RE: Hindi Sex Kahani माया ने लगाया चस्का
सरोज: साली तो ये तेरे गालो पे जो चिपका था और खडकी से सिसकिया सुनाई दी वो क्या भुत की थी? वो जोर से धमकी भरे शब्दों में बोली……. मेने मैंन दरवाजा बन्ध किया है और में माया की खास सहैली हूँ और जो भी अन्दर छिपा है वो मेहरबानी करके बहार आये. अगर मेने उससे ढूढ़ लिया तो बहूँ त बुरा होगा..
माया: सरू कोई नहीं यार मुजपे भरोशा नहीं क्या? वो बिचारी सरोज को गीड-गिडा रही थी. उससे हाथ जोड़कर मिन्नते कर रही थी. यार तू जा कुछ नहीं…
सरोज: तुम बहार आते हो या में अन्दर आऊ??? अगर पकडे गए तो तुमदोनो का हाल बुरा होगा ये लास्ट वार्निंग है. माया ने उसके कान के पास जाकर कुछ कहा. तो और भी चिल्लाई.
सरोज: अच्छा तो ये बात है आने दे भैया भाभी को.. यह सुनकर में जट से बहार निकला, में बरमूडा और टी शर्ट पहने हूँ ए था.
में: नहीं प्लीज़ दीदी ऐसा मत करना, मैंने भी लाचारी से हाथ जोड़े..
सरोज: प्लीज़ के बच्चे, में तेरी दीदी नहीं साली हूँ समजा, मुझे दीदी कहा तो तेरा रेप कर भाईचोद बन जावुगी, इतना छोटा है पर मेरी भोली सहैली को फसा दिया?!! साले १२-१३ साल से वो तड्पी है पर भाई की इज्ज़त को देखते हूँ ए कभी बहार नहीं गयी और साले तूने उसको फुसला के उसको ठोकने भी आ गया.. (में गभराया, मुझे बात बिगडती दिख रही थी).
माया: नहीं सरोज उससे कुछ मत कहै यार वो निर्दोष है. वो उसे मेने …….. यार वो ऐसा नहीं वो अभी कुवारा है. उसने किसी को किस तक नहीं किया. वो ऐसा नहीं अभी भी बच्चा है.
सरोज: ओह्ह्ह मेरी जान….. दोनों में इतना प्यार भी हो गया? एक दुसरे को बचाने के लिए आगे आ रहै हो. सालो आने दो भैया को.. वो हमदोनो को ब्लैकमेल करते हूँ ए मेरे पास आई, मेरा कान पकड़ कर बोली साले इसने १२-१३ सालो में जो नहीं किया वो तूने ३० दिनों में करवा लिया. उसने कस में बरमूडा में ही मेरा लोडा पकड़ लिया और मेरे होंठ पर जोर से किस कर ली..
माया: सरोज बहूँ त हो गया..(वो गुस्से में आ गयी) उसने मुझे बाही में लेके बड़े गर्व से कहा
माया: हां में इससे दिल से चाहती हूँ इसे अपना पति मानती हूँ , उससे मत छु… और तुजसे क्या छुपाना…… में भी तो तेरी सब बात जानती हूँ …
सरोज: माया देख तो सही ये तुजसे १०-१२ साल छोटा लगता है. पर क्या चिकना माल है…. यार उसकी मजबूत बाहों में मुझे भी जरा जुलने दे मेरी जान….फिर माया को मुरजाया चेहरा देख शांत हो कर बोली….
सरोज: यार में तेरे दिल का हाल जानती हूँ , और मुझे यह भी पता है की तुजे छोटे मर्द पसंद है… वो फु फु करती हस पड़ी.. सॉरी मेरी जान में तेरी फिरकी ले रही थी. पर क्या तीर मारा है. मस्त चिकन अकेले ही खा रही हो और हमें दावत भी नहीं, साली चुदद्द्कड़…में तो तुम दोनों की मजाक कर रही थी सालो तुमारे सह्मे हूँ ए चहैरे तो देखो. सालो तुम दोनों की कैसी फट रही है. प्यार भी डर के करते हो छोटे जीजू…????!!!
मेरी जान में जान आई, माया ने कस के उसके बाल खिचे और कहा.—
माया: (दबी आवाज में) साली हरामखोर तूने हमको डरा ही दिया.. उससे खीच के बिस्तर धक्का देके उसपर चड गयी और उसके गालो को नोचने लगी.. सरोज की बच्ची आज तू गयी.. वो चिल्लाई..
सरोज: आःह्ह्ह माया दुखता है…. छोड़ मुझे. साली तुजे कुछ करना भी नहीं आता. अच्छा है मुझे सुनाई दिया वरना आज तो तू किसीके हाथ पकड़ी जाती. साली चुडेल में तुजे बचाने आई और तू मुझे ही मारती है? रुक में अभी चिल्लाती हूँ .. माया ने उसके मुह हाथ रख कर उससके गालो को चुमके कहा….
माया: सरोज मेरा प्यार मेरी यार मेरी अच्छी दोस्त है न, अपना मुह मेरे लिए बन्ध नहीं रखेगी मेरी रानी..
सरोज: एक शर्त पे में चुप रहूगी.. यार बहूँ त दिनों से चूत में बड़ी खुजली हो रही है, यार जब से डाइवोर्स हूँ आ है, चोदने को नहीं मिल रहा और मेरी भी तेरे जैसी हालत है. तेरे मेसे थोडा मक्खन मुझे भी खिला दे यार दोनों मिलबाट के मक्खन खाएगे, उसने मेरे सहमे हूँ ए चहैरे की तरफ देखते हूँ ए मुझे आंख मारी. क्यों जीजू दो खाओगे??? या एक से ही पेट भर गया????
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