RE: Samuhik Chudai अदला बदली
मुझे इस पोज़िशन की पेनेट्रेशन सबसे ज़्यादा लगती है और अमन के लंड के साइज़ के लिए ये सबसे मस्त पोजीशन थी..
वो मुझे नीचे से मज़े ले ले कर चोद रहा था..
मैं चुड़वते चुड़वते उसके लिप्स की और बड़ी और उसकी लिप्स को खाने लगी..
उसने भी मेरी लिप्स खानी शुरू की.. हम एक दूसरे की जीभ भी खाने लगे..
अमन ने उधर नीचे से मेरी बुर की जुटाई चालू रखी थी.. किस्सिंग और चुदाई की एक साथ होने से हम दोनों मस्त हो गये थे..
फिर अमन ने मुझे फिर से नीचे लिटाया मेरे पैरों को फैलाया..
मैंने भी उसे अपने पैरों से जकड़ लिया..
फिर से उसने मेरी चूत की चुदाई शुरू की..
मेरी चूत गरम हो के अब पानी छोड़ने लगी..
मैं अपना पानी लगातार छोड़ रही थी, पर अमन ने चोदना बंद नहीं किया..
सच में उसकी स्टॅमिना काफ़ी अच्छी है.. इतना लम्बा एक बार में चुदवाए हुए मुझे काफ़ी दिन हो गये थे..
ऐसी भयंकर चुदाई रंगीला काफ़ी पहले किया करता था..
मैं चूत में होने वाले प्रहार से थक गई थी, पर अमन रुकने का नाम नहीं ले रहा था..
वो मुझे अभी भी हम च हम च के चोद रहा था..
फिर उसका लंड शायद पानी छोड़ने वाला था पर उसने लंड को चूत से निकाला और मेरी चूत में फिर से अपना मुंह दे डाला..
वो अभी भी अपने लंड का रस निकलना नहीं चाहता था इसलिए वो मेरी चूत को मुंह से चोदने लगा..
चूत ने जितनी पानी छोड़ा था, वो सारा का सारा चूस चूस के चाट गया.. मेरी चूत की ऐसी चुदाई से में निहाल हो गई थी..
मैं भी आराम से लेटे लेटे उसके मुंह को अपने चूत में और भी घुसा रही थी..
उसके सिर पे हाथ रख के उसके अपने चूत में दबा रही थी.. ऐसे ही थोड़ी देर मेरी चूत की चुसाई करने का बाद उसका लंड नॉर्मल हो गया, जब उसे लगा की उसने अपना झड़ना कंट्रोल कर लिया है.. उसने फिर से लंड को मेरी चूत डाला और फिर से मुझे चोदने लगा..
उसके चोदने की स्पीड से मेरी मेरी पूरी बॉडी हिल जाती थी..
मेरे बूब्स मस्त तरीके से हिल रहे थे..
मैंने अपने बूब्स को पकड़ा और एक निप्पल को अपने मुंह में डालने लगी..
उसका ध्यान अभी मेरे बूब्स पे था ही नहीं..
वो बस मेरी चूत की चुदाई कर रहा था, चोद रहा था और जोत रहा था..
उसका लंड फिर से मेरी चूत में वाइब्रट करने लगा..
अमन – मिनी दीदी, मैं झड़ने वाला हूँ, बोलो कहाँ डालूं अपना रस.. ..
मिनी – मुंह में डाल.. .. अपनी दीदी के मुंह में डाल दे, फिर से.. .. डाल मेरे बहन चोद भाई.. ..
अमन ने अपना लंड मेरी चूत से निकाला और मेरी मुंह में डाल के अब मेरी मुंह की चुदाई करने लगा..
उतनी ही स्पीड में अब वो मेरा मुंह चोदने लगा..
उसके लंड ने अब पानी छोड़ना स्टार्ट किया..
पहला फवारा उसके रस का सीधे मेरे गले के अंदर चला गया..
इस बार उसने लंड मुंह से निकाला भी नहीं..
एक एक करके उसके लंड से फवारा निकलता रहा, मैं भी उसे गटकती रही..
जब उसके लंड ने पानी छोड़ना बंद किया तो मैंने उसके लंड को चूस चूस के एक एक बूँद रस चाट लिया..
मस्त चोदा उसने मुझे..
मैं सोफे पे ही ढेर हो गई.. वो भी मेरे ऊपर ही थक के लेट गया..
मिनी – अमन, क्या स्टॅमिना है तुम्हारा.. .. तुमने तो आज मेरी चूत को फाड़ दिया.. ..
अमन – दीदी, पता नहीं कैसे, पर आज मैंने अपने एक्सपेक्टेशन से भी ज़्यादा लम्बा चोदा आपको.. .. आप हो इतनी सेक्सी.. .. यदि चुदवाने वाली आपकी जैसी हो तो कोई भी घंटों आपको चोदता रहे.. ..
मिनी – अब मेरी चूत को थोड़ा आराम दे दे.. .. नहीं तो पता नहीं क्या होगा उसका.. ..
अमन – हाँ दीदी अब तो मैं भी थक गया हूँ.. ..
