RE: Samuhik Chudai अदला बदली
शॉप कीपर काफ़ी समझदार था..
वो साइड हट गया.. कोमल ने गेट खुलवाई..
कोमल – ट्राइ किया तूने… ठीक है .?.
अंकिता – हाँ ठीक ही है, देख ना…
अंकिता फिर ब्रा पहने हुए हमारी तरफ मूडी.
काफ़ी अच्छी फिटिंग थी. कोमल ने थोड़ा ब्रा को टच कर के भी देखा.
कोमल – एक और ट्राइ कर ले, लोकल मार्केट हैं ना… तो कोई दिक्कत नहीं…
अंकिता – माँग ना एक और…
मैंने उस लड़के से एक और ब्रा माँगी, उसे इशारा किया की वो वाला दे.
वो ब्रा काफ़ी ट्रॅन्स्परेंट था और अंकिता को दे दिया..
कोमल दरवाजे से हटी ही नहीं की अंकिता बंद करे.
मिनी – टेंशन मत ले वो साइड में है… तू ट्राइ कर ना…
फिर अंकिता ने, पहला ब्रा निकाल दिया.
कोमल आँखें फाड़ के उसके नंगी चुचियाँ देखने लगी.
अंकिता ने फिर दूसरा ब्रा ट्राइ किया.
वो ब्रा भी काफ़ी अच्छा फिट हो रहा था.
अंकिता – अच्छी फिटिंग है… धन्यवाद यार… तुम लोगो ने मेरी प्राब्लम सॉल्व कर ली…
कोमल ने उसकी चुचियाँ दबाई और बोला की धन्यवाद नहीं हमने तो ये करने के लिए हेल्प किया…
हम तीनों हंस पड़े.
फिर अंकिता ने अपने कपड़े पहन लिए और बाहर आ गई.
उसने 10 ब्रा अलग अलग टाइप के खरीद लिए.
फिर हम तीनों ने कॉफी शॉप जाने का प्लान किया.
पास में ही एक अच्छी कॉफ़ी शॉप थी.
अंकिता ने हमें कॉफ़ी पिलाई, हमारी हेल्प के लिए.
तीनों कॉफ़ी लेकर, आराम से बैठ के बातें करने लगे.
कोमल – अंकिता, तुम काफ़ी हॉट हो…
अंकिता – धन्यवाद… तुम भी काफ़ी मस्त हो…
कोमल – ह्म… वैसे तो हम तीनों ही हॉट हैं. और बताओ क्या चल रहा है .?. क्या क्या किया तुम दोनों ने आज .?.
मिनी – कुछ नहीं रे, पुराने दिनों की बात और स्विमिंग भी करी…
कोमल – मेरे बैगेर, सिम्मिंग में गई मिनी… अच्छी बात नहीं है…
मिनी – नेक्स्ट टाइम तीनों एक साथ कर लेंगे…
अंकिता – हाँ काफ़ी मज़ा आएगा…
कोमल – कैसा मज़ा अंकिता .?..?. मिनी ने तेरे साथ कुछ किया क्या .?. मेरे साथ तो कुछ नहीं करती…
मिनी – तू बड़ा चहक रही है, कुछ किया नहीं… काफ़ी सारी बातें करी…
कोमल – क्या क्या बात हुई .?.
अंकिता – कुछ खास नहीं, अपने पुराने समय की, शादीशुदा लाइफ की…
मिनी – कोमल, अंकिता ने भी आजतक कोई दूसरा लंड नहीं लिया. सेम कहानी…
कोमल – क्या करें यार… बस तीनों मिल के बात ही कर सकते हैं, और कर भी क्या सकते हैं… वैसे अंकिता मुझे भी बता कितनी बार चुदाई होती है तेरी बुर की आज कल .?.
अंकिता – बताया मैंने मिनी को की आज कल चुदाई काफ़ी कम हो गई है…
कोमल – तुझे देख के लगता नहीं की तेरा हज़्बेंड तुझे बिना चोदे रहता होगा…
अंकिता – हाँ एक समय था, डेली मस्त चुदाई करता था…
कोमल – फिर चूत की खुजली कैसे ख़त्म करती हो .?.
