RE: Sex Story मैं चीज़ बड़ी हूँ मस्त मस्त
मैं खड़ी होकर रेहान के बारे में सोचने लगी. कोमल ने सच ही कहा था कि उसका भाई रेहान दिल का बहुत अच्छा है और इस बात का सबूत आज उसने दे दिया था. मेरे दिल पे वो बस वाली बात बहुत बड़ा बोझ थी लेकिन आज वो बोझ उतर गया था.
रेहान टिकेट'स लेकर आया और मुझे चलने को कहा.
मैने चलते-2 उस से पूछा.
मे-कोन्सि मूवी है.
रेहान-भाभी आप चलो ना वहीं पता चल जाएगा आपको.
हम दोनो जाकर अपनी-2 सीट्स पे बैठ गये और मूवी स्टार्ट होने का इंतेज़ार करने लगे. रेहान जाकर कुछ स्नॅक्स और ड्रिंक वगेरा ले आया और हम उनका मज़ा लेते हुए मूवी स्टार्ट होने का वेट करने लगे. आख़िर मूवी स्टार्ट हुई और जैसे ही मैने उसका नाम पढ़ा तो हैरान हो गई. मूवी का नाम था 'जिस्म 2' ये रेहान का बच्चा कैसी मूवी की टिकेट'स लेकर आया था. मैने घूर कर रेहान की ओर देखा तो वो मेरी और देखता हुआ धीरे-2 मुस्कुरा रहा था. मैने उसकी पीठ पे मुक्का मारते हुए कहा.
मे-ये किस मूवी की टिकेट'स ली तुमने.
रेहान-भाभी बाकी सबी हाउस फुल थे बस इसी की टिकेट मिली अब देखो ना मूवी स्टार्ट हो चुकी है.
मेरे पास अब कोई रास्ता नही था मूवी देखने के बिना. मैं भी सामने की ओर देखने लगी. मूवी जैसा कि आप सभी जानते है बहुत ही हॉट थी. मेरी पैंटी गीली हो चुकी थी मूवी के बीच वाले सीन्स देखते-2. आस पास वाले सभी प्रेमी जोड़े एक दूसरे को बाहों में लेकर बैठे थे और पूरा मज़ा ले रहे थे. मैं खुद को बहुत मुश्क़िल से संभाले हुए थी. अगर मेरे साथ आज करण होते तो मैं कबकि उनकी गोद में जाकर बैठ जाती. लेकिन अब क्या फ़ायदा था ये सब सोचकर और एक ये रेहान था कि कुछ कर ही नही रहा था. एक बात तो अब क्लियर थी कि अगर रेहान मेरे साथ अब कुछ करता तो मैं उसे कभी नही रोक पाती क्यूंकी सिचुयेशन ही कुछ ऐसी थी. मैने चुपके से रेहान की ओर देखा वो कमीना पर्दे पे नज़र गढ़ाए बैठा था. मैने जैसे ही अपनी निगाहें थोड़ी नीची की तो एकदम से घबरा गई. क्यूंकी नज़ारा ही कुछ ऐसा था. रेहान ने अपना लिंग बाहर निकाल रखा था और अपने हाथ से उसे धीरे-2 सहला रहा था. उसके लिंग का साइज़ देखते-2 मैं घबरा गई थी. मैने जितने भी लिंग देखे थे उनमे से आकाश का लिंग ही सबसे बड़ा था लेकिन मेरी आँखों के सामने झूलता रेहान का लिंग आकाश के लिंग से भी बड़ा लग रहा था. मेरा दिल उसका लिंग देखकर मचलने लगा था और मन कर रहा था कि अभी उसका लिंग पकड़ लूँ और उसे अपने होंठों में भरकर चूस लूँ मगर मैं खुद को संभाल रही थी मगर कब तक आख़िरकार मेरा हाथ उसके लिंग की ओर बढ़ने ही लगा था. मैने रेहान के चेहरे की तरफ देखा तो वो आँखें बंद करके ज़ोर-2 से अपना लिंग हिला रहा था. जैसे ही मेरा हाथ उसके लिंग के बिल्कुल नज़दीक पहुँचा तो पूरे हाल में लाइट'स ऑन हो गई.
रेहान मेरा हाथ देख पाता इस से पहले ही मैने अपना हाथ हटा लिया और दूसरी तरफ चेहरा घुमा कर बैठो गई. इंटर्वल हो चुका था और सभी अपनी सीट'स से उठ कर जाने लगे थे. मैं भी उठ कर खड़ी हो गई और मेरे साथ ही रेहान भी. हम दोनो बाहर आ गये और रेहान बोला.
रेहान-भाभी मैं कुछ खाने को लेकर आता हूँ.
मैं उसे रोकते हुए कहा.
मे-नही रूको रेहान चलो अब यहाँ से मुझे नही देखनी ऐसी मूवी.
रेहान-भाभी देखते हैं ना मज़ा आएगा.
मैने थोड़ा सख़्त लहज़े में कहा.
मे-मैने कहा ना चलो यहाँ से.
रेहान थोड़ा नाराज़ होते हुए बाहर की तरफ चल पड़ा और पार्किंग में से गाड़ी निकाल कर ले आया. मैं गाड़ी में बैठ गई और रेहान ने गाड़ी रोड पे दौड़ा दी. वो उदास सा चेहरा लिए ड्राइविंग सीट पे बैठा गाड़ी चला रहा था. मैने उसके चेहरे को पकड़ कर अपनी तरफ घुमाया और प्यार से कहा.
मे-नाराज़ हो क्या.
वो कुछ नही बोला.
मे-रेहान प्लीज़ बात करो ना मेरे साथ.
रेहान-क्या बात करू सारा मज़ा खराब कर दिया आपने.
मे-अच्छा मैने मज़ा खराब किया तुम्हे शरम नही आई अपनी भाभी को ऐसी मूवी दिखाते हुए बेशरम कहीं के.
रेहान-हहेहेहहे.
मे-अब ये दाँत क्या निकाल कर दिखा रहे हो.
रेहान-वैसे भाभी सच्ची बताना आप गरम हो गई थी ना.
मैने उसे मारते हुए कहा.
मे-शट अप...बत्तमीज.
रेहान-भाभी अब बताओ कहाँ चलना है.
मे-कही नही सीधे घर चला बस.
रेहान-कोमल को भी तो पिक करना है कॉलेज से.
मे-ओके तो चलो उसके कॉलेज चलते हैं.
रेहान ने गाड़ी कोमल के कॉलेज की तरफ मोड़ दी. मैने कॉलेज के नज़दीक पहुँच कर कोमल को कॉल की तो उधर से आवाज़ आई.
कोमल-हां भाभी.
मे-जल्दी बाहर आजा हम वेट कर रहे हैं तेरा.
कोमल-आअहह भाभी इतनी जल्दी वापिस आ गये आप...
फिर उसकी तरफ से धीरे से आवाज़ आई.
'पवन धीरे करो ना भाभी से बात कर रही हूँ मैं'
शायद उसने अपना मोबाइल होंठों से दूर हटाकर ये बात कही थी मगर मुझे सुनाई दे गई थी.
मे-क्या कर रही है तू अभी.
कोमल-कुछ नही भाभी लेक्चर आआहह लेक्चर लगा रही हूँ 5मिनट में आई.
मैं कुछ कहती उस से पहले ही कॉल डिसकनेक्ट हो गई.
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