RE: Samuhik Chudai अदला बदली
फिर मैंने अदिति को अपना अड्रेस्स भेज दिया.. उसने रास्ते से ही अपना कैब मेरे घर की मोड़ लिया और थोड़े ही देर में मेरे घर आ गई..
उस रात जब मैंने अदिति को देखा था तो इतना क्लियर नहीं था पर आज मैंने ध्यान दिया की अदिति बहुत ही खूबसूरत थी..
दूध की जैसी गोरी स्किन.. मुझसे तो काफ़ी गोरी थी.. वेरी नाइस आंड मैंटेड फिगर.. उसके अंग भी अच्छे थे..
वो ऑफीस वन पीस में गई थी, और वो ड्रेस उसकी खूबसूरती को और भी निखार रहा था..
मैंने उसे बैठने को कहा..
उसके लिए मैंने कुछ डिनर रेडी कर लिया था.. पहले उसे डिनर कराया और फिर बैठ के बातें करने लगे..
मिनी – कैसा था फुड ..?..
अदिति – वेरी गुड मैडम.. आज कल घर का बना हुआ अच्छा खाना कहाँ मिल पता है मुझे मैडम..
मिनी – तुम अकेले रहती हो यहाँ..
अदिति – हाँ..
मिनी – पेरेंट्स..?..?..
अदिति – मेरे माता पिता 3 साल की उम्र में ही गुज़र गये थे..
मिनी – श अदिति, बहुत अफ़सोस हुआ सुनके..
अदिति – इट्स ओ के .. मैडम..
मिनी – फिर किसके साथ रही..?..
अदिति – फिर मेरे अंकल और आंटी ने मुझे पाला था मैडम.. पापा ने पैसे काफ़ी छोड़े थे इसलिए अंकल और आंटी ने मुझे अपने पास रख लिया था..
मिनी – गुड..?..
अदिति – ओ के .., कंप्लेन तो नहीं कर सकती ना..
मिनी – अदिति, भले ही मैं अजनबी हूँ पर तुम मुझपे ट्रस्ट कर सकती हो..
अदिति – कुछ नहीं मैडम, असल में वो बस पैसे के लिए मुझे अपने घर पे रखते थे.. बाकी मुझे एक घर मिल गया था.. उन्होंने कभी प्यार से तो नहीं पाला, पर क्यूँ की प्रेशर था की पापा के पैसे लिए हैं तो, वो कुछ भी करके मुझे झेल रहे थे.. मैं भी झेल रही थी, मैंने किसी तरह से अपनी पढ़ाई पूरी की.. फिर लक्ली मुझे यहाँ जॉब मिल गई.. मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के यहाँ आ गई.. यहाँ आ के मैंने उनसे बात बंद कर दी.. उनके लिए बस पैसे ही थे, आज तो वो बात करना चाहते हैं ताकि मैं अपनी कमाई का कुछ दे दूँ..
मिनी – श.. होता है अदिति बिना मम्मी पापा के लाइफ काफ़ी मुश्किल होती होगी.. पर तुम्हें उनसे मतलब का रीलेशन बना के रखना चाहिए था ना.. मतलब निकालने के लिए..
अदिति – मैडम वैसे गार्डियन ना हो तो बेटर.. कैसे बताऊं मैडम, अंकल गुड नहीं थे.. वो मुझसे गंदे गंदे काम करने को कहते थे और आंटी भी उन्हें मना नहीं करती थी.. वो भी मुझे घर के सारे काम करवाती थी..
मैं समझ गई की अदिति क्या बोलना चाहती थी..
मैंने उससे और भी पूछना ठीक नहीं समझा.. मैं उसे बस एक वॉर्म हग दिया.. उसके आखों में थोड़े आँसू थे, पर वो खुश थी की अब वो फ्री है..
मिनी – ओ के .. अदिति, नो मोर सीरीयस टॉक.. कुछ और बात करते हैं.. हम मस्त दोस्त बन सकते हैं.. ई नो की तुम मुझसे काफ़ी छोटी हो, पर जब एक इंसान दूसरे को पसंद करता है तो फ्रेंडशिप तो हो ही सकती है..
अदिति – धन्यवाद मैडम, मुझे मालूम है की लाइफ में एक गार्डियन फिगर कितना ज़रूरी है, क्या मैं आपको आंटी कह सकती हूँ.. एक अच्छी आंटी की यादों से शायद मैं मम्मी पापा को भूल पाऊं..
मिनी – श अदिति, क्यूँ नहीं आंटी क्यूँ नहीं बोल सकती..
अदिति – धन्यवाद मिनी आंटी..
मिनी – तुम्हारा बॉय फ्रेंड कैसा है..?..
अदिति – मस्त है..
मिनी – तो तुम्हें लगता है की वो तुम्हारे लिए ठीक है..
अदिति – नहीं आंटी.. पता नहीं..
मिनी – क्यूँ कोई प्राब्लम है..
अदिति – नहीं आंटी, बस मैं अभी कन्फर्म नहीं हूँ की .. ..
मिनी – गुड.. तुम्हारे पास वक़्त है, तुम जब अच्छे से कन्फर्म हो जाओ तब ही नेक्स्ट स्टेप लेना..
अदिति – क्या मैं ओपन्ली बात करूँ आपको बुरा तो नहीं लगेगा ना..
मिनी – हाँ अदिति, शेयर एनितिंग.. मुझे बुरा नहीं लगेगा.. इन सब मामलो में काफ़ी ओपन हूँ..
अदिति – धन्यवाद आंटी, बॉय फ्रेंड के साथ सेक्स कुछ खास नहीं है.. ही इस केरिंग, पर सेक्स उतना मस्त नहीं है..
मिनी – क्यूँ, वो जल्दी झड़ जाता है क्या..?..
