RE: Antarvasnax क़त्ल एक हसीना का
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चैटवीक
जैसा कि राजको लग रहा था दफ्तर में बेचैनी के साथ काम हो रहा था।
‘यह रायटर पर है,' यंग ने कहा। ‘असोसिएटेड प्रेस वाले वहां एक फोटोग्राफर भेज रहे हैं और उन्होंने मेयर के दफ्तर से फोन करके कहा कि एनबीसी वाले हवाई जहाज से टीवी टीम को वहां भेजने वाले हैं ताकि उनके ऊपर एक स्टोरी कि जा सके।'
वाटकिंस ने अपना सिर हिलाया। ‘छह हजार लोग भारत में समुद्री तूफान में मर जाते हैं और किसी समाचार में उनका जिक्र तक नहीं होता है। एक समलैंगिक मसखरे के कुछ अंग कट गए और दुनिया भर के लिए यह एक बड़ी घटना बन गई।'
राजने उनको सम्मलेन कक्ष में आने के लिए कहा। उसने दरवाजा बंद कर लिया।
‘एंड्रयु केनसिंग्टन मर गया, उसने कहा। वाटकिंस और यंग उसे हैरानी से देख रहे थे। फिर राजने उनको संक्षेप में सब कुछ बयान किया कि किस तरह से वह उनको ओटो के फ्लैट में टंगा हुआ मिला था।
वह उनकी आंखों में आंखें डालकर देख रहा था और उसकी आवाज में किसी तरह का कंपन नहीं था। ‘हमने आपको फोन इसलिए नहीं किया क्योंकि हम यह चाहते थे बात किसी तरह से खुले नहीं। शायद हमें इसके ऊपर कुछ समय तक नजर रखनी चाहिए।'
उसे यह सूझा कि पुलिस के मामले के रूप में इस पर बात करना आसान था। वह निरपेक्ष भाव से रहते हुए यह जानता था कि इसके साथ किस तरह से निपटा जाए। एक लाश, मौत का कारण और उसके बाद के घटनाक्रम की बातों को वे छिपाए रखना चाहते थे। इस समय उनकी समझ में नहीं आ रहा था कि मौत से किस तरह निपटा जाए इसलिए वे उससे दूरी बनाकर रखना चाहते थे।
‘अच्छा, वाटकिंस ने घबराए हुए भाव से कहा। ‘अब सावधान रहना। जल्दबाजी में किसी नतीजे पर मत पहुंच जाना।'
उसने अपने होंठ के ऊपरी हिस्से से पसीना पोंछ लिया। ‘मैं मैककौरमैक को लेकर आऊंगा। उफ, उफ, उफ। तुमने क्या किया, केनसिंग्टन। अगर प्रेस को इस बारे में पता चल गया तो...' वाटकिंस जा चुका था।
जो तीन लोग बच गए थे वे चुपचाप पंखे का विलाप सुन रहे थे।
‘वह यहां हमारे साथ क़त्ल के मामले में अक्सर काम किया करता था,' लेबी ने कहा। ‘वह असल में हममें से एक नहीं था, मेरे ख्याल से, बहरहाल वह...’
