RE: Samuhik Chudai अदला बदली
आज भी स्विमिंग पूल खाली ही थी.
बस एक और लेडी दिख रही थी, दूसरी तरफ.. वो भी बिकनी में ही थी..
इससे अंकिता की झिझक ख़त्म हुई.
हम दोनों ने 2 आराम कुर्सी पे अपने अपने समान रखे.
मैंने अपना टॉप निकाला और बिकनी में पूल के पास के शावर में नहाने लगी.
अंकिता ने भी अपने टॉप और लोवर उतार दिए और मुझे शावर में जाय्न किया.
पहली बार, बिकनी में उसे देखा.
उसके बूब्स बिकनी में सम्हल ही नहीं रहे थे.
आधे से ज़्यादा चुचि तो फ्री थी.
मेरी नियत डोले जाए तो कोई मर्द तो खड़े खड़े अपना पानी छोड़ दे.
फिर हम दोनों ने पूल में एंटर किया.
थोड़ी देर हम दोनों ने स्विमिंग करी और पूल में ही साइड में खड़े हो गये.
मिनी – अंकिता सच में तुम्हारी बूब्स काफ़ी अच्छी हैं… बचपन में नहीं लगता था की इतनी बड़ी बड़ी होंगी…
अंकिता – कुछ ज़्यादा ही बड़ी हो गई है ना… क्या करूँ बोले… कम कैसे करूँ… और भी ना बढ़ जाए कहीं…
मिनी – शायद, दीपक चुचियों का दीवाना है…
अंकिता – हाँ वो तो पहले दिन से चुचियों का दीवाना है… विनय से ज़्यादा दूध तो दीपक ने पिया है इससे…
इस बात पर दोनों हंस पड़े..
मिनी – और बता कहाँ गई थी, अपने पहले हनिमून पे…
अंकिता – गई तो थी मनाली, पर मोस्ट्ली हनिमून होटेल में गुजरा..
फिर से दोनों हंस पड़े..
मिनी – सबकी यही कहानी है…
अंकिता – और आज कल तेरी सेक्स लाइफ कैसी है .?.
मिनी – नो कंप्लेन अंकिता. इट्स फाइन… ही इस स्टिल वेरी गुड इन बेड… दीपक कैसा है… कितनी बार चोदता है तुम्हें वीक में .?.
अंकिता – वो भी बहुत अच्छा है सेक्स में पर आज कल सेक्स काफ़ी कम हो गया है… वीक में 1 बार ही हो पा रहा है… तुम कितनी बार चुदवाती हो .?.
मिनी – क्यूँ रे, हम ट्राइ करते हैं डेली का… पर मिनिमम 4 बार वीक में तो पक्का…
अंकिता – नाइस यार… पता नहीं क्यूँ हमारे बीच में सेक्स कम क्यूँ हो गया… बस ऐसा लगता है मन भरता जा रहा है…
मिनी – ट्राइ कर कुछ न्यू ना… जो तुम दोनों के लिए एग्ज़ाइटिंग हो…
अंकिता – जैसा क्या, सब तो ट्राइ कर चुके…
मिनी – क्या क्या ट्राइ किया बता .?.
अंकिता – सारे पोज़स में चुदवा चुकी हूँ… ओरल सेक्स सब कर दिया है… रोल प्लेस भी करती हूँ… सारे पासिबल रोल प्लेस कर चुके हम…
मिनी – कभी ओपन स्काइ में सेक्स करी है… इन पब्लिक प्लेस… ऐसा कुछ…
अंकिता – नहीं, वो कैसे करेंगे…
मिनी – कैसे करेंगे मतलब… ये थोड़े बोले रही हूँ की पब्लिक के सामने से चुदवा ले… मेरा मतलब ये था की ऐसे पब्लिक प्लेस में जा जहाँ कुछ ब्लाइंड स्पॉट मिले… खाली खाली सा हो और वहाँ पे चुदवा… ऐसी जगह जहाँ चुदवा रही हो तो ये डर भी रहे की कोई देख लेगा… ट्राइ कर एक अलग सी एग्ज़ाइट्मेंट होती है… जैसे हम जिस होटेल में मिले उसके बीच पे हमने सेक्स करी थी, अंधेरा होने पे…
अंकिता – वाव यार… सुन के तो एग्ज़ाइटिंग लग रहा है… देखूँगी दीपक को कन्विन्स करके…
मिनी – और तूने किसी और का लंड लिया है क्या .?.
