RE: hindi sex kahaniya ज़िद (जो चाहा वो पाया)
“हां अंदर है अपने रूम में मे अभी बुला कर लाती हूँ…..” वो औरत अंदर चली गयी….गर्मियों के दिन थे…..सुबह 11 बजे ही धूप इतनी तेज थी कि गरमी से मेरा बुरा हाल था…..पर एसी की ठंडी हवा से कुछ राहत पहुँची…….थोड़ी देर बाद एक औरत (बॉस की वाइफ) हॉल मे एंटर हुई….उस समय उसकी एज 35 साल की थी……एक लड़का था…..जो उस समय शिमला के एक स्कूल मे पढ़ रहा था…और वही होस्टल मे रहता था…..बॉस की वाइफ का नाम नेहा है……
उस दिन मैने पहले बार नेहा को देखा था….. हाइट 5,7 इंच के करीब थी…..रंग हलका सा सांवला था…..बूब्स 36 सी साइज़ के थे…..उसने उस समय ब्लू कलर की शॉर्ट नाइटी पहन रखी थी…..पर ऊपर उसने मॅचिंग गाउन पहना हुआ था….वो हॉल मे आई “जी कहिए……” उसने मेरे सामने सोफे पर बैठते हुए कहा….उसने अपनी एक टाँग उठा कर दूसरी टाँग पर जैसे ही रखी….उसका गाउन उनकी टाँगो से सरक गया……एक पल के लिए ही सही पर मे उसके साँवली रंग की चमकती हुई जाँघो को देख कर एक दम से सन्न रह गया….मैने एक पल के लिए उसकी जांघों को देखा और फिर सर को नीचे झुका लिया..
वो मेरी हालत समझ चुकी थी…..इसलिए उसके होंठो पर मुस्कान फैल गयी…और अपने गाउन को सही करने लगी…..मे एक दम से खड़ा हुआ अपने जेब से पैसे निकाल कर उसकी तरफ बढ़ाते हुए कहा…. “ जी वो सर ने पैसे भेजे थे……”
उसने मेरे हाथ से पैसे लिए…..और सोफे पर एक साइड मे रखते हुए सरोज को आवाज़ लगाई……” क्या लोगे चाइ या ठंडा…..” उसने फिर से एक बार मेरी तरफ मुस्करा कर देखते हुए कहा….
.”जी सिर्फ़ पानी चलेगा….”
नेहा: कॉन से क्लाइंट आए हुए थे आज…..
मे: जी मे नही जानता…..5-6 लोग थे….शायद कोई नये पार्टी थी…
नेहा: ओके…..(इतने मे सरोज हॉल मे आई……) सरोज एक ग्लास पानी लेकर आओ….(सरोज पानी लेने वापिस चली गयी….) इतना भी क्या अर्जेंट काम था….सुबह बोल कर गये थे कि, साथ मे शॉपिंग के लिए चल्लेन्गे. और अब खुद 5 दिन के लिए बाहर जा रहे है….अच्छा एक बात बताओ तुम्हे तो मोबाइल्स के बारे मे काफ़ी नालेज होगी……किस फोन के फीचर्स अच्छे है और किसके नही…..
मे: जी थोड़ी बहुत……
नेहा: मुझे तो वो भी नही…..अच्छा एक काम करो…..तुम मेरे साथ चलो….और मुझे एक अच्छा से मोबाइल खरीदने मे हेल्प कर दो……
मे: जी मे…..पर मुझे ऑफीस भी जाना है……
नेहा: कोई बात नही मे तुम्हारे बॉस को कह दूँगी…..तुम बैठो मे अभी रेडी होकर आती हूँ…
उसके बाद वो उठ कर अंदर चली गयी…..सरोज पानी लेकर आई…..मैने पानी पी कर खाली ग्लास उसे जल्दी से थमा दिया….और उसके जाने के बाद ही मैने बॉस को कॉल करी……”हेलो हां बोलो तुषार क्या हुआ… मेडम नाराज़ तो नही है…..”
मे: नाराज़ तो नही है……पर मुझे मार्केट मे साथ चलने के लिए कह रही है…..
बॉस: क्यों क्या हुआ…..
मे: वो बोल रही है कि, मे उन्हे मोबाइल खरीद कर दिला दूं…..
बॉस: हाँ हां दिलवा देना ना यार वैसे उसे मोबाइल के बारे मे बहुत कम नालेज है….अच्छा यार मे थोड़ी देर बाद देल्ही पहुँच जाउन्गा…..तो एरपोर्ट पर पहुँचने के बाद मेरा फोन ऑफ हो जाएगा…..कुछ काम है तो बोल…..
मे: नही बॉस अभी और कोई काम नही है……
बॉस: चल ठीक है मे फोन रखता हूँ…..
मे वही बैठा इधर उधर देख रहा था……थोड़ी देर बाद नेहा हॉल मे दाखिल हुई तो मे एक दम से उसे देखता ही रह गया…..नेहा मेडम ने रेड कलर की बहुत ही हॉट साड़ी पहनी हुई थी….उसकी चुचियाँ उसके रेड कलर के ब्लाउस मे एक दम कसी हुई थी…..वो हॉल मे आई और हॉल मे लगे हुए आयने के सामने खड़े होकर अपने आप को देखते हुए बोली….”चले तुषार…….”
