RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
उधर निर्मल भी बड़ी बेसब्री से पूजा का इंतजार कर रहा था आज की रात उसकी जिंदगी की सबसे यादगार रात जो होने वाली थी आज वो पहली बार किसी जवान खूबसूरत लड़की को अपने सामने नंगी होते हुए देखने वाला था क्या होगा जब पूजा उसके सामने पूरी नंगी खड़ी होगी ये सब सोचकर अभी से ही उसके दिल की धड़कने तरफ गई थी लेकिन इंतजार लंबा ही होते झड़ रहा था उसने घड़ी की ओर देखा जो अभी 11.30 बजा रही थी उसके मन में आया की क्या वो जाकर पूजा के रूम में देखे लेकिन ये उसे खुद ही अच्छा नहीं लगा और वो वैसे ही बैठे बैठे पूजा के बारे में सोचते हुए टाइम पास करने लगा
थोड़ी देर बाद पूजा ने योगिता की ओर देखा जो की गहरी नींद में थी वो पहले ही योगिता को बता चुकी थी वो थोड़ा लेट ही निर्मल के रूम में जाएगी इसलिए योगिता ने ज्यादा इंतजार ना करते हुए सोना ही ठीक समझा था पूजा उतही और रूम से बाहर निकलते हुए धीरे से दरवाजा बंद किया और आहिस्ता आहिस्ता चलते हुए मनीषा के रूम के सामने पहुंच कर उसके दरवाजा को ढकाया लेकिन दरवाजा बंद था तो उसने उसमें कान लगा कर अंदर की आवाजें सुनाने की कोशिश की लेकिन अंदर से उसे किसी तरह की आवाज़ नहीं आई लेकिन मनीषा के हल्के हल्के खर्राटे जरूर उसे सुनाई दे गये अब पूजा पूरी तरह आश्वस्त हो गई थी उसने जाती बार निशा के रूम को भी चेक किया तो वहाँ भी उसे सन्नाटा ही पसरा मिला अब वो देर ना करते हुए सीधे निर्मल के रूम के सामने पहुँची और धीरे से दरवाजा पर दबाव दिया तो दरवाजा बिना किसी आवाज़ के साथ अंदर की ओर चला गया अंदर निर्मल बेड पर लेते दरवाजा की ओर ही देख रहा था पूजा से नज़रे मिलते ही उसने एक मीठी सी मुस्कान पूजा की ओर उछाल दी जवाब में पूजा भी मुस्कुराईं और दरवाजा लॉक कर के बेड के पास ही पड़ी एक कुर्सी पर बैठ गई और अपनी गर्दन नीचे कर ली थोड़ी देर दोनों में से कोई भी कुछ नहीं बोला कोई भी बात आगे बढ़ने में उनका रिश्ता बीच में आ रहा था लेकिन दोनों चुप भी रहते तो आख़िर कब तक आख़िर निर्मल बिल ही पड़ा “मुझे उम्मीद नहीं लग रही थी की तुम आओगी”
“जब मैंने वादा कर लिया था तो फिर तो आना ही था” अब पूजा भी उससे नज़र मिलते हुए बोली
“तू वहाँ क्यों बैठी हो यहाँ मेरे पास आकर बैठ ना” निर्मल बोला
“नहीं मैं यहीं ठीक हूँ और वैसे भी तुझसे पहले ही कह चुकी हूँ की तूने सिर्फ़ देखना है हाथ नहीं लगाना है, याद है की नहीं” पूजा बोली
“मैंने तो सिर्फ़ बैठने के लिए बुलाया था खैर जब तुम्हारी यही मर्जी है तो ठीक है मैं तुम्हारी मर्जी के बगैर हाथ नहीं लगौँगा वैसे भी रात बहुत हो गई है चलो अब अपना वादा पूरा करो” निर्मल बोला
पूजा थोड़ी देर सोचते रही की शुरू कैसे करे उसे निर्मल के सामने नंगी होने में शर्म आ रही थी लेकिन अगर उसे अपनी चुत की प्यास बुझानी थी तो ये सब करना ही था अंत्त में वो अपने दिल को मजबूत कर के उठी और निर्मल के एकदम सामने उससे थोड़ी दूरी पर खड़ी हो गई निर्मल भी टन कर बैठा एकटक उसे ही देख रहा था तभी पूजा ने एकज़हटके में अपना टॉप उतार दिया जिससे उसके उपरी हिस्से में सिर्फ़ स्क छोटी सी ब्रा ही रही गैट ही जिससे उसके गोल गोल सुडौल बूब्स आधे से ज्यादा बाहर झाँक रहे थे निर्मल बड़ी उत्सुकता से पूजा को देखे जा रहा था उसे अभी भी यकीन नहीं हो रहा था की सचमुच पूजा उसके सामने नंगी होने जा रही थी
