RE: Chodan Kahani तीन देवियाँ
कामुक-कहानियाँ
तीन देवियाँ पार्ट -12
गतान्क से आगे..................
अनु की चुचिओ पे ऋतु की चूत थी जिसे अनु अपनी चुचिओ से रगड़ रही थी. अनु अपने निपल्स ऋतु के चूत के अंदर डाल के मसल रही थी फिर अनु ने ऋतु की गंद पे हाथ रख के अपनी ओर खेचा तो वो आगे की ओर स्लिप हो गयी और अनु ने ऋतु को अपने मूह पे बिठा लिया और उसकी छोटी सी मस्त चूत पे किस कर ने लगी. कमरा अंधेरा था पर हमारी आँखें अंधेरे मे देखेने के लिए अड्जस्ट हो चुकी थी. ऋतु की मूह से एक शब्द भी नही निकल रहा था वो हैरान हो रही थी के उसके साथ यह क्या हो रहा है और दीदी उसके साथ क्या कर रही है. अनु तो बड़े मज़े से ऋतु की चूत पे किस कर रही थी और अपनी ज़ुबान से चाट भी रही थी. शाएद ऋतु को भी अब मज़ा आने लगा था और वो भी ऑटोमॅटिकली अपने गंद आगे पीछे कर के अपनी बिना झटों वाली काउन्ली कुँवारी चूत को अनु के मूह पे रगड़ रही थी. अनु अपने पूरा मूह खोल को उसकी चूत को अपनी डातों से काटने लगी जिस से ऋतु को कुछ ज़ियादा ही मज़ा आने लगा और वो आआआआअहह द्द्द्द्द्द्द्द्द्दीईईइद्द्द्
द्द्द्द्द्द्द्दीईईईइ ऊऊऊऊओह क्क्कीईइआआआ कककककाआररर्र्ररर र्र्ररराआआहहिईीई हूऊऊओ हहाआआआआऐईईईईईईईई जसी आवाज़ें निकाल रही थी..
मैं ऋतु की चिकनी गंद पे हाथ फिरा रही थी और उसकी गंद के सुराख मे उंगली डालने की कोशिश कर रही थी पर उसकी गंद बोहोत ही टाइट थी जिस्मै मेरी उंगली भी नही जा रही थी. ऋतु तो अनु के मूह पे अपनी चूत को घिस्स रही थी. मैं ऋतु से बोली के हे ऋतु चल अब पलट जा और दीदी की चूत को भी प्यार कर तो उसको कुछ समझ नही आया और वो उठने लगी तो मैं ने कहा ऐसे नही पगली ऐसे और ऋतु को अनु के ऊपेर 69 की पोज़िशन मे सेट कर दिया. अब ऋतु अनु के मूह पे अपनी चूत रख लेती थी और अनु की चूत पे किस कर रही थी. अनु ने अपने टाँगें घुटनो से मोड़ ली और ऋतु का सर पकड़ के अपनी जाँघो के बीच चूत मे घुसा दिया और खुद अपना मूह खोल के उसकी पूरी की पूरी चूत की पंखाड़ियों को अपने मूह मे भर के काट डाला तो ऋतु का बदन फिर से अकड़ गया और वो काँपने लगी और कांपति हुई आवाज़ मे बोली के द्द्दीईईद्द्द्दीईईईईई म्म्मीईईईरर्र्ररराआआआआअ प्प्प्पीईस्स्स्श्ह्ह्हाआब्ब्ब्ब
नीइक्काआआआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल र्र्र्र्र्र्ररराआआहहाा हाआआआआईईईईईई डीईएद्द्दड़डीईई हहाययईईए सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊऊऊओौर वो बड़ी ज़ोर से हिलने लगी और फिर उसकी कुँवारी चूत मे से मीठा मीठा कुँवारा रस निकलने लगा जिसे अनु बड़े मज़े से चाट रही थी. जितनी देर ऋतु का ऑर्गॅज़म चलता रहा ऋतु ने अनु की चूत को चाटना बंद कर दिया था और उसका आकड़ा हुआ बदन धीरे धीरे रिलॅक्स होने लगा और वो गहरी गहरी साँसें लेने लगी शाएद उसकी ज़िंदगी का पहला ऑर्गॅज़म था उसका मूह अभी भी अनु की चूत के सामने था ऋतु के नाक से गहरी गहरी और गरम गरम साँसें निकल रही थी जो अनु की चूत को एक नया मज़ा दे रही थी. थोड़ी देर मे अनु ने अपने गंद उठा के अपनी चूत को ऋतु के मूह पे रगड़ना शुरू किया तो ऋतु भी शाएद समझ गयी के उसे क्या करना है और वो भी जैसा अनु ने उसकी चूत को काटा था और चूसा था एग्ज़ॅक्ट्ली वियसे ही अनु की चूत को चाटने और काटने लगी . अनु तो पुरानी खिलाड़ी थी, अपनी गंद उठा उठा के अपनी चूत ऋतु के मूह से रगड़ रही थी और फिर जब ऋतु ने भी अनु की चूत को अपने दांतो से पकड़ के काट डाला तो अनु ऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईई और आआआआआआहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स हहाआआआआआ जैसे आवाज़ें निकलने लगी और काँपते हुए झड़ने लगी, आँखें बंद करके झड़ती ही रही शाएद उसकी ज़िंदगी का सब से फर्स्ट क्लास ऑर्गॅज़म था जो एक छोटी सी कुँवारी लड़की के चाटने से उसको मिला था.
