RE: Chudai Story मा की मस्ती
रमण बोला कि ऐसा आप को लगता है,आप हो ही इतनी सुंदर और फिर ये ड्रेस आप को और सुंदर बना देती है,आप उस दिन पार्टी मे तो बिजलियाँ गेरा रही थी,क्यों मनु मे सही कह रहा हूँ ना?
मनु बोला हां रमण भैया बात तो सही है उस दिन पार्टी मे सबकी नज़र मम्मी पर ही थी.
ये सुन कर आरती मन ही मन बहुत खुस हुई,पर बाहर से बोली कि वो तो आपकी दी हुई ड्रेस का कमाल था.
रमण बोला कि खाली ड्रेस से कुछ नही होता ,फिगर भी तो वैसी होनी चाहिए,बल्कि मैं तो कहूँगा कि ये उस ड्रेस की खुसकिस्मती थी कि वो आपके जिस्म पर थी.
आरती बोली बस-2 अब मेरी झूठी तारीफे मत करो.
रमण बोला कि ऐसे कोई बात नही है,मैं जो कह रहा हूँ सच और दिल से कह रहा हूँ.
मनु और मे ये ही बात कर रहे थे,कि आप की खूबसूरती का क्या राज़ है.
आरती बोली कि अब बस भी करो तुम लोग क्या मेरे पीछे पड़ गये हो.तुम लोग ऐसे बोलोगे तो मे फिर जा रही हूँ.
असल मे इन सब बातों से आरती के दिल मे हलचल मच रही थी,और उसको उस रात की बाते याद आ रही थी कि क्या-2 हुआ था,और कैसे रात को नशे मे रमण ने उसके साथ मज़े लिए थे,इन सब से उसकी खुद की हालत थोड़ी-2 खराब हो रही थी.
आरती की ये बात सुन कर दोनो जने बोले कि अब हम आपकी कोई बात नही करेंगे,आप नाराज़ ना हों.
फिर आरती ने पूछा कि मनु उस रात को तुम कहाँ चले गये थे मैं तुमको ढूंड रही थी,मनु आरती की ये बात सुन कर एकदम से सकपका गया,पर फिर सम्भल कर बोला कि मैं तो वहीं था कहीं नही गया था आप ही रमण भैया के साथ मस्ती से नाच रही थी.
आरती ये सुन कर चुप हो गयी,क्यूंकी सारी बाते तो उसको भी नही याद थी,इसलिए वो कुछ नही बोली.
फिर रमण बोला छोड़ो यार सब बाते उस दिन पार्टी मे आप लोगों को मज़ा तो आया ना.
दोनो ने कहा कि हां आप की पार्टी थी बड़ी मस्त.
मनु बोला कि भैया अब पार्टी कब दोगे.
रमण ने कहा कि जब भी तुम कहोगे ,तभी दे देंगे.तुम तो बस मोके तैयार करते रहो,पार्टी हूँ देते रहेंगे.
इस तरह से अब रमण और मनु मे बहुत सी बाते साझा हो गयी थी,अब दोनो आपस मे लड़कियों और औरतो के बारे मे खुल कर बाते करते थे.
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