RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 9
उधर योगेश हाल में बैठा टीवी देखा रहा था पर टीवी में उसका ध्यान नहीं था उसके दिमाग में कल की सारी घटनाए फिल्म की तरह चल रही थी उसकी एक बहन उससे माँग कर नंगी फिल्में देख रही थी और दूसरी बहन के बूब्स और गांड वो दबा चुका था होंठ भी चूस चुका था और उसे चोदना सिर्फ़ वक्त की बात थी तभी वहाँ झाड़ू लिए माधुरी आई उसने आज बारे गले की त- शर्ट और लोवर पहन रखा था और अंदर ब्रा नहीं पहने होने के करा उसके बूब्स ज़रा सी हरकत से ही थिरक उठते थे उसने आते ही योगेश को देख कर स्माइल दी और बोली ”क्या डार्लिंग कैसे हाल है” उसके बारे बारे बूब्स को घूरते हुए योगेश बोला ”हम जैसे ग़रीबो के हाल जैसे होते है वैसे ही है तुम बताओ रात कैसी गुज़री मजा आया के नहीं” उसकी बात सुनकर माधुरी उसके साइड में ही बैठ गई और बोली ”मजा तो आया पर उतना नहीं, जब मैं अपनी सहेलियों के साथ देखती थी तो ज्यादा मजा आता था पता नहीं तुम्हें अकेले देखने में कैसे मजा आता है”
”सच बताऊं मदु अकेले में मुझे भी मजा नहीं आता पर क्या करूं कहा से लाउ पार्ट्नर” वो बोला. माधुरी कुछ कहना चाहती थी पर चुप हो गई और उठ कर झाड़ू लगाने लगी अभी उसका मुंह योगेश के सामने था जैसे ही वो नीचे झुकी उसके बूब्स चालक कर टी-शर्ट से बाहर आने को हो रहे थे जिससे योगेश को उनका पूरा नज़ारा हो रहा था और वो उन्हें घूरता ही जा रहा था अब उसका लंड फिर अकड़ने लगा था और माधुरी के बारे बारे बूब्स देख कर उसके मुंह में पानी आने लगा था उसका मान कर रहा था के अभी जाकर उन्हें पकड़ कर पूरी ताक़त से मसल डाले पर वो जनता था की ये नामुमकिन है इधर माधुरी को भी ये एहसास ही गया था की उसका भाई उसके बूब्स को घूर रहा है और उसका लंड भी खड़ा हो गया है अब वो जानबूझ कर पलटी और योगेश की ओर पीठ करके फिर से झुक कर झदू लगाने लगी जिस से अब योगेश के सामने उसकी बड़ी गांड थी लोवर टाइट होने से पैंटी की लाइन स्पष्ट दिख रही थी और उसके बारे बारे कूल्हे एकदम योगेश की आंखों के सामने आ गये थे योगेश का मान कर रहा था के वो उठे और ऐसे ही लोवर उतार कर अपनी बहन की गांड में लंड भर दे माधुरी जानती थी की योगेश उसकी गांड को ही घूर रहा होगा वो एकाएक पलटी और योघेश को घूरने लगी फिर अचानक मुस्कुराईं और योगेश के बाजू में बैठते हुए बोली ”तू नहीं सुधरेगा बता क्या खास है मेरे बूब्स और गांड में जो इन्हें घूरते ही रहता है.”
अपनी बहन के मुंह से गांड शब्द सुनते ही उसका मुंह खुला का खुला ही रही गया
”क्या मधु ये कैसी भाषा बोल रही है तू” वो बोला
”जब इसे हिन्दी में गांड ही कहते है तो मैं और क्या काहु और जब तू इसके बारे में गंदा गंदा सोच सकता है तो क्या मैं ढंग से इसका नाम भी नहीं ले सकती”वो बोली
”तुझे क्या पता की मैं गंदा ही सोच रहा था” योगेश बोला
”तेरी इस बात का जवाब तो तेरा वो लंड ही दे रहा है कैसे खड़े हो गया है अगर तू मेरी गांड के बारे में गंदा नहीं सोचता तो तेरा लंड खड़ा होता क्या और हाँ अब ये मत बोलना की मैं गंदी भाषा बोल रही हूँ मुझे लंड का दूसरा नाम पता नहीं है” वो हंस कर बोली
”अच्छा एक रात में ही इतनी बदल गई तू वो फिल्में देख देकर अगर दो चार रेट और देख लेगी तो पता नहीं तेरे क्या होगा चल अब यहाँ का निपटा कर उप्पर जाते ही मेरा लापी लाकर मुझे दे देना मैं तुझे और नहीं बिगाड़ना चाहता हूँ” यह कह कर वो भी हँसने लगा
”तुम्हारा लापी तो मैं तुम्हें दोपहर को दे ही दूँगी मगर तुम्हारे लिए एक ऑफर है मेरे पास” वो बोली
”क्या ऑफर है” योगेश ने पूछा
”अगर तुम चाहो तो दोपहर में हम साथ बैठ कर ये फिल्में देख सकते है क्यों की अकेले में मुझे मजा नहीं आता और तुम्हें भी एक पार्ट्नर मिल जाएगा बोलो मंजूर है”
”नेकी और पूछ पूछ मुझे मंजूर है” योगेश को ऐसा लगा जैसे उसे कोई खजाना मिल गया हो उसने तुरंत ही माधुरी का ऑफर मंजूर कर लिया
मदूरी अंदर जाते हुए एकदम से रुकी और पलट कर बोली ”हाँ अपने लंड को अच्छे से समझा देना ज्यादा अकड़ने वाले मुझे पसंद नहीं है अगर मेरे सामने ये फिर कभी अकड़ा तो मैं इसकी सारी अकड़ निकल दूँगी समझे और हाँ दोपहर में मेरा इंतजार करना” ये कहते हुए वो चली गई योगेश बारे अचंभे में था उसे मदूरी से ये उम्मीद नहीं थी वो उसके बदले हुए रवैये से हैरान था
खैर अब दोपहर के 12 बज चुके थे और सभी लोग खाना कहा चुके थे योगेश उप्पर अपने रूम में जाने लगा तो योगिता ने उससे पूछा – भैया अगर आप दोपहर में खाली हो तो मैं आप के पास आ जाती हूँ?