टॉप उतार कर पूजा थोड़ी देर ऐसे ही खड़ी रही फिर उसने थोड़ी हिम्मत कर के अपनी स्कर्ट भी उतार दी स्कर्ट उतरते ही निर्मल की नज़रे सीधे पैंटी के ऊपर से दिखाई देती उसकी फूली हुई चुत पर ठिठक गई निर्मल का हलक सच चुका था उसे उम्मीद नहीं थी की सच में आज वो अपनी आंखों के सामने किसी लड़की को इस हालत में देख रहा है उधर पूजा निर्मल की ऐसी हालत देख कर मुस्कराए जा रही थी
स्कर्ट उतरने के बाद पूजा जान बूझकर वैसे ही खड़ी रही और उसने दूसरा कोई कपड़ा उतरने की कोशिश नहीं की जब बहुत देर तक पूजा ने कोई और कपड़ा नहीं उतरा तो निर्मल ने सवालिया नज़रो से उसको देखा जैसे पूंछ रहा हो की क्या हुआ आगे बढ़ो लेकिन पूजा समझते हुए भी नासमझ बनी खड़ी रही आख़िर निर्मल बोल उठा “क्या हुआ, ये दोनों कपड़े भी उतरो ना”
“उतरुँगी लेकिन एक शर्त है” पूजा बोली
“कैसी शर्त” निर्मल को कुछ समझ में नहीं आया
“देख निर्मल मैं लड़की हूँ और तू लड़का मेरा कुछ तुझे देखना है तो तेरा भी कुछ मुझे देखना है अब मैं बाकी के कपड़े तभी उतरुँगी जब तू पूरा नंगा हो जाएगा वरना नहीं उतरुँगी” पूजा बोली
पूजा की बात सुनकर निर्मल थोड़ा कसमसाया उसे उम्मीद नहीं थी की पूजा भी उसे नंगा होने के लिए कहेगी लेकिन अब किया भी क्या जा सकता है अगर उसे पूजा को नंगा देखना है तो उसे भी नंगा होना ही पड़ेगा और वैसे भी अब वो पूजा को चोदना चाहता था जिसके लिए तो नंगा होना ही पड़ता है तो थोड़ी देर पहले ही नंगा होने में क्या हर्ज है ये सोच कर उसने अपनी आंडरवेयर चोद कर बाकी सारे कपड़े उतार दिए और पूजा के थोड़ा नज़दीक जाकर खड़ा हो गया उसका लंड अभी अपने पूरे शबाब पर था और आंडरवेयर कॉप हद कर बाहर आने पर उतारू था पूजा की नज़रे निर्मल के लंड पर ही जम गई वो जल्द से जल्द अपने पसंदीदा खिलोने को नंगा देखना चाहती थी लेकिन निर्मल अपना आंडरवेयर नहीं उतार रहा था तो पूजा ने निर्मल की आंखों में देखा निर्मल उसका इशारा समझ गया और बोला “मैं तेरे पूरा नंगा होने से पहले ही नंगा हो जाऊंगा लेकिन पहले तुझे अपनी ये ब्रा उतारनी पड़ेगी उसके बाद ही मैं अपना आंडरवेयर उतरूँगा”
पूजा समझ गई की पहले उसे ही अपनी ब्रा उतारनी पड़ेगी इस लिए उसने धीरे धीरे अपनी ब्रा के हुक खोले और उसे नीचे गिर जाने दिया अब वो कमर के ऊपर से पूरी नंगी निर्मल के सामने खड़ी थी शर्म के मारे उसने अपनी आंखें बंद कर ली थी उधर निर्मल पूजा के नंगे बूब्स अपनी आंखों के सामने देख कर पागला सा गया था उसका मन कर रहा था की वो झट से उन दोनों लड्दूव को अपने हाथों से भिच कर मसल डाले लेकिन पूजा किन आ छूने की शर्त के कारण वो सिर्फ़ अपने होठों पर अपनी जीभ फिरा कर ही अपना काम चला रहा था
पूजा कुछ देर अपनी आंखें बंद किए खड़ी रही फिर उसने आंखें खोल कर निर्मल को देखा और बोली “चलो अब उतरो अपनी चड्डी”
निर्मल से अब सहन नहीं हो रहा था ओ जल्द से जल्द पूजा को पूरी नंगी देखना चाहता था इसलिए उसने देर ना करते हुए झट से अपनी आंडरवेयर भी उतार दी और पूरा नंगा हो गया उसका लंड कैद से बाहर आते ही ठुमके लगते हुए उसके पेट से छिपकने लगा लंड को नंगा देखकर पूजा की इच्छा हुई की वो तुरंत उसे पकड़ कर मसल डाले लेकिन वो अभी अपनी ओर से कोई पहल नहीं करना चाहती थी इसलिए वो मन मसोस कर रही गई
