RE: Antarvasnax क़त्ल एक हसीना का
'हैरानी की बात है, यह छोटी सी बीमारी थी!' मैककौरमैक ने कहा। 'खैर, कोई बात नहीं। हमें सभी यूनिट जल्दी से जल्दी चाहिएं, क्योंकि मैं यह बता सकता हूं कि यह कटा हुआ मसखरा अखबारों में बलात्कार की शिकार लड़कियों से अधिक बड़ी सुर्खी बना सकता है। और जैसाकि मैंने आपको पहले ही कहा है, जिनको यह लगता है कि हमें अखबारों के ऊपर अधिक ध्यान दिए जाने की जरूरत नहीं है तो वे गलत हैं। अखबारों की वजह से पहले इस देश में पुलिस प्रमुख गिरफ्तार और नियुक्त किए जा चुके हैं। इसलिए अगर तुम लोग यह चाहते हो कि मुझे मेरे पद से हटा दिया जाए, तो तुम लोगों को पता है कि क्या किए जाने की जरूरत है। लेकिन पहले घर जाओ और सो जाओ। हां, राज?'
'कुछ नहीं सर।'
'ठीक है। गुडनाइट।'
हालात अलग हैं। होटल में पर्दे नहीं गिरे हुए थे और किंग्स क्रॉस की नियोन लाइट्स की रौशनी में बर्गिता उसके सामने नंगी हो रही थी।
वह बिस्तर में लेटा हुआ था और वह कमरे के बीचोबीच एक के बाद एक कपड़े उतार रही थी, जबकि वह गंभीरता से बल्कि दुख भरी नजरों से उसे देख रहा था। हल्की रौशनी में बर्गिता की टांगें लंबी, पतली और बर्फ की तरह सफेद दिखाई दे रही थीं। आधी खुली हुई खिड़की से रात की आवाजें सुनाई दे रही थी, गाड़ियों की, मोटरसाइकिल की, डिस्को में बजते तेज संगीत की। और इस सबके नीचे--आदमियों की तेज आवाज में बातें करने की, ठहाकों की।
बर्गिता ने अपना ब्लाउज खोला, आहिस्ता से। वह अब पूरी तरह से नंगी हो चुकी थी।
मेरे लिए, राजने सोचा।
उसने उसे पहले भी नंगा देखा था, लेकिन यह शाम कुछ खास थी। वह इतनी खूबसूरत थी कि उसका गला सूखने लगा। पहले वह उसके संकोच को समझ नहीं पाया था कि वह क्यों कंबल में जाने से पहले अपनी टीशर्ट और पैंटी को नहीं खोलती थी, और जब वह बिस्तर से बाथरूम जाती थी, तो क्यों खुद को तौलिये में लपेट लिया करती थी। लेकिन धीरे-धीरे उसे यह बात समझ में आ गई थी, कि कोई ऐसी बात नहीं थी कि उसे अपने शरीर को लेकर शर्म आती थी, बल्कि वह इतना कुछ दिखाना नहीं चाहती थी। यह पहले भावनाओं को जगाने की बात थी, सुरक्षा की दीवार बनाने की, यही एक रास्ता था जो कि उसे इसका अधिकार देता, इसीलिए आज की रात हालात अलग तरह के थे। उस तरह से कपड़े उतारने में कोई अनुष्ठान जैसा था, मानो अपने नंगेपन के साथ वह यह भी दिखाना चाहती थी कि वह कितनी कोमल थी। वह उसे यह दिखाना चाहती थी कि उसने ऐसा साहस किया, क्योंकि वह उस पर यकीन करने लगी थी।
राजको अपने दिल की तेज धड़कन महसूस हो रही थी, कुछ तो इस वजह से कि वह इस बात पर गर्व महसूस कर रहा था, और खुशी भी कि यह खूबसूरत औरत उसे विश्वास का सबूत दे रही थी, और कुछ इस वजह से कि वह इस बात से घबराया हुआ था कि वह शायद इसके लायक नहीं था। लेकिन सबसे बढ़कर इस बात से कि वह नियोन की लाल, नीली और फिर हरी रौशनी में वह जो कुछ देख रहा था। अपने कपड़े उतारने के साथ-साथ वह उसके कपड़े भी उतार रही थी।
जब वह नंगी हो गई तो वह शांत खड़ी हो गई और उसके बदन की सफेदी से कमरा दमक उठा था।
'आओ', उसने ऐसी आवाज में कहा जो अपेक्षा से कुछ अधिक भारी थी और अपने बगल में पड़े चादर को मोड़ लिया, लेकिन वह नहीं हिली।
'देखो,' वह फुसफुसाई। 'देखो।'
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