मिनी – 6 बजे हमें बीच पे जाना है.. .. फिर वहाँ से डिनर और रात में फिर से चुदाई करने को रेडी रहना.. ..
अमन – हाँ दीदी, बीच में भी आप मेरा लंड चुसोगी ना.. ..
मिनी – हाँ प्लान तो सबका यही है, यदि खाली मिला तो.. .. वैसे तो यहाँ ज़्यादा लोग बीच पे होते नहीं तो अंधेरा होने पे पासिबल है.. ..
अमन – किसने बनाया था, प्लान.. ..
मिनी – हम चारों ने मिल के बनाया था.. ..
अमन – तो क्या आप रूचि के सामने ही मेरा लंड अपने मुंह में डाल लोगी.. ..
मिनी – नहीं रे, अंधेरा हो जाएगा तब.. .. थोड़ी थोड़ी दूर में हम अपने अपने पार्ट्नर की लंड चुसाई करेंगे.. ..
अमन – वाव, दीदी क्या प्लानिंग करते हो आप लोग.. ..
मिनी – रात में तू मेरी गाण्ड मारेगा.. ..
अमन – दीदी, गाण्ड मारने में मुझे प्राब्लम होती है.. .. मेरा लंड बड़े मुश्किल से जाता है अंदर.. ..
मिनी – अरे वो रूचि की गाण्ड तूने अभी तक फैलाई नहीं है ना.. .. ये देख ये गाण्ड में डालने के लिए होते है.. .. ये खरीद ले और जब भी उसे चोदा कर उसकी गाण्ड में ये डाल दिया कर.. .. (मैं उसे “अनल प्लग” दिखा रही थी..)
अमन – हाँ धीरे धीरे उसकी गाण्ड को फैला, बाकी आज रात तू सिख ही जाएगा की गाण्ड कैसे मारते हैं.. ..
फिर हम सब लोग रेडी हो के बीच पे गये.. वहाँ उस दिन के मुक़ाबले आज काफ़ी रश था.. काफ़ी फैमिली वहाँ पे खेल रही थी.. काफ़ी लेडी बिकनी में धूप के मज़े ले रही थी..
रंगीला – मिनी, तुम लोग ड्रिंक करोगी ..?..
मिनी – नहीं हार्ड ड्रिंक नहीं करना हमें.. ..
रंगीला – ठीक है फिर तुम लोग यहाँ आराम करो.. .. हम चारों ड्रिंक के लिए जाते हैं.. .. बीच खाली हो जाए तो बुला लेना हमें.. ..
फिर वो चारों ड्रिंक के लिए चले गये..
हम चारों ने तौलिया बीच में डाला और लेट के धूप के मज़े लेने लगे..
रूचि – दीदी, धन्यवाद मज़े आ गये, और अभी तो स्टार्ट है..
मिनी – रूचि, डिसाइडेड ये है की बंद कमरे में हम अपने पार्ट्नर के साथ क्या क्या करते हैं कोई डिस्कशन नहीं होगा.. ..
कोमल – अरे मिनी, अब वो कहाँ डिसकस कर रही है की जय ने उसे कहाँ कहाँ और कैसे कैसे चोदा.. .. बस बता रही है की मज़े आ रहे हैं उसे.. ..
मिनी – अच्छा, ऐसा है की मज़े तो आने ही हैं.. .. सोच नेक्स्ट ट्रिप में कोई दूसरा लंड मिलेगा फिर से.. ..
अंकिता – मेरी गाण्ड की तो लग गई है आज.. ..
मिनी – अब तेरे गाण्ड हैं ही ऐसे मटके जैसे, कोई भी पागल हो जाए.. ..
रूचि – हाँ दीदी, आपकी गाण्ड देख के तो मेरा भी मन करता है.. ..
अंकिता – तू सबसे ज़्यादा बदमाश है.. ..
कोमल – एक काम कर अंकिता, तू इसे ज़रा अपना गाण्ड सहला लेने दे.. ..
अंकिता – उसमे क्या है, आ रूचि मैं तेरा गाण्ड सहलाती हूँ तू मेरा सहला ले.. ..
मिनी – यहाँ इतने सारे बच्चे खेल रहे हैं और तुम लोग गाण्ड गाण्ड खेलो.. ..
कोमल – हाँ तो कौन सा सारे बच्चे लंड ले के इस दोनों की गाण्ड मारने आ जाएँगे.. .. चल तू और मैं आज थोड़ा स्विमिंग करते हैं.. .. इन दोनों को एक दूसरे की गाण्ड खुजलने दे.. ..
रूचि – आप दोनों जाओ दीदी, हम थोड़े देर में जाय्न करते हैं.. ..
फिर हक़ीकत में रूचि और अंकिता एक दूसरे की गाण्ड सहलाने लगे..
मैं और कोमल समुद्र में स्विमिंग के लिए जाने लगे.. थोड़ी देर स्विमिंग करके हम बाहर आ गये..
मजबूरी थी, हम दोनों ही नहीं चाहती थी की हमारा रंग काला पड़े..
थोड़ी देर बाद फिर हम पानी में ही खेलने लगे..
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