RE: Sex Porn Kahani चूत देखी वहीं मार ली
किरण बहुत बुरी तरह घबराई हुई थी….वो दो महीने से पेट से है….ये सोच कर ही उसकी रूह कांप जाती….वो जल्दी से घर पहुँची, और वशाली को पॅड देकर बेड पर बैठ गयी….वशाली बातरूम मे चली गयी….उसे समझ मे नही आ रहा था कि, वो क्या करे….वो किसी डॉक्टर के पास जाने से भी घबरा रही थी…उसे समझ मे नही आ रहा था कि, वो क्या करे….शाम को तैयार होकर वो एक नर्सिंग होम मे पहुचि. और वहाँ जाकर एक लेडी डॉक्टर से मिली….
डॉक्टर: बताए आप को क्या तकलीफ़ है….
किरण: जी वो मुझे अबर्षॅन करवाना है…..
डॉक्टर: आप अबर्षॅन क्यों करवाना चाहती है……
किरण: जी मेरे पहले से दो बच्चे है….इसीलिए हम तीसरा बच्चा नही करना चाहते….
डॉक्टर: ठीक है, आप अपने हज़्बेंड को यहाँ ले आएँ….अबर्षॅन के लिए उनका सहमत होना भी ज़रूरी है….जब तक आपके पति खुद यहाँ आकर पेपर्स साइन नही करते…हम अबर्षॅन नही कर सकते….(किरण जो घर से सोच कर आई थी…वो वही रटे रटाये जवाब दे रही थी….पर बिना हज़्बेंड की सहमति के अबोर्शन होना ना मुनकीन था.)
डॉक्टर: आप बाहर जाकर अपना नाम और अड्रेस लिखवा दीजिए….और कल अपने पति को साथ ले आएगा…..
किरण: जी…
किरण घबराई हुई सी बाहर आई…और बिना अपना अड्रेस लिखवाए ही चली गयी….किरण चारो तरफ से बुरी तरह फँस चुकी थी…कि अब वो सब क्या जवाब देगी…..किरण जब घर पहुँची तो, शाम के 7 बज चुके थे….उसका कुछ भी करने का मूड नही था….उसने विनय को पैसे दिए…और सब के लिए ढाबे से खाना मँगवा लिया….वो रात ऐसे ही गुजर गयी….सोचते-2 अगले दिन की दोपहर भी हो गयी…इसी दौरान किरण के दिमाग़ मे आया कि, जब उसके भाई की शादी हुई थी…उसके दो या तीन दिन बाद उसके पति ने उसके सेक्स किया था….किरण के मन मे उम्मीद की चिंगारी फूटी और उसने इस बारे मे अपने पति से बात करने के लिए कहा….
जब किरण के दिमाग़ मे ये सब आया तो, किरण ये सोच कर खुश होने लगी की, उसके इस झूट से उसको दो फ़ायदे हो जाएँगे….एक तो वो बदनामी से बच जाएगी….और दूसरा कि उसे भी माँ बनने का सुख मिल जाएगा….किरण अपने रूम से बाहर आई, और उसने विनय को जो कि हॉल में टीवी देख रहा था…उसे शीतल को बुला कर लाने को कहा….विनय अपनी मासी शीतल के घर चला गया…थोड़ी देर बाद जब विनय शीतल के साथ घर वापिस आया तो, वो शीतल को अपने रूम मे ले गये….
शीतल: हां बोल किरण क्या काम है…..
किरण: दीदी मुझे आपसे एक बात करनी है…..
शीतल: हां बोल…..
किरण: दीदी समझ में नही आ रहा कैसे कहूँ….
शीतल: तूँ बोल तो सही….
किरण: दीदी मुझे दो महीने से पीरियड्स नही आए है….
शीतल: (एक दम चोन्कते हुए) क्या फिर तो तुम्हे किसी डॉक्टर से चेक करवाना चाहिए था…..
किरण: नही दीदी मैने घर पर चेक किया है….मैं दो महीनो से पेट से हूँ…
किरण की बात सुन कर शीतल और ज़्यादा चोंक गयी….”पर ये सब कैसे हुआ….वो भी इतने सालो बाद….क्या भैया कोई मेडिसिन वहगरा ले रहे थे….” शीतल ने बात की गहराई को समझने की कॉसिश करते हुए कहा….
किरण: नही दीदी….वो भैया की शादी के दो दिन बाद हम दोनो एक साथ हुए थे…पिछले महीने तो शादी की भागदौड़ मे मैने ध्यान ही नही दिया और इस मंथ भी मेरे दिमाग़ मे ये बात नही आई थी….
शीतल: तो फिर तू इस तरह उदास क्यों लग रही है…ये तो बहुत ख़ुसी की बात है….
शीतल को खुश देख कर किरण को थोड़ा हॉंसला हुआ…अगर शीतल उसकी बात मान गयी थी…तो हो सकता है कि, अजय भी उसकी बात मान जाए…..जैसे तैसे वक़्त कटा और शाम हुई, अजय अभी घर नही आया था…रात के 8 बजे विनय खाना खा रहा था कि, अभी वहाँ आ गया…”भैया मेरे साथ घर चलो ना…पापा नये वीडियो गेम लेकर आए है…” अभी ने विनय के पास बैठते हुए कहा…”अच्छा रूको पहले मुझे खाना खाने दो….” विनय ने जल्दी खाना खाना शुरू कर दिया…..
अभी: भैया कल सनडे है तो, आज रात हम देर तक वीडियो गेम खेलेंगे….
विनय: ठीक है…तू रुक मैं मामी से पूछ कर आता हूँ….
विनय ने अपने खाली प्लेट्स उठाई और किचन में चला गया….किरण ने किचन मे काम करते हुए, ही विनय और अभी की बातें सुन ली थी….”मामी वो मैं मासी के घर जाउ…..मौसा जी नये गेम लेकर आए है….”
किरण: ठीक है जाओ….पर जल्दी सो जाना….देर रात तक नही जागना….
विनय; जी मामी….
विनय खुशी से भागता हुआ किचन से बाहर आया और अभी को साथ लेकर उसके घर चला गया…किरण ने जल्दी घर का काम निपटाया और अपने पति के आने का इंतजार करने लगी…वशाली खाना खा कर सो चुकी थी…रात के करीब 10 जब अजय घर पहुँचा तो, किरण ने उसके लिए डाइनिंग टेबल पर खाना लगाना शुरू कर दिया…अजय रूम मे गया….और अपने कपड़े उतार कर कमर पर टवल लप्पेटा और बाथरूम मे घुस गया….शवर लेने के बाद वो कुर्ता पाजामा पहन कर डाइनिंग टेबल पर आया तो, उसने किरण के बदले हुए मूड को देखते हुए पूछा…
अजय: क्या बात है….आज बड़ी खुश लग रही हो….
किरण: (मुस्कुराते हुए….) क्यों मैं खुश नही हो सकती….
अजय: नही दरअसल तुम हमेशा मुझे शराब के नशे मे देख कर तो, बुददुदाने लगती हो…आज कुछ ख़ास है क्या….अच्छा विनय सो गया क्या….
किरण: नही वो आज शीतल दीदी के घर पर है वही सोएगा….
अजय: अच्छा अब बताओ इतनी खुश क्यों हो…..
किरण: जी एक ख़ूसखबरी है….(किरण ने अजय के साथ वाली चेर पर बैठते हुए कहा..)
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