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 63
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 64
अब निर्मल फिर पूजा को देखते हुए बोला “लो मैंने तो तेरी बात मानते हुए अपना आख़िरी कपड़ा भी उतार दिया है अब टब ही जल्दी से अपनी पैंटी उतार दे”
पूजा भी अब ज्यादा देर नहीं करना चाहती थी इसलिए उसने भी अपनी पैंटी उतार दी और शर्म से अपनी नज़रे ज़मीन पर गाड़ा दी पैंटी उतरते ही निर्मल के होश उड़ गये आज की रात सच में उसके जीवन की सबसे हसीना रात थी आज वो एक लड़की जो की उसकी सगी बहन थी को अपने इतने करीब नंगी खड़े देख रहा था क्या बदन था पूजा का गोरे गोरे चिकने हाथ पैर मध्यम आकर के बूब्स भारी भारी जांघें चिकनी सपाट फूली हुई गोरी कमसिन चुत ये सब मिलकर निर्मल के होश उड़ाए दे रहे थे जब उसका मन ये सब देख कर भर गया तो वो पूजा के चारों ओर घूम कर हर एंजल से उसे देखने लगा जैसे ही वो पूजा के ठीक पीछे पहुँचा तो पूजा की गांड ने उसे एक झटका और दिया पूजा के बाहर की ओर निकले हुए बारे बारे मांसल चूतड़ देख कर निर्मल एक बार फिर अपने होठों पर जीभ फिरने लगा अब वो पूजा किन आ छूने वाली बात भूल चुका था अपने आप ही उसके कदम आगे बढ़े और वो पीछे से पूजा से चिपक गया और पूजा के दोनों बूब्स अपनी हथेलियो में भर कर मसलने लगा और उसका लंड पूजा की गांड की दरार में धसने लगा
एकाएक ही निर्मल के ऐसा करने से पूजा चौंकी लेकिन निर्मल के बूब्स दबाने से और अपनी गांड में उसके लंड के स्पर्श से वो भी मस्त हो गई और उसने भी अपना हाथ नीचे लेट हुए निर्मल का लंड पकड़ लिया और उसे मुठियाने लगी निर्मल के होंठ अब पूजा की गर्दन पर चुंबनो की बौछार कर रहे थे और हाथ बूब्स को निचोड़ रहे थे वो अपने लंड पर पूजा के कोमल हाथों के स्पर्श से मदहोश हुआ जा रही था
पूजा जानती थी की निर्मल का ये पहली बार है इसलिए वो एक बार तो निर्मल को ऐसे ही झाड़ा देना चाहती थी इसलिए वो ज़ोर ज़ोर से निर्मल के लंड को आगे पीछे कर रही थी निर्मल भी जैसे स्वर्ग का आनंद ले रहा था तभी निर्मल को भी याद आया की अगर उसके पास लंड है तो पूजा के पास भी चुत है उसने झट से अपना एक हाथ नीचे ले जाकर पूजा की चुत पर टीका दिया और उसे अपनी मुट्ठी में लेकर भिचने लगा पूजा की चुत अब तक बहुत पानी छोड चुकी थी जिस वजह से निर्मल की हथेली पूरी तरह से भीग गई थी अपनी चुत पर निर्मल का हाथ महसूस कसरते ही पूजा के शरीर ने एक झटका सा खाया और उसके निर्मल के लंड पर उसके हाथ की बढ़ता तरफ गई वो ज़ोर ज़ोर से निर्मल के लंड को भीषणे और मसलने लगी थी इस सब से निर्मल को थोड़ा दर्द तो हुआ लेकिन मजा भी उसे बहुत आ रहा था अचानक ही निर्मल की एक उंगली पूजा की चुत के मुंह से टकरा कर थोड़ी सी उसके अंदर चली गई और ऐसा होते ही निर्मल के दिमाग में एक शैतानी आगाई उसने देर ना करते हुए झट से अपनी एक उंगली से पूजा की चुत में पंपिंग शुरू कर दी अपनी चुत में निर्मल की उंगली आगे पीछे होने से अब पूजा को लग रहा था की वो जल्द ही झड़ने वाली है इसलिए वो निर्मल के लंड पर अपने हाथ की बढ़ता बढ़ते हुए बोली “निर्र्रमाालल्ल्ल्ल्ल…..और तेज मेरे भाई और तेज मैं बस झड़ने ही वाली हूँ अपनी उंगली की बढ़ता बढ़ाअ….”
