RE: Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग
अगले दिन सुबह समर उठकर अपने कमरे से नीचे आया। सटर्डे था, नेहा और उसके कालेज की छुट्टी थी। नीचे उसने देखा की उसकी माँ प्रीति किचेन में थी।
समर- “गुड मार्निंग मोम... डैडी कहां हैं?" उसने कहा।
प्रीति- “मार्निंग समर..” प्रीति ने जवाब दिया- “कहां होंगे तेरे डैडी? आफिस। रात को देर से आते हैं और सुबह जल्दी निकल जाते हैं। पता नहीं कितना काम है उन्हें?" प्रीति को क्या पता था की यतीन क्या काम करता था आफिस में?
समर- “सच में... अब तो डैडी दिखते ही नहीं हैं। एनीवेस मोम, बहुत भूख लगी है, जल्दी से नाश्ता दे दो.” समर ने कहा।
प्रीति- "नाश्ता बन रहा है। तू तब तक अपनी बहन को उठाकर आ। पता नहीं कब तक सोएगी?" प्रीति ने कहा।
समर ये सुनकर परेशान हो गया। वो नेहा का सामना नहीं करना चाहता था, कहा- “मैं नहीं जा रहा। आप ही उठा लाओ...” समर बोला।
"तुझे दिख नहीं रहा, मैं काम कर रही हूँ। जा जल्दी, और नीचे ला उसे.." प्रीति ने थोड़ा कड़क अंदाज में कहा।
समर को उठना पड़ा। वो धीरे-धीरे नेहा के कमरे की तरफ बढ़ने लगा। रास्ते में उसे फिर से उस रात के दृश्य नजर आ रहे थे। क्या बोलूँगा दीदी को? कैसे सामना करूँगा? सोचते-सोचते उसकी फट रही थी। वो नेहा के दरवाजे तक पहुँचा। उसने सोचा की बाहर से आवाज लगा के चला जाऊँगा। दीदी का सामना नहीं करना पड़ेगा। उसने दरवाजा खटकाना शुरू किया- “दीदी... उठ जाओ। देर हो गई है। मोम नाश्ते के लिए बुला रही है...”
अंदर नेहा कब की उठी हुई थी और बस नीचे जाने ही वाली थी की उसने समर की आवाज सुनी। वो चाहती तो अंदर से ही जवाब दे सकती थी। मगर उसके दिमाग में एक आइडिया आया। उसने एक शर्ट ओर शार्टस पहनी थी। उसने शर्ट के ऊपर के दो बटन खोल दिए और शार्टस को थोड़ा और ऊपर चढ़ा दिया। इससे उसके बड़े-बड़े चूचे आधे शर्ट से बाहर दिखने लगे और ब्रा भी दिखने लगी। शार्टस चढ़ने से उसकी गोरी जांघे भी अपना जलवा दिखाने लगी। नेहा मन ही मन मुश्कराई।
समर- “दीदी... उठो दीदी..” उसने फिर दरवाजा खटकाया। मगर कुछ जवाब नहीं आया। अच्छा ही है, मोम को बोल दूँगा की दीदी उठ नहीं रही, मुझे उनका सामना भी नहीं करना पड़ेगा। ये सोचते हुए समर ने राहत की साँस ली और मुड़कर नीचे जाने लगा।
तभी दरवाजा खुला- “क्या हुआ समर?"
नेहा की आवाज सुनते ही समर पीछे मुड़ा और उसके होश उड़ गये। उसने देखा की उसकी दीदी अपनी बड़ी सी क्लीवेज और चूचे दिखाते हए दरवाजे पे सेक्सी पोज दिए खड़ी थी। उसकी गोरी टाँगें भी डिसप्ले में थी। उसकी आँखें फट गई, और लण्ड दो पल में खड़ा हो गया।
नेहा- “क्या हुआ?" नेहा ने फिर पूछा।
समर- “वो... वो दीदी... वो मोम नाश्ते के लिए नीचे बुला रही है.” समर हकलाते हुए बोला। ना चाहते हुए भी उसकी आँखें अपनी बहन के बदन पे टिकी हुई थी और नेहा ये देखकर खुश हो रही थी।
नेहा- “हाँ... ठीक है, मैं चेंज करके नीचे आती हूँ..” नेहा बोली- “मगर अच्छा हुआ तू ऊपर आ गया। मुझे तुझसे कुछ बात करनी थी..."
समर चिंता में पड़ गया। इसी चीज को ही तो वो अवायड कर रहा था।
नेहा- “अंदर आ समर..." नेहा ने अंदर आने का इशारा करते हुए कहा।
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