RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 13
कुछ देर और इंतजार करने के बाद भी जब माधुरी नहीं आई तो वो उठा और गुस्से से तेजी के साथ रूम के खुले दरवाजा की और बड़ा वो माधुरी के रूम जाकर देखना चाहता था के वो क्यों नहीं आई जैसे ही वो दरवाजा पर पहुँचा उसका जिस्म किसी और जिस्म से टकराया और वो हड़बड़ी में धम से नीचे गिर पड़ा उसका सर फर्श से ज़ोर से टकराया जिस से दर्द के मारे उसके मुंह से एक कराह निकली और उसकी आंखें बंद हो गई आने वाला भी सीधे उसके उप्पर आकर गिरा था.
किसी के अपने उप्पर गिरते ही योगेश को अपने सीने में दो बूब्स की चुभन महसूस हुई वो समझ गया की माधुरी या योगिता दोनों में से ही कोई एक है इसलिए उसने देर ना करते हुए अपनी दोनों बाहों को अपने उप्पर गिरने वाले के उप्पर लपेट कर उसे अपने सीने में भींच लिया जिस से वो दोनों बूब्स अब और भी उसके सीने में गढ़ से गये योगेश की गिरफ्त अपने उप्पर गिरने वाले पर लगातार बढ़ती जा रही थी पर गिरने वाला कोई विरोध नहीं कर रहा था बल्कि खुद भी योगेश से चिपकटे ही जा रहा था योगेश की आंखें अभी भी बंद थी पर उसे लग रहा था की ये शायद योगिता ही है क्योंकि सामने वाला कोई वोरोध नहीं कर रहा था जब की माधुरी से उसे ऐसी कोई उम्मीद नहीं थी अब योगेश ने अपना एक हाथ गिरफ्त से हटा लिया और उसे अपने उप्पर गिरने वाली की गान्ड पर ले जाकर सहलाने लगा कुछ देर ऐसा करते रहने से उसके कानों में किसी की सिसकियां लेने की आवाजें आने लगी थी इतनी बड़ी गांड को सहलाते हुए वो भी मस्त हो गया और मस्ती में उसने कपड़े के ऊपर से ही अपनी एक उंगली उस मस्त गान्ड में घुसनी चाही उंगली तो गांड में नहीं गई पर उप्पर जो भी गिरा था वो चौंक कर उउठ गया ”क्या अंधे जैसे चलते हो खुद भी गिरे और मुझे भी गिरा दिया अच्छा हुआ मुझे कहीं चोट नहीं लगी” उसे माधुरी की आवाज़ सुनाई दी ”तुम्हें तो कुछ नहीं हुआ”
माधुरी की आवाज़ सुन कर उसने धीरे धीरे आंखें खोली और सामने देखा माधुरी उत्त् कर खड़ी हो चुकी थी और अपने कपड़े ठीक कर रही थी वो अभी भी सवेरे वाले टी-शर्ट और लोवर ही पहने हुए थी. इस पूरे हादसे से योगेश का लंड पूरी तरह से खड़ा हो चुका था उसने फिर ड्राआंटी करते हुए अपनी आंखें बंद कर ली उसके ऐसा करने से माधुरी घबरा कर नीचे बैठ गयी और उसका सर उठा कर अपनी गोद में रख लिया और चिंटीर स्वर में बोली ”योगेश, योगेश तुझे क्या हो गया मेरे भाई कहाँ चोट लगी है तुझे मुझे बता मैं अभी डॉक्टर को बुलाती हूँ, प्लीज़ तू आंखें तो खोल” ऐसा कहते हुए उसका गला भर्रा गया था जबकि उसकी गोद में लेते हुए योगेश लगातार अपना मुंह उसकी छातियो से टच करना चाह रहा था और उसके शरीर की मादक सुगंध का मजा ले रहा था अचानक योगेश ने माधुरी को फिर से अपने उप्पर गिरा लिया और उसके होठों पर अपने होंठ लगा दिए उसके ऐसा करते ही माधुरी उस से अलग हो गई और घूर कर उसे देखने लगी.
”अच्छा तो ये बात है” कह कर माधुरी ने धीरे से एक लात योगेश के कुल्हो पर मारी.
