RE: Samuhik Chudai अदला बदली
डॉली ने डिल्डो को और अंदर लेना शुरू किया, थोड़ा अंदर लेटे ही शायद उसका मुंह भर गया होगा..
कोमल – ठीक है अभी इतना ही लंड को अंदर बाहर कर.. हाथ का मूव्मेंट भी मत करा..
डॉली भले ही अभी बिल्कुल थोड़ा ही अंदर लिया था, पर उसने सीखा सही था.. वो सही तरीके से लंड को चूसने लगी..
मिनी – बेटा, अब अपने गले को खोलो और धीरे धीरे लंड को और भी अंदर लेने की कोशिश करो.. धीरे धीरे..
डॉली ने कोशिश करी, डिल्डो लंड और भी अंदर गया.. उसने फिर से कोशिश करी और भी ज़्यादा अंदर ले लिया.. अब करीब आधे से ज़्यादा डॉली अंदर ले चुकी थी.. और बिल्कुल सही तरीके से चूस रही थी..
कोमल – और अंदर लेने की कोशिश करो बेटा, जितना अंदर लोगि उतना ही अंदर तक तेरी मुंह की चुदाई होगी..
डॉली ने फिर से कोशिश करी, इस बार ऑलमोस्ट 80% लंड अंदर ले लिया और चूसने लगी..
मिनी – बस कोमल इतना काफ़ी है, धीरे धीरे खुद ही कर लेगी ये अब.. एक ही बार में पूरा अंदर लेगी तो सरक सकती है..
कोमल – ठीक है बेटा, थोड़ा आराम कर लो..
मिनी – कैसा लगा डिल्डो को ब्लो जोब देके..
डॉली – अच्छा लगा आंटी, पर रियल लंड को चूसने से घिंन नहीं आएगी..
मिनी – वो तो तुम्हारे माइंडसेट में है बेटा, यदि तुम पहले से सोच लो की घिंन आएगी तो आएगी.. पर तुम पहले से यदि एग्ज़ाइटेड हो की नहीं आज इस लंड को पूरा अपने मुंह के अंदर ले के चूस चूस के उसका पानी निकालना है तो घिंन नहीं आएगी..
कोमल – फिर भी, यदि स्टार्ट में प्राब्लम हो तो राज को बोलना की फ्लेवर कॉंडम खरीदे, नॉर्मल नहीं.. वो लगा के चूसना.. इससे फिर आदत बन जाएगी..
डॉली – मम्मी, लंड चूसना ज़रूरी क्यूँ है ..?..?..?..
कोमल – बेटा सिंपल है की तुझे अपनी चूत चटवानी है, क्यूँ की उसमे बहुत मज़ा है, इसलिए लड़को को भी चूस के मज़ा दे दो.. साथ ही ब्लो जॉब दे के जब लंड को टाइट करोगी ना तो जो एरेक्षन होगा वो काफ़ी स्ट्रॉंग होगा.. फिर चुदाई में और भी मज़ा आएगा..
डॉली – मम्मी, लंड चूसने के बाद ..?..?..?..
कोमल – देखो बेटा, नॉर्मली तो लड़के ही शुरू करेगे.. तुम्हारी बॉडी के साथ खेलेंगे, तुम्हें गरम करेंगे, तुम्हारी चूत की चुसाई करेंगे.. उसके बाद तुम उसके लंड को चुसोगी.. पर फॉर आ चेंज कभी कभी राज को बोलना की तुम्हें स्टार्ट करने दे और जैसे हमने बताया वैसे ही करना, फिर उसके बाद लड़के तुम्हारी चूत चूसेंगे..
मिनी – चूत की अच्छे से चुसाई होगी ना बेटा, तो तुम बहुत मज़े करोगी.. इसलिए ज़रूरी है की जब लड़के तुम्हारी चूत चूसेंगे तो तुम भी पार्टिसिपेट करो.. जैसे की जब राज चूत चूस रहा होगा तो तुम उसके सिर को हाथ से पकड़ के उसे अपने चूत के और अंदर डालने को कोशिश करना.. चूत बहुत संवेदन शील होती है और छेद के पास जो क्लिट होता है उसे जब वो चुसेगा तो और भी मज़ा आएगे.. तुम्हारे चूत में अजीब सा सनसनाहट होगा तो उसे एंजाय करना और ओपन हो के मुंह से एंजाय के आवाज़ को निकालने देना.. बीच बीच में उसे कॉंप्लिमेंट देना की ज़ोर से चूसो मज़ा आ रहा है..
