RE: Samuhik Chudai अदला बदली
पार्टी के बाद जब सब अपने अपने घर चले थे, अदिति मुझे हेल्प करने के लिए थोड़ी देर रुक गई थी..
आज रंगीला और राज भी मेरी हेल्प कर रहे थे क्लीन करने में.. क्लीनिंग के बाद, मैं सबके लिए कॉफी बनाई और हम साथ बैठ के कॉफी पीने लगे..
राज – मम्मी, धन्यवाद फॉर नाइस पार्टी और धन्यवाद मुझे दीदी देने के लिए..
मिनी – हम सब खुश हैं बेटा, धन्यवाद किस लिया.. अदिति तुम बताओ कैसा लगा सबसे मिल के..
अदिति – आंटी, मैं आपको बता नहीं सकती, बेस्ट डे ऑफ माइ लाइफ.. आप जैसी आंटी, अंकल इतने अच्छे हैं और राज जैसा भाई.. मुझे तो जीवन की इतनी सारी खुशियाँ एक साथ मिल गई..
रंगीला – बेटा, हमारी लाइफ में भी एक ही चीज़ की कमी थी, एक बेटी की, तो वो भी आज पूरी हो गई.. बस यदि तुझे कभी भी ऐसा लगे की इतने सारे नये रिश्ते तुम झेल ना कर पाओ तो बता देना..
अदिति – नहीं, अंकल मैं बहुत ही खुश हूँ.. काश की मैं सच में आपकी बेटी होती..
मिनी – ऐसा है तो, ये अंकल आंटी बंद करो.. तुम हमें मम्मी पापा बुला सकती हो.. मान लो की हम तुम्हारे मम्मी पापा हैं और राज तुम्हारा छोटा भाई है..
अदिति – रियली आंटी ..?..?..
मिनी – हाँ बेटा..
अदिति – धन्यवाद आंटी, मेरा मतलब मम्मी..
राज – वाव, दीदी एक हग तो बनती है.. फैमिली में स्वागत है..
अदिति – धन्यवाद राज..
अदिति – आंटी अब मैं चलती हूँ नहीं तो काफ़ी लेट हो जाएगा..
रंगीला – ह्म, स्टे कर लो रात के लिए.. गेस्ट रूम है ना..
अदिति – नहीं अंकल, इट्स ओ के .. मैं टैक्सी कर लूँगी..
रंगीला – टैक्सी क्यूँ, राज जाओ दीदी को घर छोड़ के आ जाओ..
राज – वो तो ठीक है, पर मैं एक बात पूछूँ ..?..
मिनी – क्या हुआ बेटा..?..
राज – अभी आपने दीदी को अपनी बेटी बनाया, तो फिर दीदी कहीं बाहर रेंट पे क्यूँ रहेगी.. मुझे समझ नहीं आ रहा.. यदि मुझे दीदी मिली है तो, दीदी हमारे साथ ही क्यूँ नहीं रह सकती..
मिनी – हाँ बात तो सही है, रंगीला ..?..?..?..
रंगीला – राज गुड बेटा, गेस्ट रूम आज से अदिति का रूम.. अदिति तुम्हें कहीं भी जाने की ज़रूरत नहीं है.. तुम यहीं स्टे रहोगी अब से..
अदिति – पर पापा..
मिनी – क्या ..?..?.. कोई बात है तो बताओ ..?..
अदिति – मम्मी, मेरे यहाँ रहने से कोई प्राब्लम ना हो जाए.. मुझे डर है की जो हमारे बीच है वो खराब ना हो जाए.. मैं आप लोगों को लूज़ करना नहीं चाहूँगी..
राज – क्या दीदी आप भी ना.. साथ में रहेंगे तो रीलेशन और अच्छा होगा खराब नहीं..
मिनी – एक मिनट बेटा, अदिति तुम मेरे साथ आओ.. आप लोग यहीं रूको..
फिर मैं अदिति को साइड में ले के गई.. उससे पूछा की उसे क्या प्राब्लम है.. उसने बोला की एमोशनली हम फैमिली हैं.. पर मुझे डर है मम्मी की जब राज और बड़ा हो जाएगा, उसकी शादी हो जाएगी, कहीं उसे ये ना लगने लगे की मैंने उसका कोई हक़ छीन लिया है.. मम्मी कॉंप्लिकेटेड हो सकता है सब कुछ.. फिर मैं वापस आ गई..
मिनी – रंगीला, राज अदिति को ये लगता है की यदि वो हमारे साथ रहेगी तो राज के हिस्से के कुछ हक़ उसे मिल जाएँगे और सब कुछ कॉंप्लिकेटेड हो जाएगा..