“हाँ पूजा मैं भी बस निकालने ही वाला होंठ यू भी ऐसे ही करती रही” कहते हुए निर्मल ने अब अपनी दो उंगलियाँ पूजा की चुत में घुसेड़ते हुए तेजी से अंदर बाहर करनी शुरू कर दी थी थोड़ी ही देर में पूजा की चुत का बाँध टूट गया और वो भाल भाल कर के अपनी चुत में से पानी छोडने लगी झड़ने के कारण पूजा के हाथ की बढ़ता कम हो गई थी जिस वजह से निर्मल का काम अभी भी पूरा नहीं हुआ था जिस वजह से उसके अंदर झुंझलाहट सी आगाई थी तभी पूजा के घुटने मुड़ते गये और वो घुटनों के बाल बैठ गई और निर्मल की कमर का सहारा ले लिया ताकि वो गिर ना जाए झड़ने की कमज़ोरी उसके चेहरे पर साफ नज़र आ रही थी अभी उसका मुंह निर्मल के लंड के पास था जिस वजह से दो तीन बार निर्मल का लंड उसके चेहरे से टकराया भी जिससे निर्मल अपने लंड को शांत करने का एक और उपाय मिल गया और उसने पूजा का मुंह अपने लंड की ओर किया और बिना कुछ बोले ही पूजा का सर पकड़ कर उसके होठों पर अपना लंड टीका कर धक्के मरने लगा पूजा इस समय विरोध करने की स्थिति में नहीं थी इसलिए उसने भी अपना मुंह खोल दिया जिससे निर्मल का लंड सात से आधा पूजा के मुंह में सआंटी गया
निर्मल की खुशी का तो जैसे ठिकाना ही नहीं था उसने अब धीरे धीरे पूजा का सर पकड़े हुए उसके मुंह में लंड अंदर बाहर करने लगा पहले से ही गरम होने और किसी लड़की के साथ पहला मौका होने से निर्मल ज्यादा देर टिक नहीं पाया और एक दो तेज धक्के मर कर पूजा के मुंह में ही झाड़ गया उसका माल भी इतना निकला था की पूजा का पूरा मुंह भरने के बाद भी नीचे गिर रहा था
अब तक पूजा अपने आप को संभाल चुकी थी लेकिन निर्मल झड़ने के बाद वहीं ढेर हो गया था जैसे तैसे पूजा वहाँ से उठी और अपना मुंह साफ करने बाथरूम चली गई उसके वापस आने तक निमल भी बेड पर लेट चुका था अभी तक जो कुछ भी उन दोनों के बीच हुआ था उससे अब पूजा को बहुत हिम्मत मिल चुकी थी और वो अभी ही निर्मल से चुदाया लेना चाहती थी इसलिए वो भी बिना कोई शर्म करे बेड पर नंगे पड़े निर्मल के ऊपर नंगी ही ढेर हो गई…
निर्मल और पूजा दोनों ही शांत पड़े हुए गहरी गहरी सांसें ले रहे थे निर्मल गहरी सोच में पड़ा हुआ था उसे समझ नहीं आ रहा था की वो इतना सब कैसे कर गया और फिर पूजा ने भी उसे मना क्यों नहीं किया उल्टे वो तो उसका साथ दे रही थी शायद पूजा भी यही सब करना चाहती थी लेकिन अभी जॉब ही हुआ उससे आगे भी कुछ हो सकता था क्या उसने अपनी गर्दन उठा कर पूजा की ओर देखा वो अभी भी नंगी ही उसके ऊपर निढल सी पड़ी हुई थी निर्मल को लगा की शायद पूजा आगे भी कुछ करना चाहती है लेकिन वो उससे पूछे कैसे की उसके मन में क्या है पूजा से कुछ पूछने में उसकी जुबान साथ नहीं दे रही थी तो उसने अपने एक हाथ से पूजा के सर को सहलाना शुरू कर दिया निर्मल के ऐसा करने से पूजा को भी होश आया और वो उठ कर बैठ गई
