RE: Mastram Kahani मा की मस्ती
इधर अंदर आरती और रमण की रस लीला चल रही थी,उधर बाहर से मनु ये सब अपनी आँखों से साफ-2 देख रहा था,और बेचेन होता जा रहा था,उसके लंड ने एक बार तो पानी गिरा दिया था,पर वो ढीला बिल्कुल नही हुआ था,वैसे भी उसको पता था कि आज उसको अपनी मा की लाइव ब्लू फिल्म देखने को मिलने वाली है,तो इसलिए उसके लंड का तनाव कम होने का नाम ही नही ले रहा था,जब एक बार झड़ने के बाद उसके लंड ने थोड़ी सी राहत ली और जो दर्द उसके लौडे मे हो रहा था,वो थोड़ा सा कम हुआ तब उसको होश आया,और अब उसने अपनी पॅंट को बिल्कुल ही अपने शरीर से अलग कर दिया,उसने सोचा कि जब अंदर मा ही नंगी हो रही है तो फिर वो भी आज का सारा नज़ारा नंगे हो कर आराम से देखेगा,पर जब वो पॅंट को निकाल रहा था तब उसका हाथ पॅंट मे पड़े हुए कैमरे पर पड़ा,और उसको ध्यान आया कि डिजिकम तो उसकी जेब मे ही पड़ा है,उसने वो निकाल कर अपने हाथ मे ले लिया,
अंदर कमरे मे उन लोगों ने कोई भी लाइट बंद नही की थी और वो दोनो ही बिल्कुल खुले आम वासना का खेल खेल रहे थे,क्यूंकी उनको किसी के आने का तो कोई डर ही नही था,इसलिए मनु ने भी अपना कॅमरा निकाल कर अंदर की तरफ कमरे मे चल रही लाइव फिल्म की फोटो खींचना शुरू कर दिया,जब उसने अपने कैमरे को अपनी माँ की चूत पर ज़ूम किया तो वो बिल्कुल उसकी आँखों के सामने आ गयी और उसको ऐसे महसूस हुआ की वो बिल्कुल उसके ही आगे है,उसको अपनी मम्मी की चूत का गुलाबी छेद भी नज़र आ रहा था,क्यूंकी अंदर रमण ने उसको खोल रखा था और वो उस छेद को ही निहारे जा रहा था,तब मनु को भी मौका मिल गया अपनी मा की नंगी चूत को साफ-2 देख सके,अपनी मा की नंगी चूत को यूँ अपने सामने देख कर उसके मूह मे भी पानी आ गया,और उसका दिल भी अपनी मा की चूत का रस पीने के लिए बेताब हो गया,पर अभी ये संभव नही था,इसलिए वो उस बात को छोड़ कर फिर से अपने कैमरे से आपनी मा की चूत की तस्वीरें लेने लगा,फिर उसने अपने कैमरे को थोड़ा उपर करके अपनी माँ के मोटे-2 मम्मों पर ज़ूम किया और वो उनकी भी फोटो लेने लगा,आज तो मनु की लॉटरी ही लग गयी थी,उसकी माँ ऐसे नंगी सिर्फ़ मिनी स्कर्ट पहन कर सोफे पर पड़ी हुई थी,और उसका टीचर उसकी ही माँ की जवानी के मज़े ले रहा था,और वो इन सब को अपनी नंगी आँखों से और अपने कैमरे की आँखों से देख रहा था,इस सब से उसका लंड फिर से बहुत कड़क हो गया,बल्कि ऐसे हो गया कि अगर उस टाइम कोई उस पर चोट करे तो वो बिल्कुल टूट कर बिखर जाए वो इतना कड़क हो गया था.
