RE: Samuhik Chudai अदला बदली
दोनों के लगातार चुदाई और चुसाई से मैं फिर से झड़ गई और अपना सारा रस रूचि की मुंह में दे दिया..
फिर अमन ने अपना पोजीशन सेम रखा, मैंने और रूचि अपने अपने पोजीशन चेंज किया.. अब फिर से अमन रूचि की गाण्ड चोदने लगा और मैं रूचि की चूत नीचे से चूसने लगी..
इस बार अमन का स्टॅमिना काफ़ी अच्छा लग रहा था.. सच ही है, यदि दिल की बात पूरी हो रही हो तो सब मन लगा के चोदते हैं..
थोड़ी देर में रूचि की चूत ने पानी छोड़ दिया..
वो अपनी चूत हिला हिला के झड़ रही थी..
उसके बाद मैं और रूचि दोनों अमन के लंड को झड़ने के लिए फिर से उसके लंड को चूसने लगे..
मैंने उसके सुपाड़े को कस कस के चूसना शुरू किया और रूचि ने उसके लंड मुठियाना शुरू किया..
थोड़ी देर के बाद अमन ने अपने लंड का पानी मेरी मुंह में ही छोड़ दिया..
मैं थोड़ा रस पी गई और बाकी के रस को मुंह में ही रख के रूचि के लिप्स पे अपने लिप्स को रख के उसके मुंह को खोल के अमन के लंड रस को रूचि के साथ शेयर किया..
हम दोनों अमन के कम को पीने लगे और साथ ही साथ एक दूसरे को किस भी करने लगे..
सेशन के बाद, मैंने रूचि और अमन को बाइ बोला और अपने घर आने लगी..
मैं और रंगीला हमेशा की तरफ सोने से पहले सेक्स एंजाय कर रहे थे.. रंगीला कुछ डाउन लग रहा था.. इसलिए मैंने उससे बात करी..
मिनी – क्या हुआ रंगीला, तुम काफ़ी डाउन लग रहे हो..
रंगीला – नहीं मिनी, कुछ भी नहीं.. बस ऑफीस में कुछ काम पेंडिंग है.. वोही दिमाग़ में आ रहा है..
मिनी – पर ये तो नॉर्मल है ना, इसलिए इतना टेंशन लेने की क्या बात है..
रंगीला – हाँ वो भी है, चलो छोड़ो ऑफीस के काम को, और बताओ की क्या चल रहा है आज कल..?..
मिनी – कुछ भी नहीं, तुम लोग बताओ की नेक्स्ट ट्रिप कब प्लान करने वाले हैं..
रंगीला – अभी ऑफीस में वर्कलोड थोड़ा ज़्यादा है इसलिए थोड़े दिन रुक जाओ.. वैसे ट्रिप पे जाना ज़रूरी है क्या, हम लोग यहीं पे कुछ ट्राइ कर सकते हैं..
मिनी – अच्छा.. अब तुम कंजूसी मत करो, जल्दी से ऑफीस का काम करो और ट्रिप पे चलो.. यहाँ पे कुछ भी करना सेफ नहीं है.. राज भी होता है यहाँ..
रंगीला – श, हाँ.. वैसे राज आज कल बड़ा खुश खुश दिख रहा है..
मिनी – तुम्हें कुछ पता भी है क्या, राज और डॉली एक दूसरे को डेट कर रहे हैं..
रंगीला – मुझे लग रहा था.. जय और कोमल तो ओ के .. हैं ना..
मिनी – हाँ हाँ..
रंगीला – ओ के .. डॉली इस नाइस गर्ल..
मिनी – हाँ वो तो है, वैसे भी हम काफ़ी करीब आ गये हैं..
रंगीला – अच्छा है ना, तुम एक मस्त सासू मां बनोगी..
मिनी – हाँ और तुम भी अच्छे फादर इन लॉ बन जाना.. सब मुझ पे ही क्यूँ छोड़ रहे हो..
रंगीला – मैं तो हमेशा अच्छा हूँ..
मिनी – हाँ और मैं तो जैसे गुंडी हूँ..
रंगीला – नहीं मिनी, मेरा मतलब है एक लड़की होने की वजह से तुम से ज़्यादा दोस्ताना हो सकती है..
मिनी – वो हम लोग अभी भी दोस्त हैं.. वो मुझ से हर चीज़ शेयर करती है और मैं भी उसे गाइड कर देती हूँ कभी कभी..
रंगीला – मतलब..?..
मिनी – मतलब हम अच्छे दोस्त हैं, वो मुझसे खुल के बात करती है.. सेक्स के बारें भी कुछ जानना होता है वो पूछ लेती है..
रंगीला – श, मतलब राज ..
मिनी – हाँ..
रंगीला – बच्चे बड़े हो गये हैं..
मिनी – वो तो है..
रंगीला – तुम्हें मालूम है ना, वो कितनी क्लोज़ थी हमसे.. जय से ज़्यादा मेरे साथ खेलती थी..
मिनी – हाँ, मालूम है..
रंगीला – अब इतनी बड़ी हो गई है..
मिनी – हाँ इतनी बड़ी की सेक्स करने लगी है.. तुम कैसा फील करते ये सोच के..
रंगीला – कैसा फील करते हो का मतलब, यही की टाइम काफ़ी फास्ट पास होती है..