‘एक दयालु इंसान था,' यंग ने फर्श को देखते हुए कहा। ‘वह एक दयालु आदमी था। जब मैं यहां नया था तो उसने मेरी मदद की थी। वह एक... दयालु इंसान था।'
मैककौरमैक राजी हो गया कि वह इस बात को दबाकर रखेगा। वह बिल्कुल खुश नहीं था, तेजी से टहल रहा था, वह आम दिनों से अधिक तेजी से चल रहा था और उसकी घनी भौंहें उसकी नाक पर तनी हुई थीं।
मीटिंग के बाद राजएंड्रयु की कुर्सी पर बैठ गया और अपने नोट्स देखने लगा। उसने ज्यादा लिए नहीं थे, बस कुछ पते थे, कुछ फोन नंबर्स, जो किसी गैराज के निकले या जो काग़ज़ पर पढ़े नहीं जा रहे थे। ड्रावर खाली थे, उसमें दफ्तर का सामान भरा पड़ा था। फिर राजने चाबियों के दो गुच्छों को देखा, जो उसको वहां से मिले थे। एक के ऊपर एंड्रयु के नाम के अक्षर लिखे थे, जिससे उसको यह बात समझ में आ गई कि वह उसकी निजी चाबियां थीं।
उसने फोन उठाया और बर्गिता को फोन कर दिया। उसे जैसे सदमा पहुंचा, कुछ सवाल पूछे। फिर राजसे बात बंद कर दी।
‘मुझे समझ में नहीं आ रहा, राजने कहा। ‘एक आदमी जिसे मैं एक हफ्ते से कुछ ही अधिक समय से जानता था, उसकी मौत पर मैं बच्चों की तरह रो रहा हूं, जबकि जब मेरी मां मरी थीं तो मैं पांच दिनों तक उनकी मौत पर भी इतना नहीं रोया था। मेरी मां जो दुनिया की सबसे महान महिला थीं। इसका क्या तर्क है?’
'तर्क?' बर्गिता ने कहा, 'मुझे शक है कि इस बात का कोई संबंध तर्क से है।’
‘बस, मैं तुमको यह बात बताना चाहता था और तुम इसे अपने तक ही रखना। क्या मैं तुम्हारे काम खत्म होने के बाद आऊं?’
वह हिचकिचाई। उसे उस रात स्वीडेन से फोन कॉल की प्रतीक्षा थी। उसके माता पिता के यहां से ।
‘मेरा जन्मदिन है,' उसने कहा।
'बहुत-बहुत मुबारक हो।'
राजने फोन रख दिया। उसने महसूस किया कि उसके भीतर एक पुरानी शत्रुता उबाल खा रही थी।
लेबी और राजएंड्रयु केनसिंग्टन के चैटवीक स्थित घर की ओर बढ़ चले।
'वह दृश्य जिसमें आदमी चिड़िया को मारता है...' राजने कहना शुरू किया।
यह बात हवा में ही रह गई क्योंकि सामने दो तरह के ट्रैफिक लाइट थे।
'तुम कुछ बता रहे थे...?’ लेबी ने कहा।
‘कुछ नहीं। मैं बस उस शो के बारे में सोच रहा था। मैं उस चिड़िया वाले दृश्य से बहुत प्रभावित हुआ। उसका उसमें कोई मतलब नहीं समझ आया। एक शिकारी जो यह सोचता है कि वह चिड़िया मार रहा है और अचानक उसे यह पता चलता है कि उसने जो शिकार किया है वह बिल्ली है, इस तरह शिकारी का शिकार हो गया। ठीक है, लेकिन क्या हुआ?’
आधे घंटे गाड़ी में चलने के बाद वे सिडनी रोड पर पहुंचे, जो एक खुशनुमा इलाके में अच्छी सड़क है।
‘देखो, क्या यह सही है?' राजने घर के नंबरों को देखते हुए कहा, जो उनको एचआर विभाग द्वारा दिया गया था। वह ईंटों का बना हुआ एक बड़ा सा घर था, जिसमें दो गैराज थे, एक अच्छी तरह से संवारा हुआ लॉन था और सामने की तरफ एक झरना भी था। कंकड़ से बनी एक सड़क थी, जो बहुत ही शानदार महोगनी के दरवाजे तक ले जाती थी। जब उन्होंने घंटी बजाई, तो एक लड़के ने दरवाजा खोला। जब उसने एंड्रयु का नाम लिया, तो उसने तेजी से सिर हिलाया और अपना मुंह बंद दिखाकर उसने यह बता दिया कि वह गूंगा था। फिर वह उनको घर के पिछवाड़े की तरफ लेकर गया, जो ईंटों से बनी एक छोटी सी इमारत थी जो विशाल बगीचे के सामने की तरफ थी। अगर यह किसी अंग्रेज का घर होता, तो वे इसे दरबान का झोपड़ा कहते।
