RE: Post Full Story प्यार हो तो ऐसा
"आप मेरे घर चलिए...वाहा आराम से रहिए...मैं तो वैसे भी ज़्यादा वक्त स्वामी जी के साथ ही रहूँगा." "हाँ ये ठीक रहेगा तुम भीमा के घर में रुक जाओ...माहॉल ठीक होने पर चली जाना." भीमा रेणुका को अपने घर ले आता है. "मेम्साब आप यहा आराम से रहो." "भीमा मैं तुम्हारा शुक्रिया कैसे करू समझ नही आता...अछा कैसी है वो लड़की जिसे हमने हवेली से भगाया था." "सरिता ठीक है...चली गयी वो अपने ससुराल. उसका पति पहले बहुत बुरा भला बोल रहा था लेकिन गाँव वालो के समझाने पर वो उसे ले गया." "तुम प्यार करते थे सरिता से हा.." "हां बहुत पुरानी बात हो गयी मेम्साब...आपको किसी चीज़ की ज़रूरत हो तो बोल दो मैं ला दूँगा...बाकी यहा खाने पीने का सब समान है...आपकी हवेली जैसा तो नही है बस काम चलाने भर को है" "ये सब उस मनहूस हवेली से अछा है...मैं यहा खुश हूँ तुम चिंता मत करो." "ठीक है मेम्साब मैं निकलता हूँ मुझे वापिस स्वामी जी के पास जाना है." भीमा ने कहा. “कुछ तो हुवा है गाँव में सब लोग सहमे सहमे से घूम रहे हैं, ये किशोरे कहा रह गया…वो आए तो कुछ पता चले” मदन ने कहा. “आ जाएगा तुम परेशान क्यों हो रहे हो.” वर्षा ने कहा. तभी उन्हे दरवाजे का ताला खुलने की आहट सुनाई दी. “लो आ गया किशोरे.” वर्षा ने कहा. किशोरे दरवाजा खोल कर अंदर आ गया और दरवाजा पीछे से बंद कर दिया. “क्या हो रहा है गाँव में सब लोग इतने परेशान से क्यों घूम रहे हैं.” मदन ने पूछा. “बस पूछो मत…कल रात वैसा ही हादसा हुवा है जैसे हमने जंगल में देखा था.” किशोरे ने कहा. “मुझे लग ही रहा था…कल रात मैने उसी दरिंदे को देखा था.” मदन ने कहा. “प्रेम लौट आया है मदन” “क्या…प्रेम आ गया..कहा था वो इतने दिन?” “वो तो पता नही पर स्वामी बन कर लौटा है वो…पर बहुत बुरा हुवा उसके साथ” “क्या हुवा?” मदन ने पूछा. “कल रात प्रेम के साथ जो लोग आए थे वही मारे गये…बहुत भयानक मौत मिली है उनको” किशोरे गाँव की सारी बाते मदन को बताता है. इस बार वो मदन के घर की सारी बाते उसे बता देता है. वो वर्षा के भाई वीर के बारे में भी सब बता देता है. वो ये भी बता देता है कि वर्षा की भाभी हवेली छ्चोड़ कर भीमा के घर में आ गयी है. मदन अपने घर की खबर सुन कर काँप उठता है. “इतना कुछ हो गया मेरे पीछे…अछा हो कि वो वीर कुत्ते की मौत मारे.” “वर्षा ने मदन के कंधे पर हाथ रखा और बोली, “ऐसा मत कहो मेरा भाई है वो.” “उसने मेरी बहन को गाँव में नंगा घुमाया और उसका बलात्कार किया…वो किसी का भाई नही हो सकता…मेरा बस चले तो मैं खुद उसे जान से मार दू.” मदन ने कहा. वर्षा कुछ और नही बोल पाई. “मुझे घर जाना होगा किशोरे…क्या कुछ हो सकता है.” “रात को ही मुमकिन हो पाएगा ये. मैं दिन ढलने पर आउन्गा फिर चलते हैं तुम्हारे घर.” किशोरे ने कहा. ……………………………………………………………………………………. रात ढाल चुकी है और गाँव में ऐसा सन्नाटा हो गया है जैसी की कब्रिस्तान में होता है. दूर-दूर तक कोई भी दीखाई नही देता. बस दो लोग ऐसे हैं जो इस वक्त गाँव में घूम रहे हैं. “इतना सन्नाटा मैने गाँव में कभी नही देखा स्वामी जी.” भीमा ने कहा. “लोग बहुत डर गये हैं…डरना लाजमी भी है. ऐसा मंज़र मैने भी कभी नही देखा.” प्रेम ने कहा. “आपको क्या लगता है…गाँव में दुबारा आएगी वो चीज़.” भीमा ने कहा. “खून मूह लग चुका है उसके…कुछ भी हो सकता है” प्रेम ने कहा. भीमा के हाथ में तलवार थी और प्रेम के पास विश्वास दोनो बाते करते हुवे गाँव में घूम रहे थे. अचानक उन्हे दूर कोई साया दीखाई दिया. “स्वामी जी वो क्या है.” भीमा ने हाथ में तलवार तान ली. “हे कौन हो तुम?” प्रेम ने पीछे से आवाज़ दी. वो साया उनकी आवाज़ सुन कर भागने लगा. “चलो पकड़ते हैं इसे” प्रेम ने कहा. भीमा और प्रेम उसके पीछे भागे. पर वो साया चकमा दे कर कही गुम हो गया. “तुम इधर से जाओ मैं उधर देखता हूँ” प्रेम ने भीमा से कहा. “ठीक है स्वामी जी.” भीमा ने कहा. तभी एक बहुत भयानक चीन्ख पूरे गाँव में गूँज उठी. “ये तो वैसी ही चीन्ख है जैसी खेतो में गूँज रही थी...इसका मतलब वो भयानक चीज़ आस पास ही है” प्रेम ने भागते हुवे सोचा. भीमा भी चीन्ख सुन कर रुक गया. उसके हाथ पाँव काँपने लगे. “स्वामी जी कहा गये…अफ मैं क्या करूँ अब” किस्मत से वो अपने घर के नज़दीक था. उसने फ़ौरन अपने घर की तरफ कदम बढ़ा दिए. उसने घर का दरवाजा खड़काया. अंदर रेणुका ने भी वो चीन्ख सुनी थी और वो थर थर काँप रही थी. “क..कौन है?” रेणुका ने कहा. “मेम्साब मैं हूँ भीमा दरवाजा खोलिए.” भीमा ने कहा. रेणुका ने फ़ौरन दरवाजा खोल दिया. भीमा ने अंदर आ कर दरवाजे की कुण्डी लगा दी. रेणुका इतनी डरी हुई थी कि वो भीमा से चिपक गयी “अछा हुवा जो तुम आ गये मुझे यहा अकेले बहुत डर लग रहा था. वो चीन्ख शुनि तुमने.” रेणुका ने कहा. “हां शुनि तभी तो यहा आया हूँ…मैं बाहर स्वामी जी को अकेला छ्चोड़ आया क्या करूँ मैं मेरे हाथ पाँव काँप रहे हैं.” भीमा ने कहा. “चिंता मत करो स्वामी जी खुद को संभाल लेंगे.” रेणुका ने कहा. क्रमशः........................
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