RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
"खून का असर"--11
गतान्क से आगे........................
कुछ देर बाद बिरजू शीला के उठे हुए पेट पर हाथ फेरता हुआ
अपने हाथ को उसकी चूत के फूले हुए भाग पर ले जाता है और
शीला तेरा पेट और तेरी चूत लंड ले ले कर कितना उठ गया है,
शीला हाँ भैया तुमने कुछ ही दिन मे मुझे चोद चोद कर
अपनी मा जैसी चूत और गंद लाल कर दी है, बिरजू शीला सच सच
बता तुझे अपने भाइयो से चुदने मे मज़ा आता है कि नही,
शीला भैया तुम दोनो जब एक साथ मुझे चोद्ते हो ना तो
मुझे ऐसा लगता है कि मैं स्वर्ग की सेर कर रही हू मुझे
अपनी चूत और गंद मे इतना मज़ा आता है की ऐसा लगता है की
तुम दोनो दिन भर मेरी चूत और गंद मारते रहो, देखना
भैया जिस दिन तुम दोनो भाई ने मिल कर मा की चूत और गंद
मार दी उस दिन से मा तुम दोनो के सामने घर मे दिन भर
नंगी ही रहेगी बस एक बार तुम मा की बुर और गंद को कस कस
कर चोद दो, देखना तुम्हारा लंड खा कर मा की गंद और
मोटी हो जाएगी, मुझे तो अपने ससुराल जाना पड़ेगा पर तुम
दोनो भाई मा को दिन रात घर मे नंगी ही रखना और दिन रात
उसकी चूत और गंद को अपने इस मोटे लोदे से कूटना, बिरजू शीला
की बुर को चूमते हुए मेरी रानी तू फिकर क्यो करती है हम
दोनो भाई तेरे सामने ही मा को नंगी करके खूब चोदेगे बस
तू एक दो दिन रुक जा, फिर देखना हम दोनो भाई मा को बिल्कुल
रंडी की तरह चोद चोद कर उसकी चूत और गंद को लाल कर
देंगे वह खड़ी खड़ी ना मूतने लगे तो कहना और बिरजू शीला
की बुर के उठे हुए भज्नाशे को अपने मूह मे भर कर
चूसने लगता है और शीला अपनी चूत को पूरा फैला कर अपने
भाई के मूह पर लगा देती है,
उधर राजू जाते ही मा के गदराए बदन से चिपक जाता है और
जब अपनी मा के रसीले होंठो और फूले हुए गुलाबी गोरे गाल को
चूमता है तो उसका लंड झटके मारने लगता है, अपनी मा के
बदन से उठती भीनी भीनी खुश्बू उसे पागल करने लगती है
और वह खड़े खड़े ही अपनी मा की चोली को खोल देता है जैसे
ही उसके सामने उसकी मा के मोटे दो-दो किलो के पपितो जैसे
दूध सामने आते है तो वह अपना मूह अपनी मा के दूध मे
भर देता है और अपना हाथ अपनी मा की मोटी गंद पर लेजा कर
अपने दोनो हाथो से अपनी मा की गंद को पूरी ताक़त से भींच
भींच कर दबाने लगता है और उसकी गुदा मे अपनी उंगलियो का
दबाव देने लगता है, कमला की चूत पानी छ्चोड़ने लगती है और
वह राजू की लूँगी हटा देती है और राजू के काले मोटे लंड की
चॅम्डी को पीछे करके उसके सूपदे को बाहर निकालकर उसे
अपनी मुट्ठी मे भर कर आँखे बंद करके अपने बेटे के
मोटे लंड का एहसास करने लगती है, राजू अपनी मा के हाथो को
उपर उठाकर उसकी बालो से भरी कांख को सूंघने लगता है
उसकी मा की कांख की मादक गंध उसे पागल करने लगती है
और वह मा के मोटे दूध के निप्पल को मूह मे भर कर
उन्हे खूब चूस्ता है और अपने एक हाथ को घाघरे के उपर
ले जाकर अपनी मा की फूली हुई पूरी बुर को अपने हाथो मे भर
कर कस कर दबोचता है, कमला सीसियते हुए आह बेटा तेरा
लंड बहुत मोटा है और राजू के लंड को ज़ोर ज़ोर से दबाते हुए
उसे अपनी बाँहो मे भर लेती है, राजू अपनी मा के घाघरे का
नाडा खोल देता है और उसका घाघरा सरर से सरकता हुआ कमला
के पैरो मे गिर जाता है और कमला पूरी नंगी हो जाती है, राजू
कमला को अपने से थोड़ा दूर हटा कर अपनी मा को पूरी नंगी
खड़े हुए उसके गदराए बदन को देखने लगता है उसने इतनी
गदराई और मस्त नंगी औरत अपने जीवन मे कभी नही देखी
थी और वह सीधे जाकर अपनी नंगी मा से चिपक जाता है, मा
तू बहुत मस्तानी चूत है तेरी जैसी चूत देख कर दुनिया का
हर आदमी तुझे चोदने के लिए मरने लगे तेरे जैसी गदराई
मा जिसकी भी होगी वह कम से कम 4 बार रोज अपनी मा को नंगी
करके चोदेगा, तेरा पूरा बदन इतना भरा हुआ है कि हम दोनो
भाई तुझे अपने लंड पर उठा ही नही पाएगे तुझे को लिटा कर
या फिर घोड़ी बना कर ही तेरी चुदाई की जा सकती है, और अपनी
नंगी मा के बदन को पागलो की तरह चूमने लगता है,
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