‘हम भीतर जा रहे हैं,' राजने कहा और उसका ध्यान इस बात की तरफ गया कि वह जरूरत से अधिक बताने की कोशिश कर रहा था। मानो उस लड़के को सुनाई भी कम पड़ता हो। 'हम लोग एंड्रयु के साथ काम करते हैं। एंड्रयु मर गया।'
उसने एंड्रयु की चमड़े के छल्ले लगी चाबियां दिखाई। एक पल को तो वह लड़का उस गुच्छे को हैरानी के साथ देखता रहा, मानो समझने की कोशिश कर रहा हो ।
‘कल रात वह अचानक मर गया,' राजने कहा। वह लड़का उनके सामने हाथ गिराए खड़ा रहा और उसकी आंखें गीली होने लगीं। राजको यह बात समझ में आई कि वे दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते थे। उसे बताया गया था कि एंड्रयु इस पते पर 20 से अधिक सालों से रहता था और उसे यह बात सूझी कि हो सकता है कि यह लड़का इसी घर में पला बढ़ा हो। राजके दिमाग में एक छवि सी कौंधी, छोटा बच्चा और वह अश्वेत आदमी एक गेंद के साथ बगीचे में खेल रहे थे, बच्चे को इस बात के लिए पैसे दिए गए कि वह जाए और आइसक्रीम खरीदकर ले आए। शायद वह अच्छे मकसद से दिए गए सुझावों और पुलिसवालों के बारे में आधी सच्ची झूठी किस्म की कहानियों को सुनते हुए बड़ा हुआ था, और जब वह बड़ा हुआ तो उसने पाया कि किस तरह से महिलाओं के साथ बर्ताव किया जाए।
'असल में यह गलत है। हम लोग सहकर्मी से ज्यादा थे। हम लोग दोस्त भी थे,' राजने कहा। 'अगर हम अंदर जाएं तो कोई ठीक है न?'
उस लड़के ने आंखें मटकाईं और अपने मुंह को दबाकर सिर हिला दिया।
छोटे से बैचलर घर में घुसते हुए उसे सबसे पहले जो बात जंची वह यह थी कि वह कितना साफ-सुथरा था। बैठक में बहुत कम सामान थे और कॉफी टेबल के पास कोई अखबार नहीं रखा हुआ था, पोर्टेबल टीवी के सामने और रसोई में भी कोई बर्तन धोने के लिए नहीं रखा हुआ था। हॉल में जूते और बूट करीने से रखे हुए थे। सख्त आदेश से उसे कुछ याद आ गया।
सोने के कमरे में बिस्तर करीने से लगा हुआ था और चादर को बगल से इतना दबाकर रखा गया था कि कंबल के भीतर घुसना अपने आप में मेहनत का काम होता। राजअपने होटल के कमरे में इस तरह के इंतजाम को पहले ही बहुआ दे चुका था। उसने बाथरूम में झांककर देखा, रेजर, साबुन, शैंपू, टूथपेस्ट, ब्रश सभी करीने से अपनी जगह पर रखे हुए थे। कोई तड़क-भड़क वाला सामान बाथरूम में नहीं था, राजने ध्यान दिया--अचानक उसे लगा कि जब उसने शराब पीना छोड़ दिया था, तब उसका अपना फ्लैट भी इतना ही करीने से सजा हुआ लगता था ।
राजका नया जीवन असल में वहीं शुरू हुआ था, बस थोड़ा सा अनुशासन अपनाकर, जिसका आधार यह था कि हर चीज अपनी जगह पर रहे, शेल्फ में या ड्रावर में, जब जिसका काम ही जाए वह अपनी जगह पर आ जाए। इस व्यवहारिक तरीके के अलावा जाहिर है इसका एक सांकेतिक महत्व भी थाः सही या गलत, वह अपने घर में अराजकता को अपने आने वाले जीवन के थर्मामीटर के रूप में देखता था।