अंकिता – नहीं रे, वो कहाँ पासिबल है… मत बोलना की तूने वो भी किया है…
मिनी – नहीं नहीं कहाँ पासिबल है.. (अभी मैं बताना नहीं चाहती अपनी स्वाप अरेंज्मेंट के बारें में..)
अंकिता – मन तो होता है की काश की कोई दूसरा लंड मिले एंजाय करने के लिए… पर, ये आसान भी तो नहीं है…
मिनी – हाँ वोही है, इस उम्र में आ के एक ही लंड से मन थोड़ा भर ही जाता है… क्या कर सकते हैं… बस हुमलोग कुछ नया नया ट्राइ कर सकते हैं… मैं कोमल से बात कर रही थी, इस बारें में… उसकी भी वोही हालत है… मन तो उसका भी है, पर कुछ कर नहीं सकते…
अंकिता – कोमल को भी क्यूँ नहीं बुला लिया…
मिनी – वो मॉर्निंग में थोड़ी बिज़ी थी… नेक्स्ट टाइम बुला लूँगी… और भी बातें करेंगे…
अंकिता – चल अब लंच भी करा दे… भूख भी लग रही…
टाइम देखा तो 1 बजे गये थे.. ..
हमने भी जल्दी जल्दी थोड़ी और स्विमिंग करी.
स्विमिंग के बाद फिर दोनों साथ ही शावर रूम में गये.
चेंज करने के लिए कपड़े भी ले गये.
फिर शावर ले के मैंने अपनी बिकनी उसके सामने ही खोल दी.
इस बार उसने भी अपनी बिकनी निकाल दी.
दोनों पूरी नंगी ही थीं.
हम दोनों ने एक दूसरे की बॉडी को अच्छे से देखा और कॉंप्लिमेंट भी दिया.
फिर तौलिया से हम खुद को पोछने लगे.
अंकिता ने अपनी ब्रा निकाली और पहनने लगी.
उसके ब्रा उसके चुचियों के लिए काफ़ी छोटे थे.
आधे से ज़्यादा चुचि बाहर ही थी.
मैंने उस समय कुछ नहीं बोला. फिर हम दोनों ने कपड़े चेंज किए और रूम मे चले गये.
मैंने लंच सर्व किया. फिर मैंने ब्रा की टॉपिक उठाई .?.
मिनी – तेरी ब्रा की साइज़ क्या है .?.
अंकिता – 38… तू इसलिए पूछ रही है ना क्यूँ मेरी ब्रा छोटी लग रही है…
मिनी – हाँ, मतलब वोही तू जान के ऐसा करती है या कोई और बात है…
अंकिता – क्या बोलूं, मैं काफ़ी कम ब्रा ले के आई थी और यहाँ की शॉप्स में मैंने ट्राइ किया 38 किसी के पास भी नहीं था… सब हंस भी रहे थे मेरी चुचियों को देख के…
मिनी – हाँ यार, ये प्राब्लम तो है यहाँ… देखा नहीं है यहाँ की लड़कियों को सबके चुचियाँ कितने छोटे छोटे हैं… 38 छोड़ कभी कभी तो 36सी और 36 भी नहीं मिलता.. जो रखते भी हैं वो पड़ेद रखते हैं. ताकि छोटी चुचियों वाली लड़कियाँ पेड़ के साथ वो पहन सके…
अंकिता – हाँ, वोही तो… फिर, शरम से मैंने ज़्यादा शॉप में ढूँढा भी नहीं…
मिनी – चल मैं तुझे ले के चलती हूँ… एक लोकल मार्केट है… काफ़ी अच्छी अच्छी ब्रा रखते हैं वहाँ पे… वहाँ पे सब साइज़ मिल जाएगा…
अंकिता – वाव. ये तो बड़ा अच्छा रहेगा… कब चलना है बोले…
मिनी – चल आज ही चलते हैं… तू बोले दे दीपक को की शॉपिंग जा रही हो… मैं कोमल को भी कॉल करती हूँ, वो भी जाय्न कर लेगी हमें…
अंकिता – ओ के !! ठीक रहेगा… फिर, साथ मैं कहीं कॉफी पीने चलेंगे…
फिर मैंने कोमल को कॉल लगाया और उसे सेम लोकल मार्केट में बुला लिया..
