RE: Samuhik Chudai अदला बदली
धीरे धीरे, उसने मेरी ब्लाउज का हुक खोला और मैंने उसे हेल्प करी ब्लाउज को अपने चुचियों से अलग करने में..
फिर जय, मेरे सामने आ के मेरे चुचियों को घूर्ने लगा..
मैंने “ब्रा” नहीं पहनी थी..
मिनी – क्या हुआ, पसंद नहीं आई तुम्हें मेरे मम्मे… कोमल से, छोटे हैं ना… .?.
जय – अरे नहीं, किसी अंधे का लंड भी इसे देखते भर से खड़ा हो जाएगा… छोटे हैं तो क्या हुआ, गोलाई तो देखो… आख़िर तुम दोनों, करती क्या हो…
मिनी – नहीं, मुझे मालूम है कोमल की चुचियाँ ज़्यादा बड़ी और फर्म है… मेरी देखो, कैसे बड़े निप्पल है…
जय – तुम्हें नहीं पता की मुझे थोड़े बड़े निप्प्ल और छोटी चुचियाँ ही ज़्यादा पसंद है…
मिनी – अच्छा, ठीक है फिर ले लो मेरी चुचियों को… सब तुम्हारा है, खेलो इसके साथ…
फिर जय ने मेरी लेफ्ट चुचि को अपने हाथों में लिया और सहलाने लगा..
राइट चुचि को दूसरे हाथ से दबा शुरू किया..
फिर लेफ्ट चूची को दबाने लगा और राइट वाले को, अपने मुंह में ले के चूसने लगा.
बीच बीच में, दाँत से मेरे निप्पल को हल्का काट भी रहा था.
इधर, मैं नीचे पूरी “गीली” हो रही थी.
फिर उसने दोनों हाथ से, मेरी राइट चुचि पकड़ी और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा.
उसके ऐसे चूसने से, मेरी हालत खराब हो रही थी.
फिर उसने दोनों हाथ से, मेरी लेफ्ट चुचि को चूसना स्टार्ट किया.
मैं भी उसके लंड को अपने हाथ में ले के हल्का हल्का सहला रही थी..
फिर मैंने उसे खड़ा किया और मैं नीचे बैठ के, उसके लंड को चूसने लगी.
जितनी ज़ोर से, उसने मेरी चुचि चूसी थी, मैं भी उतना ही ज़ोर लगा के उसके लंड को चूसने लगी.
उसके लंड की मोटाई, मेरे मुंह में अच्छे से फिट हो रही थी.
किसी दूसरे लंड को चूसने का मज़ा ही, कुछ अलग था. जय की हालत उधर खराब हो रही थी.
जय – मिनी, मेरा रस निकल जाएगा… शैतान की कसम, आज तक कोमल ने ऐसे नहीं चूसा कभी…
फिर मैंने लंड को मुंह से बाहर निकाला और लंड को कस के दबाया.
फिर अपनी दोनों चुचियों के निप्पल पे लंड के सुपाड़े से मारने लगी, जय पागल हो रहा था, ये सब देख के.
उसका लंड भी, एक दम “गरम” हो गया था.
अब मैं लंड को अपने दोनों चुचियों के बीच रख के मसलने लगी. चुचि की नरम स्पर्श से, लंड बेहाल हो रहा था..
मिनी – जय, झरने वाले हो तो बता देना…
जय – मिनी, अब नहीं रहा जाएगा, बहुत कंट्रोल कर दिया ले लो अपने मुंह में नहीं तो चुचि में ही झड़ जाऊंगा…
फिर मैंने लंड को जल्दी से मुंह में ले के जोरदार तरीके से चूसना शुरू किया..
जय का पूरा बदन गरम हो गया था, उसकी पूरी बॉडी काँप रही थी..
इतने में ही उसके लंड ने पानी छोड़ना स्टार्ट किया..
वाह, बता नहीं सकती कैसा लगा जब उसके लंड का गरम गरम रस, मेरे मुंह में गया और रस भी काफ़ी ज़्यादा था.
शायद कोमल, ज़्यादा रस नहीं चूसती उसका..
रंगीला – अभी अंदर मत लेना सारा मुंह में रखो, मैं वाइन ग्लास लता हूँ.
फिर, रंगीला वाइन ग्लास ले के आया.. अपने लंड से चिपका हुआ, थोड़ा रस उसने अपने हाथ से सॉफ करके वाइन ग्लास में डाला..
मैंने भी अपने मुंह से सारा स्पर्म, वाइन ग्लास में डाला.
फिर, उसने एक ग्लास में अपने लिए वाइन डाली और हम दोनों चियर्स करके अपना अपना ड्रिंक पीने लगे..
जय – मिनी, तुमने चूस चूस के मेरी जान निकाल दी… आज तक, ऐसे ज़ोरदार तरीके से किसी ने मेरा लंड नहीं चूसा… मैं तो थक गया हूँ… नेक्स्ट चुदाई का दौर, थोड़ी देर के बाद…
मिनी – कोई बात नहीं… आराम कर लेते हैं, थोड़ी देर… अभी तो मेरी चूत वेट कर रही है, तुम्हारा…
जय – तुम डेली रंगीला का लंड, ऐसे ही चूसती हो… ..?..
मिनी – कोशिश करती हूँ की डेली चूस सकूँ, पर कभी कभी पासिबल नहीं होता…
जय – तुम्हें बुरा लगेगा, यदि मैं एक सिगरेट जला लूँ तो… .?.
मिनी – नहीं, बुरा क्यूँ लगेगा… एक मुझे भी दो ना जला के… मैं कभी कभी सेक्स के बाद, सिगरेट पीना पसंद करती हूँ…
फिर रंगीला ने, 2 सिगरेट जलाई..
मैं उसी सिगरेट की अगरबत्ती बना के, जय के लंड के चारो और घूमने लगी..
जय – ये क्या कर रही हो… .?.
मिनी – पूजा कर रही हूँ… मन्नत माँगी थी की यदि तुम्हारे लंड ने मेरी प्यास बुझा दी तो उसकी पूजा करूँगी… वोही कर रही हूँ…
जय – मिनी, तुम बड़ी मस्त हो… यकीन नहीं आ रहा की मेरा सपना, तुझे चोदने का पूरा होने वाला है…
मिनी – तुम मुझे चोदने का सपना भी देखते हो…
जय – कोमल, जब भी तेरी बात करती है, तो मैं हूँ की तुम्हें चोद सकूँ… तेरी जैसी चुदसी किसी को भी मिल जाए तो चोदे बिना नहीं रह पाएगा…
मिनी – जय, आज मेरी चूत तुम्हारी है, चोद लेना जितना चोद सको…
मैं सिगरेट पीते हुए, उसके बाहों में लेती हुई थी..
मिनी – मेरे नाम की मूठ मारी है, कभी…
जय – ना जाने, कितनी बार… तुम्हारा “रोल प्ले” भी कई बार किया है, कोमल के साथ…
मिनी – ऐसा था तो कभी कोशिश क्यूँ नहीं की मुझे पाटने की…
जय – हा हा हा… सच बात बोलूँगा तो मनोगी नहीं…
मिनी – अभी तुम्ही ने तो कहा था ना हम कोई भी सीक्रेट शेयर कर सकते हैं… फिर अब क्या हुआ…
जय – ठीक है… क्या तुम “सूपर नेचुरल पवार” में मानती हो…
मिनी – हाँ… लेकिन, उसका मुझे पाटने से क्या लेना देना…
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