”नहीं योगिता आज मुझे कॉलेग का कुछ कम करना है मैं तुम्हें शाम को बताता हो ओके” योगेश ने जवाब दिया.
”ठीक है भैया” योगिता ने मायूसी से जवाब दिया और वहाँ से चली गई
असल में यदि दोपहर को माधुरी नहीं आने वाली होती तो वो खुद ही योगिता को अपने रूम में बुलाने वाला था पर अब तो उसके सपने की रानी मदूरी उसके पास आने वाली थी योगिता से तो वो बाद में भी निपट सकता था वो कहीं भागे थोड़ी ही जा रही है ये सोचते हुए वो अपने कमरे में आ गया
कमरे में आते ही मनीषा ने दरवाजा बंद कर के टीना को बाहों में भर लिया और उसके होंठ चूसने लगी
”बहुत खुजली हो रही है क्या चुत में” कहती हुए टीना भी उसके होंठ चूमने लगी
”हाँ यार तुझे तो पता है के एक तू ही है जिसके साथ मैं थोड़े मजे ले लेती हूँ वरना घर में तो कुछ हो ही नहीं सकता” मनीषा बोली
”तू चाहे तो घर में भी बहुत मजे ले सकती है” टीना बोली
”वो कैसे” मनीषा ने पूछा
”अभी वो बात रहने दे बाद में बताऊंगी पहले तो तेरी 5 साल से प्यासी चुत की प्यास बुझा दूं” कहते हुए टीना मनीषा के कपड़े उतरने लगी और मनीषा टीना के अब दोनों जन्मजात नंगी थी मनीषा के 36 साइज के बारे बूब्स देख टीना अपने होठों पर जीभ फेरने लगी. मनीषा भी टीना के 38 के बूब्स देख कर उत्तेजित होने लगे ”क्या बूब्स है तेरे यार मेरे से भी बारे हो गये है क्या खाती है तू” मनीषा बोली
टीना – अरे ये कुछ खाने से बारे नहीं होते कुछ और करने से होते है पहले एक बार तेरी प्यास बुझा लेने दे फिर तुझे सब सीखा दूँगी
तभी मनीषा की नज़र टीना की चुत पर पड़ी उसकी चुत मनीषा की चुत से काफी बड़ी नज़र आ रही थी और उसके होंठ भी खुले हुए थे ”ये क्या तेरी ये चुत तो पूरा भोसड़ा बन गई है क्या करती रहती है तू” मनीषा बोली
”अब जब लाआंटी चौड़ा और मोटा लंड इसमें जाएगा तो इसके हाल तो ऐसे ही होंगे ना” टीना ने जवाब दिया
”इसका मतलब तू चुदाया भी चुकी है” मनीषा ने हैरत से टीना को देखा
”हाँ मैं चुदाया चुकी हूँ, पर तू अभी बातें मत कर जो कर रहे है वो कम पूरा हो जाए फिर मैं तुझे सब कुछ बता दूँगी” कह कर टीना मनीषा के होंठ चुस्ती हुई उसके बूब्स को जोरों से दबाने लगी मनीसा की हालत भी अब खराब होती जा रही थी वो भी टीना के होंठ चूसने लगी और उसकी चुत को सहलाने लगी
अब टीना अपने एक हाथ से मनीषा के बारे बारे कूल्हे दबाने लगी ”है मनीषा क्या कड़क गांड है तेरी” वो सिसकारी लेते हुए बोली
दोनों ही बहनों की चुत अब गीली हो गई थी तभी टीना अपनी एक उंगली मनीषा के गांड के छेद पर घूमने लगी ऐसा करते ही मनीषा एकदम से सिहर उठी उसने भी अपनी एक उंगली टीना चुत में घुसेड़ दी ”एक से कुछ नहीं होगा अगर तू चार भी भर देगी तो भी जगह बाकी बच जाएगी” टीना हंसते हुए बोली
अब टीना ने धीरे से अपनी उंगली मनीषा की गांड में घुसेड़ने की कोशिश की पर मनीषा की गांड इतनी टाइट थी की उसकी उंगली अंदर घुस ही नहीं पाई उसने थोड़ा सा ज़ोर लगाया तो उंगली कुछ आगे बढ़ी वो उतनी जगह में ही उंगली चलाने लगी अपनी गांड में उंगली महसूस करते ही मनीषा ने ांझे भिच ली और एक्शैतमेंट में आकर अपनी तीन उंगलियां टीना की चुत में आगे पीछे करने लगी अब टीना मनीषा के होंठ चूसते हुए अपने एक हाथ की उंगली मनीषा की गांड में चला रही तू और दूसरे हाथ से मनीषा की चुत सहला रही थी मनीषा के मुंह से आहह …… उहह……. म्म्म्मममम…
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 9
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