मैं और अंकिता फिर लोकल मार्केट पहुचे.
कोमल भी वहाँ आ चुकी थी.
हमने एक दूसरे को ग्रीट किया.
हम लोग ब्रा की शॉप पे पहुचे.
वहाँ का शॉपकीपर मुझे और कोमल को अच्छे से पहचानता भी था.
हमने उससे कई बार शॉपिंग करी.
शॉपकीपर – गुड इवनिंग, मेम… आज आपकी नयी दोस्त भी आई है…
कोमल – हाँ, इसे ही खरीदने हैं… हम तो बस आज देखने वाले हैं…
शॉपकीपर – क्या साइज़ का देना है मेडम .?.
अंकिता – 38 डी…
शॉपकीपर – ओ के !! मेडम…
फिर शॉपकीपर ने काफ़ी सारे 38 के ब्रा दिखाए..
अंकिता देख के खुश थी की यहाँ इतने सारे ब्रा हैं.
मिनी – अंकिता, तुम एक ट्राइ करना चाहती हो .?. साइज़ देखने के लिए…
अंकिता – क्या यहाँ पे, अच्छा होता की एक ट्राइ कर लेती और फिर खरीदते…
शॉपकीपर – मेडम ऑनेस्ट्ली हम ब्रा और पैंटी ट्राइ करना आल्लोउ नहीं करते, पर क्यूँ की आप इनकी फ्रेंड हैं, आप ट्राइ कर सकती हैं… बताइए कौन सा ट्राइ करना है…
अंकिता – कोई भी एक दे दो…
फिर शॉपकीपर ने अंकिता को एक ब्रा निकल के दी ट्राइ करने के लिए, शॉप में प्रॉपर ट्राइयल रूम नहीं था पर एक छोटी से ऑफीस जैसी जगह थी.. वहीं पे हम भी ट्राइ करते थे..
वहीं पे अंकिता भी गई.
कोमल – तो फिर बात हुई ग्रूप के बारें में…
मिनी – अभी मैंने पूरा बात नहीं की, इसके बाद कॉफी पे बात करते हैं… ऐसे बात करेंगे की जैसे हम भी पहली बार ऐसे अरेंज्मेंट की बात कर रहे हैं… वैसे कोमल, अंकिता के बूब्स बड़े अच्छे हैं… गोरी भी कितनी है… मालूम है, उसके निप्पल भी पिंक हैं… एकदम गुलाबी यार… कसम से लड़कियों के ही ईमान डोले जाएँ… लेसबो के लिए…
कोमल – तूने देखा .?. हरामजादि मेरे साथ तो कभी लेसबो नहीं किया…
मिनी – अरे पगली उसके साथ भी नहीं किया… हाँ आज देखे स्विमिंग के बाद शावर के वक़्त…
कोमल – मुझे भी दिखा ना… गुलाबी निप्पल तो मैने कभी नहीं देखे… किसी हिल स्टेशन की है क्या ये ?
मिनी – वो सब छोड़… जा वो ट्राइ कर ही रही है, वहीं देख ले… जल्दी कर…
फिर, कोमल और मैं ट्राइयल रूम की और चल पड़े.. ..
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