मिनी – ह्म वो तो है..
रंगीला – वैसे मैंने काफ़ी दिनों से देखा नहीं उसे, कैसी है वो..
मिनी – वो एक दम कोमल की तरह हो रही है.. उसकी ही जैसे हॉट आंड स्लिम..
रंगीला – रियली ..?..?..?..
मिनी – हाँ, उसके मीडियम साइज़ के नाइस बूब्स हैं, और सूपर हॉट गांद..
रंगीला – इतना डीटेल मत दो..
मिनी – तुम्हारा लंड क्यूँ टाइट हो रहा है..?..
रंगीला – अब ऐसी बात करोगी तो टाइट नहीं होगा..
मिनी – अच्छा ठीक है नहीं करती.. फिर भी डॉली की बात करने से भी तुम्हारा लंड टाइट हो जाएगा मैंने नहीं सोचा था..
रंगीला – अब मेरी टाँगे खींचना बंद करो ना.. वैसे जय से बात हो रही थी, वो बता रहा था की कोमल वीकेंड्स में अपने ब्रदर के पास जा रही है..
मिनी – हाँ..
रंगीला – काफ़ी दिनों से पब नहीं गये, जय बोल रहा था की इस वीकेंड चलते हैं.. तुम भी जाय्न कर लो..
मिनी – हाँ दिन तो काफ़ी हो गये हैं.. पर राज क्या सोचेगा इस उम्र में मम्मी पापा पब जा रहे हैं..
रंगीला – अरे एक काम करना राज को डॉली के पास भेज देना और बोलना की जय लेट होने वाला है इसलिए उसने रिक्वेस्ट करी है की डॉली को अकेला ना छोड़े.. उसे जय के यहाँ ही नाइट स्पेंड करने को बोल देना..
मिनी – और जय कहाँ जाएगा पब के बाद..
रंगीला – वैसे भी आते आते 2-3 बज जाएँगे.. थोड़ी देर यहीं पे रेस्ट कर लेगा.. सुबेह राज को कॉल करके बुला लेना और जय वापस चला जाएगा..
मिनी – ठीक है मैं राज को भेज दूँगी.. सच में रंगीला कितने दिन हो गये ना पब गये हुए.. मेरे पब के ड्रेस पता नहीं मुझे फिट आएँगे भी या नहीं..
रंगीला – देख लेना कल, नहीं फिट आ रही तो चलो कुछ खरीद लेना..
मिनी – वाव, रंगीला.. कितने दिनों बाद तुम मुझे शॉपिंग ले जाने की बात कर रहे हो.. नहीं तो कोमल के साथ चली जा बस यही बोलते रहते हो..
रंगीला – पहले ट्राइ तो कर पुरानी ड्रेस..
मिनी – नहीं मुझे अब नयी ड्रेस चाहिए..
अगले दिन ईव्निंग राज मुझे शॉपिंग के लिए ले के गये..
मैंने एक लोंग पार्टी गाउन नीले कलर का लिया.. काफ़ी अच्छी फिटिंग थी..
मेरी पूरी बॉडी में अच्छे से फिट आ रही थी..
मेरी क्लीवेज भी काफ़ी अच्छे से दिख रहे थे.. मैं काफ़ी खुश थी की हम शनिवार को पब जाने वाले हैं..
फिर शनिवार नाइट मैं और रंगीला पब के लिए घर से निकले..
हमने जय को उसके ऑफीस के बाहर से पिक किया और क्लब पहुँच गये..
पहले मैं, रंगीला, जय और कोमल काफ़ी आया करते थे, फिर बच्चे बड़े हो गये और धीरे धीरे हमने पब जाना बंद कर दिया था..
ये हमारा पसंदीदा पब था, काफ़ी अच्छी रीमिक्स गाने प्ले होते थे..
रंगीला ने हमारे लिए पहले से सीट्स बुक कर लिए थे.. वैसे तो पब की एरिया में डांस फ्लोर था, पर बैठने का भी अच्छा अरेंज्मेंट था..
हमने अपनी सीट्स ली और ड्रिंक ऑर्डर किया..
जय ने एक शैम्पेन भी ऑर्डर किया, साथ ही जय और रंगीला ने स्कॉच स्कॉच के एक बॉटल भी ऑर्डर करी..
मैंने अपने लिए अलग से लोंग ड्रिंक ऑर्डर किया.. शैम्पेन सबसे पहले सर्व हुआ..
रंगीला ने बॉटल खोली और तीनों के ग्लास में सर्व किया.. हमने अपने ओल्ड डेज़ के लिए चियर्स किया और पीने का सिलसिला शुरू हुआ..
जय – मिनी, तुम काफ़ी स्टन्निंग लग रही हो.. नाइस ड्रेस..
मिनी – धन्यवाद जय, ख़ास आज के लिया कल और तुम्हे पता है रंगीला ने सजेस्ट किया ..
रंगीला ने अपनी ग्लास उठा के फिर से चियर्स करी और हम तीनों हंसने लगे..
पब काफ़ी क्राउडेड था इसलिए हम तीनों काफ़ी क्लोज़ बैठे थे की एक दूसरे की बात सुन सके..
हमारे सामने एक यंग ग्रूप थी, उस ग्रूप में एक ही लड़की थी, बाकी सब यंग लड़के थे..
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