कोमल – मिनी, तू चूस ना इसका चूत, इसे भी पता चले की कैसे रिक्ट करना है..
फिर मैंने डॉली के सारे कपड़े निकाल दिए.. उसे पूरा नंगा कर दिया..
मैंने भी अपने सारे कपड़े निकाल दिए.. हम दोनों पूरे नंगे हो गये थे..
कोमल ने भी अपना टॉप और स्कर्ट निकाल दिया और केवल ब्रा और पैंटी में वो आराम से बैठ गई..
डॉली – आंटी, आपकी फिगर बहुत अच्छी है..
मिनी – तुम्हारी भी बहुत सेक्सी है.. तेरे मम्मे काफ़ी अच्छे आ रहे हैं.. क्या साइज़ की ब्रा पहन रही हो अभी..?..
डॉली – 32ब आंटी.. आप के बूब्स तो कितने बड़े और अच्छे हैं..
मिनी – मेरे से ज़्यादा बड़े और अच्छे तेरी मम्मी की है.. दिखा ना कोमल..
फिर कोमल ने भी अपने ब्रा खोल दिए और अपने दोनों गोले को आज़ाद कर दिया..
डॉली – वाव, मम्मी, ब्यूटिफुल बूब्स..
कोमल – तूने ही चूस चूस के इसे बड़ा किया है..
डॉली – कहाँ मम्मी, अभी चूसने दो ना..
कोमल – चल मिनी, तू इसकी चूत चूस मैं इसे अपना दूध पिलाती हूँ..
फिर मैंने डॉली को बेड पे लिटाया और उसके पैरों को फैला लिया और उसकी चूत की और जाने लगी.. तब तक कोमल भी डॉली के पास आ गई थी और उसके मुंह में अपनी चुचि डाल दी थी.. मैंने फिर डॉली की चूत की स्किन को साइड किया.. काफ़ी टाइट चूत थी..
इतने देर से हो रहे सेशन से उसकी चूत ऑलरेडी गीली हो चुकी थी..
मैंने उसकी चूत के छेद में अपनी एक उंगली डाली और उसकी चूत को चोदने लगी..
फिर उसकी क्लिट को टच किया.. डॉली ने झट से अपना गाण्ड उठा लिया..
कोमल – बेटा, ऐसे हटाना नहीं है.. आंटी जो कर रही हो.. उसके मज़े लो..
फिर मैंने उसकी क्लिट को अपने दोनों लीप में लिया और सक करने लगी.. डॉली की पूरी बॉडी हिलने लगी थी..
डॉली – आंटी मच मच हो रही है..
कोमल – होने दे, तभी तो मज़ा आएगा..
मैंने उसकी क्लिट को और भी चूसना चालू किया और उसकी चूत को अपनी एक उंगली से और भी तेज़ी से चोदने लगी..
डॉली अब कंट्रोल अच्छे से कर रही थी और वो भी चूत की चुसाई को एंजाय करना लगी..
थोड़ी देर में ही डॉली की चूत गीली हो गई, मैंने उंगली को चूत की छेद में डाले ही रखा और फिर चूत के के और उंगली से निकालते रस को चूसने लगी..
डॉली ने मेरे सिर को अपने चूत में हाथ से दबाना शुरू किया और क्यूँ की उसके मुंह में कोमल ने चुचि डाल रखी थी वो कोमल की निप्पल को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी और काटने लगी..
कोमल – बदमस, चूत की मच मच तू मेरी निप्पल काट के मिटाएगी..
कोमल ने फिर चुचि उसके मुंह से निकाल दिया और बोला ले जैसे आंटी तेरी चूत चूस रही है, तू भी मेरी चूत चूस.. और वो उठ के डॉली के मुंह में बैठ गई और चूत को डॉली के मुंह में डाल दिया..
अब मैं डॉली की चूत को खा रही थी.. और डॉली कोमल की..
कोमल – बेटा, ये देख ये है क्लिट, इसे भी चूस ज़ोर ज़ोर से..
डॉली के लिए थोड़ा मुश्किल था क्यूँ की मैं उसकी चूत में तूफान मचा रही थी, इसलिए वो उंगली इस्तेमाल नहीं कर पा रही थी..
वो एक हाथ से मेरा सिर पकड़ी हुई थी, दूसरी हाथ से अपनी चुचि दबा रही थी और जीभ से कोमल की चूत चूस रही थी..
ऐसा ही हम कुछ देर तक करते रहे..
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