RE: Samuhik Chudai अदला बदली
दूसरी बार जब डॉली की चूत ने पानी छोड़ा तो डॉली ने मेरा सिर ज़ोर से अपनी चूत में दबा दिया.. मैं भी उसका पानी चाट गई..
कोमल ने भी तक तक चूत से पानी छोड़ दिया था.. फिर तीनों ने थोड़ा ब्रेक लिया..
मिनी – डॉली बेटा, कैसा लगा..
डॉली – आंटी, आपने तो आज मुझे बेहाल कर दिया..
मिनी – तुमने कोमल की चूत चाट ली, घिंन आई..
डॉली – नहीं आंटी..
कोमल – हाँ तो बस राज का लंड भी लॉगी ना मुंह में घिंन नहीं आएगी.. तुम अब ओरल सेक्स के लिए रेडी हो..
डॉली – अब क्या मम्मी,
कोमल – अब बस, रियल चुदाई.. चूत में लंड की जुटाई..
डॉली – वोही मैं है ना..?..
मिनी – हाँ है तो..
कोमल – तू टेंशन ना ले, अभी तेरी चूत में ये डिल्डो डाल के तेरी चूत का साइज़ थोड़ा बड़ा कर देंगे, ताकि तुझे राज का लेने डर ना लगे..
फिर कोमल ने फिर से डॉली को लिटा दिया.. मैं और कोमल दोनों उसकी चूत के पास थे..
मैंने डिल्डो हाथ में लिया और उसकी चूत के बाहर रगड़ने लगी..
फिर कोमल ने चूत की स्किन की साइड की, मैं डिल्डो को स्किन के अंदर डाल के फिर डिल्डो को बिना छेद में डाले रगड़ने लगी..
कोमल – उस दिन राज ऐसे ही रगड़ रहा था..?..
डॉली – हाँ मम्मी..
फिर मैंने डिल्डो को उसकी चूत की छेद पे आईं किया और थोड़ा प्रेशर दिया..
डॉली – मम्मी नहीं जाएगा..
कोमल – तू बस जो अंदर जा रहा है ना उसे अंदर की और ले, जैसे मुंह से चूसती है ना, वैसे की डिल्डो को चूत से चूस.. तू भी कोशिश करेगी तो दर्द कम होगा..
फिर मैंने डिल्डो में प्रेशर बढ़ाया और झट से डिल्डो का सुपाड़ा डॉली की चूत में चला गया.. डॉली दर्द से उछाल गई.. कोमल ने उसे काम किया और उसे अपनी चुचि चूसने को दे दिया.. मैंने फिर से एक और धक्का लगाया और डिल्डो थोड़ा और अंदर चला गया..
डॉली – मम्मी, मॅर गई..
कोमल – नहीं बेटा, थोड़ा दर्द बर्दाश्त कर ले, फिर लाइफ भर एंजाय ही करना है..
मैंने फिर से एक और धक्का दिया और डिल्डो आधा उसकी चूत में था.. मैंने आधे ही डिल्डो से उसकी चूत को चोदना शुरू किया..
थोड़ी देर डिल्डो को उसकी चूत में अंदर बाहर करने से डॉली अब शांत होने लगी थी. वो दर्द को बर्दाश्त कर पा रही थी, और अब एंजाय करने लगी थी..
कोमल ने मुझे फिर से और अंदर डालने का इशारा किया..
मैंने एक और धक्का लगाया और इस बार 80% डिल्डो उसकी चूत के अंदर चला गया.. वो फिर से दर्द से चिल्ला पड़ी..
डॉली – मम्मी, मेरी चूत फट गई..
कोमल – नहीं बेटा, चूत चुद गई..
मैंने थोड़ी देर डिल्डो को अंदर ही छोड़ दिया, जब डॉली नॉर्मल होने लगी तो मैंने उसकी चूत को चोदना शुरू किया..
डिल्डो को बाहर निकालती और फिर अंदर तक ले जाती..
थोड़ी देर में डॉली की चूत अब 80% डिल्डो को आराम से अंदर ले रही थी..
चूत टाइट थी, काफ़ी प्रेशर लगाना पड़ रहा था मुझे उसकी चूत को डिल्डो से चोदने में..
फिर मैंने थोड़ी देर बाद एक और धक्का दिया और पूरा का पूरा डिल्डो डॉली की चूत में डाल दिया.. डॉली की चूत का की सारी पोर्षन में हलचल हुई.. इस बार लेकिन डॉली चिल्लाई नहीं और उसने दर्द को बर्दाश्त किया..
कोमल – बस बेटा पूरा डिल्डो तेरी चूत में है.. अब बस थोड़ी देर में और..
मैंने अब उसकी चूत को चोदना शुरू किया.. धीरे धीरे उसकी चूत को चोदने लगी.. फिर कोमल ने डिल्डो अपने हाथ में ले लिया और वो डॉली को चोदने लगी.. कुछ ही देर में डॉली ने ढेर सारा पानी छोड़ा और ढेर हो गई..
कोमल ने उसे किस किया, डॉली की आँखों से आँसू आने लगे थे.. पर वो खुश थी..
डॉली – मम्मी, मेरी चूत..
कोमल – हाँ बेटा, तुम्हारी चूत अब राज का लंड ले लेगी.. एंजाय करना बेटा..
