RE: Maa ki chudai मॉं की मस्ती
मनु को समझ नही आया कि अभी लंड और भी चूत के अंदर जाएगा,उसके लिए तो जितना अंदर चला गया था उतना ही बहुत था,पर जब प्रिया ने कहा तो उसने और तेज़ धक्का लगा कर अपना पूरा लंड प्रिया की भोसड़ा बन चुकी चूत मे डाल दिया
जैसे ही मनु का लंड पूरा का पूरा प्रिया की चूत मे घुस गया ,मनु के तो आनंद का कोई हिसाब ही नही रहा,उसको लगा कि आज जिंदगी मे जो मज़ा मिला है वो तो सबसे ज़्यादा है,मनु का लंड प्रिया की चूत मे घुस कर उसकी चूत की गरमी को पूरी तरह से महसूस कर रहा था,मनु तो प्रिया से बिल्कुल ही चिपक गया था,उसको ना होश था और ना ही पता था कि अब आगे कैसे होगा.
तब प्रिया ने मनु से कहा ,कि मनु अब अपने लोड्े को थोड़ा सा बाहर निकाल कर फिर से धक्का लगाओ,और अंदर बाहर करो,मनु ने प्रिया की इंस्ट्रेक्षन को फॉलो किया तो चूत मे लंड के घर्षण से उसको और ज़्यादा मज़ा आया.
अब तो मनु और तेज़ी से लंड को आगे और पीछे करने लग गया.
प्रिया को भी आज एक कुँवारा और अनाड़ी लंड मिला था ,इसलिए उसको भी मज़ा आ रहा था.
अब वो दोनो अपनी चुदाई मे पूरी तरह से मस्त हो गये थे.
इधर बाहर रमण आरती से चिपका हुआ था,और आरती के थोड़ा सा सुरूर मे होने का पूरा फ़ायदा उठा रहा था,वैसे भी अब आरती को भी मज़े आ रहे थे और उसने पहले की तरह से शरमाना कम कर दिया था,वो भी रमण की चिपका चिपकी का फुल मज़ा ले रही थी
रमण आरती के टॉप के उपर से ही उसकी पीठ पर धीरे-2 हाथ फेर रहा था,और उसकी गोरी काया के मज़े ले रहा था,आरती भी धीरे-2 गरम होने लगी थी.
फिर अचानक से जैसे आरती को कुछ होश आया और उसने अपने आप को संभाला,और वो एक झटके से रमण से अलग हो गयी,रमण को भी झटका लगा और वो समझ गया कि आरती अभी इस सब के लिए तैयार नही है.
वो आरती से अलग हो गया ,और आरती ने एकदम से अपना सिर झुका लिया,पर आपस मे कोई कुछ नही बोल रहा था,तभी रमण आरती को ले कर आ कर बैठ गया.
तब आरती ने रमण से पूछा कि मनु कहीं नज़र नही आ रहा,कहाँ चला गया,रमण ने कहा कि यहीं कहीं होगा जाएगा कहाँ,आज वो भी अपनी बर्तडे पार्टी एंजाय कर रहा होगा
ये बात रमण की बिल्कुल सही थी,आज तो मनु सच मे अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी पार्टी को एंजाय कर रहा था
इस टाइम मनु और प्रिया दोनो एक दूसरे पर पड़े हुए थे,मनु तो आज दो बार झाड़ कर पूरा संतुष्ट हो गया था,पर प्रिया के साथ ऐसा नही था,उसको ज़्यादा मज़ा नही आया था,फिर भी वो मनु को ये शो नही कर रही थी.
फिर दोनो जने उठे और जल्दी-2 अपने कपड़े पहन लिए,और वहाँ से बाहर हॉल मे आ गये जहाँ पर पार्टी चल रही थी.
आरती की नज़र जैसे ही मनु पर पड़ी उसने पूछा कि मनु तुम कहाँ चले गये थे,मनु तो पहले ही तैयार था,उसने कहा कहीं नही बस यहीं इधर-उधर था
अब आरती ने कहा कि मनु देर बहुत हो रही है अब हम को आपने घर चलना चाहिए,मनु ने कहा कि ठीक है मैं रमण भैया से बोल कर आता हूँ.
मनु रमण के पास गया और बोला कि मम्मी अब घर जाने के लिए कह रही है,रमण ने कहा कि ठीक है,और वो भी मनु के साथ आरती के पास आ गया.
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