RE: Samuhik Chudai अदला बदली
काफ़ी सारे पॉर्न उसने सेव कर के रखे थे.. उसमे मम्मी-बेटे का फोल्डर उसने अलग से बनाया था.. उसने उस फोल्डर से “टैबू” फोल्डर को अलग जगह पे सेव किया और उस फोल्डर का नाम “स्टडी स्टफ” रख दिया..
मिनी – कितनी पॉर्न रखा है, तुमने.. इतने सारे मम्मी-बेटे वीडियो हैं तेरे पास.. बेटा तू अब ये सब देखना कम कर के.. तुम्हारे पास अब रियल लड़की है.. डॉली को चोदने की सोच..
राज – मम्मी ये मेरा 5 साल का कलेक्शन है.. अब ज़्यादा नहीं देखता मम्मी पर कलेक्शन डिलीट भी तो नहीं कर सकता ना..
मिनी – हाँ हाँ ठीक है.. पर इतना मम्मी बेटे कलेक्शन..
राज – मम्मी, मोस्ट्ली स्टेप मम्मी, फ्रेंड्स मम्मी हैं.. रियल मम्मी बेटे वीडियो काफ़ी कम है..
मिनी – चल अब तुझे जो बोला है वो ख़त्म कर.. और ब्रेकफास्ट कर के जल्दी से जा.. और हाँ सुन, इसमे अपने कुछ नेकेड फोटो डाल दे.. डेस्कटॉप में “पर्सनल” फोल्डर बना के..
राज – वो क्यूँ मम्मी..?..?..
मिनी – डाल दे ना, कुछ क्लोज़ उप ले लेना लंड का.. अंकिता को तेरा लंड दिखाउंगी.. देखती हूँ उसे कुछ होता है की नहीं..
राज – ओ के .. मम्मी, साउंड्स गुड.. फोटोस आप ले लो ना, अच्छी आएगी..
मिनी – अरे, मैं लूँगी तो जवाब कैसे दूँगी की किसने लिया, खुद से ले ना.. ..
राज – ओ के .. मम्मी..
फिर राज ने बिना दरवाज़ा लगाए ही मूठ मारा शुरू कर दिया, उसने कोई वीडियो स्टार्ट करी और मूठ मारने लगा..
मैं ब्रेकफास्ट प्रिपर करने चली गई.. ब्रेकफास्ट के बाद राज भी जा चुका था..
अंकिता टाइम से थोड़ा पहले ही घर पे आई.. मैं और कोमल लिविंग रूम में बैठ के बात करने लगे..
मिनी – अंकिता तू तो भूल गई, इतने दिनों से कॉल भी नहीं किया..
अंकिता – हाँ तू तो डेली मुझे कॉल करती है..
मिनी – तो आख़िर मैंने ही ना किया पहले..
अंकिता – कुछ नहीं मिनी, उस दिन के प्लान से दीपक इतना रोमांचित है की आज कल डेली मुझे 2 बार चोदता है.. सुबेह ऑफीस जाने से पहले और रात में भी.. लाइफ में फिर से एक रोमांच आ गई है.. धन्यवाद..
मिनी – अरे नहीं.. चल अच्छा है ना की सबके सेक्स लाइफ में स्पार्क बना रहे..
अंकिता – हाँ, और आज तो मैं पहली बार लेज़्बीयन सेक्स ट्राइ करने वाली हूँ..
मिनी – मैंने भी अभी अभी ही स्टार्ट करा है अंकिता..
अंकिता – फिर कौन किसकी चूत लेने वाला है आज..
मिनी – देख रूचि तेरी चूत और गाण्ड की दीवानी है तो पहले वो ही लेगी तेरा, फिर देखेंगे चेंज कर लेंगे..
अंकिता – हाँ ठीक है..
मिनी – और बता रोमांचित है आज के लिए..?..
अंकिता – हाँ यार.. रोमांचित तो हूँ..
मिनी – बार बार धन्यवाद मत कर मुझे..
अंकिता – अरे नहीं, मेरी बोरिंग सेक्स लाइफ को तूने फिर से रोमांचक बना दिया है..
मिनी – और अमन कैसा है ..?..?..
अंकिता – ठीक है वो भी, उसकी उम्र अभी ऐसी है की कहीं खोया खोया रहता है..
मिनी – हाँ, वो भी अपना लक आजमा रहा होगा ना.. इसलिए खोया खोया रहता होगा..
अंकिता – और राज कैसे है..?..
मिनी – वो भी ठीक है, मैं कुछ पूछूँ तो सच सच बताएगी..
अंकिता – हाँ बोले ना, मिनी मैं हूँ अंकिता.. तू मुझसे कुछ भी बोले सकती है..
मिनी – तूने अमन के व्यवहार को नोटीस किया है कभी, राज पहले जैसा ईनोसेंट बिहेव नहीं कर रहा.. वो कुछ कुछ करता रहता है..
अंकिता – देख मिनी उनकी उम्र है अभी ऐसे ही रहेंगे वो.. तुझे मालूम है ना इस उम्र में यंग लड़के के दिमाग़ में क्या रहता है..
मिनी – क्या रहता है अंकिता.. स्टडी के अलावा, गर्ल फ्रेंड्स प्राब्लम..?..?..