जब ऋतु अनु की चूत चाट चुकी तो मैं भी पीठ के बाल लेट गयी और ऋतु से बोली चल ऋतु अब मेरे पास आ जा और मुझे भी चखने दे तेरी कुँवारी चूत तो वो बिना कुछ कहे मेरे पास आ गयी और मेरे साथ डाइरेक्ट 69 की पोज़िशन मे हो गयी और डाइरेक्ट मेरी चूत मे मूह घुसा के चूसना चालू कर दिया. थोड़ी ही देर मे ऋतु चूत चाटने का स्टाइल समझ गयी थी. अभी उसको सही तरीके से ज़ुबान अंदर तक डालना समझ नही आया था इसी लिए वो थोड़ी थोड़ी देर मे चूत की पंखाड़ियों को काट रही थी ऐसे काटने मे भी बड़ा मज़ा मिल रहा था.. उसकी पतली लकीर जैसी चूत की पंखाड़िया अनु के चूसने और काटने से थोड़ी सी लाल हो गयी थी और थोड़ी सी सूज के मोटी भी गयी थी. मैं ने ऋतु से बोला के हे ऋतु अब इधर पलट जा और जैसे मरद लोग औरतों को चोद्ते है वैसे चोद तो उसकी समझ मे कुछ नही आया तो मैं ने उसको अपनी टाँगो के बीचे मे ले लिया फिर भी वो कुछ नही समझ सकी तो मैं ने उसको नीचे लिटा दिया और उसकी टाँगें खोल के अपने टाँगों को उसके टाँगो के बीच मे लंबा करके पीछे कर दिया और उसकी चूत से अपनी
चूत को रगड़ने लगी तो ऑटोमॅटिकली उसने अपनी टाँगें मेरे बॅक पे लपेट ली और मैं अपनी गंद उठा उठा के अपनी चूत को उसकी चूत पे ज़ोर ज़ोर से मारने लगी जिस से पच पच पच की आवाज़ आने लगी और कमरे का महॉल सेक्सी हो गया.
अपने हाथो से उसकी छोटी छोटी लेमन साइज़ की चुचिओ को पकड़ के मैं उसकी चुचिओ को मसल्ने लगी पर उसकी चुचियाँ कुछ इतनी छोटी थी के मेरे हाथ मे पूरी नही आ रही थी तो मैं ने उसको अपने मूह मे ले के चूसना शुरू किया तो अनु ने अपना हाथ मेरे सर पे रख के अपनी छाती मे घुसा लिया और मज़े से उसकी आँखें बंद होने लगी. मैं ऋतु को ज़ोर ज़ोर से चोद रही थी मेरी चूत बोहोत ज़ोर से ऋतु की चूत पे पड़ रही थी मेरा जूस तो निकलने के लिए रेडी हो गया था पर मुझे पता नही चला के ऋतु कितने देर मे झड़ने वाली है तो मैं अब अपनी पोज़िशन चेंज कर के ऋतु के ऊपेर आ गयी और उसके मूह पे अपनी चूत को रख के रगड़ने लगी और उसकी चूत को चाटने लगी 69 की पोसीटिओज्ञ मे ऋतु घुटने मोड़ के लेटी थी. अपने हाथो को ऋतु की गंद के नीचे रख के थोड़ा सा उठाया तो ऋतु ने अपने टाँगें खोल दी तो मैं ने अपनी ज़ुबान उसकी चूत के अंदर ही अंदर ऊपेर नीचे करने लगी और उसकी चूत के दाने को अपने होंठो से पकड़ लिया और फिर धीरे से चूत के दाने को दांतो से काटा तो उसका बदन अकड़ गया उसके मूह से आआआआअहह द्द्ददडिईईईयययद्द्द्द्द्ददडिईईईईईईईईईईईई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स निकला और उसने अपनी झंगो मे मेरा सर बड़ी ज़ोर से दबा के पकड़ लिया और झड़ने लगी उसकी चूत मे से मीठा मीठा जूस निकलने लगा जिसे मैं मज़े ले ले के पीने लगी और साथ ही मे भी इतनी मस्त हो गयी थी के उसके मूह को ज़ोर ज़ोर से चोदने लगी. ऋतु का मूह उसके ऑर्गॅज़म के टाइम पे खुल गया था तो मेरी चूत के अंदर उसके दाँत लग रहे थे. मैं अपनी चूत को ऋतु के मुँह पर दबाते हुए झड़ने लगी और अपनी चूत का सारा रस्स ऋतु के खुले मूह मे डाल दिया जिसे वो बड़े मज़े से पी गयी. और बॅस इसी तरह से ऋतु भी हमारे साथ शामिल हो गयी. उसकी चुचिओ को चूसने की वजह से ही तो उसकी चुचियाँ अब कुछ दिखाई देने लगी है और पकड़ने के काबिल हुई हैं उसने हंस के कहा.