उसके लात मरते ही योगेश आंखें खोलते हुए खड़ा हुआ और बोला ”क्या मधु एक तो तूने मुझे गिरा दिया देख कितना बड़ा गुमड़ मेरे सर में बन गया है और उप्पर से लात भी मर रही है” योगेश उसका हाथ अपने सर के गुमाध से लगते हुए बोला. माधुरी ने भी उसके सर पर गुमाध महसूस किया और बोली ”ये तो तू सच कह रहा है पर इतना बड़ा गुमाध आने के बाद भी तेरी गांड से मस्ती नहीं गई इतना होने के बाद भी कैसे मेरी गांड में उंगली डालने की कोशिश कर रहा था और बाद में मैं अगर नहीं उत्त्ती तो शायद मेरे होठों को कहा ही जाता तू”
”देख मधु मैं अपना सर ज़ोर से फर्श से टकराने के कारण दर्द से पागल हो गया था इसीलिए जिस कम से मुझे दर्द से राहत मिलती वो मैं करने लगा और मैंने तो तुझे देखा भी नहीं था, हाँ बाद में तेरे जिस्म की खुशबू से मदहोश हो के मैंने होंठ चूमने की कोशिश की इसमें जरूर मेरी गलती है.” योगेश बोला
”चल ठीक है अब तू एक कम कर पता नहीं क्यों वो लॅपटॉप चालू ही नहीं हो रहा है तू चल कर देख ले कहीं खराब ना हो गया हो” माधुरी बोली
”तू तो यहाँ मेरे पास आकर फिल्म देखने वाली थी फिर अपने कमरे में अये चालू क्यों किया” योगेश बोला
”वो मैं एक्सपेरिमेंट करना चाहती थी की मैं एक ही फिल्म पहले अकेले देखती हूँ फिर वही फिल्म तेरे साथ देखहूँगी, दो बार देखने के बाद मैं जानना चाहती थी की मुझे अकेले में ज्यादा मजा आता है या तेरे साथ में ज्यादा मजा आता है” माधुरी बोली
”चल बता लॅपटॉप मैं भी तो देखु की उसे क्या हुआ है” कह कर योगेश ने माधुरी को आगे कर दिया और उसके पीछे चिपक कर चलने लगा जिस से उसका खड़ा लंड बार बार माधुरी की गांड से टच हो रहा था…….
ऐसे ही पीछे से घिस्सा मरते और खाते हुए दोनों भाई बहन रूम के अंदर पहुँचे लॅपटॉप पलंग पर रखा हुआ था योगेश अभी भी माधुरी की पीतह से चिपका हुआ था उसका लंड माधुरी की गांड के अंदर घुसने की लगातार कोशिश कर रहा था माधुरी भी इस से अंजान नहीं थी पर इस सब में उसे भी बहुत मजा आ रहा था इस लिए वो योगेश को मना भी नहीं कर रही थी अब योगेश का हौसला माधुरी के इस तरह कुछ ना कहने से बढ़ता ही जा रहा था दोनों लॅपटॉप के सामने आकर खड़े हो गये ”ले तू ही चेक़ कर ले ये चालू ही नहीं हो रहा है” माधुरी बोली
”मैं तो पीछे हूँ तू ही चालू कर ना फिर मैं देखता हूँ इसे क्या हुआ है” योगेश बोला
लॅपटॉप चूँकि पलंग पर रखा था इस लिए उसे स्टार्ट करने के लिए माधुरी को नीचे झुकना पड़ा जिस से उसकी बड़ी सी गांड अब पूरी तरह से खुलकर योगेश के सामने आ गई थी उसकी गांड की दरार इतनी बड़ी थी की झुके हुए होने के बावजूद भी लोवर उसमें फँसा हुआ था जिस से उसकी गांड की लाइन एकदम क्लियर नज़र आ रही थी योगेश तो ये सब देख कर जैसे पागल हो गया था उसने कुछ भी ना सोचते हुए अपने बॉक्सर को थोड़ा सा नीचे किया अंदर तो वैसे भी कुछ नहीं पहने हुए था जिस से उसका नंगा और पूरी तरह से उप्पर की और उत्ता हुआ लंड बाहर आ गया उसने आव देखा ना ताव अपना लंड पकड़कर सीधे माधुरी की गांड से लगा दिया और धीरे से आगे की और दबाव बनाने लगा उसके ऐसा करते ही माधुरी काँप गई वो समझ गई की योगेश का लंड अभी नंगा है अपने भाई के नंगे लंड को अपनी गांड के उप्पर महसूस करते ही उसकी धड़कने तरफ गई और उसकी चुत भाल-भाल पानी छोड़ लगी उसका हाथ जहाँ था वहीं रुक गया और वो जैसी थी वैसी ही रही मजे से उसकी आंखें बंद हो रही थी वो इस तरह से जैसे योगेश को इन्विटेशन दे रही थी की वो जो चाहे कर सकता था योगेश भी सब समझ रहा था अब वो वाइज़ ही धीरे धीरे आगे पीछे होने लगा माधुरी चूँकि लोवर पहने हुए थी इस लिए लंड अंदर तो जाहि नहीं सकता था पर फिर भी माधुरी की गांड की दरार जो की लगभग 1.5 इंच की थी में थोड़ा बहुत आगे पीछे हो रहा था योगेश की मदहोशी बढ़ते ही जा रही थी वो जैसे पागल हुआ पड़ा था अचानक उसने एक ज़ोर का धक्का मारा जिस से माधुरी पलंग के उप्पर गिर गई उसके गिरते ही जैसे दोनों भाई बहन वापस इस दुनिया में आ गये योगेश ने तुरंत अपना लोवर उप्पर किया और और बोला ”सॉरी मधु वो मेरा बैलेन्स बिगड़ गया था”
”तू भी ना ठीक से खड़ा भी नहीं हो सकता ले तू ही देख इसे मुझ से नहीं होता ये स्टार्ट” कह कर माधुरी वहाँ से हाथ कर खड़ी होकर अपनी उखड़ी सांसें संभालने लगी.