डॉली – धन्यवाद आंटी..
मिनी – इट्स ओ के .. बेटा, सॉरी यदि ज़्यादा दर्द हुआ हो तो..
डॉली – दर्द तो हुआ आंटी पर अब अच्छा लग रहा है..
मिनी – बस अब मुझे मालूम है की तुम मेरे बेटे का लंड अच्छे से अंदर लोगी.. तुम दोनों खूब एंजाय करना और हाँ ऑल्वेज़ प्रोटेक्षन इस्तेमाल करना..
डॉली – हाँ आंटी..
कोमल ने उसे लेटे हुए ही हग किया और प्यार करने लगी..
कोमल – मेरी बेटी बड़ी हो गई.. लंड लेने को रेडी है अब तो.. कभी भी कुछ भी प्राब्लम हो, शेयर करना मुझसे.. मैं ऑल्वेज़ तेरी हेल्प करूँगी..
डॉली की ट्रैनिंग के बाद हमने साथ ही लंच भी किया.. फिर मैं वापस अपने घर चली गई..
राज और डॉली दोनों को अच्छे से गाइड करने के बाद, मैं और कोमल संतुष्ट थे की हमारे बच्चे सेक्स एंजाय कर सकेंगे.. नेक्स्ट डे रूचि ने कॉल किया..
रूचि – हाय दी, कैसी हो ..?..
मिनी – हाय रूचि, अच्छी हूँ तू बता, कैसी चल रही है चुदाई ..?..
रूचि – दी, अमन आपको जब से चोद के आया, मेरे गाण्ड के पीछे ही पड़ा हुआ है.. डेली मेरी गाण्ड मार रहा है..
मिनी – अच्छा है ना, एंजाय कर..
रूचि – पर दीदी, मैं मिस कर रही हूँ अपना सेशन..
मिनी – हाँ वो भी प्लान करते हैं..
रूचि – दी, जल्दी से करो मुझे अंकिता दीदी की गाण्ड में घुसना है.. उनके बड़े बड़े गोल गोल गाण्ड को अलग कर के उनकी चूत को खाना है..
मिनी – हाँ मालूम है की तू अंकिता का चूत लेने के लिए उतावली है.. डेली गाण्ड में चुदाई हो रही है तेरी फिर तुम्हारा ध्यान अंकिता की गाण्ड और चूत में है..
रूचि – नहीं दी , ऐसा नहीं है, आप बोलो तो मैं फिर से आपकी ही ले लूँगी.. आप से ज़्यादा रसीला कौन होगा..
मिनी – चल बातें ना बना..
रूचि – दी, मैंने कोमल दी से बात करी, वो कल के प्लान के लिए बोले रही थी.. पर अंकिता दी से आपको बात करनी है..
मिनी – हाँ ठीक है मैं अंकिता से बात करती हूँ..
रूचि – धन्यवाद दीदी, विश की आपकी चूत और मुंह को हमेशा लंड मिलते रहे..
मिनी – हाँ और तुझे अलग अलग चूत मिले चूसने के लिए..
रूचि – ओ के .. दी बाई बाई..
फिर मैंने भी अंकिता को कॉल किया और उससे बात करी..
अंकिता भी नेक्स्ट डे फ्री थी, तो हमारा प्लान चालू था.. कोमल के घर 2 बजे जाना था.. इसलिए मैंने अंकिता को अपने घर पे 11 बजे ही बुला लिया.. मुझे भी उससे राज और अमन को ले के बात करनी थी.. नेक्स्ट डे, मॉर्निंग मैंने राज को अपनी एक ब्रा और पैंटी दी.
मिनी – बेटा ये ले, मूठ मार के अपना रस इन दोनों में डाल दे और अपने बेड ने नीचे रख दे..
राज – क्यूँ मम्मी, आज वाइन ग्लास में नहीं चाहिए..
मिनी – नहीं, आज इसमे निकाल के वोही रख दे ना.. कुछ काम है..
राज – मम्मी, कैसा काम..
मिनी – आज अंकिता आ रही है, तू जा कॉलेज.. मैं उससे बात करती हूँ.. बात स्टार्ट करने के लिए ये चाहिए.. उसे दिखाउंगी की कैसे मेरा बेटा मेरी ब्रा और पैंटी को सूंघ सूंघ के उसमे अपना रस गिरता है.. फिर बात को उस डाइरेक्षन में ले जाउंगी..
राज – मम्मी, आप मस्त हो.. कितना सिंपल और बेस्ट आइडिया है.. ओ के .. मम्मी मैं अपना बहुत सारा माल इसमे डाल दूँगा.. मम्मी बड़ा रोमांचक भी है ना की आप खुद मुझे अपने इनर गारमेंट्स दे रहे हैं मूठ मारने के लिए..
मिनी – राज.. जाओ और जैसा बोला है वैसे करो.. अपना सिस्टम चालू कर के जाना.. उसमे तुमने वो मम्मी बेटे वाला पॉर्न कहाँ रखा है दिखा दे मुझे..
राज – मम्मी, आपने तो सब सोच के रखा है.. आओ मम्मी दिखता हूँ..
फिर राज ने मुझे अपने सिस्टम में पॉर्न का कलेक्शन दिखाया..
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