अंकिता – देख मिनी इस उम्र में उनका बिहेवियर थोड़ा चेंज हो जाता है.. क्या हुआ राज कैसा बिहेव करता है ..?..
मिनी – देख ना, पहले ही तरह बात भी नहीं करता.. बस अपने रूम में बंद रहता है.. और पता नहीं क्या क्या करता रहता है ..?..
अंकिता – अरे रूम में बंद रहता होगा प्राइवसी के लिए..
मिनी – हाँ वो तो ठीक है, पर इतना ज़्यादा.. और तुझे पता है क्या बोलूं मुझे तो कुछ समझ ही नहीं आता..
अंकिता – क्या हुआ बोले ..?..
मिनी – मैंने ना एक दिन उसके बेड मॅट्रेस की नीचे अपना ब्रा और पैंटी देखा था.. सोच अब मैं क्या इमेजिन करूँ ..?..?..
अंकिता – श, अरे हो सकता है की वो तेरे ब्रा और पैंटी को इस्तेमाल करता हो मूठ मारने में.. ऐसी छोटी मोटी चीज़े तो होती हैं ना इस उम्र में..
मिनी – क्यूँ, अमन भी ऐसा करता है क्या ..?..?..?..
अंकिता – क्या बोलूं, कभी उसके रूम में मैंने नहीं देखा अपना ब्रा या पैंटी.. हाँ पर कभी कभी बाथरूम में जब में जल्दी जल्दी भूल जाती हूँ तो बाद में दिखता है की उसमे किसी ने मूठ मारा है और फिर धो दिया है..
मिनी – क्या, अमन भी..
अंकिता – हाँ तो तू ही सोच ना की और कौन ऐसा करेगा.. इस उम्र में ऐसा होता है.. उनके लंड ब्रा और पैंटी देख के ही हार्ड हो जाते होंगे.. तू ज़्यादा मत सोच..
मिनी – हाँ हो सकता है, पर अपनी मा के ही इनर गारमेंट्स..
अंकिता – घर पे और किस के मिलेगा उसे.. तेरी कोई बेटी भी होती तो वो उसके इस्तेमाल करता..
मिनी – ह्म… हो सकता है, पर क्या बोलूं, मैं और भी कुछ देखा था..
अंकिता – क्या..?..
मिनी – मैंने उसका सिस्टम चेक किया था.. उसने पॉर्न के काफ़ी कलेक्शन रखे हुए हैं..
अंकिता – अब इसमे क्या प्राब्लम है तुझे.. पॉर्न तो सबके पास होता है..
मिनी – नहीं, तू समझी नहीं मुझे पॉर्न कलेक्शन से प्राब्लम नहीं है.. किस टाइप के पॉर्न देखता है उससे प्राब्लम है
अंकिता – क्या हुआ, किस टाइप के पॉर्न हैं ..?..
मिनी – चल अभी राज है नहीं, मैं दिखती हूँ तुझे..
फिर हम दोनों राज के कमरे में गये..
अंकिता – कहाँ मिला था तुझे ब्रा और पैंटी.. देख तो अभी भी है क्या ..?..
मिनी – यहाँ था, देख अभी भी है, कोई दूसरा.. मतलब वो बदल बदल के इस्तेमाल करता है..
अंकिता – यार, इसमे तो उसने लगता है थोड़े देर पहले ही अपना माल छोड़ा है.. धोया भी नहीं है.. देख ना..
मिनी – हाँ, वोही तो..
अंकिता – मिनी, देख तो कितना सारा रस है.. तेरे ब्रा के दोनों कप गीले हैं, पैंटी भी गीली है..
मिनी – इसलिए तो मैं कन्फ्यूज़ हूँ.. ये देख मैंने ना इसका कंप्यूटर इस्तेमाल किया है.. देख कितने सारे पॉर्न के कलेक्शन हैं..
अंकिता फिर कंप्यूटर के सामने आ के देखने लगी.. उसकी नज़र मम्मी-बेटे फोल्डर पे गई..
अंकिता – अंकिता ये देख, खोलना ज़रा इस फोल्डर को..
मैंने फिर मम्मी-बेटे फोल्डर ओपन किया.. उसमे काफ़ी सारे वीडियो थे.. मिलफ, फ्रेंड हॉट मम्मी, स्टेप मम्मी, मम्मी टीचस सेक्स, मम्मी इस बेस्ट ऐसे नामो से काई सारे फाइल्स थे..
अंकिता – मिनी, सबसे ज़्यादा कलेक्शन राज ने इसी फोल्डर में बनाए हैं..
मिनी – हाँ वोही तो..
अंकिता – कुछ वीडियो चला ना.. देखूं तो कैसे कॉंटेंट हैं..?..
फिर मैंने कई सारे वीडियो चला के देखे.. स्टेप मम्मी और फ्रेंड’स हॉट मम्मी वाले वीडियो थे..
अंकिता – और भी चेक किया है तूने कहीं और भी रखा होगा इसने..
मिनी – इतने सारे तो हैं यहाँ पे, और कहाँ रखेगा..
अंकिता – अरे तू हट में इस्तेमाल करती हूँ.. मुझे मालूम है इस उम्र में लड़के स्टडी के नाम पे फोल्डर पे फोल्डर बना के पॉर्न रखते हैं, ताकि हम जैसे मम्मी ढूँढ ना पाएँ..
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