राज – वाव, दीदी आपको कितनी चिंता है ना मेरी.. एक काम करना वैसे भी आप जॉब करती हो ना, मेरे लिए हर महीने अपनी सैलरी से पॉकेट मनी दे देना, और फिर आप मेरे हिस्से के सारे हक़ एंजाय करो.. अब बताओ और कोई प्राब्लम.. हद हो गई दीदी.. मैं आपको सच में दीदी मानता हूँ.. आपको मेरे हिस्से का कुछ ना मिले तो मैं मम्मी पापा से लडूँगा आपके लिए..
अदिति – सॉरी राज, मेरा कोई ग़लत मतलब नहीं था..
राज – सॉरी नहीं, बस अब आप हाँ कर दो..
अदिति ने फिर हमारे साथ ही रहने के लिए हाँ कर दिया.. हमारी फैमिली 3 से 4 हो गई.. अदिति ने रात हमारे साथ ही बिताया..
अगले दिन रंगीला और राज ने अदिति को अपना सारा समान शिफ्ट करने में हेल्प किया.. अब मुझे भी एक फ्रेंड जैसी बेटी मिल गई थी.. उस रात में अदिति के कमरे में गई..
अदिति – मम्मी, आओ ना बैठो..
मिनी – कैसी हो बेटा, कोई भी प्राब्लम हो बेहिचक बताना मुझे..
अदिति – मम्मी, एक बात पूछनी थी.. अब जब हम मम्मी-बेटी हो गये हैं, वो रात वाली बात का क्या होगा..
मिनी – तुम क्या चाहती हो ..?..
अदिति – मम्मी, मैं नहीं चाहती की हमारे बीच जो स्पेशल बॉन्ड है, वो ख़त्म हो जाए.. मैं आपकी फ़्रेंड कम बेटी रहना चाहती हूँ..
मिनी – बस फिर डिसाइड हो गया, जब स्पेशल बॉन्ड निभा रहे होंगे तब समझ लेना की हमारे बीच कोई ब्लड रीलेशन नहीं है.. इसलिए कुछ ग़लत नहीं है..
अदिति – श मम्मी, थैंक यू..
मिनी – स्टॉप थैंक यू बेटा..
अदिति – सॉरी मम्मी..
मिनी – अच्छा ये बताओ की अब सौरभ से ब्रेक अप के बाद क्या सोचा है ..?..
अदिति – अभी कुछ सोचा नहीं मम्मी, बस मुझे मालूम है की मुझे कैसा लड़का चाहिए..
मिनी – हाँ बेटा, इस बार देख लेना लंड का साइज़ अच्छा हो उससे ही रीलेशन बनाना.. क्यूँ की अब तुम मेरी बेटी हो इसलिए मैं नहीं चाहूँगी की बार बार तुम्हारा दिल टूटे..
अदिति – पर मम्मी, कैसे किसी लड़के को बिना बॉय फ्रेंड बनाए लंड दिखाने को बोलूँगी..
मिनी – ही ही ही वो भी है.. वैसे ज़रूरी ये है की एमोशनली अटॅच होने से पहले लंड देख लेना.. शुरू में हाथ से हिला देना.. बस किसी का लंड अच्छा ना भी लगे तो उसे हॅंजब अच्छे से दे देना और बोल देना सॉफ सॉफ की ये बस टाइम पास है..
अदिति – मम्मी, आप भी ना..
मिनी – वैसे मैं एक लड़के को जानती हूँ, जिसका लंड काफ़ी लम्बा और चौड़ा है..
अदिति – वाव मम्मी, कौन ..?..
मिनी – अंकिता आई थी ना, उसका बेटा.. वो तुमसे 1-2 साल छोटा होगा.. पर मैंने उसका लंड देखा है.. भयंकर है..
अदिति – मम्मी, आपने उसका लंड कैसे देखा है ..?..?..
मिनी – अब क्या बोलूं, प्रॉमिस कर पापा को नहीं बताउंगी ..?..
अदिति – ये भी कोई पूछने की बात है …
मिनी – कुछ नहीं, बस वन टाइम था.. वो मुझे यंग लंड लेने की काफ़ी क्रेविंग हो रही थी.. एक दिन अमन अंकिता का एक सामान लेने आया था.. मैंने उसे सिड्यूस कर के उससे चुदवाया था.. पर तू चिंता मत कर, यदि तू उसे पसंद कर लेगी तो मैं नहीं चड़वौनगी कभी.. वैसे भी दोबारा नहीं चुदवाया..