अब मनु ने कैमरे को एक हाथ मे ले कर दूसरे हाथ से अपने लौडे को संभालना शुरू किया तो वो बहुत ही गरम हो रखा था,वो अपने लंड पर अपना हाथ आगे पीछे करने लगा,पर अब वो बहुत जल्दी झड़ना नही चाहता था,इसलिए उसने लंड पर अपने हाथ को धीरे-2 ही उस पर फिराया,पर इस-से उसको कोई तसल्ली नही मिल रही थी
मनु इतना गरम हो गया था कि अब उसका लंड उसके कंट्रोल मे ही नही था,और ना चाहते हुए भी अब उसका हाथ अपने लंड पर तेज़-2 आगे पीछे होने लगा था,और उसका दूसरा हाथ पहले से ही अपनी मा की चूत की चुसाइ की फोटो खींचने मे लगा हुआ था,अब मनु के लंड ने दुबारा से उल्टी करने की तैयारी कर ली थी,और उसके लंड और जिस्म की नसें फिर से बुरी तरह से खिंच गयी थी,फिर ग़लती उसकी भी नही थी अंदर सीन ही इतना गरमा-गरम चल रहा था,उसकी माँ सोफे पर टाँगे चौड़ी करके और अपनी चूत खोले लेटी हुई थी और रमण उसकी चूत को अपने दोनो हाथों से खोल कर अपनी जीभ से चाटे ही जा रहा था,और इस चटाई से उसकी मा बहुत तेज़ी से सिसकियाँ ले रही थी और तरह-2 की वासनामई आवाज़ें निकाल रही थी,अब मनु से सहन नही हुआ और उसके लंड ने फिर से पिचकारी छोड़ दी,और जैसे ही उसके लंड ने पानी छोड़ा उसके मूह से एक तेज़ आह निकली,आह मम्मी के नाम की.
मनु की आवाज़ तो बहुत तेज़ थी,पर अंदर तो उस-से भी तेज़-2 आवाज़ें आ रही थी,इसलिए मनु की आवाज़ उन आहों मे ही दब गयी,पर मनु ने जब अंदर नज़र डाली कि उसकी आवाज़ से किसी को कुछ भी सुनाई नही दिया है तो वो वहीं पर फर्श पर बैठ गया,दो बार जल्दी-2 झड़ने से उसके अंदर ताक़त की उसको कुछ कमी महसूस हो रही थी,पर अंदर जो चल रहा था,वो उसको चैन से नही बैठने देने वाला था.
इधर अंदर रमण अब आरती की चूत मे अपनी पूरी की पूरी जीभ डाल कर उसको तेज़ी से चूस रहा था,और आरती तरह -2 की आवाज़ें निकाले जा रही थी,अब रमण से भी सहन नही हो रहा था,तब उसने भी अपनी पॅंट को एक हाथ से ढीला किया और अपनी पॅंट को थोड़ा सा नीचे कर के अपने लंड पर अंडरवेर के उपर से ही हाथ रखा,तो उसका लंड ऐसे झटके मारने लगा जैसे कि वो बिफ़्फ़र गया हो कि उसको अब तक चूत मे क्यों नही डाला,पर रमण ने उस पर धीरे-2 हाथ फेर कर जैसे उसको समझाया कि अभी जितनी तसल्ली करेगा आगे उतना ही मज़ा आएगा,फिर वो अपनी जीभ से ही आरती की चूत को इतनी तेज़ी से चाटने लगा कि जैसे उसकी चुदाई कर रहा हो,अब आरती भी उपानी चूत को उपर उठा कर रमण के मूह पर दबा रही थी,और बड-बड़ा रही थी कि इसको खा जाओ इसको फाड़ डालो अब मुझसे सहन नही हो रहा,तभी उसका जिस्म एकदम तन गया और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया,रमण को तो ऐसा लगा कि जैसे चूत मे बाढ़ ही आ गयी हो,पर वो फिर भी उसको चाटता ही रहा और वो सारा पानी पी गया,अब आरती को अपना जिस्म कुछ हल्का महसूस हो रहा था,और एक बार पानी निकल जाने से उसका नशा जो कि शराब और वासना का मिला जुला था कुछ काम हो गया था.
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