RE: Chudai Story मा की मस्ती
रात को अरविंद ने मनु से राजन के बारे मे पूछा तो मनु ने सारी बातें बता दी,और कहा कि राजन ने उसको क्या-2 करने को बताया है,तब अरविंद ने कहा कि पहले कुछ दिन वो राजन से पढ़े फिर अगर मनु को लगेगा कि रोज़ कोचिंग चाहिए तो वो राजन से या उसके बाप रमेश से बात कर लेगा.
अगले दिन स्कूल मे मनु के कदम ज़मीन पर नही पड़ रहे थे उसने स्कूल में अपने सब दोस्तों को राजन की बातें बताई कि कल उसने क्या-2 कहा है,और वो हफ्ते मे 3 दिन मनु को उसके घर पर पढ़ने वाला है.वो अपनी क्लास मे हीरो बन गया था.
फिर उस रोज़ राजन ठीक टाइम पर मनु को पढ़ाने पहुँच गया,वो लोग सीधे ही मनु के कमरे मे आ गये,कुछ देर बाद ही मनु की मम्मी उनके लिए कुछ ठंडा और नाश्ता ले आई,तब पहली बार राजन ने साइड-2 उनसे बात की और कहा कि भाबी जी आपको रोज़ -2 परेशान होने की ज़रूरत नही है,वो तो रोज़ ही आएगा इसलिए फॉरमॅलिटी ना करें तब आरती ने कहा कि ये कोई फॉरमॅलिटी नही है,ये तो उनका काम है,जब आप मनु को पढ़ाने आ सकते हैं तो मे क्या इतना भी नही कर सकती,आज भी आरती ने सूट सलवार ही पहना हुआ था,और वो उसमे बहुत ही सेक्सी लग रही थी.
आरती को देख कर एक बार तो रमन को गर्मी महसूस हुए,पर फिर रमन ने अपने आप पर कंट्रोल किया और स्माइल पास कर के रह गया.इसके बाद आरती कमरे से वापस चली गयी,तब रमन चोर नज़रो से उसकी बलखाती जवानी को और हिलती हुई गान्ड को निहारता रहा,आरती की नज़रो से ओझल हो जाने के बाद रमन ने अपना ध्यान फिर से मनु पर लगा दिया,आज से उन लोगो को अपनी पढ़ाई शुरू करनी थी,रमन डीटेल कल ही ले चुका था इसलिए वो सीधे ही मुद्दे पर आ गया और उसने मनु को इन्स्ट्रक्षन देनी शुरू कर दी,फिर जब ट्यूशन का टाइम ख़तम हो गया उसने मनु को घर के लिए कुछ सवाल बताए और पूछा कि अगले हफ्ते से वो कौन से 3 दिन आए तब मनु ने उसे कहा कि वो मंडे से स्टार्ट करेंगे.रमन ने कहा ठीक है वो मंडे को आ जाएगा तब तक मनु अपनी पढ़ाई के मुश्किल सवाल तैयार कर ले.जब वो बाहर आया तो आरती हॉल मे ही बैठी थी,आरती ने रमन से पूछा कि वो कुछ लेगा क्या तो एक बार तो रमण ने दिल में कहा कि बोल दे कि हां लेगा उसकी चूत पर फिर अपनी बात को ज़ुबान पर ना ला कर वो स्माइल पास करके चला आया.
इस प्रकार रमन का मनु के घर मे आना-जाना शुरू हो गया वो अपनी पूरी मेहनत से मनु की पढ़ाई पर ध्यान दे रहा था,कभी-2 बीच मे अरविंद भी रमन से बात करके मनु की पढ़ाई की अपडेट लेता रहता था.वो भी मनु के अच्छे मार्क्स से बहुत खुश थे ,इस कारण रमेश की इज़्ज़त और पूछ ऑफीस मे बढ़ गयी थी,अब तो वो बहुत बार अरविंद के साथ उनके ऑफीस मे बैठा रहता था,इस बीच मे कई बार अरविंद ने रमण और रमेश दोनो से ट्यूशन की फीस के बारे मे पूछा पर हर बार दोनो ने ये ही कहा कि मनु के अच्छे मार्क्स ही उनका मेहताना है,फिर अरविंद भी समझ गया कि ये पैसे ऐसे नही लेगा तो उसने रमेश को मौके बे मौके छोटे-मोटे गिफ्ट देने लग गया.
इधर आरती भी मनु से बहुत खुश थी और वो समझ रही थी कि इसमे सारे के सारा योगदान रमन का है इसलिए वो रमन का काफ़ी ख़याल रखती थी और रमन को कभी भी बगैर कुछ खाए पिए घर से जाने नही देती थी,वैसे भी अरविंद की खास हिदायत थी कि जब रमन उनके लिए इतना कुछ कर रहा है तो फिर ये उनका भी फ़र्ज़ है कि उसे किसी किस्म की शिकायत ना हो.वैसे भी आरती रमन के व्यवहार से काफ़ी प्रभावित भी थी.
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