“क्या बात है पूजा तू उठ क्यों गई” निर्मल बोला
“नहीं निर्मल अभी हमारे बीच जो हुआ वो नहीं होना चाहिए डेठ तुम अपने वेड पर खड़े नहीं उतरे और मेरे बदन को टच कर ही लिया, अब मैं चलती हूँ शायद तुम्हारा काम भी हो चुका है और मुझे डर है की अगर मैं यहाँ ज्यादा देर रुकी तो आज हमारे रिश्ते को कलंक लग जाएगा” पूजा चुदाई करना तो चाहती थी लेकिन खुद पहल भी नहीं करना चाहती थी तो वो निर्मल के सामने भोली बनते हुए बोली और बेड से उठने लगी
पूजा की बात सुनकर निर्मल थोड़ा उदास हुआ उसे उम्मीद थी की आज उसे चुदाई का मजा मिल जाएगा लेकिन पूजा तो उसके खड़े लंड को धोखा देने पर तुली थी लेकिन निर्मल इतनी जल्दी हार नहीं मानने वाला था उसने थोड़ी हिम्मत की और उठहति हुई पूजा का हाथ पकड़ कर अपनी ओर खिच लिया पूजा इसके लिए तैयार नहीं थी तो वो अपना बैलेन्स संभाल नहीं पाई और सीधे निर्मल के बदन पर जाकर गिरी जिससे उसका चेहरा निर्मल के चेहरे के सामने आ गया निर्मल ने देर ना करते हुए इस मौके का भरपूर फायदा उठाया और पूजा का सर पकड़ते हुए अपने होंठ पूजा के होंठ से जोड़ लिए और पूरे दम से उन्हें चूसने लगा पूजा के तो जैसे मन की हो गई थी आख़िर वो चाहती भी यही थी की निर्मल खुद पहल करे लेकिन फिर भी उसने झूठा विरोध करना चालू रखा वो निर्मल से छूटने की कोशिश करने लगी लेकिन निर्मल ने उसे अपने से अलग नहीं होने दिया कुछ देर बाद पूजा ने विरोध करना बंद कर दिया और होंठ चूसा में निर्मल का साथ सेनए लगी जब निर्मल ने पूजा का विरोध खत्म होते देखा तो उसने अपना एक हाथ पूजा के सर से अलग कर पूजा के सख्त बूब्स पर रख दिया और उनसे खेलने लगा पूजा भी अब जोश में निर्मल के मुंह के अंदर अपनी जीभ घुसा कर निर्मल की जीभ से लड़ने लगी थी
अब निर्मल का लंड भी करवट बदले लगा था जाहिर है की वो फिर से उत्तेजित होने लगा था पूजा निर्मल के खड़े होटल अंड को अपनी गांड के पास महसूस कर रही थी जिस वजह से उसकी चुत भी अब फिर से फड़कने लगी थी निर्मल भी लगातार पूजा के स्तानो को रगड़ें जा रही था आज वो किसी भी कीमत पर ये मौका नहीं छोड़ना चाहता था
“पूजा मजा आ रहा है ना” निर्मल पूजा के मुंह को अपने से अलग करते हुए बोला
पूजा का चेहरा कामोत्तेजना से लाल पड़ चुका था उसकी आंखों में एक अजब सी खुमारी आचुकी थी जिसे देख निर्मल भी मादकता से भर चुका था
“हाँ निर्मल मजा तो आ रहा है,लेकिन हम भाई बहन है क्या हमारे बीच ये सब होना ठीक होगा” पूजा अभी भी सटी सावित्री बनते हुए बोली
“तुम पहले ये बताओ की क्या ये सब करने की तुम्हारी इच्छा नहीं होती” निर्मल बोला
“हाँ होती है बहुत ज्यादा होती है” पूजा ने जवाब दिया
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 64
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