अंकिता – चूत में फिंगर कर लेती हूँ कभी कभी…
कोमल – फिंगर से तेरी चूत का क्या होगा… पता भी नहीं चलेगा की कुछ अंदर गया… तुझे तो बड़ा सा लंड चाहिए होगा… वैसे तेरे हज़्बेंड का साइज़ क्या है .?.
अंकिता – क्या करूँ और कोई चाय्स भी तो नहीं है… दीपक का लंड कुछ 8 इंच का होगा…
कोमल – वाव, फिर तो मिनी रंगीला से भी बड़ा है इसके हज़्बेंड का लंड…
अंकिता – तुझे कैसे पता रंगीला का साइज़ .?.
कोमल – जैसे मुझे दीपक का पता है…
अंकिता – ओह, मैंने सोचा की तुमने रंगीला से चुदाई कराई है…
कोमल – पासिबल होता तो चुदवा ही लेती, रंगीला से ही क्यूँ दीपक का भी लंड ले लेती…
मिनी – हाँ तू सारी दुनिया का लंड ले ले और मैं बस एक ही लंड से काम चलाऊं…
कोमल – नहीं डार्लिंग तू भी ले ले जय का लंड, दीपक का लंड… क्यूँ अंकिता तुझे कोई प्राब्लम है दीपक का लंड देने में…
अंकिता – बात करने के लिए तो सब ठीक है, पर ऐसा पासिबल तो नहीं है ना… वैसे देखें तो अच्छा होता ना की हम तीनों किसी के भी हज़्बेंड से चुदवा सकते…
कोमल – हाँ अच्छा तो होता… पर तूने ही तो बोला पासिबल नहीं है…
मिनी – सच में यार, काश की हम एक दूसरे के हज़्बेंड को चोद सकते, कितना अच्छा होता है… सब एंजाय करते और ये बात भी हम तक ही सीक्रेट रहती…
कोमल – देख मिनी, हम ना जाने कितने दिनों से ये बात करते आ रहे हैं… पर नहीं यार, ऐसा भी नहीं है की पासिबल नहीं है… यदि ट्राइ किया जाए तो सब पासिबल है…
अंकिता – कैसे .?.
कोमल – देख यदि हम तीनों अपने हज़्बेंड को अपने अपने सुझाव से इस बात के लिए तैयार कर लें और ग्रूप में स्वपिंग कर लें तो साली चुदाई भी हो सकती है और ये बात ग्रूप से बाहर भी नहीं जाएगी…
अंकिता – पर कैसे बोलेंगे अपने हज़्बेंड को .?.
मिनी – मान ले मुझे रंगीला को बोलना हो तो मैं तो बात को इतना घुमाऊंगी की वो खुद ही बोलेगा की चलो स्वापिंग करते हैं… हज़्बेंड को अपने कॉन्फिडेन्स में लेना तो आसान ही होगा… सब अपने अपने तरीके से बोले सकते हैं…
अंकिता – हाँ और शायद हज़्बेंड्स मान भी जाए… जल्दी से कोई दूसरा चूत मिल रहा है ये सोच के तो वो तुरंत खड़े हो जाएँगे अपना अपना लंड हाथ में लिए…
कोमल – सो चलो डिसाइड हुआ की हम तीनों अपने हज़्बेंड से बात करेंगे… ये स्वाप करने के प्लान को सफल बनाएँगे… जब तक वो राज़ी नहीं होते तब तक कोशिश करते रहेंगे…
फिर हम तीनों ने हाथ मिला के इस फ़ैसले को फाइनल किया.
मैं इसलिए कोमल को साथ में लाई थी, उसे खुल के ये सब बात करना बड़े अच्छे से आता है और अंकिता भी काफ़ी ओपन माइंड की थी ज़्यादा मुश्किल नहीं हुई.
उसके बाद दीपक का कॉल आ गया तो अंकिता को जल्दी जाना पड़ा..
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