शालु से यह सब सुनते सुनते मेरा लंड अब बोहोत ही मस्ती मे आ चुका था पर शालु मेरे लंड को अपनी चूत मे ऐसे रगड़ रही थी जैसे वो अपनी उंगली से अपनी क्लाइटॉरिस का मसाज कर रही हो. जब मैं ने धीरे से एक धक्का मारा तो मेरे लंड का सूपड़ा उसकी चूत के सुराख मे अटक गया तो वो चोंक गयी और पीछे हट ती हुई बोली के नही प्लीज़ राज यह नही करो ना
तुम चाहते हो तो मैं एक बार और चूस के तुम्हारी मलाई निकाल देती हू पर इसको अंदर नही डालो प्लीज़ एक तो तुम्हारा लंड इतना बाद मोटा और लोहे जैसा सख़्त है यह मेरी चूत को फाड़ डालेगा और मैं नही ले सकती इसको अंदर प्लीईईससस्स और फिर बदनामी भी होगी तो मैं ने कहा अरे क्यों फिकर करती हो तुम्है कुछ नही होगा मैं ने उसको केवाई जेल्ली ( क्रीम ) दिखाते हुए कहा के इस से तुम प्रेग्नेंट नही होगी और आसानी से मेरा लंड भी अंदर चला जाएगा तो उसने कहा नही प्लीज़ राज हम ऐसे ही मज़े ले लेते है ना और लंड को दबाते हुए बोली के इस मूसल को अंदर नही डालो प्लीज़ मैं तुम से बिनती करती हू भगवान के लिए मुझे छोड़ दो तो मैं ने कहा के अरे पगली भगवान के लिए छोड़ दू ?? , तो काइया भगवान आएगे तुम्हारी सील तोड़ने के लिए तो वो हस्ने लगी और बोली के बड़े शैतान हो तुम मेरा मतलब है के फॉर गोद’स सेक लीव मी अलोन. मैं ने तो तय कर लिया था के आज तो शालु की चूत और गंद दोनो फाड़ना है और यह के ऐसा मोका फिर कब मिलेगा क्या पता. यह सब सोचा पर मैं ने उस से कुछ नही कहा और उसके मूह मे अपनी ज़ुबान डाल के किस करने लगा थोड़ी देर तक तो उसके बदन कई कोई मूव्मेंट नही हुई पर थोड़ी ही देर मे वो भी मेरी ज़ुबान को चूसने लगी शाएद उसको भी अब अछा लगने लगा था. मैं उसको किस करते करते उसकी चुचियाँ दबा रहा था निपल्स को थंब और उंगली के बीच मे मसल रहा था थोड़ी ही देर के बाद उसकी चूत के पंखदिओं मे उंगली डाल के उसकी चूत के दाने को रगड़ने लगा जिस से वो फुल मूड मे आ गयी और उसकी चूत बोहोत ही गीली हो गयी. शालु बोहोत देर से मेरे लंड को अपनी चूत मे घिस्स रही थी और जब मे उसकी चुचिओ को चूस्ते हुए उसकी क्लाइटॉरिस को रगड़ रहा था तो उसके मूह से ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स हहाआआआआआआआआआआऐईईईईईईईईईईई जैसी आवाज़ें निकलने लगी और मेरे हाथ को अपने जाँघो मे दबा के पकड़ लिया और गहरी गहरी साँसें लेती हुई आँखें बंद किए हुए हिल हिल के झड़ने लगी. मैं अपने हाथ को उसकी टाइट बंद की हुई जाँघो मे ही रहने दिया. थोड़ी देर के बाद जब उसका झड़ना ख़तम हुआ और उसकी साँसें ठीक हुई तो उसने खुद से ही मुझे किस किया और मेरे लंड के डंडे को पकड़ के दबाती हुई बोली के थॅंक्स राज आज तुम ने बोहोत मज़ा दिया. मैं ने दिल मे सोचा के असली मज़ा तो अभी बाकी है मेरी शालु रानी.
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