RE: Antarvasna kahani ज़िद (जो चाहा वो पाया)
मेने चेयर से उठते हुए कहा….और अपना टवल उठा कर रूम से बाहर चला गया… मेरे निकलते ही वो कंप्यूटर के आगे होकर बैठ गयी….मे जानता था कि, वो उस सॉंग को दोबारा से प्ले करके ज़रूर देखेगी…इसलिए उसके बाहर देखने से पहले ही मे किचन मे घुस गया…और डोर बंद करके रूम के अंदर खुलती विंडो के पास जाकर खड़ा होगया……
जो मैने पहले से ही थोड़ी से खोल रखी थी….मैने देखा कि, कुछ देर बाद अनु अपनी चेयर से उठी….और डोर की तरफ जाकर बाहर देखने लगी…जब उसे यकीन हो गया कि, मे बाथरूम मे घुस चुका हूँ…वो फिर से कंप्यूटर के सामने आकर बैठ गयी….ये सब करते हुए वो बहुत घबराई हुए लग रही थी…मैने वॉल्यूम पहले से बहुत लो सेट कर रखा था…उसने वल्क प्लेयर ऑन किया…और फिर से वो सॉंग लगा कर देखने लगी….अनु की पीठ मेरी तरफ थी….इसलिए मे उसके फेस के एक्सप्रेशन नही देख पा रहा था….
पर जवान लौंडिया जब ऐसे हॉट किसिंग सीन्स देखे गी तो उसकी चूत तो गीली होगी ही ना….वो बार-2 डोर से बाहर भी देख रही थी….जब वो फेस घुमा कर डोर की तरफ देखती तो उसके तमतमाता हुआ फेस मुझे दिखाई दे जाता….सॉंग पूरा देखने के बाद, उसने उत्सुकता वश दूसरी क्लिप्स को प्ले करके देखना शुरू कर दिया….उस फोल्डर मे 8-9 वीडियोस क्लिप्स ही थी…और उनमे से एक 3 मिनिट की पॉर्न वीडियो भी थी….
और जैसे ही उसने उस क्लिप को ओपन किया, उसमे एक औरत सोफे पर बैठी हुई, एक आदमी के लंड को लॉलीपोप की तरह चूस रही थी….ये देखते ही अनु एक दम से घबरा गयी. उसने वल्क प्लेयर क्लोज़ कर दिया….और फिर घबराते हुए डोर से बाहर की तरफ देखा.. वो कशमकश मे थी….थोड़ी देर बाद उसने फिर से वही क्लिप स्टार्ट की और उसे देखने लगी….आज वो पहली बार चुदाई के दृश्य को अपनी आँखो से देख रही थी….मे यकीन के साथ कह सकता हूँ….कि अनु उस क्लिप को देख कर एक दम गरम हो चुकी थी…मुझे पीछे से उसका हाथ उसकी जाँघो के बीच मे हिलता हुआ नज़र आ रहा था….ये सोच कर के अनु सलवार के ऊपर से अपनी चूत को मसल रही है….
मेरा लंड भी मेरे शॉर्ट्स मे एक दम अकड़ गया था…उसने वल्क प्लेयर बंद कर दिया….थोड़ी देर बाद मे बाथरूम मे गया…दो मिनिट शवर के नीचे खड़ा हुआ और फिर अंडरवेर पहन कर कमर पर टवल लपेट कर रूम मे आ गया.. कदमो की आहट सुन कर उसने अपना फेस घुमा कर डोर की तरफ देखा…जैसे ही उसकी नज़र मेरे ऊपर नंगे बदन पर पड़ी, उसने शरमाते हुए नज़रें झुका ली.
मे: तो अनु कैसा चल रहा है…कोई प्राब्लम तो नही है….
मेने अपने अलमारी से कपड़े निकालते हुए कहा…”ना ना नही सर….” उसने काँपती हुई आवाज़ मे कहा
…”सर….? मे कब से तुम्हारा सर बन गया…वो मेरे बात सुन कर चुप कर गयी….मेने अपने कपड़े पहने और उसके पास आकर बैठ गया….फिर उसको थोड़ी और प्रॅक्टीस करवाई…1 घंटा बीत चुका था….”आज के लिए इतना ही बहुत है….” मैने अनु की चुचियों को उसकी कमीज़ के ऊपर से घुरते हुए कहा…..
अनु: जी…..
मे: देखो अनु तुम्हारी मम्मी तुम्हारी कितनी फिकर करती है…जो भी मे सिखाऊ उसे ध्यान से सीखना….कहीं ये ना हो तुम्हारी मम्मी मुझे ताना दें, कि मेने उनके बेटी को अच्छे से सिखाया नही….
अनु: जी….