उनकी पीठ मेरी तरफ थी……आज शायद पहली बार किसी औरत को इस तरह से देख रहा था….मेरी पेंट मे अब मेरा लंड एक दम से अकड़ चुका था….तभी ऊपर एसी से आ रही हवा से उनकी साड़ी का पल्लू एक दम से सरक गया..
उसी पल वो मेरी तरफ मूडी थी…..जैसे ही उनके कंधे से उनके साड़ी का पल्लू सरका….उसके मम्मे जो उसके ब्लाउस मे बड़ी मुस्किल से आ रहे थे……आधे से ज़्यादा बाहर झलक रहे थे….उन्हे देख कर ऐसा लग रहा था…..मानो जैसे बाहर आने के लिए मचल रहे हो….सिचुयेशन ऐसी हो गयी थी कि, वो अपनी इस हालत पर शरमा भी रही थी…..और हंस भी रही थी….उसने जल्दी से अपनी साड़ी के पल्लू को ठीक किया…..और हम बाहर आ गये…..बाहर आकर उसने अपनी कार निकाली, और हम दोनो उसमे बैठ कर मार्केट मे आ गये……
अब दोस्तो क्या बताऊ……उसने मुझे इतना घुमाया इतना घुमाया कि, पूछा मत, कभी इस शॉप पर तो कभी उस शॉप पर बहुत देर घुमाने और धक्के खाने के बाद आख़िर मॅम को फोन पसंद आ ही गया. मोबाइल खरीदने के बाद नेहा मुझसे बोली…..”तुषार मोबाइल तो खरीद लिया…चल अब किसी रेस्टोरेंट मे चल कर लंच करते है…….”
भूख तो मुझे भी लगी थी…..इसलिए हम एक रेस्टोरेंट मे गये और वहाँ चल कर लंच किया….दोपहर के 2 बज रहे थे…..और लंच के बाद हम उनके घर वापिस जा रहे थे….मे उनके साथ फ्रंट सीट पर ही बैठा हुआ था…..”तुषार तुम्हे विंडो इनस्टॉल करनी आती है……..? “ उसने मेरी तरफ देखते हुए पूछा…..
मे: जी आती है……
नेहा: तो मेरे लॅपटॉप की विंडो कर दो ना…..करप्ट हो गयी है……
मे: जी कर दूँगा…..
उसके बाद हम उनके घर पहुँचे तो वो मुझे सीधा अपने बेड रूम मे ले गयी…..उसने टेबल पर अपना लॅपटॉप खोला और मुझे चेयर पर बैठाते हुए बोली…..”तुषार ध्यान से करना…इसकी ए ड्राइव में मेरा बहुत इंपॉर्टेंट डेटा है…..उसे ग़लती से डेलीट मत कर देना….मे शवर लेकर आती हूँ…..” उसके बाद वो शवर लेने के लिए बाथरूम मे घुस गयी……मे विंडो इनस्टॉल करने लगा…..करीब 20 मिनिट बाद जब वो बाहर आई तो, उसने फिर से वही नाइटी पहनी हुई थी….और ऊपर गाउन पहना हुआ था.
नेहा: हां तुषार हो रही है विंडो इनस्टॉल…..
मे: जी बस 15-20 मिनिट और लगेंगे…..
नेहा: अच्छा मे किचन मे होकर आती हूँ…….
ये कह कर नेहा रूम से बाहर निकल गयी…..दर्सल विंडो तो लगभग इनस्टॉल हो चुकी थी…..पर मे ए ड्राइव मे पड़े हुए इंपॉर्टेंट डेटा को देखना चाहता था…..कि उसमे क्या है….क्योंकि जहाँ तक मे जानता था….वहाँ तक मॅम का बिज़्नेस से कोई लेना देना नही था….विंडो इनस्टॉल हुई तो मेने ए ड्राइव के छानबीन शुरू कर दी…..और जल्द ही मेडम का इंपॉर्टेंट डेटा सामने आ गया….. “क्या यार ये आज कल की औरतें तो आदमियों से भी ज़्यादा ठर्की होती है….एक से बढ़ कर एक पॉर्न वीडियोस भरे हुए थे……लगभर 200 जीबी हार्डिस्क मे पॉर्न मूवीस ही थी……
उसमे एक वीडियो पर मेरा ध्यान गया….टाइटल था माइ सेल्फ़ शॉट (नेहा) और जैसे ही मैने वो क्लिप स्टार्ट की तो मे एक दम से हैरान रह गया….नेहा मॅम बेड पर लेटी हुई थी….उनके बदन पर एक भी कपड़ा नही था…..उनके मम्मे जो सुबह मैने ब्लाउस मे कसे हुए देखे थे…वो मेरे आँखो के सामने थे…..क्या गजब के मम्मे थी….उसमे नेहा अपनी चूत की फांको के बीच मे अपनी उंगलियों को रगड़ते हुए सेक्सी आवाज़ें निकाल रही थी…
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