RE: Antarvasnax क़त्ल एक हसीना का
'मैं अंगूर का जूस पीना चाहूंगा, राजने कहा।
उसने उनको सर्व किया और बार की तरफ बढ़ गई।
'कल के लिए शुक्रिया, उसने स्वीडिश में राजके कान में फुसफुसाते हुए कहा। पीछे लगे शीशे में राजने देखा कि उसके चेहरे पर बेवकूफों सी मुस्कान थी।
'हे, हे, यहां कोई स्कैंडेनिवियाई तरीका नहीं चलेगा, आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। अगर मुझे यहां पी गई चीजों का बिल चुकाना है, तो हम अंग्रेजी में बातचीत करेंगे।' एंड्रयु ने उसकी तरफ सख्त निगाहों से देखा। 'और अब मैं तुम जवानों से कुछ कहना चाहूंगा। प्रेम मौत से भी गहरा रहस्य है।' वह नाटकीय प्रभाव पैदा करने के लिए रुक गया। 'अंकल एंड्रयु आप लोगों को एक पुरानी ऑस्ट्रेलियाई कहानी सुनाने जा रहे हैं। यह कहानी है विशाल सांप बुब्बूर और वाल्ला की।'
वे सभी नजदीक होकर बैठ गए, और एंड्रयु ने अपने होठों पर जीभ फेरते हुए सिगार जलाई।
'एक जमाने की बात है कि एक बहादुर नौजवान था, उसका नाम वाल्ला था। उसे एक सुंदर लड़की से प्यार हो गया जिसका नाम था मूरा। वह उसके साथ थी। वाल्ला ने अपने कबीले के अनुष्ठानों को सफलतापूर्वक पूरा किया था। वह पुरुष था और इसलिए वह कबीले की जिस भी औरत से चाहता विवाह कर सकता था, बशर्ते कि उसका विवाह पहले न हुआ हो और वह महिला भी उससे विवाह करना चाहती हो। और मूरा ने यही किया। वाल्ला अपनी प्रेमिका से मुश्किल से ही अलग हो सकता था, लेकिन परंपरा यह थी कि उसे शिकार पर जाना था और वह जी भी शिकार करता वही लड़की के माता-पिता के लिए उसकी तरफ से दहेज होता, तब जाकर शादी हो पाती। एक सुबह जब पत्तों से ओस टपक रही थी वाल्ला निकल पड़ा। मूरा ने उसे सफेद काकातुआ का पंख दिया। जिसे उसने अपने बालों में लगा लिया।
'जब वाल्ला बाहर गया हुआ था, तब मूरा भोज के लिए शहद जमा करने के लिए निकल पड़ी। हालांकि उसे ढूंढ़ना उतना आसान नहीं था, और उसे खेमे से बहुत आगे जाना पड़ा जहां जाने का उसे अभ्यास था। वह बड़े-बड़े चट्टानों वाली घाटी में आई। घाटी के ऊपर अजीब सी चुप्पी छाई हुई थी, वहां किसी चिड़िया या किसी कीड़े की आवाज भी सुनाई नहीं दे रही थी। वह वहां से जाने ही वाली थी कि उसे एक घोंसला दिखाई दिया जिसके अंदर कुछ बड़े-बड़े सफेद अंडे थे, इतने बड़े अंडे उसने कभी नहीं देखे थे। "मैं इसे भोज के लिए ले जाऊंगी।" उसने सोचा और उसकी तरफ हाथ बढ़ा दिया।
'उस पल उसने चट्टानों के ऊपर कोई आवाज सुनी, और इससे पहले कि वह भागने या अपना मुंह खोलने के बारे में सोच भी पाती, एक बड़ा सा पीला और भूरे रंग का सांप उसकी कमर के इर्द-गिर्द लिपट गया। उसने कोशिश की, लेकिन वह निकल नहीं पाई, वह खुद को छुड़ा नहीं पाई, सांप उसे दबाए ही जा रहा था। मूरा ने ऊपर नीले आसमान की तरफ देखा और वाल्ला का नाम पुकारने की कोशिश की। लेकिन उसके फेफड़ों में इतनी हवा नहीं थी कि कोई आवाज निकाल पाती। सांप की जकड़ मजबूत होती जा रही थी, और अंत में मूरा की जान निकल गई। उसके बदन की सारी हड्डियां चूर-चूर हो गई थी। उसके बाद वह सांप उसी छाया में वापस चला गया जहां से वह आया था--जहां उसे देख पाना असंभव था क्योंकि उसकी रंगत घाटी के पेड़ों और चट्टानों से मिलती-जुलती थी।