योगेश ने लॅपटॉप को चेक़ किया शायद उस की चार्जिंग खत्म हो गई थी ”मेरव रूम में चलकर इसे चार्जिंग पर लगा कर देखते है शायद इस की बटारी डाउन हो गई है” वो माधुरी से बोला
”हमम्म” कहते हुए माधुरी भी उसके पीछे पीछे चलने लगी.
अपने रूम में पहुँच कर योगेश ने लॅपटॉप को चार्जिंग पर लगा कर स्टार्ट किया तो वो स्टार्ट हो गया उसने मिनिमाइज़ किया हुआ फोल्डर खोला तो एक क्षकशकश क्लिप ओपन हुई उसे पौस कर के वो माधुरी की और देखते हुए बोला ”अब क्या इरादा है”
”इरादा क्या है, वही जो पहले था साथ बैठ कर देखते है मगर तू मेरे से आगे बैठेगा और मैं तेरे पीछे बैठूँगी ठीक है” उसने जवाब दिया
”ठीक है” कह कर योगेश उत्ता और दरवाजा बंद कर के उसने दो कुर्सियां आगे पीछे रख दी और मूवीए स्टार्ट कर दी….
मूवीए स्टार्ट होते ही मनीषा पीछे वाली कुर्सी पर बैठ गई और योगेश सामने वाली कुर्सी पर. फिल्म में एक कम उमर का जोड़ा दिखाया गया था जो अभी पूरे कपड़े पहने हुए एक दूसरे को उप्पर से ही सहला रहे थे दोनों के होंठ आपस में जुड़े हुए थे और लड़के कएक हाथ लड़की के बूब्स पर था और दूसरे हाथ से वो लड़की की गांड की दरार में उंगली घुआंटी रहा था और लड़की भी पेंट के उप्पर से ही लड़के का लंड ज़ोर ज़ोर से भींच रही टनी दोनों भाई बहन ये सीन देख कर मस्त हो गये थे.उनकी कुर्सियों में लगभग 1 फिट का अंतर था जिस से वो दोनों एक दूसरे की ज़ोर से चलती धड़कन की आवाज़ भी थोड़ी कोशिश करने पर सुन भी सकते थे कुर्सियां एकदम आगे पीछे रखी थी इसलिए माधुरी को थोड़ा तिरछा हो कर देखना पड़ रहा था.
अब फिल्म में वो जोड़ा एक दूसरे के कपड़े उतरने लगा था. दोनों भाई बहन एक दूसरे के साथ बाय्फ्रेंड देखने की एक्शैतमेंट में डूबे हुए थे और अभी माधुरी के कमरे में जो घिसा घिसी हुई थी उसके कारण भी वो बहुत गरम हो चुके थे अब स्क्रीन पर वो जोड़ा नंगा हो चुका था और लड़की घोड़ी बनी हुई थी लड़के ने लड़की की नंगी गांड में अपना मुंह घुसा रखा था और कभी कभी वो उसके भारी नितंबों को ज़ोर से काट भी लेता था एकाएक ही उस लड़के ने अदकी की गांड से अपना मुंह हटाया और लड़की की गांड के छेद में अपनी एक उंगली घुसेड़ दी ये सीन देख कर योगेश के मुंह से एक ‘आ’ सी निकल गयी उसका लंड अब बहुत दर्द करने लगा था उसने पीछे मूंड़ कर देखा मनीषा भी बारे मजे से ये सीन देख रही थी ”यार मधु जब हम साथ में ये सब देख रहे है तो आगे पीछे बैठने का क्या मतलब है अगर एक दूसरे को देखते हुए ये फिल्म देखेंगे तो शायद ज्यादा मजा आएगा” योगेश बोला
उसकी बात सुन कर माधुरी कुछ देर सोचने के बाद बोली ”ठीक है पर तू अपनी हद में ही रहेगा कुछ उल्टा सुलटा नहीं करेगा”
”ठीक है तेरी मर्जी के बगैर मैं कभी कुछ करता भी हूँ अभी तेरे रूम में जो हुआ वो भी तो तेरी मर्जी से ही हुआ था” योगेश के ऐसा बोलते ही माधुरी को ऐसा लगा जैसे उसकी चोरी पकड़ी गई हो वो हड़बड़ा कर बोली ”ऐसा क्या हुआ था मेरे रूम में और मैंने कब तुझे कुछ करने को कहा था” माधुरी ने अपनी नज़रे झुका ली थी
”क्यों जब मैं काओदो के उप्पर से ही तेरी लंबी चौड़ी गांड में अपना नंगा लंड घुसने की कोशिश कर रहा था तब तू कैसे अपनी मोटी गांड मेरे लंड पर दबा रही थी अब ये मत बोलना के तुझे कुछ महसूस नहीं हुआ, तू तो इतनी बड़ी घाग है की तेरी पीठ पीछे भी मैं तुझे घूरता हूँ तो तुझे पता चल जाता है और तूने मुझे ऐसा करने से रोका नहीं इसका मतलब इसमें तेरी मर्जी थी, क्यों ठीक कहा ना मैंने?” योगेश ने उसे और छेड़ा
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 13
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