना चाहत हूँ....
मेरे बात सुनके ..सब लोग मुझे और फरी बाजी को देखने लगे देखने लगे........
अब्बू बोले ..अगर फरी को कोई ऐतराज़ नहीं है हो हमने मंजूर है ...
अब्बू की बात सुन के फरी बाजी की आखों मै .आसूं ..आज गए ..शायद खुशी की... वो उठी और मुझे गले से लगा लिया...
इन सब बातों के बाद अबू ने कहा एक बात और भी ध्यान मैं रखना है
हम जहाँ भी रहेंगे आपिस मैं जो भी हूँ जो भी करेंगे लेकिन रात के अंधेरे मैं दिन मैं हम लोगों के एक शरीफ़ा और सीधी फॅमिली ही नज़र आना चाहिए क्यों की इस मैं ही हुमारी भलाई है
अबू की बात से सब ने इतफ़ाक़ किया तो उस के बाद फरी बाजी ने अचानक ही कहाकी अबू क्यों ना हम लोग यहाँ से जाने से पहले एक यादगार रात गुजारें क्यों क फिर तो हमनें यहाँ आना नसीब होगा नहीं
अबू ने फरी बाजी की तरफ देखा और बोले क्या मतलब बेटी जो बोलना है खुल के बोलो ज़रा यहाँ कों सा कोई गैर बेता है सब अपने ही तो हैं
फरी बाजी बोली के अबू मेरा दिल चाह रहा है
हम आज यहाँ आख़िरी बार सब लोग मिल की प्यार करें एक दोसरे के सामने इसी रूम मैं तो अबू बाजी की बात सुन के हंस दिए और बोले अगर तुम्हारा दिल कर रहा है तो मुझे कोई ऐतराज़ नहीं लेकिन बाकी सब से भी पूछ लो वो क्या चाहते हैं
उलझन या इनकार ना देख के फरी खड़ी हो गई और मेरे पास आ के मुझे भी खड़ा कर लिया और बोली जिस का जहाँ दिल चाहे जिस से दिल चाहे शरू हो जाओ शरमाओ नहीं कोई भी
तो सब मुस्कुरा दिए तो अम्मी उठी और फरजाना का हाथ पकड़ के उसे अबू की तरफ ले गई और फरीदा को मेरी तरफ भेज दिया
बाजी ने फरीदा के आते ही मेरी सलवार का नडा खोला और मेरी सलवार उतार दी तो मैने खुद ही अपनी क़मीज़ भी उतार दी और रूम मैं बिना सलवार क़मीज़ के एक निक्केर मैं खड़ा रह गया
मेरे कपड़े उतरते ही बाजी फरी ने भी कपड़े उतार दिए और हम दोनो ने फरीदा की तरफ देखा जो क अभी तक ऐसे ही खड़ी होई हुमारी तरफ देख रही थी तो मैं आगे बढ़ा
और फरीदा को एक स्टोल पे बिता दिया और बोला की यार क्या हमनें ही नंगा करवाना था खुद भी तो अपने कपड़े उतार दो
फरीदा मेरी बात सुन के सर झुका गई लेकिन इस के साथ ही उस के हाथ सलवार की तरफ गये और सलवार उतरने लगी और आहिस्ता आहिस्ता सलवार फरीदा के घुटनों तक आ गई तो उस की पिंक पनटी सॉफ नज़र आने लगी
फरीदा को इस तरह आहिस्ता आहिस्ता सलवार यतर्ता देख के फरी बाजी ने एक झटके से फरीदा बाजी की सलवार उतार दी और फिर उस की क़मीज़ भी निकल दी और फरीदा को बिना कपड़ों के सिर्फ़ पनटी मैं मेरे सामने खड़ा कर दिया
फरीदा के नंगा होते ही बाजी फरी मेरे पैरों मैं बैठ गई और मेरी निक्केर उतार के मेरे लंड को अपने हाथ मैं पकड़ के मेरी तरफ देख के मुस्कुरई और फिर मेरा लंड अपने मुह मैं ले के चूसने लगी
थोड़ी देर तक बाजी मेरा लंड चुस्ती रही और उस के बाद फरीदा की तरफ देखा जो क अब बिस्तेर पे बेती होई थी और अपनी पनटी उतार चुकी थी और अब अपनी चुत मैं उंगली कर रही थी अबू की तरफ देख के जो क अब फ़रज़ाना की चुत मैं अपना लंड घुसाए छोड़ रहे थे और उस के मुह से आआहह अबुउुुुुुुउउ जीईए थोडा तेज़ करूऊओ
उनम्म्मह अबू जीईई आअहह आप बौहत अच्छा छोड़ते हो अबू जीईए की आवाज़ कर रही थी और नीचे से अबू के हर ढके के जवाब मैं अपनी गांद को उछाल के अबू का जवाब भी दे रही थी
फरीदा को अपनी चुत मैं उंगली करता देख के मैने अपना लंड फरी बाजी के मुह से निकल लिया और
फरीदा के पास जा के खड़ा हो गया और उस की आँखों मैं देखने लगा जो क मेरी तरफ से नज़र हटा के मेरे तगड़े वॉर मोटे लंड की तरफ ही अब देखे जा रही थी
