RE: Chudai Kahani वो शाम कुछ अजीब थी
'ककककुउऊउककचह नही ----- आअहह' समर ने एक और घस्सा लगा दिया था - उसके चेहरे पे मुस्कान थी - सुमन गुस्से से उसे देखने लगी - आँखों के इशारों से मना करने लगी.
समर इशारों से उसे बात करने को बोला'
सुमन के लिए बहुत मुश्किल हो गयी थी - चुदते वक़्त बात करना वो भी बेटे से.
'मैं बाद में फोन करती हूँ' सुमन के हाथ से फोन छूट गया - ये भी वो किसी तरहा बोल पाई थी.
फोन ऑन ही रहा और सुनील को सब सुनाई देने लगा.
'समर पागल तो नही हो गये - सुनील का फोन था वो'
'क्या हुआ जान मज़ा नही आया क्या - अंदर लंड लेने में'
'उफ़फ्फ़ तुम तो ---- अब रुक क्यूँ गये हो - चोदो मुझे - फाड़ दो आज मेरी चूत'
सुनील के कान खड़े हो गये - मोम मोसा जी के साथ --- ये सब - डॅड कहाँ है वो सोचने लगा.
तभी उसके कान में जो आवाज़ पड़ी उसने उसकी दुनिया हिला के रख दी.
'ओह ! सूमी मेरी जान - मेरे बेटे को सीखा सब - उसे ट्रेन कर - बहुत सीधा बन गया है वो'
कहते हुए समर सुमन को तेज तेज चोदने लग गया.
सुमन की आँखें बंद हो गयी लेकिन मुँह से निकल नेवाली आवाज़ें बंद ना हो पाई'
अहह उूउउम्म्म्ममम ओह हाई यस यस
तेज और तेज अहह चोदो मुझे ---- हाई जीजा मेरे - जान मेरी - चोद मुझे - अहह मज़ा आ रहा है
ये आवाज़ें सुनील को जहर की तरहा लगने लगी - क्या वो अपने पापा का बेटा नही है - क्या वो सच में अपने मोसा का बेटा है.
'सिखाएगी ना मेरे बेटे सुनील को'
'अहह क्या कह रहे हो - बेटा है वो मेरा अहह'
'तू नही सीखाएगी तो कॉन उसे सीखायगा....... माँ का फ़र्ज़ होता है बेटे को हर चीज़ सीखाने का......'
सुमन को यूँ लगने लगा जैसे समर नही सुनील उसे चोद रहा हो - उसकी बंद आँखों में सुनील का चेहरा घूमने लगा.
'आआहह सुउुुुुउउन्न्ञन्निईीईईईल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल फक मी हार्ड....फफफफफफफफुऊऊुुुुुुऊउक्ककककककककककककक मीईईई'
'ले मेरी जान और ले ..... जल्दी ही मुझे अच्छी खबर देना'
'अहह अहह
सुनील आगे और नही सुन पाया - उसका वजूद बदल चुका था - मोबाइल उसके हाथ से नीचे गिर गया.
सुनील के हाथ से मोबाइल नीचे गिर गया. उसकी आँखों में आँसू भर चुके थे. दिल बार बार चीख रहा था - नही ये ग़लत है ऐसा नही हो सकता. दिमाग़ उसे बार बार वही सुना रहा था जो उसने थोड़ी देर पहले सुना था.
वो सागर का नही समर का बेटा था. ये कड़वा सच उसे अंदर ही अंदर काटने लगा.
- क्या डॅड को मालूम है ?
- अगर मालूम है तो ऐसा कैसे हुआ?
-मोम मोसा जी के साथ थी तो क्या डॅड मासी के साथ ? क्या ये स्वापिंग करते हैं?
बहुत से सवाल उसके दिमाग़ में खड़े हो गये. फिर उसकी यादें बचपन से ले कर अब सब उसकी आँखों के सामने घूमने लगी - कितना प्यार करता था सागर उसे. अगर सागर को पता चलेगा कि वो उसका नही समर का बेटा है - क्या हाल होगा डॅड का?
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