अदिति – नहीं, झड़ता तो ठीक से है, पर उसका टूल छोटा है.. और शायद इसलिए वो कॉन्फिडेंट फील नहीं करता और सेक्स को एंजाय नहीं कर पता..
मिनी – श, कितना बड़ा है उसका लंड..?..
अदिति – 4 इंच का होगा आंटी..
मिनी – अदिति, फिर तुम्हें उसे कॉन्फिडेंट फील करना चाहिए.. उसे फील तो होता ही होगा की उसका थोड़ा छोटा है, पर उसके जो हरकत तुम्हें अच्छे लगे, तुम उसपे अच्छे से कॉंप्लिमेंट दिया करो..
अदिति – कोशिश करती हूँ आंटी..
मिनी – और फिर धीरे धीरे जब उसे आदत हो जाएगी तो तुम दोनों के लिए अच्छा होगा..
अदिति – इससे पहले जो मेरा बाय्फ्रेंड था उसका लंड काफ़ी बड़ा था आंटी, पर मुझे सौरभ काफ़ी केरिंग लगता है.. मुझे नहीं लगता की लंड छोटा होने से मैं उसे रिजेक्ट कर दूँ वो अच्छा है..
मिनी – गुड.. मुझे भी यही लगता है की लंड की साइज़ के कारण एक अच्छा लड़का खोना ठीक नहीं है..
अदिति – पर आंटी, मैं एक्स के साथ हुए सेक्स को कभी कभी मिस करती हूँ.. क्यूँ की सौरभ उतना कॉन्फिडेंट नहीं है..
मिनी – यदि सौरभ के साथ सेक्स एंजाय नहीं करोगी तो एक्स को मिस तो करोगी ही.. वैसे तुम्हें मालूम है की सेक्स बिना लंड के भी मस्त हो सकता है, तो फिर थोड़ा छोटा लंड से प्राब्लम नहीं होना चाहिए..
अदिति – कैसे आंटी..?..
मिनी – तुम ही सोचो ना, दो लेस्बियन क्यूँ अच्छा सेक्स एंजाय करते हैं.. क्यूँ की दोनों को मालूम होता है की उन्हें क्या चाहिए.. दोनों ज़्यादा ओपन्ली एक दूसरे की ज़रूरत मिटा सकते हैं.. और रही बात लंड की तो डिफ़्फेरेट साइज़ के डिल्डो, वाइब्रटर मिलते हैं.. वो सब कुछ कर लेते हैं, और संतुष्ट भी होते हैं.. बस उन्हें स्पर्म नहीं मिलता.. वो किसी डोनर को पकड़ते हैं और बेबी भी हो जाता है..
अदिति – हाँ आंटी, ठीक बोल रहीं है आप..
मिनी – वोही तो फिर तुम्हारे पास तो लंड भी होगा और बड़े लंड की जगह तुम डिल्डो इस्तेमाल कर लेना..
अदिति – ओ के .. आंटी, मैं कोशिश करूँगी सौरभ को कॉन्फिडेन्स देने की.. मैं कभी डिल्डो नहीं देखा आंटी, कैसा होता है ..?..
मिनी – मेरे पास है, देखना है ..?..
अदिति – हाँ प्लीज़..
फिर मैंने उसे अपने पर्स से एक डिल्डो निकाल के दिखाया.. नॉर्मल डिल्डो था, बालस्स वाला..
अदिति – वाव, आंटी अमेज़िंग है ना..
मिनी – हाँ..
अदिति – आंटी आपने क्यूँ रखा है ये, अंकल का लंड भी छोटा है क्या..
मिनी – नहीं रे, अंकल का लंड ऑलमोस्ट इतना ही बड़ा है, पर इसकी ज़रूरत पड़ जाती है.. जैसे पीछे इसे डाल के चूत चुदवाती हूँ.. इतना ही नहीं अंकल के पीछे भी इसे डालने से उन्हें भी मज़ा आता है..
अदिति – वाव, आंटी.. आंटी के बात पूछूँ ..?..
मिनी – हाँ,
अदिति – आपने कभी लेस्बियन सेक्स भी किया है क्या ..?..
मिनी – हाँ मैंने किया तो है.. मेरी कुछ फ्रेंड है उनके साथ..
अदिति – मतलब एक से ज़्यादा के साथ..
मिनी – हाँ असल में 4 फ़्रेंड है हम लोग..
अदिति – वाव, आंटी आप सेक्स काफ़ी एंजाय कर रही हो.. मैंने कभी नहीं किया किसी और लड़की के साथ.. कैसा फील होता है आंटी..
मिनी – देखो बेटा, सब के अपने अलग अलग मज़े हैं.. लेस्बियन सेक्स भी अच्छा लगता है.. मैंने भी रीसेंट में ही किया है ये एक्सपेरिमेंट.. मुझे भी पहले लगता था की बिना लंड के कैसे सेक्स होगा..
अदिति – आंटी, आप कितना ओपन बात करती हो..
मिनी – हाँ पता नहीं की तुम क्या सोच रही होगी, 2 दिन मिले हैं और इतना सब खुल के बात कर रही है.. ऐसा कुछ भी नहीं है, मैं कभी स्ट्रेंजर से इतना बात नहीं करती.. पर उस दिन तुमसे एक कनेक्शन सा लगा था..
अदिति – आंटी, मेरे कहने का मतलब कुछ ऐसा नहीं था.. कनेक्शन तो मुझे भी फील हुआ था आंटी उस दिन.. आपने जब मुझे किस किया था वो मुझे अभी भी याद आता है..
मिनी – वो तो ड्रिंक का असर था और मुझे ड्रिंक के बाद तुम काफ़ी हॉट लग रही थी..
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