Antarvasnax दबी हुई वासना औरत की
09-04-2021, 12:17 PM,
RE: Antarvasnax दबी हुई वासना औरत की
मैं कुछ खास काम से गया हुआ था, वहां जाकर एक गहरी मुसीबत में फंस गया मुझे लगा था कि अब शायद कभी वापस नहीं लूंगा लेकिन ईश्वर का शुक्र है मेरी जान बच गई और मैं वापस लौट आया तुम्हें जब वह चिट्ठी मिली होगी | तब तुम डरी तो नहीं थी |
रीमा - नहीं मैं एक उम्मीद पर जिंदा थी और मेरी उम्मीद सही साबित हुई |
रीमा - तुम वापस आ गए मुझे खुशी है | इतना कहकर रीमा जितेश के पास आ गयी और अपने रसीले कांपते ओंठो को जितेश के सूखे ओंठो पर रख दिया और कस कर चूम लिया और चुमते ही चली गई | जितेश भी पैसा गिनना छोड़ कर रीमा को चूमने लगा | रीमा ने कसकर जितेश को बाहों में भर लिया था जितेश की बाहें रीमा के चुताड़ो के ऊपर चली गई और जितेश ने उन्हें अपनी ताकतवर हथेलियों में लेकर मसलने लगा | रीमा खुद के जिस्म को जितेश के बदन के खिलाफ रगड़ने लगी | दोनों एक दूसरे को पता नहीं कब तक चुमते रहे थे | जितेश समझ गया था रीमा क्या चाहती है लेकिन जितेश ने कहा - पहले खाना खा ले इसके लिए पूरी रात पड़ी है |
रीमा शर्म से झेप गयी | अब उनके बीच का झिझक का पर्दा हट चूका था च आफ गई थी |
जितेश बोला - इसमें शर्माने की क्या बात है कोई नहीं तुम जवान हो सबके मन में अरमान होते हैं मेरे मन में भी हैं मुझे खुशी है तुम भी वही सोच रही हो जो मैं सोच रहा था |
रीमा को ऐसा लगा जैसे जितेश ने उसके मन की बात कर ली है हालांकि को कुछ बोली नहीं |
इधर जितेश ने फटाफट पैसो वाला बैग पैक करके खाना गरम खाने चला गया और बहुत जल्दी खाना गर्म करके ले आया | उसके बाद दोनों बैठ कर खाना खाने लगे | खाना खाने के बाद जितेश बिस्तर पर आ गया और बैग में रखे बचे पैसे गिनने लगा था | बैग में पुरे 300000 थे जब पैसे की गिनती खत्म हो गई तो जितेश ने उन पैसों को एक जमीन में बने ही में एक अलमारी खोलकर रख दिया और ऊपर से फिर से दरी बिछा दी इमरान थी | जितेश आधे से ज्यादा काम तो जमीन के अंदर ही करता है | इसके बाद जितेश रीमा के पास आ गया और रीमा के हाथ अपने हाथों में लेकर उसे सहलाने लगा था | रीमा को अहसास था की अब क्या होने वाला है, कहाँ रीमा अपने ही नंगे बदन को देखने में शर्माती थी | आज एक अनजान मर्द के सामने अपनी अनंत वासनाओं की गुलाम बनकर जवानी का वो खेल खेलने को आतुर थी जो संभ्य समाज में बिलकुल सही नहीं कहा जाता | आभी भी रीमा को नहीं पता था वो जितेश की तरफ आकर्षित है या सिर्फ उसके लंड से चुदने की चाहत में पगलायी हुई है | कुछ भी हो रीमा को जितेश नंगा तो देख ही चूका है | रीमा भी जितेश का लंड देख चुकी है तो अब छिपाने को बचा क्या था | बस वासना का चूत चुदाई का खेल बचा था | रीमा ने इसके लिए पूरी तरह से मन बना लिया था | उसे पता था एक बार ये वक्त निकल गया तो हमेशा जितेश को हाशिल करने की कसक उसके मन में जिंदगी भर बनी रहेगी | भले ही चारो तरफ वह खतरों से घिरी थी लेकिन जो हालत थे और जो मन के दबे अरमान थे उनके हाथो वो बेबस थी या उन्हें पूरा करना चाहती थी | दोनों ने एक दुसरे की कहानी सुनी थी इसलिए हल्का सा भावनात्मक लगाव भी हो गया था | रीमा ने ऊपर जितेश की ही शर्त पहन रखी थी | नीचे वो जितेश का ही एक हाफ पेंट पहने थी | इधर जितेश ने अपने कपड़े उतार दिए | उसे देख रीमा ओ समझ में आ गया था कि अब किसी पर्दे का समय नहीं है | जो उसके दिल में है वही उसे करना चाहिए और खुल कर जीना चाहिए | रीवा ने भी अपनी शर्ट के बटन खोल दिए और जितेश के करीब आ गई और जितेश के ठोस जिस्म के सहलाने लगी थी | रीमा के नरम हाथों का स्पर्श पाते ही जितेश के अंदर के अरमान फिर से उठने लगे थे | उसे लगा जैसे उसकी टीचर दीदी वापस आ गई हो | ऐसा लगा जैसे वह फिजा का मांसल पेट सहला रहा हो | लेकिन ये न तो क्रिस्टीना थी न फिजा थी ये रीमा थी | रीमा का मादक बदन की गंध जब जितेश की नाक में घुसनी शुरू हुई तो जितेश को अहसास हुआ रीमा की मादकता उसकी दीदी से कई गुना ज्यादा है | रीमा एक सम्पूर्ण भरे पुरे बदन की मालकिन थी | इधर रीमा की शर्ट के बटन खुलते ही जितेश के हाथ बरबस ही रीमा के स्तनों पर पंहुच गए | जितेश रीमा के बड़े बड़े उठे उरोजो को मसलने लगा था | रीमा धीरे-धीरे जितेश के ऊपर झुकती चली गई और उसकी पेंटी की बेल्ट खोल दी और पेंट की ज़िप को खोल दिया और अपना हाथ अन्दर घुसेड दिया | अन्दर जाकर उसके मूसल लंड को टटोल कर उसका साइज़ का जायजा लेने लगी | उसके मुसल लंड के हाहाकारी साइज़ को देखकर के अचंभित होने लगी थी |