अदिति – मम्मी, आप कमाल हो.. आपकी जैसी मम्मी हो तो बेटी को लंड की कमी ना हो.. ज़रूर मिलना चाहूँगी उससे.. वैसे मम्मी, आपके साथ कुछ भी शेयर करने में मुझे कोई प्राब्लम नहीं है.. आपने ही बोला ना अभी ख़ास बॉन्ड के वक़्त हम अस्यूम करेंगे की नो ब्लड रीलेशन..
मिनी – नहीं नहीं, मेरी छोड़.. तू मिल लेना उससे, अच्छा लगे तो ठीक नहीं तो फिर कोई और.. मेरी और से कोई प्राब्लम नहीं है.. उससे ये मत बोल देना की मैंने तुझे बता दिया है उसके साथ की गई चुदाई के बारें में.. नहीं तो भाग जाएगा…
अदिति – ओ के .. मम्मी..
मिनी – ठीक है मैं अंकिता से बात करके बोलती हूँ..
फिर मैंने अदिति को लिप्स पे किस दिया और उसे गुड नाइट बोल के वापस अपने रूम आ गई..
मैंने अंकिता से बात भी करी, और अमन को भी समझाया की उसे अदिति को डेट पे ले जाने के लिए पूछना है..
अदिति अंकिता को भी काफ़ी पसंद आई थी इसलिए उसे भी कोई प्राब्लम नहीं थी..
फ्राइडे की शाम में अमन हमारे घर आया और कॉफ़ी के वक़्त ही उसने अदिति को बाहर चलने के लिए बोला..
अदिति भी पहले से ही रेडी थी..
वो अच्छे से रेडी हो के अमन के साथ डेट पे चली गई..
राज और डॉली भी बाहर गये थे एक साथ.. मैंने मौके का फ़ायदा उठाया और रंगीला के साथ भरपूर चुदाई करी.. रंगीला ने भी मुझे काफ़ी दिनों से चोदा नहीं था इसलिए उसने भी मुझे मन भर के चोदा.. चुदाई के बाद –
रंगीला – मिनी, तुझसे एक बात करनी है..
मिनी – बोलो ना..
रंगीला – मैं और जय सोच रहे थे की बस मैं तुम जय और कोमल कहीं चलते हैं.. एक ही साथ हम सब इस बार सेक्स करने की सोच रहे हैं.. तुम्हें ये आइडिया ठीक लग रहा है..
मिनी – रंगीला, पर कॉंप्लिकेट ना हो जाए सब कुछ, वैसे हाँ मुझे जब तुमने और जय ने एक साथ चोदा था तो मुझे काफ़ी अच्छा लगा था.. पर तुम्हारे सामने किसी और से चुदवाने का सोच के कभी कभी डर लगता है..
रंगीला – नो मिनी, कॉंप्लिकेट हो सकता है.. पर क्यूँ की ये जय और कोमल हैं, मुझे डर नहीं है.. यदि हम लोग साथ में करना चाहते हैं तो कोमल और जय ही हो सकते हैं.. और कोई नहीं.. इसलिए मैंने दूसरो का नाम सजेस्ट नहीं किया..
मिनी – हाँ वो भी है, कोमल और जय हैं तो डर कम है.. ठीक है मैं कोमल से बात करके बताउंगी तुम्हें..
रंगीला – ओ के .., और हाँ अदिति अमन के साथ गई है ना, देख लेना अदिति का ख़याल रखना.. अमन भी उसे कहीं दुख ही दे ऐसा ना हो..
मिनी – अरे नहीं, मैं अदिति को इतना स्ट्रॉंग बना दूँगी की उसे कभी भी इन सब बातों से दुख नहीं होगा..
फिर रंगीला सो गये, राज आज डॉली के साथ ही रहने वाला था.. अदिति वापस आ गई थी.. अमन उसे छोड़ने आया था.. मैंने उसे भी अंदर चाय के लिए बिठाया.. अदिति को ले के किचन में गई..
मिनी – सो, बोर किया उसने तुम्हें..
अदिति – नहीं मम्मी, असल में ही इस वेरी स्वीट.. उसने बताया की उसकी आजतक कोई गर्ल फ्रेंड नहीं थी.. 1 साल छोटा है मम्मी.. फाइनल ईयर है उसकी ग्रेजुएशन का.. मुझे लगता है की मैं उसके साथ फिर से बाहर जाउंगी, शायद मैं उसे पसंद करने लगूँ..
मिनी – और..?..?..?..?..
अदिति – और क्या मम्मी, नहीं मम्मी मौका नहीं मिला की उसके लंड को देखूं..
मिनी – अच्छा, कोई बात नहीं कभी और सही..
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