'दो दिन बाद उनको उसकी चूर-चूर लाश चट्टानों के बीच मिली। मूरा के माता-पिता को दिलासा दिला पाना मुश्किल लग रहा था, मां रो-रोकर अपने पति से कहे जा रही थी कि जब वाल्ला आएगा, तो वे उससे क्या कहेंगे ।'
एंड्रयु ने राजऔर बर्गिता को चमकती आंखों से देखा।
'अगली सुबह जब वाल्ला शिकार से लौटा तो जलती आग के सिवाय कुछ भी नहीं बचा था। हालांकि रास्ता बहुत कठिन था लेकिन उसके पैर हल्के थे और उसकी आंखों में चमक और खुशी थी। वह मूरा के माता-पिता के पास गया, जो आग के पास खामोश बैठे हुए थे। "यह उपहार आपके लिए मेरी तरफ से है," उसने कहा, वह अच्छा शिकार करके आया थाः एक कंगारू, छोटे भालू जैसा जानवर और एमु की जांघ।
“तुम अंतिम संस्कार के लिए सही समय पर लौटे हो, वाल्ला तुमकी ही हमारा बेटा बनना पड़ेगा,” मूरा के पिता ने कहा। वाल्ला ने ऐसे देखा जैसे उसे जोरदार थप्पड़ मारा गया हो, वह बड़ी मुश्किल से अपने दुख को रोक पा रहा था, लेकिन वह मजबूत योद्धा था। उसने अपने आंसुओं को रोकते हुए ठंडेपन से पूछाः “आपने अभी इसको दफनाया नहीं?”
“क्योंकि यह आज से पहले हमें मिली नहीं थी,” पिता ने कहा।
“फिर मैं उसकी आत्मा को वापस लाऊंगा। हमारे चिकित्सक उसकी टूटी हुई हड्डियों की जोड़ देंगे, फिर मैं उसके जीवन को वापस लेकर आऊंगा।”
“अब बहुत देर हो चुकी है,” पिता ने कहा। “उसकी आत्मा पहले ही वहां जा चुकी है जहां सभी स्त्रियों की आत्माएं चली जाती हैं। लेकिन उसका कातिल अभी भी जिंदा है, तुम अपना कर्तव्य समझते हो न मेरे बेटे?”
'वाल्ला बिना एक भी शब्द बोले निकल गया। वह एक गुफा में अपने कबीले के अन्य कुंवारे लोगों के साथ रहने लगा। उसने उनसे भी कुछ नहीं कहा। कई महीने बीत गए। वाल्ला अपने आपमें रहने लगा और उसने नाच-गान में भाग लेने से मना कर दिया। कुछ लोगों ने सोचा कि वह अपने दिल को सख्त बना रहा था ताकि मूरा को भूल सके। अन्य लोगों ने सोचा कि वह इस बात की योजना बना रहा था कि औरतों के मृत्यु देश में मूरा का पीछा करे। “वह सफल नही हो पाएगा,” वे कहते। “औरतों के लिए एक जगह है और मर्दों के लिए दूसरी।”
'एक औरत आग के पास आकर बैठ गई। “तुम लोग गलत हो,” उसने कहा। “वह गहरी सोच में है, वह इस बात की योजना बना रहा है कि किस तरह से अपनी औरत की मौत का बदला ले सके। क्या तुमको यह लगता है कि तुम लोगों को सिर्फ यह करना होगा कि एक बरछी लेकर बुब्बूर को मारना भर है, उस विशाल पीले और भूरे सांप को? तुमने उसकी कभी देखा नहीं है, लेकिन मैंने उसे एक बार देखा है जब मैं छोटी थी। और उसी दिन मेरे बाल काले पड़ गए। वह सबसे भयानक दृश्य था जिसकी कल्पना की जा सकती है। मेरी बातों को ध्यान से सुनो, बुब्बूर को बस एक ही तरीके से हराया जा सकता है--बहादुरी और चालाकी से। और मुझे यह लगता है कि इस नौजवान योद्धा में वह खूबियां हैं।”
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