मे: हां वैसे अगर तुमने ध्यान से नही सीखा तो मे तुम्हे सज़ा भी दे सकता हूँ….(मेरी बात सुन कर अनु ने मेरी तरफ देखा….)
मे: स्कूल मे जब कोई ग़लती होती है….तो सज़ा मिलती है ना….?
अनु: (हां मे सर हिलाते हुए) जी….
मे: तो फिर ध्यान से सीखना…कही मुझे अपना डंडा ना निकालना पड़े…
मैने अपने पेंट के ऊपर से अपने लंड को मसालते हुए कहा…..ये बात अनु ने भी नोटीस की, क्योंकि उसी पल अनु के चेहरे का रंग फिर से लाल हो गया था…”ठीक है समझ गयी ना…” मैने उसकी आँखो मे झाँकने की कॉसिश करते हुए कहा…
“जी…” उसने मेरी तरफ देखा और फिर से सर को झुका लिया…..
मे: अच्छा अब तुम जाओ…..कल स्कूल के बाद खाना खा कर आ जाना…..
उस दिन सनडे था…..इसलिए कमलेश की छुट्टी थी….इसलिए उस दिन भी कुछ नही हुआ…..अगले दिन अनु दोपहर को आ गयी….मैने उसको कुछ और प्रॅक्टीस करवाई…और फिर उसे खुद प्रॅक्टीस करने को कहा….”अच्छा अब तुम खुद करके देखो…मे ज़रा बाहर जा रहा हूँ…बाहर से गेट लॉक कर दूँगा…जब तुम्हारी प्रॅक्टीस ख़तम हो जाए तो पीसी ऑफ कर देना….और डोर बंद करके चली जाना…..”
अनु: जी…..
उसके बाद मे नीचे आया और फिर बाहर से गेट लॉक करके अपने दोस्त के पास चला गया….पर मैने अनु के आने से पहले ही अपने मोबाइल का कॅम ऑन करके कंप्यूटर के पीछे बनी सेल्फ़ पर ऐसे रख दिया था….कि उसको दिखाई ना दे…मैने उसमे से अपने सिम भी निकाल ली थी…और दूसरे फोन मे डाल ली थी…ताकि उस पर फोन ना आए….और मेरा सारा किया धरा मिट्टी मे मिल जाए….
मे दो घंटे बाद जब वापिस आया तो, देखा ऊपर के रूम का डोर बंद था…मैने डोर खोला और जल्दी से अपने छुपाए हुए मोबाइल को निकल कर वीडियो सेव की और फिर उसे लेकर बेड पर लेट कर देखने लगा…उस शूट हुई क्लिप्स मे मुझे अनु की फ्रंट साइड सॉफ नज़र आ रही थी….क्योंकि मोबाइल मैने पीसी के पीछे रखा था.. इसलिए वो पीसी मे क्या कर रही थी….वो मे देख नही पा रहा था…पर पीसी की ओर देखते हुए उसके चेहरे के हाव भाव लगतार बदल रहे थे….करीब 15 मिनिट बाद उसका हाथ उसकी जाँघो के बीच मे चला गया….
और वो पीसी की तरफ देखते हुए, धीरे-2 अपनी सलवार के ऊपर से अपनी चूत को सहला रही थी…उसकी आँखे मदहोशी मे बंद होने लगी थी…धीरे-2 उसका हाथ सलवार के ऊपर से चूत पर और तेज़ी से चलने लगा था….और जब उससे बर्दास्त नही हुआ तो, उसने अपनी सलवार का नाडा खोल कर अपने हाथ को सलवार के अंदर डाल दिया और अपनी चूत को तेज़ी से सहलाने लगी….अनु ने अपनी सलवार का नाडा तो खोला था…पर उसने अपनी सलवार को नीचे नही सरकाया था…इसके कारण मे उसकी चूत तो नही देख पाया था….पर उसके हावभाव देख कर मेरा लंड पेंट फाड़ कर बाहर आने को उतावला हो रहा था…
मैने अपने लंड को पेंट से निकाल लिया और उस क्लिप को देखते हुए तेज़ी से अपने लंड को हिलाने लगा….”आह उम्ह्ह्ह श्िीीई ओह…” वो सिसक रही थी.,…उसकी सिसकने की आवाज़ मे उस वीडियो मे सॉफ रेकॉर्ड हो चुकी थी….इधर मेरे लंड ने भी उसकी सिसकियाँ सुन कर वीर्य की पिचकारियाँ छोड़ना शुरू कर दिया था….उस रात को क्या करना था…मैने अपना प्लान तैयार कर लिया था….सिर्फ़ यही दुआ कर रहा था कि, आज कमलेश रात को ड्यूटी पर चला जाए….नही तो मेरा प्लान एक दिन और टल जाता….
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