साथ ही अपनी चुत मैं उंगली भी कर रही थी तो मैने फरीदा को और ज़्यादा ना तड़पते हो बिस्तेर पे लिटा दिया और उस की टाँगों को पूरी तरह खोलते हो अपना लंड अपनी बेहन की चुत पे रख दिया लंड को
फरीदा बाजी की चुत पे सेट करते ही मैने फरीदा बाजी की कमर पे अपने दोनो हाथ रखे और एक तेज़ झतका दिया जिस से मेरा लंड पूरा फरीदा की चुत को खलता हुआ और अपनी जगा बनाता हुआ पूरा जड़ तक फरीदा बाजी की चुत मैं जा घुसा जिस से बाजी के मुह से आऐईयईईईईईईईईईई क्कीईईईईईईईईईई आहिस्ताआअ करूऊओ ऊऊहह भाईईईईईईईईईईईई
उंन्नमममह क्या लंड है तुम्हारा आअहह भाईईईईईईईईई आज फाड़ डालो अपनी बेहन की चुत कूऊऊओ कुटिया की तरह घस्सेट घस्सीट की छोड़ो मुझे भाईईईईईईई रंडी मना डलूऊऊऊऊ आआहह उंन्नमममह की आवाज़ैईन करने लगी और साथ ही अपनी गांड को भी मेरे हर झटके पे मेरे लंड की तरफ उछाल के चुदाई का मज़ा लेने लगी
अब फरीदा की टाँगों को मैने उस के कंधों की तरफ पूरी तरह दबा दिया और खुद उस की चुत क ऊपर अच्छी तरह अपनी जगा सेट कर के अपना लंड पूरा फरीदा बाजी की चुत से बाहर निकलता और फिर से पूरा लंड फरीदा बाजी की चुत मैं ताप्प्प्प्प की आवाज़ के साथ घुसा देता
फरीदा बाजी भी आआईयईईईईईईईईईई कामीने और तेज़ छोड़ो मुझे ऊऊओह विक्ककीईईईईईईईईईई फाड़ डालो अपनी बेहन की चुत कूऊऊऊऊओ उनम्म्मह विक्कीईईईईईईईईई मुझेव अपने बचे की मा बना डालो भाईईईईईईईईईईईईईई उनम्म्ममह ऊऊहह भाईईईईईईई की एक तेज़ आवाज़ के साथ ही थोडा काँपने लगी और इस के साथ ही फ़रीदा की चुत पानी चॉर्ने लगी
फरीदा फारिघ् होने के बाद निढाल सी हो गई तो मैने उस की चुत मैं से अपना लंड निकल लिया और फरी की तरफ देखा जो क मेरे करीब ही नंगी बैठी हुमारी तरफ देख रही थी
मैने फरी बाजी के बाद अबू की तरफ देखा जो की अभी तक फरजान की एक टाँग उठाए उसे छोड़ रहे थे और फरजान भी आअहह अबू और ज़ोर से करूऊओ उन्म्मह की आवाज़ कर रही थी
मैने उन दोनो की तरफ से नज़र हटाई और फरी को खड़ा कर के खुद बिस्तेर पे बैठ गया और फरी बाजी को अपने लंड पे बैठने को कहा तो बाजी मेरे लंड को पकड़ के अपनी चुत मैने लेती होई मेरे लंड पे बैठ गई
अपना एक हाथ मेरी गर्दन मैं डाल के मेरे फेस की तरफ मूडी और मुझे किस भी करने लगी मैने अपने
दोनो हाथ बाजी की कमर पे रख लिए और बाजी को ऊपर नीचे हो क छुड़वाने मैं मदद करने लगा जिस से बाजी आसानी से मेरा लंड अपनी चुत मैं इन आउट करवाने लगी और साथ ही थोड़ी थोड़ी देर के बाद मेरी तरफ मुड़ती और मुझे किस भी करने लगती उस के बाद मैने बाजी को अपने लंड से उठाया और बाजी को कुटिया बना के अपना लंड पीछे से बाजी की चुत मैं घुसा की धुवन दर चुदाई करने लगा जिस से बाजी क मुह से आआहह विक्कीईईईईईईईईईईईईई और तेज़ मेरी जानंणणन् उनम्म्मह भाईईईईईईईईईईईईई फाड़ डालो मेरी चुत को ऊऊहह मेरे बेहन छोड़ भाईईईईईईईईईईईईईईईई मुझ कुटिया की चुत को अपने लंड से फाड़ डलूऊऊऊओ उनम्म्मह भाईईईईईईईई बौहत मज़ा आ रहा हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई की तेज़ आवाज़ैईन करने और मचलने लगी जिस की वजा से मुझ से भी अब कंट्रोल नहीं हो पा रहा था और मैं बाजी की मोटी गांद पे ज़ोर ज़ोर से तपद मरते हो आआहह मेरी गश्ती बेहन ये लीईईई
सलिइीईईईई रनडिीईईईईईईईईई की औलद्द्द्दद्ड आअहह की आवाज़ के साथ ही बाजी की चुत मैं ही फारिघ् हो गया और अपना लंड निकल के साइड पे हो के लेट गया और लंबी साँसाइन लेने लगा
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