RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़
राज अब भी सोया हुआ था उसकी आँखें बंद थी डॉली ने झट से किचन से एक चाकू हाथ में लिया जो कि 6इंच का था और उसकी कटाव किसी जर्मन किचन नाइफ की थी वो तुरंत पास आई दबे पाओ उसके भीगे बाल बार बार उसके चेहरे के पास आ जाते जिसे वो झटक देती तभी वो पास ही आई थी उसने चाकू को कस के पकड़ा और गुस्से और बदले की भावना से राज पर एक नज़र दौड़ाई जो अब भी बेख़बर आँखें बंद किए सो रहा था डॉली तुरंत पास आई और उसने ज़ोर से चाकू उसके थाइस में घुसेड दिया एक ज़ोर दार चीख के साथ राज उठ पड़ा……………राज – आआआआआहह ओह मययययययययययययी गूद्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड आआआआअहह आआआहह
डॉली उसपर एक झटके से हट गयी और सीधे चाकू को उसकी थाइस में ही छोड़ डाला राज दर्द से तड़प रहा था उसके जाँघ से बहता खून उसके हाथो में लग गया वो ज़मीन पर जा गिरा डॉली अभी पास आई थी कि वो फिरसे उठने लगा असम्म्म्ममममममाआआ तुमनययययययी ऐसाआ क्यू किय्ाआअ आआहह आहह ह….राज एक जगह गिर गया और तभी डॉली को मौका मिल चुका था डॉली डर और ख़ौफ़ से पागल हो गयी थी उसने झट से अपनी दूसरी लात सीधे राज के मुँह पर मारी धcछ्ह्ह एक ज़ोर दार आवाज़ के साथ राज के मुँह ने खून उगल दिया राज पास ही गिर गया और तभी डॉली इधर उधर देखने लगी डॉली तुरंत पास गयी और राज के कोट से चाभी चेक करने लगी राज बेशुध उसे देखे जा रहा था………तुम ठीक नही कर रही डॉली आआहह हुहह डॉली तुम मुझे छोड़के नही जा सकती आआहह राज ने अपनी जाँघ में घुसे चाकू को ज़ोर से पकड़ा माँस में धस गये चाकू को ज़ोर से उसने निकाल डाला उसके निकलते ही खून कतरा कतरा फर्श पे गिरने लगा राज के हाथो से चाकू छूट गया डॉली ख़ौफ़ से उसे देखकर दरवाजे के पास आई और उसने दरवाजा खोल डाला पर तब तक राज लन्गडाते हुए उसके पास आ रहा था ………रूको रूको ऊऊऊओ डॉली तुम ठीक नही कर रही…………यू हॅव टू पे फॉर दिस…….डॉली ने तुरंत साइड में रखे फावड़े को उठाया और सीधे राज के सर पर चिल्लाते हुए दे मारा……….अब कैसा लगा कुत्ते मेरे जिस्म के साथ जो भी तुमने किया उस एक एक का बदला लूँगी मैं…………आआआअहह नहिंन्णणन् असम्म्माआ नही……………….डॉली ने फावडे को वही फैंका और एक झलक राज पर दौड़ाई राज अब बेहोश हो चुका था………….डॉली झट से उपर गयी और खून से भरा चाकू उसने वापिस उठा लिया और फिर एक बार राज को देखा जो शायद घायल होने से बेहोश हो चुका था डॉली उपर भागी और उसने अपने हील सॅंडल्ज़ पहने और शरीर को ढकने के लिए अपना ब्राउन जॅकेट पहेन लिया वो दबे पाओ नीचे उतरी राज अब भी बेहोश था डॉली उसकी तरफ से जल्दी जल्दी गुज़र रही थी और वो दरवाजे से बाहर निकलने में कामयाब हो गयी उसने तुरंत ताला उठाया और कॉटेज को बाहर से बंद कर दिया राज को उठते देखा डॉली चिल्ला पड़ी…..डॉली नही रुक जऊऊ तुम मुझे छोड़के कहीं ना जाऊऊ आआआहह राज ने अपनी जाँघ को पकड़ा डॉली ने झट से जीप में चाबी डाली पर जीप स्टार्ट नही हुई डॉली ने तुरंत जीप पर फिर से एक और गियर डाला और इस बार भी स्टार्ट नही हुई डॉली – कमोन कमोन स्टार्ट हो जा प्लेअसएसस्स्स्सस्स
आआआआअहह…….डॉली ने पीछे की ओर देखा राज दर्द से चीख रहा था पर डॉली ने उसकी चीखों की परवान ना करते हुए जीप को स्टार्ट करना जारी रखा और जीप स्टार्ट आख़िर कार हो ही गयी
डॉल्लीइीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई नही रुक्कककक जऊऊ डॉल्लीइीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई आआााआआहह आडोल्ल्य आआआहह
डॉली ने जीप तेज़ी से वहाँ से भगा डाली और कुछ इधर उधर टकराते हुए डॉली ने जीप को वहाँ से निकाल डाला अब डॉली सुरक्षित थी वो बिल्कुल महफुज़ थी तभी उधर राज चिल्लाते हुए पास आया बगल में रखे चेर को उठा लिया और सीधे खिड़की पर ज़ोर दार तरीके से उसने खिड़की का काँच तोड़ डाला राज ने काँच को बाहर फेंका और वहाँ से कूदने की फिराक में गिर गया राज के हाथो में खून था और उसके सर पर गुस्सा चढ़ा हुआ था
राज ज़ोर ज़ोर से दहाड़ रहा था भागगग गयी भाग गयी साली कुतियाअ जानती नही तुमने मेरे साथ क्या कियाआ है मैं तुझे अपनीी बनाके ही छोड़ूँगाआा आआआआआहह डोल्लयाअ आइ लवी युयुयूवयू साली सड़कछाप औरत तू मुझसे भाग नही सकती आआहह राज लंगड़ाते हुए रास्ते पर आया
डॉली ने जीप तेज़ी से भगा डाली और तभी वो शहेर के रास्ते आ गयी डॉली को अब चैन की साँस थी डॉली ने तभी वहाँ रोना स्टार्ट कर दियाआआअ डॉली ख़ौफ़ से रोए जा रही थी उसके दिल में बैठा डर उसे डराए जा रहा था तभी डॉली के सामने एक गहरी रोशनी आई और सामने एक ट्रक ने डॉली की जीप से जा टकराई डॉली को संभलने का मौका ना मिला और उसकी जीप हवा में बल खाते हुए सीधे ज़मीन पर गिरी लुढ़कते लुढ़कते डॉली जीप से निकलकर ज़मीन पर बेहोश हो गयी उसके पूरे चेहरे पर खून ही खून था अओर उसकी आँखें एक दम से बंद हो उठी जीप पहाड़ से गिरते हुए धम्म्म से गिरी बूम एक ब्लास्ट हुआ और जीप के चिथड़े उड़ गये और उपर डॉली बेहोश हो चुकी थी
डॉली की आँखें धुधलि धुंधली तस्वीरे ज़िंदगी की देख सकती थी डॉली के कानो में बस उस के दिल की धध्कन सुनाई दे रही थी वो ज़ोरो से साँसें खिच रही थी उसकी आँखें खोलने की कोशिश कर रही थी पर वो हरपल नाकामयाब हो जाती डॉली के चेहरे पर खून था और वो अब धुधलि तस्वीरो में खुद को किसी स्ट्रेचर पर लेटी कोई उसे लेके जा रहा था
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