राजने लेबी से कहा कि वह बेडरूम में वार्डरोब और ड्रावर को भी देख ले और तब तक इंतजार किया जब तक कि वह शीशे के बगल में रखे कपबोर्ड की खोलने के लिए बढ़ा। वहां अच्छी तरह से करीने से सजाकर कई दर्जन पैक सिरिंज रखे हुए थे।
चंगेज खान तब झूठ नहीं बोल रहा था जब उसने कहा था कि एंड्रयु नशेड़ी था। वैसे इस बात को लेकर राजको कोई संदेह नहीं था क्योंकि जब उसने एंड्रयु की ओटो के फ्लैट में देखा था तब भी उसे यह बात लगी थी। वह जानता था कि ऐसे मौसम में जबकि यह आमतौर पर जरूरत बन जाती है कि आप छोटे बाजू के शर्ट पहनें या टीशर्ट, वैसे में एक पुलिस अफसर सुइयों के निशान को ढंकने के लिए अपने बाजुओं को ढककर नहीं चल सकता था। इसलिए वह सुई वहां चुभाता था जहां कि निशान न दिखाई दें, जैसे अपने पैर के पीछे। एंड्रयु के पुट्टे उसके घुटनों का पिछला हिस्सा ऐसे निशानों से भरे हुए थे।
जहां तक चंगेज खान को याद था एंड्रयु उस आदमी से नशे का सामन लेता था जिसकी आवाज रॉड स्टीवर्ट जैसी थी। वह एंड्रयु को ऐसे आदमी के रूप में देखता था, जो हिरोइन लेकर सामाजिक और पेशेवर दोनों ही रूपों में काम कर सकता था। ‘यह कोई असामान्य सी बात नहीं थी जैसा कि अनेक लोग सोच सकते थे,’ चंगेज खान ने कहा।
‘लेकिन जब स्पीडी को इस बात के बारे में पता चला कि यह आदमी एक पुलिस अफसर था तो वह जैसे पगला सा गया और उसको गोली मार देना चाहता था। हालांकि वह एक गुप्त पुलिस अफसर था। लेकिन उसने उससे इस बारे में बात की। वह आदमी सिडनी के सबसे अच्छे ग्राहकों में कई साल से बना हुआ था। कभी किसी तरह की सौदेबाजी न करने वाला। हमेशा उसके पास पैसा तैयार रहता था, इंतजाम रखता था, बातचीत नहीं करता था, कभी किसी तरह की बकवास नहीं करता था। मैंने कभी किसी आदिवासी को नशे के साथ इस तरह सौदा करते नहीं देखा था।'
न ही उसने ऐसा सुना या देखा था कि एंड्रयु इवांस व्हाइट से बातचीत कर रहा हो।
‘व्हाइट का यहां के ग्राहकों से कोई लेना-देना नहीं रह गया था। वह थोक में माल बेचता है, बस। वह किंग्स क्रॉस में कुछ समय तक माल पहुंचाता था--मुझे पता नहीं है कि क्यों, वह काफी कमा लेता है। बाद में उसने पहुंचाना बंद कर दिया--कुछ वेश्याओं के साथ उसका कुछ पंगा हो गया था, मुझे यह सुनने में आया था।'
चंगेज ने खुलेआम कहा था। उससे कहीं अधिक खुलकर जितना कि खुद को बचाने के लिए जरूरी होता है। असल में, ऐसा लग रहा था कि उसे इसमें मजा आ रहा था। शायद वह इस बात की समझ गया था कि इसमें अधिक खतरा नहीं था कि राजउनके पास जाए क्योंकि कम से कम उसके एक सहकर्मी के उसके साथ अच्छे ताल्लुकात थे।
‘हेलो कहना और उस आदमी से कहना कि उसका वापस स्वागत है। हम दुश्मनी नहीं पालते,' चंगेज मुस्कुराया। ‘वे जो भी हों, हमेशा लौटकर आते हैं। हमेशा ।’
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