RE: Samuhik Chudai अदला बदली
फिर हम दोनों ने अपने बूब्स को बिकनी से बाहर निकाल के उसे दिखाया.
वो और भी ज़्यादा गरम हो गया और हिलाने की स्पीड बढ़ा दी..
कोमल – बोलो, किसके मम्मे तुम्हें ज़्यादा मस्त लग रहे है .?.
बॉय – दोनों के आंटी… पर कोई एक ही मिले तो मैं आपकी चुचियों के बीच अपना लंड डालना चाहूँगा…
मिनी – क्यूँ .?.
बॉय – क्यूँकी आंटी के बूब्स आपसे बड़े बड़े हैं…
कोमल – अच्छा तो तुम्हें बड़े बड़े अच्छे लगते हैं… तुम्हारी मम्मी के कितने बड़े हैं .?.
बॉय – मम्मी के तो आपसे भी बड़े है आंटी… पर उनके लटके हुए हैं… मैंने उनकी ब्रा देखी है आपसे भी बड़ी है…
मिनी – अपनी मां की ब्रा चेक करते हो… फिर तो माँ की चुचियों को सोच के हिलाते भी होगे…
बॉय – हाँ आंटी, काश मेरी मम्मी भी आप लोगो की जैसी हेल्पफुल होती…
इन बातों से और भी गरम हो गया था वो..
उसके हिलाने के स्पीड से लग रहा था की अब वो झड़ने वाला है..
मैंने अपनी बिकनी ब्रा निकाल के उसे दे दिया और बोला की लो, इसमे निकालना अपना पानी… उसने जैसे मेरी ब्रा को लंड में लगाया उसके लंड ने ज़ोरदार पानी छोड़ा..
मैंने उससे, अपनी ब्रा ले ली..
कोमल – चलो, अब जल्दी से यहाँ से निकल जाओ… कहीं हज़्बेंड को मालूम पड़ा ना तो तुम्हारी लंड की अच्छे से पिटाई हो जाएगी…
वो भी डर कर भाग गया..
कोमल – मिनी, तू क्या करेगी उसके रस का…
मिनी – मैं तो चाटने वाली हूँ… तू टेस्ट करोगी तो बता .?.
कोमल – पहले तू टेस्ट कर ले, थोड़ा मेरे लिए भी रखना… देखूं यंग लड़के का कैसा टेस्ट करता है…
फिर मैं उसके स्पर्म को, अपनी ब्रा में ही चाटने लगी..
थोड़ा सा, कोमल को भी दिया..
सच काफ़ी ज़्यादा स्पर्म गिराया था, उसने..
टेस्ट भी काफ़ी न्यू था..
अच्छे से चाटने के बाद, मैंने ब्रा को समुंद्र के पानी में धोया और फिर से पहन लिया..
कोमल – कितना नॉटी लड़का था, देखो अपनी मां की चुचियों को भी इमेजिन करके हिलाता है…
मिनी – हाँ, अभी उम्र है ऐसी उसकी… सब ही लड़के सबसे पहले अपनी मां या बहन को सोच कर ही मारते हैं… एक बार गर्ल फ्रेंड बन जाएगी तो शायद, फिर अपनी मां पे कामुक नज़र ना रखे…
कोमल – तूने देखा है, राज को मूठ मारते हुए .?.
मिनी – नहीं रे…
कोमल – पर हिलता तो वो भी होगा… सोच यदि वो भी तुझे इमेजिन करके हिलता हो तो…
मिनी – नहीं रे, ऐसा मत बोले…
कोमल – अच्छा चल, सॉरी सॉरी… चलो, अब उठाते हैं हज़्बेंड को अंधेरे भी होने वाला है… एक “ब्लो जोब” तो बनता है ओपन में… कोई है भी नहीं अभी… तू जय को ले के उधर जा… मैं रंगीला के साथ इधर ही रहती हूँ…
फिर हमने रंगीला और जय को उठाया..
फिर मैं जय को पकड़ के बीच के एक एंड की और ले जानी लगी और कोमल भी रंगीला को ले के दूसरी तरफ जा रही थी..
थोड़ी दूर तक, मैं जय का हाथ पकड़ के चल रही थी..
मिनी – अपना पैंट उतारो ना… लंड पकड़ के चलती हूँ…
जय ने भी झट से अपना पैंट उतरा और मैं उसके लंड को पकड़ के चलने लगी.
पीछे मूड के देखा तो कोमल और रंगीला भी दूसरी और पहुँच चुके थे..
अंधेरे में, अब ज़्यादा कुछ दिखा नहीं रहा था पर इतना दिख रहा था की वो रंगीला के लंड को चूसने लगी है.
मैंने भी जय के लंड पे अपना ग्रिप टाइट किया और नीचे बैठ कर, उसे अपने मुंह में ले लिया.
मैं तो उस लड़के वाले एपिसोड से पहले से ही गरम थी.
तो मैंने भी स्पीड में जय के लंड को चूसना शुरू किया.
कुछ ही देर में, उसका लंड पूरा तरीके से टाइट हो चुका था.
फिर मैंने लंड को अपने हाथों से पकड़ के उसके बॉल्स को अपने मुंह में लिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी.
|