RE: hindi sex kahaniya ज़िद (जो चाहा वो पाया)
उसके बाद वीना नीचे चली गयी…मेरे लंड मे तो उसी पल हलचल होने शुरू हो गयी थी….जब मैने वीना को कहते हुआ सुना कि, अब मे उसके घर मे ही उसकी चूत मारूँगा….और अनु भी जानती होगी, कि मे उसकी माँ को दूसरे रूम मे चोद रहा हूँ….ये सोच-2 कर ही मेरा लंड एक दम अकड़ चुका था….वीना के जाने के बाद मे भी रूम मे आ गया….और बेड पर लेट कर सो गया….जब उठा तो शाम के 7 बज रहे थे…..सर्दियों की वजह से अंधेरा जल्दी हो गया था….
मे उठ कर बाहर आया और वीना के घर की छत पर देखा….वहाँ कोई नही था….मे जानता था कि, कमलेश इस समय ड्यूटी पर जा चुका होगा…इसलिए वीना कभी भी ऊपर आ सकती है….क्योंकि कमलेश के बाद वीना को सवाल पूछने वाला कोई नही था….मे वहाँ सर्दी मे खड़ा रहा….और करीब 15 मिनिट बाद रूम मे वापिस आ गया…..मे जानता था कि, वीना खाना देने तो ऊपर आएगी ही….
करीब 15 और बीत जाने के बाद मुझे वीना की आवाज़ आए….वो दोनो घर की छत के बीच वाली बाउंड्री पर झुक कर खड़ी होकर मुझे आवाज़ दे रही थी…..मे जल्दी से उठ कर बाहर आया…..तो वीना ने मुस्कुराते हुए मुझे देखा….”क्या तुषार आप भी शाम से 6 चक्कर लगा चुकी हूँ…और आप डोर बंद करके सो रहे थे क्या….?”
मे: हां वो मेरे आँख लग गये थी….अच्छा बातो अनु से बात करी तुमने….
वीना: (मुस्कराते हुए) हां……
मे: (उत्सुकता के मारे) बोलो ना क्या कहा उसने….
वीना: (मुस्करा कर नीचे देखते हुए) मान गयी है…..
मे: तो फिर……
वीना: आप थोड़ी देर बाद नीचे आ जाना….खाना आज नीचे ही खा लीजिए….
मे :ठीक है तुम चलो मे आता हूँ….
उसके बाद वीना नीचे चली गयी….मेने सब डोर लॉक किए और फिर उसके घर की छत पर से होता हुआ नीचे आ गया…जब मे सीडीयों से नीचे उतार रहा था….तो अनु मुझे सीडीयों के पास बाथरूम के ठीक सामने नीचे पैरो के बल बैठी हुई नज़र आई….वो बर्तन सॉफ कर रही थी….उसने एक बार मेरी तरफ देखा और फिर सर को झुका लिया…वीना ने कदमो की आहट सुन कर बाहर आ गयी…..उसने मुझे इशारे से अंदर आने के लिए कहा…मे उसके साथ पीछे वाले रूम मे चला गया….
वीना ने मुझे चारपाई पर बैठने को कहा…..”आप बैठिए मे खाना लेकर आती हूँ…” वीना बाहर चली गयी…थोड़ी देर बाद वीना अंदर आ गयी….मैने खाना खाना शुरू कर दिया….वीना थोड़ी परेशान सी दिखाई दे रही थी….”क्या हुआ अब क्यों परेशान हो…..” मैने खाना खाते हुए कहा….”
वीना: आप पहले खाना खा लीजिए बात मे बताती हूँ….
मेने खाना ख़तम किया….और वीना झूठे बर्तन उठा कर बाथरूम के बाहर बैठी अनु को पकड़ा दिए…..वो बर्तन सॉफ करने लगी….वीना फिर से मेरे पास आई. और पास आकर बैठ गयी…
.”हां अब बोलो क्या बात है….” मैने बाहर बैठी अनु की तरफ एक बार देखते हुए पूछा…..
वीना: आइए चलिए मे दिखाती हूँ…
मे उठ कर वीना के साथ बाहर आया….और बाहर गेट के साथ वाले रूम मे चले गये….जैसे हम दोनो उस रूम मे पहुँचे तो अंदर से बहुत ही गंदी सी बदबू आ रही थी….वीना ने लाइट ऑन की तो देखा उस रूम मे कबूतरो ने गंद मचा रखा था…
.”वो ये कमरा हम ने कभी इस्तेमाल नही किया है….आज जब थोड़ी देर पहले खोला तो तब पता चला…..”
मे: तो फिर क्या करना है…..?
वीना: वही तो मे सोच रही हूँ….
मे: तुम मेरे साथ ऊपर चलो मेरे रूम मे…..
वीना: नही जा सकती……
मे: क्यों क्या हुआ….?
वीना: वो सन्नी मेरे बिना नही सोता…..अभी मैने उसको सुलाया है….अगर वो उठ गया तो फिर रोने लग जाता है…अगर मे पास मे ना रहूं तो…
मे: फिर अब क्या करना है….उसको भी साथ मे ले चलो….
वीना: नही नही अगर वो जाग गया और हमे ऐसे देख लिया तो…भले ही छोटा है पर बच्चों का क्या पता होता है….कब किसी के सामने क्या बोल दें…..
मे: तो फिर…..
वीना: आइए मेरे साथ…..
उसके बाद वीना मुझे पीछे वाले रूम मे ले गयी….पीछे वाले रूम मे पीछे की तरफ एक दीवार से उस रूम की पार्टीशन की हुई थी….जिसमे वीना के घर का कुछ समान पड़ा हुआ था….उसने पहले से नीचे एक बिस्तर बिछा रखा था….पर उस पारटिशन के डोर की जगह डोर नही था…हां जो बिस्तर लगा था…वो दीवार के साथ लगा हुआ था…जो बाहर रूम से देखने पर दिखाई नही देता था….
वीना: अगर आप चाहो तो यहाँ कर सकते है….मे जानती हूँ कि आप बड़े लोग है….और आप को नीचे सोने मे दिक्कत होगी….
जब मुझे पता चला कि, मे वीना को उसी रूम मे चोदने वाला हूँ….जिसके दूसरी तरफ अनु सोने वाली है….मेरा लंड पेंट मे और फूल गया….धीरे-2 वीना और अनु दोनो ने मिल कर काम निपटा लिया….मे बेसबरी से आने वाले पलों का इंतजार कर रहा था…
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