रीमा - तुमारा औजार तो बहुत बड़ा है, चीखे उबल पड़ती होगी जिसकी चूत पर ये औजार रख देते होगे |

जितेश रीमा की तारीफ सुनकर खुस हुआ लेकिन उसे टोकते हुए बोला - मैडम ये तो चीटिंग है | सब कुछ खुलकर होगा | ये औजार सौजार नहीं चलेगा | लंड बोलो सीधे |

रीमा उसे ताना देती हुई - ठीक है ठीक है और ये मैडम मैडम भी नहीं चलेगा | रीमा कहो मुझे |

जितेश - ठीक है मैडम अब से रीमा ही बोलूँगा |

रीमा जितेश की पेंट के अन्दर उसका फूलता हुआ लंड सहलाती हुई बोली हैरान होने लगी | आखिर उसे बड़े मोटे मुसल लंड ही क्यों पसंद आते हैं जैसे रोहित का जैसे अनिल का और अब जितेश का | हालांकि उसे अपनी चाहत पर अपनी ख्वाहिशों पर हैरानी के साथ गर्व भी था | आखिर उसे मोटे लंड ही पसंद है तो है | उसने धीरे से अपनी नरम उंगलियों से जितेश के गरम फूल रहे मोटे लंड को पकड़कर बाहर निकालने लगी | जितेश का लंड बड़ी मुश्किल से रीमा बाहर निकाल पाई |
Reply


Messages In This Thread
RE: Antarvasnax दबी हुई वासना औरत की - by desiaks - 09-04-2021, 12:17 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,642,739 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 560,836 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,293,951 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 977,818 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,734,159 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,147,922 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,068,036 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,459,071 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,160,757 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 298,472 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 5 Guest(s)