RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
दोनो भाई जल्दी से अपनी दारू ख़तम करके सुधिया काकी के पास
जा पहुचे और दोनो ने उसे अपनी बाँहो मे आगे और पीछे
से दबोच लिया, एक उसकी मोटी गंद और चूत को अपने हाथो मे
भर रहा था तो दूसरा उसके मोटे मोटे दूध को दबोच रहा
था, हाय काकी तेरी गंद बड़ी मोटी है, काकी मुझसे मोटी तो तेरी
मा की गंद है तो क्या उसे भी ऐसे ही अपने हाथो से मसलेगा,
बिरजू अरे काकी मेरी मा अगर अपनी गंद हमसे मसळवती है तो
हमे मसल्ने मे क्या लगेगा हम तो उसकी भी चूत और गंद
फाड़ देंगे जैसे तेरी फाडी थी,
अरे लोडो जब तक किसी भोसड़ी की गंद दस बीस बार फाड़ ना दो उसे मज़ा नही आता तुम दोनो मेरी गंद फाड़ फाड़ कर लाल कर दो वैसे तुम दोनो बहुत अच्छा चोद्ते हो कही तुम घर पर अपनी मा पर तो नही चढ़ते हो एक बार उस पर चढ़ कर देखो बड़ा मज़ा देगी बहुत कसी कसाई गंद है साली की
बिरजू काकी का घाघरा उठा
कर उसकी चूत और गंद को दबोचता हुआ अरे काकी हमारी एसी
किस्मत कहाँ कि हमे गंद और चूत घर मे ही चोदने को मिल
जाए आ अबे उंगली मत कर अब सीधे लंड डाल दे, तभी बिरजू
काकी को थोड़ा झुका कर उसकी चूत मे पीछे से अपना लंड एक
ही झटके मे अंदर तक पेल देता है, सुधिया काकी आह
शाबाश बेटा राजू तू मेरी चुचिया कस के दबा रे, राजू काकी
की चुचिया को कस कस कर मसल्ने लगता है, और बिरजू उसकी
चूत कूटने लगता है, आह आह ओह ओह और तेज मार बिरजू फाड़ दे
बेटा अपनी काकी की चूत और मार आह आह और दे कस के दे और
तेज हाँ हाँ ऐसे ही आह आह, सुधिया काकी आम के पेड़ के तने को
पकड़े हुए झुकी झुकी बिरजू का लंड कस कस कर अपनी चूत मे
लेने लगती है, करीब 10 मिनिट के लगातार तगड़े धक्को के
साथ ही बिरजू झाड़ जाता है और जैसे ही अपना लंड काकी की चूत
से बाहर निकालता है, राजू अपना लंड उसकी चूत मे फसा कर
एक तगड़ा झटका मारता हैऔर सुधिया काकी अकड़ जाती है, राजू
एक उंगली सुधिया काकी की गंद मे डाल कर उसे चोदने लगता है
राजू धीरे धीरे लेकिन गहरे धक्के मारने लगता है और
सुधिया काकी अपना पानी रोके चुद्ती रहती है, और फिर जब
सुधिया काकी ज़ोर ज़ोर से कराहने लगती है तो राजू अपने लंड की
स्पीड बढ़ा देता है उसकी जंघे सुधिया काकी की मोटी जाँघो
से टकराती है और एक भयानक साउंड जंगल मे गूंजने
लगता है, और फिर बिरजू सुधिया काकी की चूत मे अपनी पिचकारी
मारने लगता है और सुधिया काकी की चूत भी पानी पानी हो जाती
है. तीनो थकान के मारे वही बैठ जाते है, दोनो
सुधिया काकी से लिपटे हुए उसके गदराए बदन को सहलाते
हुए बिरजू काकी तुझे चोद कर तो सचमुच मज़ा आ जाता है,
बेटा तुम दोनो बहुत मस्त चुदाई करते हो जो भी तुमसे एक बार
चुदवा लेगी वह बार बार तुम्हारा ही लंड चाहेगी, एक बार अपनी
मा को अपना अपना लंड खोल के दिखा दो वह तुम्हारे लंड को
खाने के लिए पागल हो जाएगी, उसकी चूत और गंद भी काफ़ी
मस्त है तुम दोनो मस्त हो जाओगे, पर काकी अपनी मा को कैसे
चोदे कही नाराज़ हो गई तो, सुधिया अरे कमिनो जैसे मुझे
बाँध के चोदा था वैसे ही अपनी मा को बाँध के पूरी नंगी
कर दो और फिर उसकी खूब कस के चूत मारो अगले दिन से वह
खुद ही तुम्हारा लंड अपनी चूत मे लेने को मचल जाएगी,
तभी उन्हे अपनी मा की आवाज़ सुनाई दी जो खाना खाने के लिए
दोनो भाइयो को आवाज़ लगा रही थी, बिरजू और राजू खड़े हो
गये और फिर सुधिया भी अपना घाघरा ठीक करती हुई जाओ
तुम्हारी रंडी तुम दोनो का लंड लेने के लिए आवाज़ लगा रही है
और फिर तीनो घर की ओर चल दिए.
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